Advertisement

गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने को लेकर वर्ष 2023 में गोपाष्टमी पर भारतीय गो क्रांति मंच करेगा संसद का घेराव -गोपाल मणि -जन जागरण के अंतर्गत ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर 21 दिसंबर से होगी गोकथा, धेनुमानस के माध्यम से पूरे देश में 2500 कथावाचक कर रहे गौ कथा, 337 गोधाम पूरे देश में कर रही गाय की सेवा


गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने को लेकर वर्ष 2023 में गोपाष्टमी पर भारतीय गो क्रांति मंच करेगा संसद का घेराव -गोपाल मणि
-जन जागरण के अंतर्गत ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर 21 दिसंबर से होगी गोकथा

-10 वर्ष तक की बालिकाओं को संस्कार वान बनाए जाने के लिए केंद्र सरकार ने निशुल्क गाय का दूध उपलब्ध कराएं

ऋषिकेश, 20 दिसम्बर  । भारतीय गऊ क्रांति मंच के अध्यक्ष गो गंगा के कृपा कांक्षी गोपाल मणि महाराज ने गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने और उसके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर 21 दिसंबर से 27 दिसंबर तक जन जागरण अभियान के अंतर्गत गो कथा किए जाने के साथ वर्ष 2023 में गोपाष्टमी पर दिल्ली घेराव किए जाने का ऐलान किया है ।

यह ऐलान गोपाल मणि ने सोमवार की सुबह त्रिवेणी घाट पर आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान करते हुए कहा कि केंद्र हो या राज्य सरकार सभी सरकारों ने गाय को पशु का दर्जा दिया है, जबकि ग्रंथों में कहीं भी गाय को पशु नहीं कहा गया है, जिसमें गाय को माता का दर्जा दिया है।

उन्होंने कहा कि वैदिक काल में भी गाय को राष्ट्रमाता कहा गया है उन्होंने कहा कि गाय को बचाने वह राष्ट्र माता का दर्जा दिए जाने को लेकर 1962 में संत कर पाती के नेतृत्व में हजारों संतो द्वारा आंदोलन किया गया था ,लेकिन उस समय की तत्कालीन सरकार द्वारा संतों पर गोलियां चलाई गई थी ,जिसमें हजारों संतों की हत्या हो गई थी।

उन्होंने कहा कि वह भी देश की गौ भक्त जनता के सहयोग से पिछले 12 वर्षों से गो कथा के माध्यम से जन जागरण अभियान चला रहे हैं ।जिसके चलते उनके द्वारा तीन बार दिल्ली का घेराव भी किया गया ,जिसके बाद उत्तराखंड और हिमाचल की सरकार द्वारा विधानसभा में गौ संरक्षण के लिए विधेयक पारित कर केंद्र सरकार को भेजा गया है। परंतु उस पर अभी तक कोई कार्यवाही केंद्र सरकार द्वारा नहीं की गई है ।जिससे गो भक्तों में भारी रोष है ।उन्होंने कहा कि अब हिंदू होने पर भी हिंदू शब्द को परिभाषित किया जा रहा है ।जबकि सनातन धर्म में गाय को पूजने वाला ही हिंदू बताया गया हैः।

क्योंकि सनातन धर्म में गाय के बिना कोई भी धार्मिक आयोजन सफल नहीं होता है ।उन्होंने कहा कि उनके मंच द्वारा 5 सूत्रीय मांग पत्र देश के सभी जिलों में जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भी दिया गया है जिसमें मांग की गई है कि केंद्र सरकार जल्द गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करें ,किसानों से गाय का गोबर खरीद कर उसका उपयोग जैविक खाद, रसोई गैस, बायोगैस और पेट्रोल डीजल के विकल्प के रूप में तैयार करें, संस्कार भारत बनाने के लिए 10 वर्ष के बालक बालिकाओं को संस्कार वान बनाए जाने के लिए सरकार की ओर से भारतीय नस्ल की गाय का दूध उपलब्ध कराया जाए तुम्हारे जो गाय के रूप में दिखने वाली प्रजाति जैसे जर्सी आदि गाय पर प्रतिबंध लगाया जाए, गायों के लिए को चरण स्पर्श की जाए तथा सड़कों पर लगने वाली गायों के लिए आदर्श गौशाला बनाए जाने की मांग भी की है।

उन्होंने यह भी बताया कि उनके द्वारा रचित धेनु मानस के माध्यम से पूरे देश में करीब ढाई हजार कथावचक गौ माता के ऊपर गौ कथा कर गो क्रांति का संदेश देने का कार्य कर रहे हैं तथा उनके द्वारा संचालित 337 गौ धाम के माध्यम से पूरे देश में गायों की सेवा में लगे हुए हैं।

पत्रकार वार्ता में चांदना देवी सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *