प्राकृतिक आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हुई ऋषिकेश की सड़कों के निर्माण के लिए महापौर ने मुख्यमंत्री से करी सौ करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित करने की मांग, मुख्यमंत्री ने महापौर को किया आश्वस्त



ऋषिकेश 10 सितंबर। – नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने प्राकृतिक आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हुई ऋषिकेश की विभिन्न सड़कों ,सम्पर्क मार्गों एवं नालियों के निर्माण के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से निगम प्रशासन को सौ करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित करने की मांग की।

इस संदर्भ में महापौर द्वारा एक मांगपत्र भी मुख्यमंत्री को सौंपा गया।नगर निगम महापौर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात कर विगत दिनों प्राकृतिक आपदा के रूप में हुई बारिश के बाबत मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।

महापौर ने अवगत कराया कि देवीय आपदा में विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के घरों में घुसे बरसाती पानी से जहाँ आमजनमानस को काफी नुकसान झेलना पड़ा वहीं निगम के विभिन्न क्षेत्रों की सड़कें, सम्पर्क मार्ग एवं नालियां भी बुरी तरह से छतिग्रस्त हो गये हैं।अनेकों सड़कों पर तो चलना भी अब चुनौतीपूर्ण हो गया है।कई मार्गों पर कीचड़ एवं बरसाती पानी भरा होने की वजह से विभिन्न बीमारियों का खतरा भी लगातार मंडरा रहा है।

उक्त तमाम निर्माण कार्य के लिए तकरीबन सौ करोड़ रुपये की अनुमानित लागत है जिसे निगम द्वारा पूर्ण किया जाना संभव नही है।अतः संभावित राशि प्रदेश सरकार द्वारा ऋषिकेश नगर निगम को प्रदान की जाये ताकि जल्द से जल्द निर्माण कार्यों को प्रराम्भ कराया जा सके।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने महापौर को आश्वस्त किया कि आपदा में प्रदेश सरकार लोगों के साथ खड़ी रही है।प्रदेश के तमाम आपदा प्रभावित क्षेत्रों में विशेष प्राथमिकता के साथ राहत एवं बचाव,  पुनर्वास व पुनर्निर्माण  कार्य  जारी है।योग नगरी ऋषिकेश की सड़कों के पुनःनिर्माण के लिए भी हर संभव मदद की जायेगी।

बारिश के बाद शहर में हुई जलभराव की स्थिति का महापौर ने लिया जायजा, आपदा पीड़ित परिवारों को हर प्रकार से राहत पहुंचाने के महापौर ने दिए निर्देश, 



ऋषिकेश 23 अगस्त ।मंगलवार की रात से फिर से योग नगरी ऋषिकेश में हो रही बारिश के बाद शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई।  बारिश के चलते तटीय इलाकों सहित विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के घरों में पानी घुस गया।

नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने सरकारी अमले के साथ चन्द्रभागा बस्ती, मायाकुंड सहित विभिन्न प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने ने ड्रेनेज की समस्या का शीघ्र समाधान करवाने के निर्देश दिए।इस दौरान उन्होंने जल भराव के कारणों की जाँच कराने की बात कही  ।

महापौर ने जलभराव वाले स्थानों पर जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने प्रभावितों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि प्रशासन प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता के लिए लगातार कार्य कर रहा है।उन्होंने भू कटाव एवं जल भराव से खतरे की जद में आये लोगों के लिए उपजिलाधिकारी को रैन बसेरों में रहने की व्यवस्था के निर्देश दिए। इस दौरान प्रभावितों से राशन एवं भोजन की व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर संतोषजनक जवाब मिला।

महापौर ने बताया कि शहर के जिन क्षेत्रों में बारिश की जबरदस्त मार से सड़कों पर गहरे गड्डे हुए हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से भरने के निर्देश संबधित विभाग को दिए गये हैं। इसके अलावा कुछ क्षेत्रों में सीवर लाईन चौक होने की आई शिकायतों का संज्ञान लेकर जल संस्थान को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये हैं। उन्होंने बताया कि बारिश की मार से प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं।

मौके पर उप जिलाधिकारी योगेश मेहरा, मुख्य नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल, सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत , अधिशासी अभियंता दिनेश उनियाल, पार्षद मनीष मनवाल,पार्षद प्रियंका यादव, चेतन चौहान, रूपा देवी, शकुंतला शर्मा, विजय लक्ष्मी शर्मा, पंकज शर्मा, विवेक गोस्वामी, सुजीत यादव, किशन मंडल, अजय शर्मा, मुकेश कुमार,कमल आदि मोजूद रहे।

ऋषिकेश भी चमकेगा अब उज्जैन और काशी की तर्ज पर ,  धामी सरकार कैबिनेट की बैठक के महत्वपूर्ण निर्णय के बाद तीर्थ नगरी के विकास को लगेंगे पंख, जानिए किस-किस योजनाओं का इंतजार है ऋषिकेश को



ऋषिकेश, 0 5 अगस्त।  उत्तराखंड सरकार अब‌ योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी के रूप में विख्यात तीर्थ नगरी का विकास काशी और उज्जैन की तर्ज पर करेगी।

शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य कैबिनेट ने उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध काशी और उज्जैन के तीर्थों की तर्ज पर ऋषिकेश को संवारने का निर्णय लिया है। वर्तमान में कई तरह की चुनौतियों का सामना इस शहर को करना पड़ रहा है।

जी-20 जैसी महत्वपूर्ण बैठक की शानदार मेजबानी कर चुके ऋषिकेश शहर को अब विकास के रूप में नई संजीवनी मिलेगी।

तीर्थ नगरी ऋषिकेश को जगद्गुरु शंकराचार्य, साहित्यकार राहुल सांकृत्यायन, स्वामी विवेकानंद, दिव्या जीवन संघ के संस्थापक स्वामी शिवानंद, हठ योगी डा. स्वामी राम, भावातीत योग के प्रणेता महर्षि महेश योगी, काली कमली वाले स्वामी विशुद्धानंद , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती जैसे महान संतों का सानिध्य मिल चुका है।

देश के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेई, तत्कालीन राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम, रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह यहां आ चुके हैं।

पौराणिक काल से यहां अर्ध कुंभ और महाकुंभ का आयोजन होता आया है। जी-20 जैसा महत्वपूर्ण और सफल आयोजन यहां हो चुका है। अपने आप में महत्वपूर्ण तीर्थ नगरी ऋषिकेश में बड़ी संख्या में मंदिर, मठ, आश्रम, आध्यात्मिक केंद्र और योग केंद्र का संचालन होता आया है। धरातल पर अपनी पहचान के मुताबिक इस शहर को वह स्थान नहीं मिल पाया जिसका यह हकदार था।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में गुरुवार को राजधानी में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि ऋषिकेश को उज्जैन और काशी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। कैबिनेट का यह फैसला निश्चित रूप से तीर्थ नगरी ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र के लिए एक बड़ी संजीवनी साबित होगा। कई महत्वाकांक्षी योजनाएं ऐसी हैं जो वर्षों से प्रस्तावित है मगर, धरातल पर नहीं उतर पाई हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश, योग नगरी रेलवे स्टेशन की सौगात इसे मिल चुकी है। महत्वाकांक्षी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का मुख्यालय यहीं पर है और इस परियोजना का प्रथम रेलवे स्टेशन भी ऋषिकेश में ही है। देहरादून एयरपोर्ट की दूरी यहां से मात्र 20 किलोमीटर है। चार धाम यात्रा और गढ़वाल मंडल का यह प्रवेश द्वार भी है। वायु मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग सभी से जुड़ा होने के कारण ऋषिकेश का महत्व और बढ़ जाता है। राज्य कैबिनेट के फैसले के बाद निश्चित रूप से ऋषिकेश के लिए लंबित जितनी भी योजनाएं हैं, उन्हें पंख लग जाएंगे इसकी सभी को उम्मीद है।

ऋषिकेश को है इनका इंतजार

– हर की पैड़ी हरिद्वार की तर्ज पर त्रिवेणी घाट का विकास

– गंगा से मात्र 100 मीटर की दूरी पर कूड़े के पहाड़ का निस्तारण

– नेपाली फार्म से लेकर तपोवन मुनिकीरेती तक एलोवेटेड रोड और फ्लाईओवर का निर्माण
– नगर तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए सीवर योजना का पुनर्गठन
– नगर निगम को आर्थिक और मानव संसाधन के रूप में मजबूती
– तीर्थ नगरी के लिए ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण
– नगर तथा आसपास क्षेत्र में बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण
– बड़ी फल एवं सब्जी मंडी का विस्तारीकरण
– गंगा में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का संचालन
– नगर क्षेत्र का नया ड्रेनेज सिस्टम, सड़कों का विस्तार और पुनर्गठन
– त्रिवेणी घाट को आस्था पत्र के जरिए मुनिकीरेती से जोड़ना
– वन भूमि क्षेत्र में कई वर्षों से विकसित नगर निगम क्षेत्र की आबादी का नियमितीकरण
– पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण संजय झील का विकास

अनीता ममगाईं,महापौर, नगर निगम ऋषिकेश का कहना है कि
भारत स्वच्छता अभियान के तहत ऋषिकेश को आदर्श नगर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी पहले से प्रयासरत रहे हैं। यही कारण है कि कई बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट ऋषिकेश को मिले हैं। कैबिनेट के फैसले से नगर निगम की नई प्रस्तावित योजनाएं धरातल पर उतरेगी और निश्चित रूप से ऋषिकेश में इसके महत्व के अनुरूप विकास को गति मिलेगी।

अंतरराष्ट्रीय योग नगरी ऋषिकेश के इंफ्रास्ट्रक्चर एवं आर्थिकी में सुधार के लिए केंद्रीय शहरी विकास मंत्री से मिली महापौर कूड़े के पहाड़ की समस्या के निस्तारण ना होने पर केन्द्रीय मंत्री ने जताया आश्चर्य प्रधानमंत्री के स्वच्छ  भारत एवं स्वच्छ गंगा के सपने को पूर्ण करना सबका दायित्व



ऋषिकेश 3 अगस्त। – अंतरराष्ट्रीय योग नगरी ऋषिकेश के इंफ्रास्ट्रक्चर एवं आर्थिकी को मजबूत करने के लिए नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने केन्द्रीय शहरी विकास एवं पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी से उनके दिल्ली स्थित कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की।

केन्द्रीय शहरी विकास एवं पेट्रोलियम मंत्री से हुई मुलाकात के दौरान के दौरान ऋषिकेश महापौर ने उनसे देवभूमि के चहुंमुखी विकास को लेकर चर्चा वार्ता की जिस पर कई महत्त्वपूर्ण सुझाव केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री द्वारा महापौर को दिए गये।

इस दौरान महापौर ने उन्हें गंगा से महज पचास मीटर की दूरी पर कूड़े के पहाड़ के बाबत विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इससे जहां हजारों लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है वहीं प्रधानमंत्री के भारत एवं स्वच्छ गंगा मिशन पर कुठाराघात हो रहा है। साथ ही इससे देवभूमि की छवि पर इसका प्रतिकूल असर हो रहा है।

महापौर की बाते सुनकर आश्चर्य जताते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कूड़े निस्तारण के लिए नयी भूमि के लिए स्थान निर्गत होने के बाद भी लंबे अर्से से अटकी पड़ी ये योजना हैरान करने वाली है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ गंगा का सपना जो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा है उसे पूर्ण करना  हम सबका दायित्व है। इसके लिए हर आवश्यक कदम उठाए जायेंगे।

भेंटवार्ता के दौरान तीर्थ नगरी के विकास को लेकर भी अनेकों महत्वपूर्ण सुझाव केन्द्रीय मंत्री द्वारा महापौर को दिए गये जिसपर महापौर ने शहरवासियों एवं देश विदेश से यहां आने वाले लाखों श्रद्वालुओं की और से उनका आभार जताया।

दिनदहाड़े चलती कार में हाथ में शराब के गिलास लेकर डीजे के शोर में नाच रहे पर्यटको को ऋषिकेश महापौर ने पकड़कर लगाई लताड़, किया पुलिस के हवाले



ऋषिकेश, 18 जून ।ऋषिकेश हीरालाल मार्ग पर दिनदहाड़े चलती कार में हाथ में शराब के गिलास लेकर डीजे के शोर में नाच रहे पर्यटकों को नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं में पकड़ कर लताड़ लगाई और पुलिस के हवाले कर दिया।

रविवार की शाम हीरालाल मार्ग अंबेडकर चौक के समीप चलती कार में सवार पर्यटक हुड़दंग मचा रहे थे। एक युवक खिड़की से बाहर निकल कर हाथ में शराब का गिलास लहरा रहा था। सरेराह उसने शराब का गिलास गटक लिया। कार के भीतर ऊंची आवाज में डीजे बज रहा था। वहां से गुजर रही नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने इन चारों युवकों को रोका। उन्हें इस तरह से दिनदहाड़े तीर्थ नगरी की सड़कों पर हुड़दंग मचाने पर उन्होंने इन्हें जमकर लताड़ लगाई।

इस बीच अन्य स्थानीय नागरिक एकत्र हो गए। महापौर ने मौके पर पुलिस को बुलाया और इन चारों को पुलिस को सौंप दिया। पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है।