नई पीढियों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे श्रीदेव सुमन-अनिता ममगाई मात्र 14 वर्ष की किशोरावस्था में नमक सत्याग्रह आंदोलन में भाग लेकर देश प्रेम की भावना को साबित किया: प्रेमचंद अग्रवाल  महानायक श्रीदेव सुमन की जंयती पर आयोजित हुए श्रद्वांजलि कार्यक्रम


ऋषिकेश 25 मई। टिहरी जनक्रांति के नायक श्रीदेव सुमन की जयंती पर ऋषिकेश नगर निगम महापौर कैबिनेट अनिता ममगाई ओर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित कर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया।

नगर निगम के स्व. इंद्रमणि बडोनी सभागार में सभागार में टिहरी जन क्रान्ति के महानायक श्रीदेव सुमन की जंयती पर नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने श्रद्वांजलि कार्यक्रम में उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया।

उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर महापौर ने अपने संबोधन में कहा कि श्रीदेव सुमन हिमालयी रियासतों में जनता को जागरूक करने के साथ ही उनकी समस्याओं को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का काम भी करते रहे। यहीं से श्रीदेव सुमन रियासत के अधिकारियों की नजर में आ गए और रियासत द्वारा इनके भाषण देने और सभा करने पर रोक लगा दी गई।

रियासत के अधिकारियों ने इन्हें नौकरी और लाभ का भी लालच दिया, लेकिन उनके झाँसे में न आने पर सुमन को रियासत से निर्वासित कर दिया गया। श्रीदेव सुमन का प्रभाव जनता पर इतना ज्यादा था कि टिहरी रियासत द्वारा उनके भाषण देने पर रोक लगा दी गई, उन्हें इसके लिए जेल जाना पड़ा। भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान वे गिरफ्तार किए गए और एक साल तक देश की विभिन्न जेलों में रखे गए।

महापौर ने कहा कि श्रीदेव सुमन ने अपने समय की कठिन परिस्थितियों में लोकशाही के लिए संघर्ष किया तथा अपना जीवन बलिदान किया।

अमर शहीद श्रीदेव सुमन नई पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देंगे। वे हमारे दिलों में एक महानायक के रूप में विराजमान रहेंगे।

श्रद्वा सुमन अर्पित करने वालों में पार्षद विपिन पंत, विजय बडोनी,मनीष बनवाल,जिला उपाध्यक्ष भाजपा पंकज शर्मा , मण्डल महामंत्री वीरभद्र  गौरव कैन्थोला, मण्डल महामंत्री ऋषिकेश पवन शर्मा, राजकुमारी जुगलान, रोमा सहगल,किशन मण्डल,ज्योति सहगल,गौरव सहगल, अविनव बडोनी आदि मोजूद रहे।

तो वहीं दूसरी ओर क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने भी टिहरी जनक्रांति के नायक श्रीदेव सुमन की जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनके जीवन पर भी प्रकाश डाला गया।

बैराज रोड स्थित कैम्प कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित कर डॉ अग्रवाल ने कहा कि श्रीदेव सुमन एक लेखक, पत्रकार और जननायक ही नहीं बल्कि टिहरी की ऐतिहासिक क्रांति के भी महानायक थे। उन्होंने मात्र 14 वर्ष की किशोरावस्था में नमक सत्याग्रह आंदोलन में भाग लेकर साबित कर दिया था कि उनके अंदर देश प्रेम की भावना किस हद तक भरी हुई थी। इसके कारण उन्हें 14 दिन जेल रखा गया था।उन्होंने कहा कि श्री देव सुमन ने बहुत छोटी उम्र में श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित राजनीतिक सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने कहा कि अगस्त 1942 में जब भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ तो टिहरी आते समय श्रीदेव सुमन को 23 अगस्त 1942 को देवप्रयाग में ही गिरफ्तार कर लिया गया और 10 दिन मुनि की रेती जेल में रखने के बाद 6 सितंबर को देहरादून जेल भेज दिया।डॉ अग्रवाल ने कहा कि ढाई महीने देहरादून जेल में रखने के बाद श्रीदेव सुमन आगरा सेन्ट्रल जेल भेज दिया गया। जहां ये 15 महीने नजरबंद रखे गये। 84 दिन की ऐतिहासिक अनशन के बाद 25 जुलाई 1944 में 29 वर्ष की आयु में उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।इस मौके पर अमर शहीद श्रीदेव सुमन जी के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इस दौरान व्यापारी नेता अखिलेश मित्तल, दीपक रावत, प्रशांत सिंह, मनोहर लाल, गौरव रावत आदि उपस्थित रहे।

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