ऋषिकेश ,05 सितम्बर । मुनिकीरेती स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिसोर्ट में उस समय रविवार कि तड़के हड़कंप मच गया, जब रिसोर्ट में दिल्ली से आया एक दंपति परिवार सो रहा था ,कि अचानक कमरे में आग लग गई। जिसे देखकर पति पत्नी ने कमरे से भाग कर अपनी जान बचाई।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार की तड़के 3:00 बजे के लगभग रिसॉर्ट के एक कमरे को बुरी तरह आग ने पकड़ लिया ,उस कमरे में रोहिणी दिल्ली से तनुजा चौधरी परिवार भी उस समय अंदर सोया हुआ था। परिवार की समझदारी व रात्रि कर्मचारी की सहायता की वजह से जो वहां पर उपस्थित था, जिनको कर्मचारियों की सहायता से सही सलामत वहां से निकाल लिया गया जिससे जनहानि होने से बच गई ।
जिसके बाद दिल्ली से घूमने आए एक पर्यटक का परिवार बेहद सदमे में है ।और उनका गुस्सा इस बात को ले कर है कि इतनी बड़ी घटना की सूचना देने के बावजूद भी एक भी अधिकारी सुबह 7:00 बजे तक स्थल पर नहीं पहुंचा। उनका कहना था कि पर्यटन विभाग जहां उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा देने की बात करता हैं जो कि प्राइवेट होटल इंडस्ट्री का मुकाबला करने के लिए तैयार भी है।
होटल में फायर अलार्म की सुविधा तक नहीं है ।ऐसी इतने पुराने हैं ,कि इस प्रकार के हादसे यहां होते रहते हैं ।सारी व्यवस्था विशेषकर रामभरोसे है ।उस कमरे में रोहिणी से आए हुए तनुजा चौधरी अपने परिवार सहित रुके हुए थे ।
होटल के आला अधिकारी मामले को रफा-दफा करने के लिए छोटे कर्मचारियों को दबाव में लेकर कुछ खास नही हुआ, कह रहे हैं।
उनका कहना है कि एसी में शॉर्ट सर्किट के कारण यह घटना हुई है जबकि इतने बड़े घटना की सही वजह का अभी पता नहीं चल पा रहा है । घटना की स्थिति देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह घटना बहुत बड़ी दुर्घटना भी हो सकती थी।
गंगा रिसोर्ट ऋषिकेश के प्रतिष्ठित सरकारी होटलों में से एक है ।जोकि गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा चलाया जाता है। होटल के सारे रूम में रहने वाले पर्यटक 3:00 बजे से जगे हुए हैं ,और डरे हुए हैं ।लेकिन किसी अधिकारी को बुलाई जाने पर भी ना आना बहुत कुछ कहता है ।
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