ऋषिकेश से सटे कुनाव के जंगल में एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर में संदिग्ध गतिविधियों के चलते बंधक बनाए गए ‌युवती सहित दो युवकों ने भागकर पहुंचे पुलिस की शरण में , काल सेंटर संचालक मौके से फरार, पुलिस कर रही जांच


ऋषिकेश 5 सितंबर ऋषिकेश से सटे कुनाव के जंगल में एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर में संदिग्ध गतिविधियों के चलते बंधक बनाए गए ‌युवती सहित दो युवकों ने भागकर पुलिस की शरण में पहुंच कर अपनी जान बचाने का मामला सामने आया है।

 बताते चलें वंत्रा रिसोर्ट की रिसेप्शनिस्ट  अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच गतिमान ही है कि जनपद पौड़ी गढ़वाल के थाना लक्ष्मण झूला के अंतर्गत कुंनाऊ गांव में संचालित हो रहे एक इंटरनेशनल काल सेंटर में पिछले 27 दिनों से बंधक बनाए गए आसाम के दो युवक और एक युवती ने कॉल सेंटर के मालिकों से बुधवार की सुबह ‌छुटने के बाद ऋषिकेश कोतवाली पुलिस की शरण में पहुंचकर अपनी जान बचा ली है।

आरोप है कि काल सेंटर संचालक ने इन तीनों को जबरन अपने यहां रोक रखा था। काल सेंटर संचालक भी यहां से फरार हो गए। पुलिस काल सेंटर से भागे युवती और युवकों से पुलिस पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि काल सेंटर को गौरव नाम का व्यक्ति संचालित करता था जो आवास विकास कालोनी ऋषिकेश में रहता है। मूल रूप से वह आगरा का रहने वाला है। उसके साथ में तीन सहयोगी वसीम, गुलाम और मुस्कान रहते थे। जब से वह यहां काम करने आए हैं तब से उन्हें यहां से बाहर नहीं जाने दिया जाता था। बुधवार की सुबह वह मौका देखकर यहां से भाग निकले। बैराज में पहुंचते ही काल सेंटर संचालक गौरव नामक व्यक्ति ने एक युवक अरूप कुमार का मोबाइल गंगा में फेंक दिया। यहां काम करने वाले एक युवक आरुप पुत्र चितरंजन उम्र 28 साल और दूसरी युवती नाम लिंडा उम्र 32 साल आसाम के निवासी हैं। जबकि तीसरा युअक  रिचर्ड उम्र 32 साल शिलांग मेघालय से है।

पुलिस मामले की जांच में जुटी है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला इंटरनेशनल कॉल सेंटर से जुड़ा है। कुनाऊ गांव में इन्होंने आजाद अली पुत्र अलीबाग के दो कमरों का भवन किराए पर लिया था। जिसमें यह काल सेंटर संचालित कर रहे थे। काल सेंटर से निकले व्यक्तियों के नाम अरूप कुमार पुत्र चितरंजन, लिंडा  निवासी रामपुर आसाम और रिचर्ड निवासी शिलांग मेघालय से बताये जा रहे हैं।

बताया गया कि ऋषिकेश से सटे कुनाव गांव में एक आजाद अली नाम के व्यक्ति ने अपना मकान वसीम गुलाम और गौरव को किराए पर दे रखा था, जहां पर वसीम, गुलाम ,गौरव और एक लड़की मुस्कान द्वारा एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर सेंसोफेक्स नाम से चला रखा था,जिसमें यह लोग अमेरिका में लोगों को कॉल सेंटर द्वारा कुछ साइबर क्राइम जैसा कार्य करा रहे थे।

यह लोग ऑनलाइन माध्यम से लड़के और लड़कियों को नौकरी के बहाने यहां बुलाते थे ।जिसमें एक लड़का आरूप पुत्र चितरंजन उम्र 28 वर्ष ,लिंडा उम्र 32 वर्ष निवासी आसाम ओर रिचर्ड उम्र 32 वर्ष निवासी शिलोग मेघालय को 08 सितंबर को अपने खर्चे पर फ्लाइट द्वारा यहां पर बुलाया गया।‌ कॉल सेंटर के मालिक गौरव द्वारा इन तीनो को यहां पर बंधक बना रखा था विरोध करने पर गौरव द्वारा इनसे आसाम से ऋषिकेश फ्लाइट द्वारा लाने व रहने खाने ‌‌पर किए गए करीब ₹100000 खर्च की मांग कर रहे थे। जिसको ना देने पर आरूप के मोबाइल फोन को गौरव द्वारा गंगा में फेंक दिया गया।

एक दूसरे जुबेर नाम के व्यक्ति जो कि एक रेस्टोरेंट का मालिक है जिसके रेस्टोरेंट्स है इनको खाना भी भिजवाया जाता था उसके द्वारा भी दूसरा मकान जो कि इन कॉल सेंटर संचालन के लिए संचालक लोगों को किराए पर दे रखा था इस सेंटर का भी पता चला है।

अभी पुलिस की शरण में पहुंचे युवती सहित तीनो लोगों से‌ पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रहीहै है ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि सैनी का कहना था कि यह मामला लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र का है पूछताछ किए जाने के बाद इन्हें लक्ष्मण झूला पुलिस को सौंप दिया जाएगा जो कि आगे की जांच करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *