अंकिता हत्याकांड से सबक लेते हुए पुलिस द्वारा ऋषिकेश से हुई गुमशुदा दो नाबालिक बहनों को दिल्ली से किया गया सकुशल बरामद, अच्छी सैलरी वाली जॉब लगाने का प्रलोभन देकर बुलाने वाले दो युवक फरार



ऋषिकेश 29 नवंबर। उत्तराखंड के ऋषिकेश में बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड से सबक लेते हुए ऋषिकेश पुलिस द्वारा ऋषिकेश से गुमशुदा दो नाबालिक लड़कियों को दिल्ली से सकुशल बरामद कर लिया गया है। जबकि लड़कियों को अच्छी सैलरी वाली जॉब देने के प्रलोभन में बुलाने वाले दो लड़के अभी भी फरार हैं। 

बताते चलें 28 सितंबर लड़कियों के परिजनों द्वारा थाना ऋषिकेश के अंतर्गत पड़ने वाले चौकी आईडी पीएल ऋषिकेश में लिखित तहरीर के माध्यम से सूचना दी गई कि उनकी दो नाबालिक पुत्रियां उम्र क्रमशः 17 वर्ष एवं 15 वर्ष दिनांक 27 सितंबर 2022 की रात लगभग 10:30 बजे से घर से गायब हैं अभी तक घर नहीं आई है। प्राप्त लिखित तहरीर के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में तुरंत मामले पर गंभीरता को देखते हुए संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। 
नाबालिग बहनों की गुमशुदगी की गंभीरता एवं किसी अप्रिय घटना की संभावना की दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून के  निर्देशन में पुलिस कर दो टीमें तैयार  की गई।

गठित टीमों के द्वारा किए गए कार्यों से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त आपसी सामंजस्य स्थापित कर ज्ञात हुआ कि उपरोक्त गुमशुदा दोनों नाबालिग बहने सोशल मीडिया के माध्यम से फरीदाबाद हरियाणा निवासी दो लड़कों के संपर्क में आई जिनके द्वारा दोनों बहनों को अच्छी सैलरी वाली जॉब लगाने का प्रलोभन दिया गया जिसके पश्चात दोनों नाबालिग बहने अपने परिजनों को बिना बताए अपने घर से दिनांक 27 सितंबर 2022 की रात्रि बस के माध्यम से हरिद्वार होते हुए दिल्ली पहुंच गई है।

उपरोक्त दोनों नाबालिग बहनों के दिल्ली में होने की जानकारी प्राप्त होने पर दोनों गठित टीमों के द्वारा संयुक्त रूप से तत्काल दिल्ली रवाना होकर आज दिनांक 29 सितंबर 2022 को सूचना प्राप्त होने के मात्र 24 घंटे के अंदर दोनों गुमशुदा नाबालिग बहनों को कश्मीरी गेट दिल्ली के पास से सकुशल बरामद किया गया। दोनों फरार व्यक्तियों के संबंध में अन्य जानकारियां प्राप्त कर उनकी तलाश जारी है। अभियोग उपरोक्त से संबंधित अग्रिम आवश्यक कार्यवाही जारी है।

अंकिता हत्याकांड में गठित एसआईटी टीम के पास घटनास्थल की वीडियोग्राफी सहित सभी साक्ष्य मौजूद: एएसपी शेखर सुयाल, साक्ष्य मिटाने जैसी भ्रामक खबरों को बताया गलत



ऋषिकेश 28 सितंबर। अंकिता हत्याकांड मैं गठित एसआईटी कि टीम के पास घटनास्थल की वीडियोग्राफी सहित सभी साक्ष्य मौजूद है।

आज अंकिता हत्याकांड में गठित एसआईटी टीम के सदस्य एएसपी शेखर सुयाल ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों को बताया कि अंकिता हत्याकांड का केस राजस्व विभाग से लक्ष्मण झूला थाने में 22 सितंबर को आने पर पुलिस द्वारा पहली आईओ की रिपोर्ट मैं घटना स्थल की प्रॉपर वीडियोग्राफी कर सभी साक्ष्य जुटा लिए गए थे,ओर  23 सितंबर की सुबह एसएफएल की टीम द्वारा भी घटनास्थल पर सभी साक्ष्य को कलैक्ट कर सभी पुख्ता जानकारी को जुट  लिया गया।

इसके अलावा कल एसआईटी की टीम द्वारा भी पूरे रिसोर्ट की सघनता से जांच की गई और केस से संबंधित सभी जानकारी एवं मौजूद साक्ष्य का मिलान किया गया ।

उनका यह भी कहना था कि एसआईटी टीम रिसोर्ट के सभी कर्मचारियों के संपर्क में है और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है । एसआईटी की टीम समय-समय पर जरूरत पड़ने पर घटनास्थल पर जाकर जांच कर सकती है।

उन्होंने सोशल मीडिया और अन्य मीडिया माध्यमों से चल रही सभी भ्रामक खबरों में साक्ष्य मिटाने जैसी खबरों को गलत बताया गया ।इसके अलावा उन्होने यह भी बताया कि जिस कमरे में आग लगाई गई वह रिसोर्ट से अलग फैक्ट्री के बाहर कमरा था।

राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश अल्ट्रासाउंड कक्ष में तैनात डॉक्टर द्वारा सरकारी समय में निजी क्लीनिक संचालित करने पर निजी क्लीनिक हुआ सील, डाक्टर द्वारा सरकारी चिकित्सालय में आए हुए मरीजों को अपने निजी चिकित्सालय में भेजा जाता था



 

ऋषिकेश 26 सितंबर। राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में अल्ट्रासाउंड कक्ष में तैनात डॉक्टर को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी जिसके मद्देनजर आज प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी समय में डॉक्टर द्वारा अपना प्राइवेट क्लीनिक संचालित करते हुए पकड़े जाने पर प्राइवेट क्लीनिक को सील कर दिया गया। साथ ही उप जिलाधिकारी द्वारा चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। 

बताते चलें कि मन्नत डायग्नोसिस सेंटर देहरादून रोड ऋषिकेश की लंबे समय से शिकायत प्राप्त हो रही थी कि वहां पर डॉ यू एस खरोला, जो राजकीय चिकित्सालय में रेडियोलॉजिस्ट हैं, के द्वारा सरकारी समय में क्लीनिक संचालित किया जाता है तथा सरकारी चिकित्सालय में आए हुए मरीजों को अपने निजी चिकित्सालय में भेजा जाता है तथा निजी चिकित्सालय के माध्यम से इलाज किया जाता है। पीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत भी लगातार शिकायतें मिल रही थी। जिलाधिकारी  देहरादून द्वारा भी इस संबंध में विशेष निगरानी रखते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे।

शिकायत का संज्ञान लेते हुए आज उप जिलाधिकारी ऋषिकेश द्वारा तहसील ऋषिकेश के महिला कर्मचारी  लक्ष्मी धनाई तथा  प्रेरणा भट को मन्नत डायग्नोस्टिक सेंटर देहरादून रोड ऋषिकेश में मरीज बनाकर जांच एवं परीक्षा हेतु भेजा गया। उनकी सूचना के पश्चात उप जिलाधिकारी ऋषिकेश द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया ।

आकस्मिक निरीक्षण के दौरान पाया गया कि डॉक्टर यू एस खरोला ,जो राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर कार्यरत हैं, के द्वारा अपना निजी क्लीनिक राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश के बाहर संचालित कर गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड जांच एवं परीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान समय अपराहन 12:40 बजे डॉ खरोला द्वारा  रूपा पत्नी  निर्मल सिंह निवासी चंद्रेश्वर नगर ऋषिकेश का अल्ट्रासाउंड करते हुए अल्ट्रासाउंड कक्ष में पाए गए जबकि जिस समय निजी क्लीनिक में अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था, उस समय डॉ खरोला की उपस्थिति राजकीय चिकित्सालय में होनी चाहिए थी ।

उप जिलाधिकारी द्वारा सरकारी चिकित्सक द्वारा कार्यालय समय में निजी क्लीनिक में प्रैक्टिस करने तथा निजी क्लीनिक के अनियमित रूप से संचालित होने पर तत्काल डॉ प्रदीप कुमार चंदोला मुख्य चिकित्सा अधीक्षक राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश को मौके पर बुलाया गया ।

साथ ही कोतवाली ऋषिकेश से फोर्स बुलाई गई । नियम विरुद्ध संचालित के किए जा रहे मन्नत डायग्नोसिस सेंटर देहरादून रोड ऋषिकेश को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया है । इसके साथ ही राजकीय चिकित्सक के कार्यालय समय में निजी क्लीनिक चलाने पर विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई की संस्तुति करते हुए जिलाधिकारी  देहरादून को रिपोर्ट प्रेषित की जा रही है ।

उल्लेखनीय है कि उप जिलाधिकारी ऋषिकेश द्वारा उसके पश्चात राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में डॉक्टर खरोला का कक्ष खाली है । उनके कक्ष में ड्यूटी पर तैनात कार्मिक शैली पवार द्वारा जानकारी दी गई कि आज डॉ साहब काफी समय से अस्पताल में उपस्थित नहीं है। अभिलेखों का निरीक्षण किया गया तो दो पंजिका में प्रस्तुत की गई जिनमें क्रमश 8 और 26 मरीज दर्ज किए गए हैं जबकि मौके पर एक भी मरीज नहीं पाया गया। यह भी उल्लेखनीय है कि मन्नत सेंटर में निरीक्षण के दौरान बड़ी संख्या में मरीज एवं तीमारदार बैठे हुए पाए गई ।

साथ ही उप जिलाधिकारी द्वारा चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। 

मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे सभी रिसोर्ट होटल होमस्टे आदि की सघन जांच के आदेश के दौरान दा नीरज रिसोर्ट समेत 3 रिजॉर्ट हुए सील, दा नीरज रिसोर्ट द्वारा रिसोर्ट के बोर्ड पर लिखे शब्द “BAR” बार को भी छुपाने का किया प्रयास



ऋषिकेश 26 सितंबर। अंकिता हत्याकांड के बाद उत्तराखंड प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिए गए प्रदेश में सभी होटल रिसॉर्ट, कैंप, होमस्टे इत्यादि में अवैधानिक रूप से चल रहे एवं उनमें हो रहे अनैतिक कार्य की जांच के लिए आदेश दिए गए थे।

जिसके फलस्वरूप पूरे प्रदेश में सघन रूप से यह आदेश जिलाधिकारियों के द्वारा उप जिलाधिकारियों व तहसीलदारों की टीम बनाकर अलग-अलग रूप से क्षेत्रों में इस आदेश का पालन किया जा रहा है।

इसी कड़ी में गंगाभोगपुर स्थित वंत्रा रिसोर्ट के समीप चीला रोड से जाते हुए कुनाव गांव के पास दा नीरज रिसोर्ट के स्पा को भी संबंधित दस्तावेज ना दिखाने के चलते सील किया गया। बताते चलें नीरज रिसोर्ट के द्वारा मेन रोड पर लगे दा नीरज रिसोर्ट के बोर्ड के ऊपर लिखे “बार” BAR शब्द को भी काली टेप द्वारा ढकने का प्रयास किया गया था जिसको तस्वीरों से तस्दीक किया जा सकता है। 

अंकिता हत्याकांड के बाद हत्यारोपी पुलकित आर्य के वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुल्डोजर की कार्यवाही के बाद तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इसी मामले को लेकर एसडीएम यमकेश्वर प्रमोद कुमार ने बुलडोजर चलाने या ध्वस्तीकरण को लेकर कोई प्रशासनिक आदेश नहीं दिया गया था।  उनके अनुसार वनत्रा रिसोर्ट के मालिक पुलकित आर्य के द्वारा अंकिता हत्याकांड के बाद उठे मामले में मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के सभी डीएम को आदेश के बाद जांच की जा रही है।

इस दौरान एसडीएम यमकेश्वर प्रमोद कुमार ने  बताया बीते दो दिनों से प्रशासन की टीम लगातार अवैध होटल और रिजॉर्ट पर कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में रविवार एसडीएम यमकेश्वर की अगुवाई में प्रमोद कुमार ने गंगा भोगपुर क्षेत्र में संचालित कई रिजॉर्ट की जांच की।जिनमें मानकों के विरुद्ध संचालित हो रहे दा नीरज रिजॉर्ट सहित तीन रिजॉर्ट को सील कर दिया है, इसी कड़ी में ओर भी कई रिजॉर्ट की सघन जांच प्रशासन की टीम द्वारा की जा रही है।

अंकिता भंडारी का अलकनंदा के तट पर हुआ अंतिम संस्कार, प्रशासन के द्वारा बड़े मान मनोबल के पश्चात परिजनों ओर अंकिता के पिता ने समझाया लोगों को  दिन भर रास्ता जाम व प्रदर्शन करते रहे लोग



ऋषिकेश 25 सितंबर। अंकिता भण्डारी हत्याकांड के बाद ‌ के पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट आने व परिवार जनों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर आज सुबह से अलकनंदा के घाट पर अंकिता का होने वाले अंतिम संस्कार को रोक दिए जाने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ था।    मौके पर उपस्थित प्रशासन लगातार परिजनों को मनाने का प्रयास कर रहा था।

जिसके परिणाम स्वरूप आखिरकार शाम 6:00 बजे करीब जिलाधिकारी और एसएसपी ओर शासन प्रशासन के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा परिजनों को मनाने में सफल हो गए और परिजनों वा अंकिता भंडारी के पिता के आव्हान पर जनता को भी शांत कराया गया और अंकिता भंडारी के शव का अंतिम संस्कार अलकनंदा के तट पर किया गया।

गौरतलब है कि शनिवार की शाम को ऋषिकेश एम्स अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद पौड़ी की बेटी अंकिता भंडारी का शव मेडिकल कॉलेज श्रीनगर पहुंचाया गया था।  जिसका अंतिम संस्कार अलकनंदा नदी के तट पर पैतृक घाट पर होना था। लेकिन परिजनों ने आज सुबह अंतिम संस्कार रोक दिया था। परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए  प्राइमरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेरबदल होने का शक जताया था।

अंकिता के भाई का कहना था कि कि दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए और जब फाइनल रिपोर्ट आएगी उसके बाद ही अंकिता का अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं, अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी का कहना था कि प्रशासन ने जल्दबाजी में रिजॉर्ट में अंकिता का कमरा तोड़ दिया। उसमें सबूत हो सकते थे। अब जब पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आएगी तब ही अंकिता की अंत्येष्टि की जाएगी।

वहीं, प्रशासन की टीम अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाने में जुटी थी। आज दिन भर श्रीनगर में विकास खंड पौड़ी के ग्राम पंचायत श्रीकोट के राजस्व गांव धूरों की बेटी अंकिता की हत्या के बाद लोगों में आक्रोश बना हुआ था। ऐसे में अंतिम संस्कार के दौरान किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए थे।

ऋषिकेश: अंकिता हत्याकांड के बाद प्रदेश में रिसोर्ट होटल गेस्ट हाउस आदि पर उठ रहे सवालों को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए जांच के आदेश के तहत ऋषिकेश तहसील में आने वाले रिसोर्ट होटल की हुई जांच शुरु, भाजपा के पूर्व राज्य मंत्री के रिसोर्ट में भी पहुंची टीम



ऋषिकेश 25 सितंबर ।आज तहसील ऋषिकेश अंतर्गत स्थित रिजॉर्ट्स/ होटल/ गेस्ट हाउस/ होमस्टे तथा अन्य परिसंपत्तियों का निरीक्षण एवं जांच की गई।

बताते चलें अंकिता हत्याकांड के बाद बने इस तरह के रिसोर्ट होटल, गेस्ट हाउस एवं होमस्टे जो की अवैधानिक रुप से बने है,ओर इनमें हो रहे अनैतिक कार्य पर उठते सवालों को  लेकर उत्तराखंड मुख्यमंत्री द्वारा जांच के आदेश दे दिए गए थे।

जिसको लेकर आज 2 टीमों का गठन किया गया जिसमें एक टीम जिलाधिकारी ऋषिकेश के नेतृत्व में रानीपोखरी भोगपुर गरूर एरिया के लिए लगाई गई तथा दूसरी टीम तहसीलदार ऋषिकेश के नेतृत्व में ऋषिकेश रायवाला, छीदरवाला के लिए गठित की गई।

जिसमें मुख्य रूप से ऋषिकेश से भाजपा के पूर्व राज्य मंत्री रहे सुरेंद्र मोगा, द नीरज रिजॉर्ट्स, समेत अन्य लोगों के रिसॉर्ट, होटल गेस्ट हाउस की भी तहसीलदार ऋषिकेश अमृता शर्मा द्वारा निरीक्षण ओर जांच की गई।

उपरोक्त टीम द्वारा तहसील ऋषिकेश अंतर्गत स्थित समस्त रिसोर्ट ,होटल, होम स्टे, गेस्ट हाउस तथा अन्य परिसंपत्तियों निरीक्षण एवं जांच तहसील स्तर पर गठित टीमों द्वारा किया गया। निरीक्षण में कर्मचारियों विशेष रुप से महिला कर्मचारियों के लिए कार्य की उपयुक्त परिस्थितियां, भूमि स्वामित्व, अतिक्रमण, मानचित्र स्वीकृति, कूड़ा निस्तारण तथा अन्य नियमों का अनुपालन की स्थिति को देखा गया।

जिसमें जिला अधिकारी व तहसीलदार के द्वारा बताया गया कि इन सभी परिसंपत्तियों में नियमों के उल्लंघन एवं विधि विरुद्ध होने की स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

अंकिता भंडारी कि फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक परिजनों ने किया अंतिम संस्कार करने से मना, सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल



ऋषिकेश 25 सितंबर। अंकिता भंडारी हत्याकांड में बड़ी खबर आ रही है अंकिता के परिवारजनों ने दोबारा पोस्टमार्टम की मांग करते हुए अंकिता का होने वाला अंतिम संस्कार को रोक दिया गया है।  उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठा दिए हैं। इस पर प्रशासन द्वारा परिजनों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।

गौरतलब है कि कल ऋषिकेश एम्स अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद पौड़ी की बेटी अंकिता का शव मेडिकल कॉलेज श्रीनगर पहुंचाया गया था। आज अंकिता का अंतिम संस्कार अलकनंदा नदी के तट पर पैतृक घाट पर होना था। लेकिन परिजनों ने आज अंतिम संस्कार रोक दिया है। परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्राइमरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेरबदल हो सकती है।

 एम्स अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद पौड़ी की बेटी अंकिता का शव मेडिकल कॉलेज श्रीनगर पहुंचाया गया था। आज अंकिता का अंतिम संस्कार अलकनंदा नदी के तट पर पैतृक घाट पर होना था। लेकिन परिजनों ने आज अंतिम संस्कार रोक दिया है। परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्राइमरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेरबदल हो सकती है।

अंकिता के भाई का कहना है कि दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए और जब फाइनल रिपोर्ट आएगी उसके बाद ही अंकिता का अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं, अंकिता के पिता का कहना है कि प्रशासन ने जल्दबाजी में रिजॉर्ट में अंकिता का कमरा तोड़ दिया। उसमें सबूत हो सकते थे। अब जब पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आएगी तब ही अंकिता की अंत्येष्टि की जाएगी। वहीं, प्रशासन की टीम अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाने में जुटी है। विकास खंड पौड़ी के ग्राम पंचायत श्रीकोट के राजस्व गांव धूरों की बेटी अंकिता की हत्या के बाद लोगों में आक्रोश बना हुआ है। ऐसे में अंतिम संस्कार के दौरान किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

एसडीएम श्रीनगर अजयवीर सिंह ने बताया कि स्थानीय प्रशासन ने अंत्येष्टि की पूरी तैयारी की थी। लेकिन सूर्यास्त के बाद शव के पहुंचने की वजह से परिजनों ने रविवार को ही अंत्येष्टि करने की बात कही। शव को मेडिकल कॉलेज के शवगृह में रखवा दिया गया। अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी शेखर चंद्र सुयाल ने अंकिता हत्याकांड से जुड़े साक्ष्यों को मिटाए जाने को लेकर सोशल मीडिया में चल रही खबरों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि केस से जुड़े सारे साक्ष्यों को पुलिस ने सुरक्षित रखा है।

मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर रिजॉर्ट में साक्ष्यों को मिटाए जाने की भ्रामक खबरें चल रही हैं। राजस्व पुलिस से 22 सितंबर को मामला हस्तांतरित होते ही टीम ने रिजॉर्ट की वीडियोग्राफी कराई थी। 23 सितंबर की सुबह फॉरेंसिक टीम ने अंकिता के कमरे और पूरे रिजॉर्ट से इलेक्ट्रॉनिक व वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाकर सुरक्षित कर लिए थे। घटना के संबंध में पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य हैं। जिससे अपराधियों को सजा मिल जाएगी। एएसपी ने कहा कि अब मामले की जांच एसआईटी कर रही है। समाचार लिखे जाने तक प्रशासन परिवारजनों को मनाने में लगा हुआ हैl लोगों के भारी रोष को देखते हुए जबरदस्त सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।

ऋषिकेश : अंकिता भंडारी हत्याकांड: राजस्व पुलिस की व्यवस्था तत्काल समाप्त कर सामान्य पुलिस स्थापित करने हेतु विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, गंगा भोगपुर में यदि सामान्य पुलिस बल कार्य कर रहा होता तो निश्चित रूप से प्रदेश की बेटी अंकिता आज हमारे मध्य होती: ऋतु खंडूरी



ऋषिकेश 24 सितंबर। प्रदेश में जहाँ-कहीं भी राजस्व पुलिस की व्यवस्था चली आ रही है, उन्हें तत्काल समाप्त कर सामान्य पुलिस बल के थाने / चौकी स्थापित करने हेतु आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर शीघ्र इस विषय पर आदेश जारी करने का आग्रह किया| जिससे भविष्य में इस प्रकार की अप्रिय घटना दुबारा घटित न हो।


प्रदेश में आज भी कई क्षेत्रों में राजस्व पुलिस व्यवस्था जारी है| आज के आधुनिक युग में जहाँ सामान्य पुलिस विभाग में पूरे देश में एक राज्य से दूसरे राज्य में पीड़ित जीरो एफ0आई0आर0 दर्ज कराकर अपनी शिकायत पंजीकृत करा सकता है। वहीं ऋषिकेश शहर से मात्र 15 कि०मी० की दूरी पर राजस्व पुलिस जिसके पास पुलिस के आधुनिक हथियार तथा जॉच हेतु किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त नहीं है, वे जॉच कर रहे है।

विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहा कि यह जानकर अत्यन्त ही पीड़ा होती है कि यदि गंगा भोगपुर में यदि सामान्य पुलिस बल कार्य कर रहा होता तो निश्चित रूप से प्रदेश की बेटी अंकिता आज हमारे मध्य होती और आम जनता में सरकारी कार्यप्रणाली के प्रति इतना रोष व्याप्त नहीं होता।

अंकिता भंडारी के शव को देखने एम्स पहुंची क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट को लोगों ने गुस्से का शिकार बनाते हुए की गाड़ी में तोड़फोड़  जेसीबी चलाकर साक्षी को मिटाने का लगाया आरोप  रिसोर्ट के पीछे बनी आंवला कैंडी की फैक्ट्री के गोदाम को आग लगा कर फूंका विरोध के चलते जिला पंचायत सदस्य आरती गौर, राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, और क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट को लोगों ने एम्स से लौटाया 



ऋषिकेश, 24 सितंबर । रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी का चीला नहर से शव बरामद किए जाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए एम्स में रखे जाने पर देखने पहुंची क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट की गाड़ी को लोगों ने उनका विरोध करते हुए क्षतिग्रस्त कर दिया।

वही रिसोर्ट के पिछले हिस्से में बने आंवला कैंडी फैक्ट्री के गोदाम को लोगों ने फूंक दिया है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार की सुबह 6:00 बजे पुलिस की आपदा प्रबंधन टीम ने अंकिता भण्डारी के शव को चीला नहर आरती से बरामद करने के बाद उसकी शिनाख्त अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह और भाई ने उसकी शिनाख्त की थी, जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेज दिया था।

इसे देखने के लिए क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट भी मौके पर पहुंची थी, लोगों ने रेनू बिष्ट द्वारा रात को जेसीबी से अंकिता के कमरे को तुडवाए जाने का विरोध करते हुए जिला पंचायत सदस्य क्रांति कपुरवाण ने उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने अंकिता के साक्ष्य मिटाए जाने के लिए उक्त कमरे को तुडवाया है।

जिसे लेकर भीड़ ने रेणु बिष्ट की गाड़ी पर पथराव कर छतीग्रस्त कर दिया। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण रिसोर्ट के बाद जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके चलते जिला पंचायत सदस्य आरती गौड, उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट को लोगों ने मौके से भगा दिया है।

ब्रेकिंग न्यूज़ ऋषिकेश: अंकिता भंडारी का शव बैराज से किया गया बरामद, परिजनों ने की शिनाख्त



ऋषिकेश 24 सितंबर। अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़ी खबर में अभी-अभी अंकिता भंडारी का शव चीला नहर से बरामद हो गया है जिसके लिए अंकिता भंडारी के परिजनों को शिनाख्त के लिए मौके पर बुलाया गया है। जिस पर परिजनों ने मौके पर पहुंचकर अंकिता के शव की शिनाख्त कर ली गई है।

एसडीआरफ की टीम द्वारा लगातार कल से चीला नदी में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था जिसके परिणाम स्वरूप आज सुबह अंकिता भंडारी के शव को चिल्ला नदी से बरामद कर लिया गया। जिसकी पुष्टि एसडीआरएफ की टीम द्वारा कर दी गई है। 

बताते चलें अंकिता भंडारी की 18 सितंबर की रात्रि को वंत्रा रिसोर्ट के मालिक पुलकित आर्य व मैनेजर सौरभ व एक अन्य साथी अंकित के साथ अंकिता की हत्या को अंजाम दिया गया था।

जिस पर कार्रवाई करते हुए शासन द्वारा तीनों आरोपी को कल गिरफ्तार कर लिया गया था और ग्रामीणों द्वारा गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट ले जाते समय आरोपियों के साथ मारपीट भी की गई थी बताते चलें देर रात अंकिता भंडारी से जुड़े वनत्रा रिसोर्ट पर भी कार्रवाई करते हुए बुलडोजर की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई थी।