कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर ऋषिकेश के तमाम गंगा घाटों पर देश के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, – गरीबों में अन्न, वस्त्र और धन का किया दान चंद्रग्रहण के चलते मंदिरों में नहीं बजी घंटी


ऋषिकेश, 08 नवम्बर ।तीर्थ नगरी में देश के विभिन्न प्रांतों से आए लाखों की संख्या में ‌कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर सूर्यनारायण को अर्घ्य देकर गरीबों और भिक्षुओं को दान भी दिया। जिसके चलते स्वर्ग आश्रम और लक्ष्मण झूला क्षेत्र के मुख्य घाट भी श्रद्धालुओं के स्नान किए जाने के कारण गुलजार रहे। जहां देर शाम तक स्नान करने और दान देने वालों का सिलसिला जारी रहा।

वही चंद्र ग्रहण के सूतक लगने के कारण मंदिरों के कपाट बंद हो जाने से मंदिरों की घंटियों व शंखनाद भी नहीं हो पाया । मंगलवार को चंद्रग्रहण के चलते सोमवार को ही कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के लिए देश के अन्य प्रांतों से श्रद्धालुओं का ऋषिकेश आना प्रारंभ हो गया था। जिन्होंने ने सुबह से ही त्रिवेणी घाट का रुख करना प्रारंभ कर दिया था जिसके कारण समूचे घाटों पर श्रद्धालुओं की चहल कदमी देखी गई, गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं ने आराध्य देव सूर्य भगवान की पूजा अर्चना की, जिसके कारण त्रिवेणी घाट, नाव घाट परिसर में लाइनों में बैठे भिक्षुओं‌ को‌ अन्न वस्त्र और धन का दान दिया।

इस दौरान नगर की सामाजिक संस्थाओं के साथ तीर्थ पुरोहित समिति और गंगा सेवा समिति ने श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण की व्यवस्था की थी। कार्तिक पूर्णिमा पर दिल्ली, यूपी ,हरियाणा ,राजस्थान, पंजाब आदि प्रांतों से काफी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी घाट पहुंचे थे। श्रद्धालुओं के वाहनों के दबाव के चलते घाट रोड पर जाम की स्थिति बनी रही ।वहीं घाटों पर स्नान के दौरान डूबने जैसी घटनाओं की रोकथाम के लिए जल पुलिस भी बड़ी संख्या में जहां तैनात की गई थी वही सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस भी गश्त करती रही।

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