तीर्थ नगरी में उगते सूर्य को व्रती महिलाओं ने अर्घ्य देने के बाद छठ मैया की पूजा कर सुख समृद्धि की, कि कामना छठी माता के गीतों के साथ जमकर की गई आतिश बाजी से गूंजा त्रिवेणी घाट त्रिवेणीघाट को सजाया गया था लाइटिंग से
तीर्थ नगरी में उगते सूर्य को व्रती महिलाओं ने अर्घ्य देने के बाद छठ मैया की पूजा कर सुख समृद्धि की, कि कामना छठी माता के गीतों के साथ जमकर की गई आतिश बाजी से गूंजा त्रिवेणी घाट त्रिवेणीघाट को सजाया गया था लाइटिंग से
ऋषिकेश,31अक्टूबर ।चार दिवसीय छठ महोत्सव का समापन सोमवार की सुबह वर्ती महिलाओं के सूर्य भगवान को अर्पित किए जाने के साथ और रात भर चले लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त बिरहा प्रतियोगिता के समापन के साथ हुआ ।
देश के साथ उत्तराखंड में भी लोकपर्व छठ चमक बिखेरने लगा है। यहां लोक आस्था के पर्व छठ महोत्सव में नरेंद्र नगर मुनी की रेती रायवाला जिगरवाला श्यामपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों से तीर्थनगरी के गंगाघाटों,तटों परसारी रात आस्था का सैलाब उमड़ा रहा। पर्व पर छठी माता के भक्तों ने भगवान भास्कर की विधि विधान से आराधना की। आस्था के इस पावन पर्व पर पूर्वांचल मूल के हजारों लोग बाजेगाजों के साथ त्रिवेणीघाट समेत विभिन्न इलाकों से गंगातटों पर पहुंचे। जिसके चलते त्रिवेणीघाट पर भजन संध्या और बिरहा मुकाबला भी आयोजित किया गया। तीर्थनगरी और आसपास के इलाकों में सूर्य भगवान की आराधना का लोकपर्व छठ हर्षोल्लास से मनाया गया। इस मौके त्रिवेणीघाट को दुल्हन की तरह सजाकर पूजा-आराधना के लिए खासे इंतजाम किए गए थे। रविवार अपराह्न के बाद से श्रद्धालुओं के गंगातटों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। जो कि सूर्यास्त से कुछ देर पहले तक अनवरत जारी रहा। इस दौरान श्रद्धालु अलग-अलग इलाकों से टोलियां बनाकर टोकरियों में पूजा सामग्री लेकर गंगातटों पर पहुंचे। श्रद्धालुओं ने शाम सूर्यदेव को अर्घ्य दिया और पारिवारिक सुख-शांति, समृद्धि की कामना की। उधर, त्योहार के दृष्टिगत श्रद्धालु महिलाओं का निर्जल व्रत सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा। जिसे महिलाए प्रात: सूर्योदय पर अर्घ्य के बाद व्रत खोला।
विदेशी पर्यटकों में भी दिखा उत्साह दिखाई दिया जिन्होंने सुहागिन वर्ती महिलाओं केमोबाइल और कैमरा में चित्र खींचते दिखे। त्रिवेणीघाट पर छठ पूजा के दौरान उमड़ी भीड़ को देखने के लिए विदेशी पर्यटकों में भी काफी उत्साह दिखा।जो किरात भर सोलह श्रृंगारों में सजी सुहागिन महिलाएं विदेशी पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र रही। घाट पर उमड़ी भीड़ को देख विदेशी पर्यटक इस त्योहार को करीब से देखने के लिए भावुक थे। और वह उनके चित्र कैमरा के साथ मोबाइल में भी खिंचतें रहे ,विदेशी पर्यटकों ने कहा कि भारतीय संस्कृति का यह त्योहार उनके लिए अविस्मरणीय है।