महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम ने एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोग की उपलब्धियों का दिया लेखा-जोखा आयोग ने मानव तस्करी की रोकथाम को लेकर भी सजगता दिखाई- कुसुम कंडवाल


ऋषिकेश, 10 जनवरी । उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कंडवाल ने अपने कार्यकाल का एक वर्ष होने पर उनके द्वारा किए गए कार्यों की उपलब्धियों को जनता के सम्मुख रखा।

मंगलवार को देहरादून रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि आयोग द्वारा महिलाओं के हितों की रक्षा और उनके विरुद्ध बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए महिलाओं को कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन कर महिलाओं की हर संभव मदद करने के प्रयास किए गए।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को उन्होंने नेशनल पार्लियामेंट फॉर वुमन कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला को सम्मानित किया गया, इसके अलावा ह्यूमन ट्रैफिकिंग से संबंधित कार्यशाला का आयोजन कर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से भी सुझाव लिए गए।इसके अलावा उत्तराखंड राज्य महिला आयोग द्वारा प्रदेश में पहली बार राज्य की महिलाओं के उत्थान हेतु महिला नीति बनाई जा रही है, जिसका उद्घाटन 8 मार्च 2023 को किया जाएगा।

महिला नीति पर सुझाव द्वारा ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। जिसमें एकल महिला को समाज में किस तरह जीवन यापन करें इसको लेकर भी तैयारी चल रही है।इसके अलावा उन्होंने महिलाओं को मातृत्व अवकाश को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री से वार्ता की, उनके द्वारा वात्सल्य योजना में आ रही समस्याओं को दूर करने का भी प्रयास किया जाता रहा है।महिला आयोग ने  मानव तस्करी की रोकथाम को लेकर भी सजगता दिखाई है।

प्रदेश में स्थित दो महिला थाना अल्मोड़ा और श्रीनगर और नारी निकेतन में भी महिला आयोग अध्यक्ष द्वारा औचक निरीक्षण कर वन स्टॉप सेंटर की समय-समय पर जानकारी ली जाती रही है।

उन्होंने यह भी बताया कि उनके द्वारा सभी जनपदों में भ्रमण कर महिलाओं की योजनाओं की जानकारी अधिकारियों से लेकर उनको लागू करवाया जाता रहा है ।सभी विभागों में सेक्सुअल हरासमेंट कमेटी का अनिवार्य गठन कराकर समय-समय पर उनका निरीक्षण भी किया जाता रहा है।उनके द्वारा स्पा सेंटर पर छापे मारकर उनकी नियमावली को भी दुरुस्त किया जा रहा है।

महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने यह भी बताया कि जोशीमठ में आई आपदा में पीड़ित महिलाओं से संपर्क कर उनकी मदद के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।

इस अवसर पर महिला आयोग की सचिव कामनी गुप्ता अधिवक्ता दयाराम सिंह भी मौजूद थे।

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