ऋषिकेश में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए ड्रेनेज सिस्टम परियोजना को लेकर महापौर और पार्षदों की उपस्थिति में फीड बैक इंफ्रा लिमिटेड कम्पनी के विशेषज्ञों ने दिया प्रजेंटेशन , महापौर नही हुई संतुष्ट, योजना की मंजूरी के लिए महापौर ने जताया मुख्यमंत्री का आभार



ऋषिकेश में ड्रेनेज सिस्टम के सुधार के लिए शुरू हुई कवायद

ऋषिकेश 06 जुलाई। – तीर्थ नगरी ऋषिकेश में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए ड्रेनेज सिस्टम परियोजना को लेकर कवायद शुरू हो गई है। बुधवार की शांम नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में महापौर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में योजना से जुड़े विभागीय अधिकारियों की मोजूदगी में फीड बैक इंफ्रा लिमिटेड कम्पनी के विशेषज्ञों ने प्रजेंटेशन दिया।

कंपनी के विशेषज्ञ राकेश कुमार व विश्वेश्वर पारकर ने बताया कि शहर के ड्डेनेज सिस्टम को सुधारने के लिए हाईटेक तकनीक से लैस योजना तैयार की गई है जिसका बाकस आधारित पाइप के जरिएनिस्तारण मुमकिन है।सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल ने सुझाव पर सहमति जताई।

बैठक की अध्यक्षता कर रही महापौर अनिता ममगाई ने योजना की मंजूरी के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया। प्रजेंटेशन से संतुष्ट नजर नही आई महापौर ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आधी अधूरी तैयारियों के साथ योजना को धरातल पर नही उतारा जा सकता।

उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग को पहले निगम के तमाम वार्डो में पार्षदों को साथ लेकर जलभराव की स्थिति का फीड बैक लेना होगा उसके बाद योजना को फाईनल टच दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में बूढ़ी सीवर लाईनों की वजह से जलभराव की समस्या वर्षों पुरानी है। हर वर्ष होने वाली समस्या को देखते हुए निगम प्रशासन द्वारा प्रोजेक्ट तैयार किया गया था अब जल्द ही योजना धरातल पर होगी।

उन्होंने कहा की मानसून के मौसम में हल्की सी बारिश में भी सड़कें तालाब बन जाती हैं। नालियों का गंदा पानी घरों में घुसने लगता है। साथ ही भूजल को भी दूषित करता है। पिछले वर्ष भी बारिश ने आफत मचा दी थी।तीर्थ नगरी में इस समस्या की मूल वजह ड्रेनेज की उचित व्यवस्था न होना है।योजना के परवान चढ़ते ही समस्या का स्थाई समाधान हो जायेगा।

बैठक में डी सी उनियाल अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग, अनुभव नोटियाल सहायक अभियंता , सिंचाई विभाग, सतीश कुमार सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग,सहायक नगर आयुक्त बद्री प्रसाद भट्ट, सहायक अभियंता दिनेश उनियाल, सहायक अभियंता हरीश बंसल जल संस्थान, रविन्द्र सिंह सहायक अभियंता जल निगम, छत्रपाल सिंह अपर सहायक अभियंता एन एच,विजय बडोनी, रूपा देवी, भगवान सिंह पंवार, विकास तेवतिया, शिव कुमार गौतम, देवेंद्र प्रजापति, राजेश दिवाकर, शकुंतला शर्मा, उमा बृजपाल राणा, सुंदरी कंडवाल, अनीता प्रधान, गुरविंदर सिंह,विजयलक्ष्मी शर्मा,प्रमोद शर्मा , कमलेश जैन आदि मोजूद रहे।

शहरी ‌विकास सचिव ने ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में हो रहे, विकास कार्यों की अधिकारियों के संग की समीक्षा बैठक, पार्षदो ने सचिव के आगे निगम को पर्याप्त बजट ना मिलने के कारण विकास कार्यों का अवरुद्ध होना का रोना रोया, गोविंद नगर स्थित डंपिंग जोन का भी हुआ निरीक्षण



ऋषिकेश,0 1 जुलाई । उत्तराखंड शहरी विकास अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने ऋषिकेश नगर निगम द्वारा पिछले तीन वर्षों में किए गए विकास कार्यों को लेकर अधिकारियों के‌‌ साथ समीक्षा बैठक की । इस दौरान उन्होंने गोविंद नगर में बनाए गए ट्रेचिंग ग्राउंड डंपिंग जोन का भी स्थलीय निरीक्षण किया ।

शुक्रवार की दोपहर नगर निगम के सभागार में आयोजित बैठक के दौरान आनंद वर्धन ने निगम द्वारा प्रधानमंत्री योजना सहित अन्य योजनाओं के अंतर्गत निगम क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों की अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें स्वच्छता से लेकर सड़कों के निर्माण कार्यों में की गई प्रगति को परखा।

इस दौरान उन्होंने वेंडिंग जोन के अंतर्गत शहर में कितने स्टाल आवंटित किए गए, और कितने किए जाने हैं। पर भी पूरी जानकारी जुटाई ।इसी के साथ उन्होंने प्रधानमंत्री रोजगार योजना के अंतर्गत किए गए कार्यों के साथ अब तक किए गए खर्च के बजट और संभावित बजट को लेकर ‌की समीक्षा की। तो वही नगर निगम क्षेत्र में लगाई गई स्ट्रीट लाइट और आस्था पथ की प्रगति के अतिरिक्त त्रिवेणी घाट सहित अन्य घाटों पर की जा रही सफाई व्यवस्था की भी जानकारी जुटाई। बैठक में निगम में कार्यरत संविदा आउट सोर्स के अतिरिक्त अस्थाई कर्मचारियों की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।

 बैठक के दौरान जहां पहले सत्र में अधिकारियों के साथ बातचीत की वही दूसरे सत्र में निगम के सभी पार्षदों से भी जानकारियां जुटाई। इस दौरान निगम पार्षदों ने उन्हें गुलदस्ता देकर स्वागत भी किया।

नगर निगम पार्षदों ने बताया कि जब से नगर पालिका से ऋषिकेश को नगर निगम का दर्जा प्राप्त हुआ है, उस समय का बजट आज भी लागू है। जिसके न बढ़ने से निगम क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि निगम में स्वच्छता कर्मियों की भर्ती नहीं की गई है ।जिससे स्वच्छता के कार्यों पर भी प्रभाव पड़ रहा है। बैठक में यह भी बताया गया कि नगर पालिका क्षेत्र में जो आबादी थी ,अब निगम क्षेत्र बनने के कारण उसकी आवाज भी 4 गुना बढ़ गई हैै। लेकिन व्यवसाय पुरानी ही लागू है। जिस प्रकार विकास कार्योंंं में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।

इस दौरान बैठक में उप जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी नगर निगम के मुख्य आयुक्त गिरीश चंद्र गुणवंत, सहायक अभियंता बद्री प्रसाद भट्ट,अधिशासी अभियंता विनोद जोशी ,लेखा अधिकारी जतिन, सहायक अभियंता दिनेश उनियाल, कर निरीक्षक निशांत अंसारी, आर आई स्टोर कीपर ज्योति उनियाल, साहित सचिवालय के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

हरिद्वार रोड पुरानी चुंगी पर जलभराव की समस्या के निस्तारण के लिए महापौर के हस्तक्षेप के बाद जल संस्थान व एन एच विभाग आया हरकत में



एन एच के निर्माणाधीन नाले का होगा ज्वांइट इंस्पेक्शन-अनिता ममगाई

महापौर की अध्यक्षता में एन एच,जल संस्थान व निगम अधिकारियों की हुई संयुक्त बैठक

ऋषिकेश 23 मई। – हरिद्वार रोड़ पर पुरानी चुंगी पर जल भराव की समस्या से जल्द क्षेत्रवासियों को निजात मिल जायेगी। इस गंभीर समस्या को लेकर नगर निगम महापौर अनिता ममगाई द्वारा विभागीय अधिकारियों को चेताये जाने के बाद एन एच व जल संस्थान हरकत में आ गया है।

निगम अधिकारियों के साथ महापौर की अध्यक्षता में सोमवार की दोपहर निगम में आहुत तीनों विभागों की संयुक्त बैठक में ऋषिकेश-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले काफी अर्से से गहराती जा रही उक्त समस्या को लेकर गंभीर मंथन किया गया।

बैठक की अध्यक्षता कर रही महापौर ने कहा कि हरिद्वार रोड़ स्थित पुरानी चुंगी पर बरसात के दौरान नाले के ओवर फ्लो होने की वजह से जलभराव के साथ आवागमन में ना सिर्फ क्षेत्र के दुकनदारों बल्कि मार्ग से गुजरने वाले हजारों लेकर लोगोंं जिससे श्रद्वालु एवं पर्यटक सभी शामिल हैं को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। बैठक में तमाम विभागीय अधिकारियों द्वारा रखी गई बातों से निष्कर्ष निकला की इस लिए एन एच द्वारा सड़क किनारे बनाये गये नाले के सही लेवल ना होने की वजह से समस्या गहराई है जिसके लिए तीनों विभागों द्वारा ज्वांइट इंस्पेक्शन करने का निर्णय लिया गया।

साथ ही निर्णय लिया गया कि सप्ताह भर के भीतर समस्या का निस्तारण कर दिया जायेगा।बैठक में मोजूद एन एच अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल ने कहा कि ज्वांइट इंस्पेक्शन के बाद यदि एन एच द्वारा निर्माणाधीन नाले के लेवल में कोई कमी सामने आई तो उसे दुरूस्त करा दिया जायेगा।

बैठक में मुख्य नगर आयुक्त गिरीश गुणवंत, निगम के अधिशासी अभियंताविनोद जोशी , सहायक नगर आयुक्त आनंद मिश्रवान,राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड डोईवाला की अधिशासी अभिंयता रचना थपलियाल, अवर अभियंता छत्रपाल सिंह,जल संस्थान के अधिशासी अभियंता हरीश बंसल,सहायक अभियंता शिव सिंह रावत, सफाई निरीक्षक अभिषेक मल्होत्रा आदि मोजूद रहे।