ऋषिकेश 06 अगस्त। कांग्रेस द्वारा आयोजित केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा पदयात्रा को आपदा के चलते मार्ग सुचारू होने तक स्थगित कर दिया गया है। इस दौरान कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला ने यात्रा मार्ग पर सरकार के द्वारा किए गए विकास कार्यों की पोल खोलते हुए उनको केवल भ्रष्टाचार की भेंट ओर विकास कार्य में गुणवत्ता की भारी कमी बताया है ।इसके अलावा उन्होंने गौहरी माफ़ी में कुछ माह पूर्व हुऐ बाढ़ सुरक्षा के कार्यों को एक छोटी सी बाढ़ ने ध्वस्त होने पर क्षेत्रीय विधायक और मंत्री जी की चुप्पी को लेकर भी सवालिया निशान लगाएं है।
मंगलवार को ऋषिकेश आईएसबीटी स्थित प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने कहा कि श्री केदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा की रक्षा बचाने को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व श्री केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा पदयात्रा का शुभारंभ 24 जून को हर की पैड़ी से गंगा आरती के पश्चात गंगाजल लेकर केदारनाथ की ओर चले थे जो ऋषिकेश, शिवपुरी, देवप्रयाग, मलेथा, श्रीकोट, रूद्रप्रयाग, अगस्तमुनि, गुप्तकाशी, सीतापुर और 10वें दिन सोनप्रयाग होते हुऐ केदारनाथ को जाना था परन्तु सोनप्रयाग, लिनचोली, भीम बली और गौरीकुंड में आपदा से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया जिसके कारण प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा सहित सभी कांग्रेस जनों ने सोनप्रयाग तक यात्रा की और वहाँ पर रेस्क्यू करके लाये गये तीर्थ यात्रियों से चर्चा कर जानकारी ली जिन्होंने सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किये और हमने आपदा की गम्भीरता को समझते हुए पदयात्रा को मार्ग सुचारू होने तक स्थगित किया ।
सरकार के बड़े बड़े दावे सारे रास्ते में हवाई साबित हुऐ प्रदेश सरकार ने यात्रा मार्ग पर रैन बसेरे और शोचालयों से अधिक शराब की दुकानें खोली है जो कि हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुँचाने का काम है।
रमोला ने सरकार के विकास कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल खडे किये और आज अगर विपक्ष सवाल उठाता है तो ये मुकदमें दर्ज कर विपक्ष की आवाज़ को दबाने का काम करते हैं परन्तु हम डरने वाले नहीं है ।
रमोला ने कहा कि पूरे प्रदेश में आपदा से जनजीवन अस्त व्यस्त हैं और प्रदेश के सांसद और प्रभारी मंत्री एसी कमरों में बैठकर आपदा प्रबंधन कर रहे हैं सच तो ये है कि भाजपा के नेता धरातल पर जाने से डर रहे हैं कि कहीं जनता इनको दुत्कार ना दे टिहरी और उत्तरकाशी ज़िले में बड़ी आपदा आई नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और कांग्रेस नेता धरातल पर जाकर पीड़ित लोगों से मिलते हैं और इन दोनों ज़िलों के प्रभारी मंत्री जो कि ऋषिकेश के विधायक और प्रदेश सरकार के मंत्री भी हैं वो लापता हैं वो धरातल पर अपने प्रभार क्षेत्र तो छोड़ो वो अपनी विधानसभा में भी धरातल पर नहीं जा रहे हैं तभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है चाहे वह सड़कों का मामला हो, चाहे G20 के काम हों, MDDA से हो रहे कार्य हों जैसे डिवाइडर की घटिया गुणवत्ता हो, और बाढ़ क्षेत्रों में करवाये गये बाढ़ सुरक्षा कार्य हो सभी कामों में गुणवत्ता की भारी गिरावट है गौहरी माफ़ी में कुछ माह पूर्व बने बाढ़ सुरक्षा के लिये करोड़ों की लागत से बने सुरक्षा पुस्ते, वायर किट कार्य के गुणवत्ता पर शुरुआत में भी स्थानीय लोगों ने शिकायत की परन्तु विभागीय अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया और नतीजा पहली ही बारिश में ये सब कार्य ढह गये और जन सुरक्षा को भी ख़तरा हुआ है और इतना होने पर भी क्षेत्रीय विधायक और मंत्री चुप्पी साधे बैठे हैं इससे कहीं ना कहीं साफ़ लगता है कि कहीं ऐसे कार्यों के लिये मंत्री की स्वीकृति रही होगी तभी विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही करने से बच रहे हैं । प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज़ीरो टॉलरेंस की सरकार का नारा बंद कर देना चाहिये क्योंकि उनकी नाक के नीचे उनके मंत्री इस प्रकार का कार्य कर रहे हैं ।
प्रेस वार्ता में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश सिंह, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम मनीष शर्मा, प्रदेश सचिव शैलेंद्र बिष्ट, प्रदेश सचिव भगवती सेमवाल, प्रदेश सचिव सोहन लाल रतूड़ी, हिमांशु कश्यप, आदित्य झा मौजूद थे
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