ऋषिकेश , 06 नवम्बर ।. ऋषिकेश में आयोजित होने वाली छठ पूजा के चलते त्रिवेणी घाट स्थल को लेकर छठ पूजा समिति में दो फाड हो गए हैं, जिसमें एक समिति ने त्रिवेणी घाट पर छठ पूजा किए जाने का ऐलान किया है।
तो वहीं दूसरी समिति ने त्रिवेणी घाट उन्हें न दिए जाने के लिए नगर निगम को दोषी ठहराते हुए आरोप लगाया है, कि उनके द्वारा पहले आओ ,पहले पाओ की नीति का उल्लंघन किया है।
यह आरोप छठ पूजा समिति के अध्यक्ष रामकृपाल गौतम ने नगर निगम अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम की नीति है, कि पहले आओ पहले पाओ हमने इसी के आधार पर 29 अक्टूबर को त्रिवेणी घाट पर स्थान उपलब्ध करवाए जाने के लिए आवेदन किया था। जबकि उसके ठीक 14 दिन बाद दूसरी समिति द्वारा आवेदन किया गया ,लेकिन हमारे पत्र के साथ सुविधा शुल्क नहीं दिया गया था ।
इसलिए हमारे आवेदन पर विचार तक नहीं किया गया ,और दूसरी समिति को त्रिवेणी घाट पर छठ पूजा किए जाने की अनुमति दे दी गई। उन्होंने कहा कि जबकि उनकी समिति द्वारा पिछले 26 वर्षों से त्रिवेणी घाट पर ही छठ पूजा की जा रही है ।जिसकी शिकायत उनके द्वारा मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी की गई है ।जिसमें उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों के विरुद्ध जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
वहीं पत्रकार वार्ता में समिति के सदस्य लल्लन राजभर ने समिति के दो फाड होने के पीछे चंदा वसूली का आरोप भी लगाया है । जिसके बावजूद उनकी समिति द्वारा त्रिवेणी घाट पर ही छठ पूजा किए जाने की बात कही है ।
वही पत्रकार वार्ता में उपस्थित कुछ लोगों ने छठ पूजा समिति के दो फाड होने के पीछे राजनीतिक मनसा भी बताई जा रही है ,उनका कहना था कि इस लड़ाई के पीछे दो राजनीतिक नेताओं के वर्चस्व को बनाए रखना भी हैं।
पत्रकार वार्ता में कार्यक्रम संयोजक नागेंद्र सिंह, सांस्कृतिक सचिव अमित चौहान, सचिव राज कुमार राजभर ,वीर बहादुर आदि भी मौजूद थे।


















Leave a Reply