कारनामा:  डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ऋषिकेश के प्रचलित हॉस्पिटल में डिलीवरी आपरेशन के दौरान महिला के मलद्वार में छोड़ दी गौज पैड – 9 महीने बाद पता चला तो रह गए हैरान सब, पीड़ित महिला ने कोतवाली में दी शिकायत


 ऋषिकेश 16 सितंबर। ऋषिकेश से एक नामी-गिरामी हॉस्पिटल के डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आ रहा है। जिसमें 9 माह पूर्व एक महिला की डिलीवरी के दौरान किए गए ऑपरेशन में महिला के मलद्वार में गौज पैड छोड़ने की शिकायत पुलिस में  दी गई है। 

ऋषिकेश के एक निजी चिकित्सालय में नौ माह पूर्व एक महिला की आपरेशन से डिलीवरी की गई। ऑपरेशन के बाद लगातार पेट दर्द और मल त्याग की समस्या से परेशान होकर  महिला ने दूसरी जगह जांच कराई तो पता चला कि आपरेशन के दौरान चिकित्सक और स्टाफ में उसके मलद्वार में गौज पैड छोड़ दिया।

महिला के स्वजन ने इस मामले में चिकित्सक पर उपचार के दौरान लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोतवाली ऋषिकेश में शिकायत पत्र दिया है। पुलिस की ओर से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इस मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी स्तर पर समिति गठित कर अग्रिम कार्रवाई के लिए लिखा है।

कोतवाली पुलिस के अनुसार गुरुवार को अनिल जोशी निवासी श्यामपुर ऋषिकेश ने शिकायत पत्र दिया। जिसमें उन्होंने अवगत कराया कि उनकी भाभी को डिलीवरी कराने के लिए बीते वर्ष 22 दिसंबर को एक नामी-गिरामी हास्पिटल ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। यहां डा. ने आपरेशन से डिलीवरी कराई। आपरेशन के बाद महिला के पेट में दर्द तथा मल त्याग में परेशानी होने लगी। इस पर उन्हें इस वर्ष पांच अगस्त वो फिर से उसी डा. को दिखाया गया। चिकित्सक ने इसे पेट की गर्मी का दर्द बताया और ग्लूकोज चढ़ा कर डिस्चार्ज कर दिया।

महिला के देवर ने शिकायत पत्र में कहा कि इस वर्ष 17 अगस्त को जब उनकी भाभी की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो उन्हें हिमालयन हास्पिटल जौली ग्रांट में भर्ती कराया गया, वहां उनका उपचार किया गया। तीन सितंबर को हिमालयन हास्पिटल में चिकित्सक ने दर्द का कारण जानने के लिए जांच कराई तो पता चला कि पीड़िता के मलद्वार में गौज पैड फंसा है। चिकित्सक ने इसे निकाल दिया।

इस मामले में पीड़ित पक्ष ने पुलिस को अवगत कराया कि महिला की पूर्व में इस प्रकार की कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं है कि गौज पैड का मलद्वार के अंदर मिलने का कोई कारण बने। इससे स्पष्ट हो जाता है कि चिकित्सक ने लापरवाही के साथ महिला का आपरेशन किया। जिससे गौज पैड शरीर के अंदर ही छूट गया। पीड़िता पिछले कई माह से शारीरिक, मानसिक तथा आर्थिक परेशानी का सामना कर रही है। मलद्वार में गौज पैड होने से मलाशय में संक्रमण फैल गया है।

जिसकी उन्होंने रिपोर्ट भी शिकायत पत्र के साथ सलग्न की है। महिला के स्वजन ने संबंधित चिकिसक और मेडिकल स्टाफ पर आपरेशन के दौरान घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पीड़ित को मुआवजा और कार्रवाई की मांग की है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि उपचार में लापरवाही के मामले में नियमानुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी के स्तर पर जांच समिति गठित की जाती है। जिसकी रिपोर्ट के आधार पर ही अगली कार्रवाई अमल में लाई जाती है। इसके लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को कोतवाली से पत्र भेजा गया है।

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