चार धाम यात्रा में चोरों के गिरोह हुए सक्रिय, टेंटों और होटलों में सोये तीर्थयात्रियों के कमरों में घुसकर फोन सहित सोना-चांदी व नगदी पर कर रहे हाथ साफ


ऋषिकेश/रुद्रप्रयाग/केदारनाथ 23 मई। केदारनाथ धाम में चोरों का गिरोह तीर्थयात्रियों को लूटने का काम कर रहा है। रात के समय टेंटों और होटलों में सोये तीर्थयात्रियों के कमरों में किसी तरह घुसकर ये लोग आई फोन, स्मार्ट फोन के साथ ही सोना-चांदी व नगदी पर हाथ साफ कर रहे हैं। तीर्थयात्रियों के सामानों की चोरी होने से पुलिस प्रशासन भी परेशान हो गया था।  देर रात जब चोरों का गिरोह बेस कैंप में चोरी करने गया तो स्थानीय लोगों ने इन्हें पकड़ लिया। इनमें दो चोर मौके से भागने में सफल रहे, जबकि एक नाबालिग पकड़ा गया। जिसके बाद पूरी कहानी का पता चला।

केदारनाथ धाम के कपाट दस मई को आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने से लेकर अब तक हर दिन हजारों की तादात में श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं। यात्रा पड़ावों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए कुछ लोगों का चोर गिरोह सक्रिय हो गया है। धाम पहुंच रहे श्रद्धालु रात गुजारने के लिए होटल व टेंट का सहारा लेते हैं, लेकिन इन टेंटों व होटलों में रह रहे यात्री चोर गिरोह का शिकार हो रहे हैं। अब तक कई यात्रियों को चोर गिरोह लूट चुका है।

मंगलवार रात्रि के समय केदारनाथ धाम से दो किमी पहले बेस कैंप में जब चोर गिरोह के तीन सदस्य टेंटों में चोरी कर रहे थे तो स्थानीय व्यापारियों ने इन्हें पकड़ लिया। इनमें दो चोर भागने में सफल रहे, जबकि तीसरा नाबालिग पकड़ा गया। सुबह के समय नाबालिग को बेस कैंप पुलिस चौकी लाया गया, जहां पर उसने बताया कि उनके गिरोह में अन्य लोग भी शामिल हैं, जिसके बाद पता चला कि केदारनाथ धाम स्थित नेपाल भवन के नीचे  कुछ लोगों का चोर गिरोह तीर्थयात्रियों को लूटने का काम कर रहा है।

जब स्थानीय लोग चोर गिरोह के अड्डे पर पहुंचे तो नेपाली मूल के लोगों में हड़कंप मच गया और इनमें कुछ नेपाली भागने में सफल रहे, जबकि तीन चोर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। मौके पर स्थानीय व्यापारियों ने इनकी जमकर धुनाई की। चोरों के अड्डे से पुलिस को 15 आई फोन, स्मार्ट फोन के साथ नगदी व धारदार हथियार भी मिले। इन चोरों को भी चौकी लाया गया। बेस कैंप संघर्ष समिति के अध्यक्ष पवन राणा ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा केदारनाथ धाम सहित अन्य यात्रा पड़ावों में चोरी की जा रही है। चोरी की घटनाओं से देवभूमि का नाम बदनाम हो रहा है। तीर्थयात्री भी चोरी की घटनाओं से खासे परेशान हैं। उन्हें लग रहा है कि स्थानीय लोग चोरी कर रहे हैं।ये लोग यात्रा पड़ावों में शराब, स्मैक सहित अन्य नशीले पदार्थों को बेचने का काम भी कर रहे हैं। कुछ स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मिली दुकानों व टेंटों को इन लोगों को दिया है, जिससे इन लोगों के हौंसले बुलंद हैं। जिन स्थानीय लोगों ने इन लोगों को अपनी दुकान व टेंट दिए हैं, उनके खिलाफ भी प्रशासन से कार्यवाही के लिए कहा गया है। बताया कि नेपाली मूल के सुरेश बहादुर, राकेश शाही, तपेन्द्र शाही व सूरज को पकड़ा गया है, जबकि जीवन बहादुर फरार चल रहा है। ये सभी यात्रा पड़ावों में गलत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।

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