गंगा के स्पर्श मात्र से, मनुष्य करोड़ों पापों से मुक्त हो जाता है-पुष्कर सिंह धामी, गंगा को मोक्ष दायनी माने जाने के कारण ही गंगा में अस्थि विसर्जन का भी महत्व है :रामाशीष ऋषिकेश में हुआ गंगा समग्र सम्मेलन का आयोजन
ऋषिकेश, 16 अप्रैल ।प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा के स्पर्श मात्र से मनुष्य द्वारा किए गए करोड़ों पाप से वह मुक्त हो जाता है।
यह विचार प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रविवार को परमार्थ निकेतन में आयोजित गंगा समग्र अभियान सम्मेलन के समापन अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद देश और प्रदेश में अनेकों सरकारें बनी, परंतु किसी ने भी गंगा स्वच्छता की ओर ध्यान नहीं दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा स्वच्छता को लेकर देश में गंगा काउंसिल का गठन किया गया है ,जिसमें उत्तराखंड राज्य सरकार को भी सदस्य के रूप में मनोनीत किया है। गंगा गोमुख से निकलकर भारत के हजारों शहरों को छुकर गंगा सागर में जा रही है, जिससे स्वच्छ और साफ किए जाने का उत्तराखंड सरकार संकल्प ले चुकी है। जिसके चलते उसमें शामिल होने वाले उत्तराखंड के125 नालों को एसटीपी के माध्यम से स्वच्छ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जो गंगा को स्वच्छ किए जाने का प्रयास किया जा रहा है, वह काफी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार भी संकल्पित है, जो भी इस कार्य में योगदान होगा उसे लोगों के माध्यम से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लैंड जिहाद के नाम पर मस्जिदों और मजारों का निर्माण किया जा रहा है, उसे उनकी सरकार द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।क्योंकि यह गंगा-जमुना की भूमि है ,जो कि वनों पर्वतों से आच्छादित है, जिसका स्वरूप बना रहेगा ।उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी कीमत पर इस प्रकार की जमीनी जिहाद को प्रदेश में होने नहीं देगी। नमामि गंगे योजना के अंतर्गत गंगा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए एसटीपी के माध्यम से गंगा में गिरने वाले नालों को रोका जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति के जन जागरण का कार्य किया जा रहा है। बद्री धाम में मास्टर प्लान भी लागू कर दिया गया है, दिसंबर माह तक बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब रोपवे के लिए किए जा रहे कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे। हेमकुंड साहिब में रोपवे का शिलान्यास हो चुका है, देवी पूर्णागिरी मंदिर के निर्माण पर 135 करोड़ रुपए खर्च कर विकास कार्य किए जा रहे हैं, ऑल वेदर रोड के साथ ऋषिकेश से करणप्रयाग तक रेल लाइन का कार्य भी गतिमान है।
उन्होंने बताया कि 13लाख से अधिक लोगों ने चार धाम यात्रा पर जाने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से सबक लेते हुए हमने संतुलन बनाते हुए अधिक विकास कार्य भी किए है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए राज्य सरकार ने धर्मांतरण कानून बनाया है।महिलाओं को धूएं से बचाने के लिए उज्जवला योजना के अंतर्गत सिलेंडर उपलब्ध कराएं है।
गंगा समग्र अभियान के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामाशीष ने कहा कि गंगा जी को बचाने के लिए सामूहिक सहयोग और जन जागरण की आवश्यकता है ,क्योंकि भारतीय संस्कृति और जीवन में गंगा का विशेष स्थान है। जो कि मोक्ष जीवन दायिनी भी है। इसीलिए गंगा में अस्थि विसर्जन को भी महत्वपूर्ण माना गया है।
इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के परमा अध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि भारत में 6 लाख गांव है ,जहां 10 लाख तालाब बनाए जाने की आवश्यकता है। जिन्बहें चाए जाने के लिए उनके किनारे वृक्षारोपण भी किया जाए जिससे पर्यावरण भी बचेगा और गंगा भी बच जाएगी।
इस अवसर पर गंगा समग्र गंगा निर्मल गंगा कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन मंत्री प्रांत संगठन मंत्री गंगा समग्र निरंजन त्रिवेदी और राष्ट्रीय महामंत्री आशीष भैया दिव्य सेवा मिशन के संचालक, ने किया इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक अरुण घिडियाल, सह संयोजक जगदीश तिवारी, केंद्रीयटोली के सदस्य निभा झा, ऋषिकेश जिला सह संयोजक राजीव गुप्ता, शुभम सिंघल, सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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