ऋषिकेश ,09 सितंबर । भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले संविदा एवं ठेका कर्मचारी संघ उत्तराखंड भवन एवं कामगार मजदूर संघ ,भोजन माता कर्मचारी संघ सहित अन्य संगठनों ने तहसील में प्रदर्शन कर वेतन मान मैं बहुत ही किए जाने के साथ बढ़ती महंगाई के विरोध में अपना विरोध प्रकट किया ।
गुरुवार को तहसील में भारतीय मजदूर संघ के संयोजक संजीव विश्नोई, अनीता चौहान, ललितेश विश्वकर्मा के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री के नाम उप जिलाधिकारी के माध्यम से दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि कोरोना वैश्विक महामारी के चलते औद्योगिक गतिविधियों में गिरावट ,आर्थिक कार्यकलापों के ठप्प हो जाने और बढ़ती हुई बेरोजगारी के साथ वेतन कटौती की कीमतों में मूल्य वृद्धि ने सामान्य जन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है ।
जिसके कारण आम जनता के साथ श्रमिक कर्मचारी भी प्रभावित हुए हैं। महंगाई दर 18 महीनों में 6% की सीमा पार कर चुकी हैः जबकि पिछले 5 वर्षों में महंगाई दर 3 से 5% के बीच में रही है।
ज्ञापन में कहा गया कि खाद्य पदार्थों एवं दवाइयों के मूल्य में तीव्र वृद्धि ने आम जनता एवं श्रमिक कर्मचारियों का जीवन कठिन बना दिया है अंतरराष्ट्रीय मूल्यों में बढ़ोतरी देश में खाद्य तेलों की कीमतों ने आसमान छू लिया है इसी के साथ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अत्यंत आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा में से खाद्य तेल तिलहन दलहन व्याज आलू को मुक्त कर दिया गया है। सरकार की भावना किसानों को मदद करने की हो सकती है परंतु इससे कालाबाजारी को बढ़ावा मिला है इस पर रोक लगाना अत्यंत आवश्यक है ।
उन्होंने ज्ञापन में प्रधानमंत्री से मांग की है कि वह शीघ्र ही उत्पादन करता द्वारा प्रत्येक वस्तु की लागत मूल्य की घोषणा को रीवा देकर कानून बनाकर उसे लागू किया जाए राज्य सरकार के द्वारा भारत के सभी राज्यों में हाइड्रो परियोजनाएं कंपनियों की कार्य दक्षता एवं अनुभव को मध्य नजर रखते हुए छोटी बड़ी परियोजनाएं आवंटित की जाए शहीद उन्होंने 10 मांगे मांगी है।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करने वालों में संजीव विश्नोई प्रदेश अध्यक्ष ,आनंद सिंह राणा, संतराम, शिव ओम बिश्नोई के साथ बीवी थपलियाल ,कंचन बंसल, सरस्वती रावत, राजेंद्र शर्मा ,श्याम बहादुर, राजीव शर्मा, दारा सिंह, रामकिशोर मौर्य ,उमेश कुमार, ज्योति रस्तोगी, अनीता थापा सहित काफी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।
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