120 आईएफएस अधिकारी ट्रेनिंग लेने के लिए पहुंचे ऋषिकेश , ट्रेनिंग के बाद सभी अधिकारी देश के विभिन्न वनप्रभाग क्षेत्रो में देंगे अपनी सेवाये



ऋषिकेश 1 फरवरी। भारतवर्ष के विभिन्न वनप्रभाग क्षेत्रो में आईएफएस अधिकारियों की नियुक्ति से पूर्व उनकी ट्रेनिंग के लिए टिहरी जिले के नरेंद्र नगर वनप्रभाग क्षेत्र को चुना गया है।

जिसके लिए नरेंद्र नगर वनप्रभाग क्षेत्र में 2023 बैच के 120 आईएफएस अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग लेने के बाद सभी आईएफएस अधिकारी देश को समर्पित होकर अपनी सेवा देंगे।

इन दिनों 2023 बैच के 120 आईएफएस अधिकारी ट्रेनिंग लेने के लिए ऋषिकेश पहुंचे हैं। एक सप्ताह तक ट्रेनिंग लेने के बाद सभी आईएफएस अधिकारी वापस लौटेंगे।

बुधवार को सभी आईएफएस अधिकारी लिसा डिपो और सुशीला देवी हर्बल गार्डन गए। डीएफओ अमित कुंवर, एसडीओ नरेंद्र नगर किशोर नौटियाल और एसडीओ देवप्रयाग अनिल पैन्यूली के नेतृत्व में सभी आईएफएस अधिकारियों ने वन विभाग में कार्य करने की प्रणाली को गहराई से समझा। उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार जंगली इलाकों में बसे गांव में रहने वाले लोगों और अधिकारियों के बीच किस प्रकार से तालमेल बैठाया जाता है इस पर गहन चिंतन हुआ। आबादी क्षेत्र में घुसने वाले जंगली जानवरों को किस प्रकार से रोका जाता है और उसके लिए क्या-क्या उपाय किए जाते हैं इसकी भी जानकारी आईएफए अधिकारियों ने ली। जंगली जानवरों को ट्रेकोलाइज करने का प्रशिक्षण भी आईएफएस अधिकारियों ने लिया।

डीएफओ अमित कुंवर ने बताया कि अभी तक सभी आईएफएस अधिकारी चंबा के सोमानी गांव कर्णप्रयाग रेल लाइन के आसपास के जंगल का निरीक्षण कर कई प्रकार के जानकारियां हासिल कर चुके हैं।

गुरुवार को सभी आईएएस अधिकारी नीर गड्डू से कुंजापुरी तक पैदल ट्रैकिंग करेंगे। ट्रेनिंग देने वालों में रेंजर शिवपुरी विवेक जोशी, रेंजर मनिकनाथ मदन सिंह रावत, रेंजर लिसा डिपो कमल सिंह पवार और क्यूआरटी की टीम शामिल रही।

चीला बैराज रोड पर हुई दर्दनाक दुर्घटना  जीप का टायर फटने से वन विभाग रेंजर दरोगा सहित 4 लोगों की मौत, महिला वार्डन सहित दो लापता, जीप में कुल 10 लोग थे सवार, अन्य 4 लोगों का एम्स में उपचार जारी



ऋषिकेश ,08 जनवरी। लक्ष्मण झूला थाना अंतर्गत चीला बैराज रोड पर एक जीप का टायर फट जाने के परिणाम स्वरूप जीप के पेड़ से टकरा जाने पर चीला वन विभाग रेंजर, वन दरोगा सहित  4लोगों की घटना स्थल पर मौत हो जाने का सनसनीखेज समाचार मिला है।

जीप में 10 लोग सवार बताए जा रहे है। जिसमें एक महिला वार्डन सहित दो लापता बताए जा रहे हैं जबकि चार अन्य को घायल अवस्था में उपचार के लिए एम्स अस्पताल ऋषिकेश भेजा गया है। 

मिली जानकारी के अनुसार वन अधिकारी चीला बैराज से ऋषिकेश की और जीप से आ रहे थे कि बैराज से ढाई सौ मीटर ऋषिकेश की और आते हुए जीप का टायर फट गया, और जीप अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई, जिसकी सूचना पर थाना लक्ष्मण झूला पुलिस मौके पर पहुंच गई है।

जिन्होंने जीप के अंदर से ‌ चीला रेंज के रेंज अधिकारी शैलेश घिल्ड़ियाल, ‌वन दरोगा‌, सैफ अली डिप्टी रेंजर प्रमोद ध्यानि,कुलराज सिंह को बाहर निकाला जिनकी घटना स्थल पर मौत हो गई।

जबकि एक महिला वार्डन अलोकी सहित दो लोग लापता हैं आशंका जताई जा रही है की टक्कर लगने के बाद महिला वार्डन आलोकी  और अन्य एक गंगा नदी में गिर गए हैं जबकि अन्य चार को घायल अवस्था में उपचार हेतु एम्स अस्पताल भेजा गया है।

। जिनकी शिनाख्त की जा रही है। जीप में कुल 10 लोग सवाल बताए जा रहे हैं।

वन विभाग द्वारा चंद्रभागा नदी के किनारे  हो रहे अवैध अतिक्रमण पर चलाई जेसीबी -ग्रामीणों ने वन विभाग की कार्रवाही का धरना देकर किया विरोध



ऋषिकेश 15 दिसंबर। वन विभाग ने विभाग की भूमि पर किए जा जा रहे, अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया , जिसका विरोध करते हुए ग्रामीणों ने वन विभाग के विरुद्ध धरना देकर नारेबाजी की।

शुक्रवार को वन विभाग की ऋषिकेश रेंज अंतर्गत ढाल वाला क्षेत्र में चंद्रभागा नदी के किनारे अधिक्रमण कर निर्माण कार्य किए जाने की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारियों ने अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए एक मकान और दुकान के छज्जे को ध्वस्त कर दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग की गाड़ियों के आगे धरना देकर अपना विरोध प्रकट किया।

बताया जा रहा है कि वन विभाग की टीम ने‌ चंद्रभागा नदी के किनारे‌‌ गजेंद्र सिंह कंडियाल, और सुरेश लेखववार के छज्जे को जेसीबी से तोड़ दिया, जिसके संबंध में गजेंद्र सिंह कण्डियाल, का कहना था कि वह नगर पालिका मुनि की रेती को वर्ष 2018 से भवनकर भी दे रहे हैं, जबकि वह लगभग 10 वर्षों से इसी स्थान पर काबिज हैं।

और यही बात सुरेश लेखवार जिसका घर और दुकान का छज्जा गिराया गया है, ने बताया कि वह10 वर्षों से इसी स्थान पर पशु आहार के नाम से दुकान चला रहे हैं, लेकिन आज अचानक वन विभाग की टीम जेसीबी के साथ आई और बिना नोटिस दिए ही उनके दुकान और मकान पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करते हुए उनके छज्जे गिरा दिए। जबकि इस क्षेत्र में और किसी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई है।

जिसके विरोध में बीना ठाकुर, राधा बिस्ट , सुशीला सेमवाल सुशीला अनीता कंडियाल ,मनोज, यतेंद्र कंडियाल, कमल बिस्ट, यमावती राजभर, बेबी ठाकुर, मंगसारी देवी, अनिता नेगी, कृष्णा कंडियाल, बृहस्पति पेटवाल, उषा शर्मा, मधु पेटवाल, जुली शर्मा, राकेश शर्मा, संजय ठाकुर, सुभाष नेगी, नारेबाजी करते हुए सड़क पर ही वन विभाग की गाड़ियों के आगे धरना देना शुरू कर दिया।

वन विभाग के रेंज अधिकारी देवेंद्र पुंडीर ‌का कहना था, कि विभाग को सूचना मिली थी कि ढाल वाला क्षेत्र चंद्रभागा नदी के किनारे अवैध रूप से निर्माण कार्य के जा रहा है इसी सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।