एम्स,ऋषिकेश का तृतीय दीक्षांत समारोह हुआ ‌‌सम्पन्न‌, यूजी, पीजी, सुपर स्पेशलिटी , एलाइड साइंस के 1041 छात्र- छात्राओं को डिग्रियां वितरित की गई हमारे देश के चिकित्सक अपने चिकित्सा सेवा के पेशे के प्रति दुनिया के अन्य देशों से अधिक जिम्मेदार हैं- मनसुख मांडविया



ऋषिकेश,13जुलाई‌ ।एम्स,ऋषिकेश में बृहस्पतिवार को तृतीय दीक्षांत समारोह हुआ ‌‌सम्पन्न‌, जिसमें यूजी, पीजी, सुपर स्पेशलिटी तथा एलाइड साइंस के 1041 छात्र- छात्राओं को डिग्रियां वितरित की गई। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख भाई मांडविया , केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार व स्वास्थ्य राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने एम्स स्टूडेंट्स को विभिन्न उपाधियों का वितरण किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रा स्ट्रक्चर मिशन के तहत 150 बेड क्षमता के क्रिटिकल केयर अस्पताल भवन की आधारशिला भी रखी गई।

बृहस्पतिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित तीसरे दीक्षांत समारोह का बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख भाई मांडविया , केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार व प्रोफेसर एसपीएस बघेल, संस्थान के अध्यक्ष पद्मश्री प्रोफेसर समीरन नंदी, सूबे के वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल व स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड डॉक्टर धन सिंह रावत ने संयुक्तरूप से विधिवत शुभारंभ किया।

इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने कहा कि एम्स ऋषिकेश की चिकित्सकीय टीम ने कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड और पड़ोसी राज्यों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करके लोगों का विश्वास जीता है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ), भारत सरकार द्वारा संस्थान की रैंकिंग में भी काफी वृद्धि हुई है।

ऋषिकेश एम्स अब देश के शीर्ष 25 संस्थानों में से एक है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा कि पासआउट स्टूडेंट्स ने अभी एजुकेशन की डिग्री हासिल की है, उनके लिए सामाजिक जीवन की शिक्षा लेनी और समाज की कसौटी पर खरा उतरना अभी बाकी है, जो कि बेहतर चिकित्सा सेवा के संकल्प से ही संभव है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति जीवन में सीखता और बदलता है, वही प्रगति करता है। कहा कि जिस दिन चिकित्सकों के मन में नागरिक स्वास्थ्य का भाव जाग जाएगा उस दिन उन्हें पैसा गौण लगने लगेगा। उन्होंने कहा कि पासआउट स्टूडेंट्स से उनके माता पिता, गुरुजनों के साथ ही देश की भी बहुत उम्मीदें होती हैं, लिहाजा उन्हें इन सबकी उम्मीदों पर खरा उतरना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा कि जीवन में लक्ष्य हमेशा ऊंचा होना चाहिए। उन्होंने बताया कि हमारे देश के चिकित्सक अपने चिकित्सा सेवा के पेशे के प्रति दुनिया के अन्य देशों से अधिक जिम्मेदार हैं। उन्होंने बताया कि कोविड 19 के दौर में दुनिया के कई विकसित देशों के चिकित्सकों ने अपने कर्तव्यों का ठीक से पालन नहीं किया, मगर हमारे चिकित्सक प्रतिबद्धता के साथ अपना घरबार छोड़कर दिनरात मरीजों कीसेवा में जुटे रहे।
उन्होंने पासआउट स्टूडेंट्स को सीख दी, कि उन्हें हमेशा भावना व संवेदना से सराबोर होना चाहिए, साथ ही देश की संवेदना का ध्यान रखना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने कहा कि हमारे जवान हमेशा देश की सीमाओं की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं,इसी तरह देश की 140 करोड़ आबादी को भी देश के लिए समर्पित भाव से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक जीवन में सफलता के लिए हमें हमेशा समाज के प्रति कर्तव्यभाव अपनाना होगा, यही जीवन की आधारशीला है। हमारे मन में प्रत्येक कार्य क्षेत्र में परिवार का भाव होना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार दूसरी सरकारों की तर्ज पर सिर्फ चल नहीं रही है, बल्कि अपना बेस्ट आउटपुट देने के प्रयास में जुटी है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एम्स में 100 करोड़ से अधिक लागत से तैयार होने वाले 150 बेड के क्रिटिकल केयर अस्पताल का लाभ पूरे उत्तराखंड को मिलेगा। इस दौरान उन्होंने संस्थान की शोध पत्रिका एवं स्वास्थ्य चेतना पत्रिका का विधिवत विमोचन किया।
इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने कहा कि वर्तमान में एम्स संस्थान के लिए लगभग 2000 चिकित्सक सेवारत हैं, जो कि मेडिकल एजुकेशन के साथ साथ मरीजों के उपचार में भी सेवारत हैं। कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने एम्स की अभी तक उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं, राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक ड्रोन द्वारा दवा पहुंचाने का सफल ट्रायल, डिजिटल हेल्थ सुविधाओं, आयुष्मान योजना, आभा आईडी, टेलि कन्सल्टेंशन, हेली एम्बुलेन्स, पीडियाट्रिक आईसीयू, किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा और टेलिमेडिसिन सेवाओं सहित विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं का जिक्र करते हुए इसे संस्थान की उपलब्धि से जोड़ा। साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पताल में 100 से अधिक सेवावीर दिन-रात मरीजों की सेवा में जुटे हैं। कहा कि डिग्री प्राप्त करने वाले नए चिकित्सकों को अपना एटीट्यूड विकसित करने की आवश्यकता है। प्रैक्टिस करते समय मरीजों के साथ पेश आने का सलीके से भी मरीज का समय पर स्वस्थ होना निर्भर करता है। उन्होंने बताया कि यह हम सभी के अथक प्रयास का नतीजा है कि एनआईआरएफ भारत सरकार की रैंकिंग में एम्स ऋषिकेश 22 वें स्थान पर हैं।

समारोह में एम्स संस्थान के अध्यक्ष पद्मश्री प्रोफेसर समीरन नंदी, दीक्षांत समारोह की नोडल ऑफिसर प्रोफेसर लतिका मोहन, डीन एकेडमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, चिकित्साअधीक्षक प्रो. संजीव मित्तल, डीन एग्जामिनेशन प्रो. प्रशांत पाटिल,डीन रिसर्च प्रो. एसके हांडू आदि ने भी विशेषरूप से शिरकत की।

उपाधि पाने वाले छात्र- छात्राओं का विवरण —

MBBS ( 2013-14 ) – 38
MBBS (2015) – 96
MBBS (2016)- 96
MDMS (2017-2020) — 495
DMCH (2018-20)- 148
BSC Nursing (2016)- 56
MSC Nursing ( 2017-20 )- 33
MSC Allide/Medical ( 2018-19 )- 22
MPH ( 2018-21 ) – 39
Paramedical (2022-23) – 9
MHA – 1
Total = 1041
पद्मश्री प्रोफेसर नंदी ने किया दीक्षांत समारोह प्रथम सत्र का शुभारंभ
एम्स के तृतीय दीक्षांत समारोह के तहत एम्स ऋषिकेश के अध्यक्ष प्रोफेसर समीरन नन्दी ने दीक्षांत समारोह के पहले सत्र का उद्घाटन करते हुए विभिन्न संकाय के मेडिकल छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की।
सत्र के दौरान उन्होंने कहा कि डॉक्टरी का पेशा रोगियों की सेवा के लिए समर्पित होता है। ऐसे में प्रत्येक चिकित्सक को अपने भीतर मरीजों के प्रति नम्र व्यवहार और मृदुभाषिता अपनाने की भावना विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि एम्स ऋषिकेश ने अब तक एक हजार से अधिक रिसर्च कार्य पूरे कर लिए हैं। प्रोफेसर नंदी ने कहा कि चिकित्सा सेवा में अनुसंधान कार्यों का विशेष महत्व होता है। संस्थान द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों में तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस दौरान प्रोफेसर समीरन ने पदक और उपाधि पाने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई दी।
समारोह की नोडल ऑफिसर प्रोफेसर लतिका मोहन ने बताया कि दीक्षांत समारोह में टॉपर छात्र छात्राओं को 31 गोल्ड मेडल, 2 रजत और 2 कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।
एम्स ऋषिकेश के तृतीय दीक्षांत समारोह में 1041 विद्यार्थियों को डिग्रियां बांटी गई। उपाधियां प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में 10 पीएचडी, 495 मेडिकल स्नातकोत्तर, 1 एमबीए/एमएचए, 148 डीएम/एमसीएच स्टूडेंट्स, 230 एमबीबीएस, 39 एमपीएच, 22 एमएससी मेडिकल, 56 बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग और 33 एमएससी नर्सिंग तथा 9 पैरामेडिकल छात्र अपनी डिग्री प्राप्त करेंगे। इस अवसर पर समारोह के अतिथियों व संस्थान की कार्यकारी निदेशक ने अकादमिक उत्कृष्टता के लिए डिग्री, पदक और प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

गुजरात के उप-मुख्यमंत्री  सहित पूर्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री एवं राज्य सभा सांसद बीजेपी महा जनसंपर्क अभियान के तहत निर्मल ज्ञान अकैडमी पहुंचे, निर्मल आश्रम द्वारा की जा रही निस्वार्थ मानव सेवाओं की करी सराहना



ऋषिकेश 6 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाए जा रहे महा जन संपर्क अभियान के तहत आज गुजरात के उप-मुख्यमंत्री  नितिन पटेल, पूर्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री  रमेश पोखरियाल निशंक एवं डॉ. कल्पना सैनी राज्य सभा सांसद, निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकैडमी, खैरी कलां, ऋषिकेश पहुंचे।

वहां उन्होंने संस्था के सचिव संत जोध सिंह महाराज से भेंट की । उनके आगमन पर निर्मल आश्रम द्वारा संचालित संस्थाओं के सेवादारों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया । जहां उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के 9 वर्षों के कार्यों के लेखें झोखें को प्रस्तुत करती पुस्तिका देते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।

इस अवसर पर स. बिक्रमजीत सिंह, प्रबंधक निर्मल आश्रम अस्पताल ने माननीय अतिथियों को निर्मल आश्रम द्वारा चलाई जा रही विभिन्न सेवाओं से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि निर्मल आश्रम द्वारा मुख्य शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं। खैरी कलां स्थित एन. जी. ऐ. स्कूल जोकि सी.बी.एस.ई. से मान्यता प्राप्त है में 1093 विद्यार्थिओं को मुफ्त शिक्षा प्रदान की जा रही है । इसी प्रकार करनाल में भी 3 स्कूल चलाये जा रहे हैं, जहाँ लगभग 3000 विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं ।

एन. जी. ऐ. की मुख्य अध्यापिका अमृतपाल डंग ने बताया कि स्कूल में शिक्षा प्राप्त कर चुके विद्यार्थिओं ने शिक्षा एवं कला एवं खेल में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की हैं। एन. जी. ऐ के प्रिंसिपल डॉ. सुनीता शर्मा ने बताया के संस्था द्वारा ऋषिकेश में एक और स्कूल एन. डी. एस. भी चलाया जा रहा है जहाँ लगभग 2500 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसी प्रकार निर्मल आश्रम नेत्र संस्थान के जनरल मैनजेर अजय शर्मा ने बताया के गत वर्ष में संस्थान ने लगभग 13000 मुफ्त सर्जरी की हैं।

संत जोध सिंह महराज ने सभी अतिथियों को सिरोपा भेंट किया एवं प्रसाद वितरित किया । महाराज जी द्वारा निर्मल आश्रम द्वारा चलाई जा रही विभिन्न संस्थाओं का साहित्य भी उपस्थित अतिथियों को भेट किया गया ।नितिन पटेल एवं  रमेश पोखरियाल निशंक  ने एन. जी. ऐ. स्कूल का दौरा भी किया एवं निर्मल आश्रम द्वारा की जा रही निस्वार्थ मानव सेवाओं की बहुत सराहना की। उन्होंने संत जोध सिंह  महाराज का भी धन्यवाद किया एवं वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा गत 9 वर्षों की उपलब्धियों पर प्रकाशित पुस्तिका भी भेंट की ।

इस अवसर पर  भगवान सिंह पोखरियाल ब्लाक प्रमुख डोईवाला,  रविंदर राणा जिला अध्यक्ष भा. ज. पा.  राजिंदर  महामंत्री भा.ज.पा.,  दिनेश पायल मंडल अध्यक्ष,  रमन रांगर,  संजीव चौहान,  कविता शाह,  चन्द्रमोहन पोखरियाल एवं  सोनी रावत आदि उपस्थित थे ।निर्मल आश्रम की ओर से स. बिक्रमजीत सिंह, अजय शर्मा, स. बलविंदर सिंह, स. हरमनप्रीत सिंह, अमृतपाल डंग, डॉ. सुनीता शर्मा, स. निर्मल सिंह, स. कुलदीप सिंह, स. गुरदीप सिंह, स. दविंदर सिंह भट्ट,  दिनेश शर्मा, स. मंजीत सिंह, स. हरविंदर सिंह, विनोद बिजल्वान, स. गुरजिंदर सिंह, ब्रिजेश कुमार,  दीपक रायल, खेम सिंह एवं सुरेंदर गौड़ (बॉबी) आदि उपस्थित थे ।

केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉ भारती प्रवीण पहुंची निर्मल आश्रम -गुरुद्वारे में सुख शति की कामना करते हुए मत्था टेक, भक्तों में वितरित किया लंगर



ऋषिकेश ,05 मई ‌।भारत सरकार की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री ने निर्मल आश्रम, ऋषिकेश में पहुंचकर गुरुद्वारे में मत्था टेक कर देश में सुख शांति और खुशहाली की कामना की।

शुक्रवार की दोपहर‌ डॉ0 भारती प्रवीण पंवार, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री, भारत सरकार, ऋषिकेश एम्स में आयोजित वाई -20 सम्मेलन में भाग लेने के बाद सीधे‌ अपने सपरिवार के साथ निर्मल आश्रम ऋषिकेश पहुँचीं,जहां उनका आश्रम, एवं उसके संस्थानों के अधिकारियों एवं सेवादारों नें गर्मजोशी से स्वागत किया।

मंत्री ने आश्रम स्थित गुरुद्वारे में, दरबार साहिब पहुँचकर मत्था टेका एवं गुरु महाराज से आशीर्वाद के दौरान विश्व में सांसद की कामना की। तत्पश्चात, दरबार साहिब संग्रहालय में मंत्री को निर्मल संप्रदाय से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज़ों का मुआयना कराया गया, जिनमें ढाई सौ साल पुरानी, श्री गुरु ग्रंथ साहिब और डेढ़ सौ साल पुरानी, श्रीमद्भगवद्गीता की प्रतिलिपियाँ प्रमुख थीं। जहां उन्होंने आश्रम स्थित लंगर हॉल में गुरु-स्मरण कर सेवा प्रदान करते हुए, सभी उपस्थित साधुओं, भक्तों एवं अतिथियों को गुरु-परशाद परोसा। तत्पशात, उन्होनें आश्रम के अधिकारियों एवं सेवादारों के साथ गुरु का लंगर ग्रहण किया।

आश्रम से प्रस्थान करने से पूर्व, मंत्री ने आश्रम एवं उसकी 12 सहयोगी संस्थाओं द्वारा की जा रही नि:स्वार्थ मानव सेवाओं की बहुत सराहना की।साथ ही मायाकुण्ड, ऋषिकेश स्थित, आश्रम की अग्रणी इकाई, निर्मल आश्रम अस्पताल पहुंची, जहां उन्होनें सम्पूर्ण परिसर का दौरा किया। उन्होनें अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की पुरज़ोर प्रशंसा करते हुए अस्पताल के प्रशासन एवं चिकित्सकों की भरपूर हौसला अफ़ज़ाई की।

इस दौरान निर्मल आश्रम अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी, स॰ बिक्रमजीत सिंह, निर्मल आश्रम नेत्र संस्थान के महाप्रबंधक, श्री अजय शर्मा, निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी की प्रधानाचार्या, डॉ॰ सुनीता शर्मा, आतम परकाश कोछर (बाबूजी), स॰ करमजीत सिंह, स॰ कुलदीप सिंह दीपा, स॰ हरमनप्रीत सिंह,  अशोक जोशी, स॰ गुर्जिंदर सिंह,  दिनेश शर्मा, स॰ हरविंदर सिंह एवं  प्रतीश श्रीवास्तव प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

नई शिक्षा नीति को भारत में त्रिभाषा भाषा को लागू किया जाएगा -निशंक अगले वर्ष से ऋषिकेश में अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव होगा आयोजित -स्वामी चिदानंद मुनि



ऋषिकेश 2 मई। पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि बदलते भारत के प्रवेश में भारत सरकार द्वारा लागू की नई शिक्षा नीति के अंतर्गत त्रिभाषा को लागू किया जाएगा।

यह बात रमेश पोखरियाल निशंक ने यहां परमार्थ निकेतन में आयोजित दो दिवसीय निशंक रचना ‌संसार‌‌ गोष्ठी के समापन अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज आवश्यकता है कि युवाओं को साहित्य से जोड़ा जाए जिसके लिए व्यापक अवसर पर प्रयास किए जा रहे हैं जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साहित्य गोष्ठी का आयोजन भी किये जाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री रहते हुए उनके द्वारा पूरे शिक्षा मंत्रालय में हिंदी भाषा में कार्य को पार्थ लिखता प्राथमिकता दी गई है। जिसका प्रभाव संपूर्ण भारत में दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत भारतीय संस्कृति के अनुरूप पाठ्यक्रम में भी परिवर्तन किया गया है। जिसे सभी विद्यालयों में लागू किए जाने के बाद काफी सराहना की जा रही है।

उन्होंने कहा कि किसी हिंदी भाषा को लागू किए जाने से पहले सभी प्रांतों से विचार-विमर्श किया गया था । जिसके बाद ही नई शिक्षा नीति में उस प्रांत की भाषा के अनुरूप पाठ्यक्रम बनाया गया है, उनका मानना था कि पहले अपने घर से भाषा को लागू किए जाने के लिए हमें पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि परमार्थ निकेतन में आयोजित रचना संसार गोष्टी पूरी तरह से सफल रही है जिसमें 500 से अधिक देश वदेश के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर इस गोष्ठी को सफल बनाया है। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि अगले वर्ष परमार्थ निकेतन में अंतर्राष्ट्रीय साहित्य गोष्ठी आयोजित की जाएगी, और यह गोष्ठी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तरह प्रति वर्ष होगी।

सांसद रमेश पोखरियाल की रचना संसार पर दो दिवसीय संगोष्ठी का राज्यपाल ने किया शुभारंभ  भारत की सभ्यता, संस्कृति और साहित्य अद्भुत है -गुरमीत सिंह



ऋषिकेश, 01 मई । उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक रचना संसार पर आयोजित परमार्थ निकेतन में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी काउत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।

सोमवार को परमार्थ निकेतन में आयोजित संगोष्ठी का शुभारंभ करने के उपरांत ‌राज्यपाल गुरुमीत सिंह ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा किभारत की सभ्यता, संस्कृति और साहित्य अद्भुत है। यहां आज एक वल्र्ड रिकार्ड बनाने जा रहा है क्योंकि यहां पर निशंक की 108 रचनाओं का उत्सव है। इतनी पुस्तकों की रचना करना अद्भुत है, अपने आप में कीर्तिमान है।भारत की सभ्यता और साहित्य को लिखना अनिर्वाय है क्योंकि हम साहित्य के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों को दिशा प्रदान कर सकते हैं।

राज्यपाल ने कहा कि दो दिन के चिंतन-मंथन से अद्भुत अमृत निकल कर आयेगा। जीवन जो है वह सोच, विचार, और धारणा का समन्वय ही तो है। उन्होंने कहा कि परमार्थ निकेतन आकर जीवन की खोज समाप्त हो जाती है। जीवन का परम अर्थ प्राप्त होता है। शब्द में ही पूरा संसार है। भारत की सभ्यता और ब्रह्मण्ड की उत्त्पति ओम से हुई। ऊँ में पूरे ब्रह्मण्ड के स्वर समाहित है। उन्होंने कहा कि स्वामी जी से मैं जब भी मिलता हूँ मेरे जीवन की बैटरी चार्ज हो जाती है। ऐसे लगता है कि स्वामी ने पूरी मानवता की जिम्मेदारी ली है। भारत की महान परम्परा हमारे ऋषियों की सोच, विचार और धारणा ही तो है। उन्होंने कहा कि डा निशंक जी ने भारत की संस्कृति और सभ्यता को गहराई से जाना और उसे शब्दों में उतारा है।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि डॉ निशंक का व्यक्तित्व हिमालय की तरह विशाल है और उनकी रचनायें भी सृजनात्मकता और संवेदनशीलता से युक्त है। उनका साहित्य ज्ञानवर्धक और प्रेरणाप्रद है। देश की शान, स्वाभिमान और सम्मान का दीप सभी को अपने हृदय में प्रज्वलित करना होगा। अपने भावों में देश भक्ति के दीपों से सजाने और विश्व तक पहुंचाने का संदेश दिया। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुये कहा कि अपने विचारों में सकारात्मकता बनाये रखे।स्वामी ने कहा कि जीवन कलेक्शन का नाम नहीं बल्कि कनेक्शन का नाम है। हमें केवल बाहर नहीं बल्कि भीतर भी शासन करना होगा। निशंक एक नई सोच के साथ बढ़ रहे हैं। हिमालय की धरती पर हिमालय की विरासत को बचाये रखना जरूरी है। स्वामी जी ने सभी को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प कराया।महात्मा गांधी हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि भारत के ज्ञान, विद्या तथा शक्ति की अत्यंत प्रतिष्ठा है क्योंकि भारतवासी परमार्थ हेतु जीवन जीना जानते है। उन्होंने कहा कि निशंक सजृनधर्मी हैं, सजृन और संवर्द्धन के प्रतीक हैं।

राजेश नैथानी ने कहा कि जी -20 वसुधैव कुटुम्बकम् के सूत्र वाक्य पर आयोजित किया जा रहा है, इसी भाव को लेकर लेखक गांव का सजृन भी किया जा रहा है जहां पर लेखक आकर अपनी संवेदनाओं को सहेज पायेंगे।

डा अश्विनी ने कहा कि निशंक का रचना संसार ओज से भरा गुलदस्ता है, इसमें राष्ट्रभक्ति भी समाहित है।

रश्मि खुराना ने कहा कि हम भारतीय है और हम कहीं भी रहे भारतीय ही रहेेगे। उन्होंने निशंक जी की शिक्षा नीतियों की सराहना की।

डा निशंक ने इस समारोह में सहभाग करने वाले सभी अतिथियों, अनेक विश्व विद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर्स, शोधार्थियों और बच्चों का अभिनन्दन किया।

डाॅ निशंक जी ने 108 कृतियों की रचना की हैं तथा उनकी पुस्तकों का तमिल, तेलुगु, उड़िया, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, उर्दू, फारसी, संस्कृत, डोगरी सहित अनेक भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, नेपाली, डच सहित अनेक अभारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है । अब तक कई विद्वानों द्वारा निशंक के साहित्य पर लेखन कार्य किया जा चुका है।

ज्ञातव्य है कि कई शोधार्थी डॉ निशंक के साहित्य पर शोध कर चुके हैं या कर रहे हैं। अपनी उत्कृष्ट साहित्य साधना के लिए डॉ निशंक को 15 से ज्यादा देशों में सम्मानित किया जा चुका है।इस अवसर पर अनेक प्रसिद्ध साहित्यकारों, शिक्षाविदों, प्रोफेसर्स एवं समीक्षकों ने सहभाग किया।

निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी में धूमधाम से मनाया गया अलंकरण समारोह



ऋषिकेश 29 अप्रैल । निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी के नवीन शैक्षिक सत्र में  महंत बाबा राम सिंह महाराज की कृपा एवं  संत जोध सिंह महाराज के सानिध्य में विद्यालय का ‘अलंकरण’ समारोह धूमधाम से मनाया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल  सुरेश कुमार 1058WRSP ( GREF ) शिवपुरी टिoगo उत्तराखंड और विशिष्ट अतिथि  महिमा वर्मा का स्वागत पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया गया।

दीप प्रज्वलन और मूल मंत्र- गायत्री मंत्र की मधुर ध्वनि के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । विद्यालय की छात्राओं ने गुरबाणी शब्द ‘मेरे साहिब तू’…….. के माध्यम से ईश्वर का स्मरण किया और विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ  सुनीता शर्मा  के स्वागत भाषण के पश्चात विद्यालय की छात्रा आशा पैन्यूली ने नेतृत्व क्षमता पर अपने विचार प्रस्तुत किए। तत्पश्चात विद्यालय ‘कोर’ ग्रुप ने ‘लक्ष्य न ओझल होने पाए’….. सामूहिक गान गाकर नवनिर्वाचित छात्र सदस्यों को अपने लक्ष्य और कर्तव्य के प्रति सचेत किया ।विद्यालय के वरिष्ठ खेल प्रशिक्षक  दिनेश पैन्यूली के मार्गदर्शन में नव निर्वाचित सदस्यों की परेड कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही।

छात्रों के सुंदर- संतुलित सामूहिक ‘कदमताल’ ने सैन्य परेड का- सा आभास कराते हुए सबको रोमांच से भर दिया ।

इसके बाद विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ सुनीता शर्मा ने चारों सदनों प्रह्लाद, श्रवण लव, कुश के नवनिर्वाचित कप्तान और छात्र सदस्यों को अपने दायित्व और कर्तव्य की शपथ दिलवाई ।

कार्यक्रम में छात्र प्रतिनिधियों के वरिष्ठ वर्ग में स्कूल कप्तान करण शाही, मानसी तिवारी, खेल कप्तान अमन रमोला वंशिका कंडवाल और कनिष्ठ वर्ग में स्कूल कप्तान आराध्य सेमवाल, सृजना रिमाल तथा चारों सदनों के कप्तान निखिल वर्मा, भरत राणा, दिया बिष्ट, आकाश ध्यानी, ( वरिष्ठ वर्ग ) रिशिता रावत, अक्षिता त्रिपाठी, अनुष्का भंडारी, अनुष्का बिष्ट ( कनिष्ठ वर्ग ) साहित्य कप्तान वरिष्ठ वर्ग में इशिका प्रजापति एवं अन्य नवनिर्वाचित सदस्यों आंचल असवाल, गुरबाणी कौर, दीपक सैनी, साक्षी नौटियाल, शौर्य राणा, रिचा गौड़, शगुन रावत, हर्ष कश्यप, प्राची तोमर, प्रिंस मंडल,वंश कश्यप, अंकुश राणा, अंश सिंह, हेमा शर्मा,आयुष कुमार, आयुष रयाल आदि को मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल  सुरेश कुमार एवं उनकी धर्मपत्नी  महिमा वर्मा  ने अलंकृत कर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि ने एक नेता ( लीडर ) के कर्तव्यों, आदर्श एवं गुणों पर प्रकाश डालते हुए विद्यालय के अनुशासन, कार्यप्रणाली व कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की।

विद्यालय के संचालक श्रद्धेय संत  जोध सिंह महाराज ने मुख्य अतिथि को सपत्नीक सम्मान स्वरूप विद्यालय का स्मृति चिन्ह व सिरोपा भेंट किया साथ ही आगंतुक सभी गणमान्य अतिथियों को अपने आशीर्वाद के रूप में सिरोपा भेंट किया ।इस अवसर पर सम्मानित अतिथि सरदार कुलदीप सिंह कलरा  (करनाल), फिल्म स्क्रिप्ट राइटर  ऋषि कुमार, सरदार दर्शन सिंह  ,सरदार प्यारा सिंह , सरदार मंजीत सिंह , एडवोकेट अभिषेक प्रभाकर,  महेंद्र सिंह, डॉ अजय शर्मा ( जी एम एन ई आई ), अनिल किंगर,NDS प्रधानाचार्या  ललिता कृष्ण स्वामी, निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी हेडमिस्ट्रेस  अमृत पाल ढंग, समन्वयक  सोहन सिंह कैंतूरा, विनोद बिजलवान, समस्त शिक्षक गण एवम स्टॉफ उपस्थित थे । कार्यक्रम का कुशल संचालन विद्यालय की मेधावी छात्राओं कुमारी खुशी सेमवाल एवं कुमारी सिमरन जेठुरी ने किया ।

समय के साथ शिक्षा में इनोवेशन बहुत जरूरी: पुष्कर सिंह धामी, सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय के उच्चीकृत भवन का किया शिलान्यास, 21 हजार से अधिक अध्यापकों को टेबलेट के लिए उनके स्कूलों में 21 करोड़ 76 लाख रूपये की धनराशि की हस्तांतरित



ऋषिकेश/देहरादून 11 अप्रैल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज देहरादून में शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ‘‘प्रवेशोत्सव’’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर उन्होंने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय विद्यालय बनियावाला के उच्चीकृत भवन का शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने विद्यालय से 8वीं पास करने वाली बालिकाओं को मैट्रिकुलेशन सेरेमनी से अलंकृत किया एवं प्राथमिक विद्यालयों के 21 हजार से अधिक अध्यापकों को टेबलेट के लिए उनके स्कूलों में डीबीटी के माध्यम से 21 करोड़ 76 लाख रूपये की धनराशि हस्तांतरित की।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि समय के साथ शिक्षा में इनोवेशन बहुत जरूरी है। ज्ञान और शिक्षा सिर्फ किताबी नहीं हो सकते हैं। शिक्षा का मकसद व्यक्ति के हर आयाम का सन्तुलित विकास करना है। सन्तुलित विकास इनोवेशन के बिना सम्भव नहीं है।

उन्होंने कहा की बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का जो नारा दिया है उस नारे को हमें सार्थक करके दिखाना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति से स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा को नए आयाम प्राप्त होंगे, इससे सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर भी मिलेंगे और रोजगार परक शिक्षा मिलेगी, साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अलग से तैयारी नहीं करनी पड़ेगी।

एम्स ऋषिकेश द्वारा आयोजित ‘मां पूर्णागिरी स्वास्थ्य चेतना यात्रा’ के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं के लिए आयोजन किया स्वच्छता संबन्धी जागरुकता शिविर



ऋषिकेश 2 मार्च। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश द्वारा आयोजित ’मां पूर्णागिरी स्वास्थ्य चेतना यात्रा’ के दौरान जनपद उधमसिंह नगर के विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं के लिए स्वच्छता संबन्धी जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। वाई-20 कंसल्टेंसी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने पर जोर दिया गया।

उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल स्थित जनपद उधमसिंह नगर के नदन्ना और सदासारिया गांवों में आयोजित जन-जागरुकता शिविर के दौरान स्कूली बच्चों और क्षेत्र के युवाओं को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करते हुए बताया गया कि जीवन में अधिकांश बीमारियां दूषित खाद्य पदार्थ, दूषित पेयजल के सेवन से और साफ-सफाई के अभाव में ही पनपती हैं। विभिन्न स्थानों तथा स्कूलों में आयोजित कार्यक्रमों में आम लोगों को साफ-सफाई का महत्व बताकर स्वच्छ भारत जागरुकता अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया गया।

एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर( डॉ.) मीनू सिंह ने अपने संदेश में कहा कि अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखने, प्रदूषण मुक्त वातावरण और शहरों, कस्बों, गांवों तथा शहरों में हरित क्रांति को साकार करने के लिए युवाओं को स्वच्छता मिशन में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। अभियान के संरक्षक चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए मेडिकल, नर्सिंग और अन्य काॅलेजों के छात्र-छात्राओं द्वारा सक्रिय भूमिका निभाने की बात कही।

शिविर की समन्वयक उप चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. पूजा भदौरिया ने बताया कि इस दौरान जागरुकता कार्यक्रम में पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से स्कूली बच्चों को साफ-सफाई का महत्व बताया गया। साथ ही सेनेटाइजर व साबुन का वितरण भी किया गया। इस अवसर पर अस्पताल प्रशासन के डाॅक्टर लेविन राव दसारी, इंटर्न डॉ. राजेंद्र राठौर और सीनियर नर्सिंग ऑफिसर राम कुमार ने आम लोगों को मलेरिया की रोकथाम, हाथ की स्वच्छता बनाए रखने व ठीक ढंग से हाथों धोने की प्रक्रिया, सूखे और गीले कचरे के रूप में अपशिष्ट पदार्थों का पृथकीकरण करने आदि विषयों पर विभिन्न लाभदायक जानकारियां दी। इस अवसर पर नर्सिंग स्टाफ सहित कई अन्य लोग शामिल रहे।

मुख्यमंत्री धामी ने ऋषिकेश महाविद्यालय परिसर में किया शैक्षणिक एवं प्रशासनिक भवन का शिलान्यास, विपक्षी दलों ने छात्रों के आंदोलन को राजनीतिक मुद्दा बनाकर प्रदेश का माहौल खराब करने का कार्य किया: पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश 27 फरवरी । प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विरोधी दलों पर हमला बोलते हुए कहां कि उनकी सरकार ने उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाए जाने की दिशा में कई कठोर निर्णय लेते हुए विकास की दिशा में कार्य किया है, जोकि इन दलों को रास नहीं आ रहा है और उन्होंने छात्र आंदोलन के चलते उनके कंधों पर चढ़कर राजनीति किए जाने का घिनौना कृत्य किया है।

यह हमला पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को ऋषिकेश और बादशाहत भवन theri में श्रीदेव सुमन कैंपस में उच्च शिक्षा डॉ मंत्री धनसिंह रावत वित्त एवं शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने 25 करोड़ की लागत से बनने जा रहे प्रशासनिक भवन व शैक्षणिक भवन का शिलान्यास व भूमि पूजन करने के उपरांत उपस्थिति को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि श्रीदेव सुमन की भावना का संचार करने वाले श्री देव सुमन के नाम से बनाया जा रहा यह प्रशासनिक भवन क्रांति का संचार भी करेगा, उत्तराखंड में स्थापित विश्वविद्यालयों का शिक्षा का क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है जोकि छात्र-छात्राओं के मध्य उच्च शिक्षा देकर व्यक्ति के निर्माण करने का काम करती है।

उन्होंने कहा कि ‌प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात छात्र-छात्राओं में शिक्षा के प्रति प्रेरणा देने का कार्य कर रही है। भारत सरकार द्वारा बनाई गई नई शिक्षा नीति और भी कारगर होगी। देश में नई शिक्षा नीति जो आई है वह छात्रों के विकास के लिए नई बुनियाद रखने जा रही है ।जिसे उत्तराखंड सरकार लागू करने जा रही है। उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि जब वह नकल अध्यादेश लाए तो छात्रों द्वारा किए गए आंदोलन पर राजनीति के जाने के लिए उन्होंने छात्रों के कंथे का इस्तेमाल कर प्रदेश का माहौल बिगाड़ जाने का कार्य ‌किया।उन्होंने कहा कि पहले भारत की बात को विश्व के मंचों पर गंभीरता से नहीं लिया जाता था, परंतु प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज विश्व मंच पर भारत का मान बढ़ाएं जाने के कार्य के चलते जी20 सम्मेलन की अध्यक्षता किए जाने का सौभाग्य भी प्रधानमंत्री मोदी को मिला है । जिसके कारण भारत विश्व को दिशा देने का कार्य कर रहा है। पहले विश्व स्तर के जितने भी कार्यक्रम होते थे वह दिल्ली व दिल्ली के आसपास ही किए जाते थे, जो कि अब भारत के विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जा रहे हैं जिसके चलते जी 20 सम्मेलन किए जाने का सौभाग्य उत्तराखंड सरकार को भी मिला है जिसके चलते दो बैठक ऋषिकेश में और एक कुमाऊं में होने जा रही है जिसमें प्रतिभाग करने वाले विदेशी मेहमानों द्वारा लिए जाने वाले निर्णयों पर पूरे विश्व की नजर लगी है। जिसके कारण ऋषिकेश का विकास होगा जिसके लिए हमारी सरकार ने बड़ी रकम दिए जाने का ऐलान किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी डबल इंजन की सरकार श्रेष्ठ भारत श्रेष्ठ उत्तराखंड की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है ।जिसके कारण ऑल वेदर रोड हो या ऋषिकेश करणप्रयाग रेल लाइन बिछाने का कार्य के अतिरिक्त नमामि गंगे योजना के अंतर्गत गंगा जी को स्वच्छ रखने के लिए 138 गंदे नालों को गंगा जी में मिलने से रोकने के लिए एसटीपी का निर्माण कर जल को स्वच्छ बनाकर पीने योग्य बनाए जाने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है उन्हें राज्य की जनता से मिल रहे सहयोग के कारण अपेक्षा है कि वह आने वाले समय में उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाए जाने की दिशा में सफलता प्राप्त होगी ।इसके लिए वह संकल्पित भी है । मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए कहा कि उन्हें आशा है कि इस बार यात्री पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर बड़ी संख्या में यात्रा के लिए आ रहे हैं। जिनकी सुविधा के लिए सरकार कोई भी कमी नहीं होने देगी।उन्होंने क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए किए गए 10 सूत्रीय ज्ञापन पर अमल किए जाने का आश्वासन भी दिया।

इस दौरान शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि आज इस परिसर में बनने वाले शैक्षणिक एवं प्रशासनिक भवन के लिए मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आशीर्वाद की कामना करते हुए कहा कि उनकी मांगों‌ मे प्रमुख मांग श्यामपुर और रायवाला में और ब्रिज बनाए जाने के साथ पर्यटकों को देखते हुए संजय झील का विकास किए जाने की भी है।

इस दौरान मंच पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, शहरी एवं विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा, नगर निगम महापौर अनीता ममगांईं, विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पीपी ध्यानी, प्रचार्य एमएस रावत, प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल सहित छात्र संघ के पदाधिकारी और अन्य लोग भी उपस्थित थे।

बेरोजगार संघ द्वारा दिए जा रहे धरना प्रदर्शन में हुए पथराव को लेकर पुलिस द्वारा वीडियोग्राफी तथा फोटोग्राफी के द्वारा किया गया अराजक तत्वों को चिन्हित, होगी कठोर वैधानिक कार्रवाई और क्या कहा एसएसपी ने ? देखे वीडियो



 ऋषिकेश/ देहरादून 13 फरवरी ।उत्तराखंड में पटवारी लेखापाल अन्य परीक्षाओं में हो रहे पेपर लीक को लेकर बेरोजगार संघ द्वारा दिए जा रहे धरना प्रदर्शन में असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए पथराव को लेकर अब उत्तराखंड पुलिस सख्त रवैया अपनाने जा रही है।

जिस पर एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि बेरोजगार संघ द्वारा गांधी पार्क में दिए जा रहे धरने/ प्रशासन के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा अराजकता फैलाने के उद्देश्य से मौके पर उपस्थित पुलिस बल के ऊपर पथराव किया गया था, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों को चोटें आई थी तथा सार्वजनिक व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचा था।

पुलिस द्वारा मौके पर हुई वीडियोग्राफी तथा फोटोग्राफी के माध्यम से ऐसे कुछ अराजक तत्वों को चिन्हित किया गया है, जिनके विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।