धार्मिक प्रतीकों को आगे रख के सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों को समर्थन नहीं: पुष्कर सिंह धामी, बहुचर्चित टीवी शो “आप की अदालत’ में पहुंचे मुख्यमंत्री


देहरादून दिल्ली 18 फरवरी उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टीवी शो में बहु चर्चित आप की अदालत’ Show में कहा कि दूसरी बार MLA बनने और BJP की सरकार आने पर उनको हर बार उम्मीद रहती थी कि वह मंत्री या MP बनेंगे.सीधे CM बनाया गया तो इसका आभास तक नहीं था।

उन्होंने कहा कि CM बनने के बाद जब मैं पहली बार PM नरेंद्र मोदी से मिला तो उनसे नजरें तक नहीं मिला पा रहा था.उन्होंने ऐसा सहज किया कि फिर मैं बोलता ही चला गया.उन्होंने साफ़ किया कि UCC (समान नागरिक संहिता) किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं है लेकिन हलाला-इद्दत-तलाक-बहु पत्नी व्यवस्था-कुरीतियों को इसमें ख़त्म किया गया है.किसी भी धर्म के लोगों को उत्तराखंड में भय-आशंका से रहने की जरूरत नहीं है.ये भी कहा कि वही नहीं बल्कि हर काम करने वाला मोदी जी का करीबी हैं.PSD ने इस आरोप को ठुकराया कि उत्तराखंड हिंदुत्व की प्रयोगशाला बन रहा है लेकिन ये भी कहा कि हिंदुत्व देवभूमि में नहीं होगा तो कहाँ होगा!

पुष्कर से पहले उत्तराखंड के किसी भी CM को चर्चित TV show `आप की अदालत’ में जाने का मौका नहीं मिला था.उन्होंने इस शो में कहा कि जब वह दूसरी बार विधायक बने और BJP की सरकार बनी तो मंत्री या MP बनने की उम्मीद कर रहे थे.निराशा हाथ लगती रही.PM मोदी पारखी हैं.मेरे जैसे सैनिक पुत्र-सामान्य कार्यकर्त्ता को उन्होंने CM बनाया.मुझे इसका रत्ती भर अहसास नहीं था.मुख्यमंत्री चयन (CM कुर्सी से तीरथ सिंह रावत के हटने के बाद) के लिए हो रहे विधायक दल की बैठक में मैं सबसे पीछे बैठा हुआ था.4 जुलाई-2021 को मैंने पहली बार शपथ ली और 3 जुलाई तक मुझे इसकी भनक तक नहीं थी.उत्तराखंड में हर विधानसभा चुनाव में सरकार बदलने की परिपाटी थी।

मोदी जी के नेतृत्व में मैंने इसको बदलने में सफलता पाई.पहली बार CM बनने पर पार्टी की सरकार वापिस लाने के बावजूद खुद के हार जाने का गम नहीं था.शुरू में जरूर कुछ झटका लगा.ये मानव स्वभाव होता है.जल्दी ही संतोष हुआ कि मुझे जो जिम्मेदारी मिली मैं वह पूरी करने में सफल रहा.BJP की सरकार फिर आ गई ।

CM की कुर्सी पर बैठने के बाद जब वह पहली दफा प्रधानमंत्री मोदी से मिले तो उसका भी अनुभव रोचक ढंग से साझा किया.उन्होंने कहा कि मुलाकात के लिए 15 मिनट का समय तय था.मैं तनाव में था कि प्रधानमंत्री न जाने किस योजना पर क्या पूछ लेंगे.किन योजनाओं पर बात करेंगे.मैं उनके आवास पर पहुंचा तो जो पहला दरवाजा खुला उसी कक्ष में वह थे.मेरे लिए ये अप्रत्याशित था.मैं उम्मीद कर रहा था कि कई दरवाजों के बाद उनसे मुलाकात होगी.उस वक्त कोरोना का दौर था.मैंने मास्क पहना हुआ था.मोदी जी को सामने मौजूद पा के उनकी तरफ देख तक नहीं पा रहा था.फिर उनकी आवाज आई कि मास्क उतारिये.उन्होंने मुझे अपने करीब बिठाया.फिर बातचीत की शुरुआत उन्होंने घर-परिवार की कुशल क्षेम पूछ के की।

पुष्कर ने कहा कि PM ने माहौल इतना सहज बना दिया कि मुलाकात फिर डेढ़ घंटे तक चली.बाद में वह कम बोल रहे थे और मैं ही अधिक बोल रहा था.मैं भूल गया कि मैं विश्व के सबसे बड़े नेता के सामने बैठा हूँ।

मैंने उनसे Time Management भी सीखा.UCC पर CM ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद-44 में सभी को बराबरी से रहने और अनुच्छेद-342 में जनजातियों को उनके रहन-सहन के चलते छूट दी गई है.इस कानून में महिलाओं के साथ ही पुरुष-बच्चों और बुजुर्गों की सामाजिक सुरक्षा का भी ख्याल रखा है.UCC के बाद अब `शरियत’ नहीं चलेगी-समान नागरिक संहिता चलेगी.संविधान से चलेगा.हमारी इच्छा है कि पूरे देश में UCC लागू हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को हिंदुत्व की प्रयोगशाला कहना उचित नहीं लेकिन ये भी कहा कि हिंदुत्व अगर देवभूमि में नहीं होगा तो कहाँ होगा!मदरसों-मजारों के ध्वस्तीकरण पर आरोपों को ठुकराते हुआ कहा कि देवभूमि के स्वरुप को अतिक्रमण के चलते बदलने नहीं देंगे।

अतिक्रमण वन-PWD-राजस्व-सिंचाई भूमि पर हुए थे और उनको हटाया जा रहा है.हिंसा की शिकार बनभूलपुरा (हल्द्वानी) में भी अवैध अतिक्रमण को हटाने के दौरान पहले पुलिस और टीम पर हमला हुआ.मंदिर-मस्जिद-गुरुद्वारा पूज्य स्थल हैं लेकिन उनको बनाने का भी तो कोई स्थान तय होगा.उनका निर्माण कहीं भी नहीं कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि धार्मिक प्रतीकों को आगे रख के सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों को कोई समर्थन नहीं देगा.Live-in Relationship पर कांग्रेस के शशि थरूर की आपत्ति पर PSD ने कहा कि ऐसे रिश्ते ख़त्म होने पर रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं होगी.सिर्फ सूचना देनी होगी.माता-पिता को पता रहे कि उनके बच्चे के साथ क्या हो रहा।

Court Marriage में माता-पिता को सूचना भेजने की व्यवस्था पहले से है.पुलिस और प्रशासन UCC-Live-in के चलते लोगों के साथ ज्यादती न कर सके, इसका भी बंदोबस्त करने के लिए Committee का गठन किया गया है.कानून का क्रियान्वयन आदर्श ढंग से होगा।

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