भारत और सनातन धर्म को बचाने के लिए हिन्दूओं को एकजुट होने की आवश्यकता-स्वामी ईश्वरदास -राष्ट्रीय हिंदू संगठन का सम्मान समारोह संपन्न -सबका साथ सबका प्रयास, भारत बने हिंदू राष्ट्र नारे के साथ आगे बढ़ने का लिया संकल्प


ऋषिकेश 10 जून । उत्तराखंड संत समिति के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी ईश्वर दास ने कहा कि पूरे देश में विधर्मी द्वारा गाए जा रहे, धर्म परिवर्तन को देखते हुए आज भारत और सनातन धर्म को बचाने के लिए हिन्दूओं को एकजुट होने की आवश्यकता है।

यह बात स्वामी ईश्वरदास ने मायाकुंड स्थित गुजराती आश्रम में राष्ट्रीय हिंदू संगठन ऋषिकेश इकाई द्वारा किए जा रहे, कार्यों को देखते हुए पूरे भारत में पंचम स्थान प्राप्त किए जाने पर आयोजित सम्मान समारोह के दौरान मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जिस की रक्षा के लिए हमारी वीरांगनाओं ने अपने प्राणों की बलि तक दी ,वही देश और सनातन धर्म की रक्षा के लिए, हंसते हंसते अपने को दीवारों में चिनवा दिया, यह हमें नहीं भूलना चाहिए कि इसे बचाए जाने के लिए हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया, और आज भी सनातन धर्म की रक्षा के लिए अयोध्या में राम मंदिर मथुरा में कृष्ण और काशी में विश्वनाथकी भूमि को बचाए जाने के लिए संघर्ष किया गया, जिसके लिए हिंदुओं की एकजुटता के चलते भगवान राम का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। वहीं भारत में ऐसे मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है ,जिसे विधर्मियों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था, एक बार फिर हिंदुओं को सनातन धर्म की रक्षा के लिए एकजुट होने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि सरकार लव जिहाद जैसे मामलों को लेकर काफी गंभीर है किसके द्वारा स भी उत्तराखंड में नागरिकता संहिता कानून लागू कर दिया जाएगा, जिस पर राज्य सरकार द्वारा तेजी से कार्य किया ‌‌जा रहा है।

संगठन की समस्या समाधान समिति के अध्यक्ष राजेश्वर शर्मा, प्रदेश प्रभारी , प्रदेश अध्यक्ष अजय वर्मा, प्रदेश सह प्रभारी गणेश शर्मा, प्रदेश मंत्री सुभाष सैनी, ने आह्वान करते हुए कहा कि सबका साथ ,सबका प्रयास भारत बने हिन्दू राष्ट्र, केर नारे के साथ आज पूरे देश में जन जागरण अभियान चलाया गया है।

विकास संगठन तब तक सांत नहीं बैठेगा, जब तक हिंदू समाज सनातन धर्म की रक्षा के लिए एकजुट नहीं होगा अब समय आ गया है सब को एकजुट होकर देश में बहुत तेजी के साथ फैल रहे लव जिहाद धर्म परिवर्तन जैसी घटनाओं को रोकना होगा।

वक्ताओं ने कहा कि आज उत्तराखंड भी इस प्रकार की घटनाओं से अछूता नहीं है जिसका ताजा उदाहरण बाबा विश्वनाथ की धरती उत्तरकाशी में भी देखने को मिला है परंतु हिंदू समाज की एकता के कारण लड़कियों को मां से भागना पड़ा है। उन्होंने कहा कि हमें पूरे उत्तराखंड में भी एकजुटता दिखाते हुए उनके विरूद्ध आंदोलन करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। इस दौरान देहरादून जिले की कार्यकारिणी का विस्तार भी किया गया।

महंत रवि शास्त्री के संचालन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान संजीव कुमार गुप्ता, रमेश त्रिपाठी, नगर अध्यक्ष ऋषिकेश के योगेश मालयान, आशा भट्ट ,गणेश शर्मा सोती, प्रमोद शुक्ला, राजेंद्र प्रसाद, आशा भट्ट संजीव गुप्ता, रविंद्र बिष्ट, राजीव बोराड़ी ,भानु प्रताप सिंह राणा, गौरी सिंह अविनाश सेमल्टी, बीना राणा, जवाहरलाल त्रिपाठी, रीता शर्मा, राधा धोनी सेमवाल, आशा भट्ट सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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