कूड़े के पहाड़ का लालपानी बीट में निस्तारण हेतु ग्रामीण और शहर वासियों की आपसी सहमति के आधार पर समाधान निकला जाए : अनीता ममगांईं लालबीट पानी में कूड़े निस्तारण के विरोध में ग्रामीणों ने नगर आयुक्त को दिया ज्ञापन


ऋषिकेश, 20 सितम्बर । ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर स्थित गोविंद नगर में पिछले 40 वर्षों से डाले जा रहे, कूड़े के ढेर को हटाए जाने के समाधान के लिए नगर वासियों की ओर से एक बैठक का आयोजन किया गया ।

जिसमें नगर निगम महापौर अनीता ममगाई  ने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान आंदोलन से नहीं आपसी वार्ता से से निकलता है, जिसके लिए सांसद, राज्यसभा सांसद, विधायक व नगर के जनप्रतिनिधीयों को भी एक मेज पर बैठना होगा।

बुधवार को देहरादून ऋषिकेश मार्ग पर एक वेडिंग पॉइंट में आयोजित निगम महापौर अनीता ममगांईं की अध्यक्षता व‌ नामित पार्षद अजय कालरा के संचालन में बैठक के दौरान नगर वासियों ने गोविंद नगर में गिर रहे कूड़ा निस्तारण के समाधान करने की मांग की। तो वहीं दूसरी ओर कूड़ा घर विरोधी संघर्ष समिति अमित ग्राम गुमानीवाला ने निगम के मुख्य आयुक्त को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि वह गोविंद नगर से पूरा हटाए जाने के विरोधी नहीं है वह चाहते हैं कि गोविंद नगर की प्रभावित हो रही जनता कूडा‌ निस्तारण के लिए संयुक्त रूप से समस्या का समाधान किए जाने के लिए लामबंद होकर उनका सहयोग करें उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि पूरा निस्तारण केंद्र को आबादी क्षेत्र से जुड़े स्थान में ले जाकर वाहनों के मार्ग को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए।

इस दौरान नगर निगम की महापौर अनीता ममगांई ने कहा कि यह कूड़ा पिछले 40 वर्षों से डाला जा रहा है, जो कि आज एक बड़ी समस्या बन गया है। इसके समाधान के लिए निगम की ओर से लाल पानी बीट में 10 हेक्टेयर भूमि खरीदी गई है ।जिस पर केंद्रीय जलवायु एवं नियंत्रण प्रदूषण विभाग द्वारा कूडा निस्तारण के लिए प्लांट लगाए जाने की अनुमति दी गई है। परंतु इसे लेकर ग्रामीण विरोध कर रहे हैं, जो की उक्त स्थान से मौके से अन्यत्र हटाए जाने की मांग कर रहे हैं ।

उन्होंने बताया कि प्लांट लगने से पहले विधायक और कैबिनेट शहरी मंत्री कुछ लोगों के साथ जर्मन मैं कुडा निस्तारण के लिए किये जा रहे, कार्यों का निरीक्षण भी कर चुके हैं। जिससे सभी संशोधन दिख रहे थे परंतु उसके बावजूद भी विरोध किया जाना औचित्य पूर्ण नहीं है।

उन्होंने कहा कि वह भी चाहती है कि यह कार्य ग्रामीण और शहर वासियों की आपसी सहमति के आधार पर निकला जाए, जिसके लिए वन विभाग पर्यावरण विभाग नगर निगम और स्थानीय प्रशासन भी पिछले काफी समय से प्रयासरत है जिसके लिए कई दौर की वार्ता भी की जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि जब उन्होंने नगर निगम महापौर की शपथ ली थी तो उसे दौरान जनता से वायदा किया था कि वह शहर में गिरने वाले कूड़े का निस्तारण करेंगे जिसके चलते इस प्रक्रिया को काफी आगे तक पहुंचाया गया है और पिछले सोमवार को नगर निगम ने लाल बीट में कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाए जाने के लिए चार दीवारी बनाए जाने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया था। परंतु उसे ग्रामीण द्वारा पुनर विरोध किए जाने के बाद स्थगित किया गया है।

उनका कहना था कि इसके लिए ग्रामीणों की एक कमेटी अधिकारियों के साथ गठित की जा रही है जो की देहरादून के शीशम बाड़े में किये जा रहे कूड़ा निस्तारण प्लांट का ‌ स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे। बैठक में लाल बीट में बसे लोगों की भी जांच करवाए जाने की मांग की गई है। कि उनके द्वारा वन भूमि किससे खरीदी गई है।

इस अवसर पर नगर निगम पार्षद अनीता रैना,मनीष बनवाल, चेतन चौहान, सरदार ‌गुरविंदर सिंह गुरी, विजय बडोनी, नगर पालिका की पूर्व सभासद प्यारेलाल जुगराण, राजकुमारी जुगराण, विजयलक्ष्मी भट्ट , पालिका के नामित सभासद संदीप शास्त्री, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष पंकज शर्मा, कपिल गुप्ता, पवन शर्मा, अनिल ध्यानी ,पंकज चडढ़ा, आशु अरोड़ा, आशुतोष शर्मा, राजेश गौतम सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

इस दौरान नगर निगम में कूड़ा घर विरोधी संयुक्त संघर्ष समिति ने भी काफी संख्या में प्रदर्शन कर नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने वालों में मानवेंद्र कंडारी, रंजीत थापा, पुरुषोत्तम बरौनी, विजेंद्र मोगा,वीरेंद्र रमोला, सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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