गंगा की लहरों में देश-विदेश के खिलाड़ियों ने दिखाया अपना जौहर, ऋषिकेश में तीन दिवसीय गंगा क्याक महोत्सव का हुआ शुभारंभ



ऋषिकेश, 17 फरवरी । उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के सहयोग से द एडवेंचर स्पोर्ट्स सोसाइटी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय गंगा क्याक महोत्सव के पहले दिन देश-विदेश के खिलाड़ियों ने गंगा की लहरों में अपना जौहर दिखाया। फूलचट्टी के निकट गंगा गोल्फ कोर्स रैपिड के पास दसवें गंगा क्याक महोत्सव का गुरुवार को मुख्य अतिथि कर्नल अश्विनी पुंडीर, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) यूटीडीबी ने रिबन काटकर शुभारंभ किया। प्रतियोगिता में ऋषिकेश, अरूणांचल प्रदेश, नेपाल, लद्दाख समेत ऑस्ट्रेलिया के 62 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं।

कर्नल अश्विनी पुंडीर, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) यूटीडीबी ने बताया कि उत्तराखंड साहसिक एवं रोमांचक खेलों के लिए एक बेहतरीन स्थान है। ऋषिकेश में हो रहे गंगा क्याक महोत्सव में भाग ले रहे देश-विदेश के खिलाड़ियों ने पहले दिन अपना हुनर दिखा कर साहसिक खेलों की महत्वता और उससे जुड़े रोमांच को दर्शाने का काम किया है। प्रदेश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग की ओर से लगातार काम किया जा रहा है।

द एडवेंचर स्पोर्ट्स सोसाइटी अध्यक्ष भीम सिंह चौहान और सचिव हरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बीते वर्षों की तरह इस बार भी आयोजित गंगा क्याक महोत्सव 17 से 19 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता यमकेश्वर के फूलचट्टी के पास आयोजित की जा रही है। इसमें विदेशी प्रतियोगियों में खासा उत्साह है। उन्होंने बताया कि महोत्सव में भारत के ऋषिकेश से 45, लद्दाख से एक, अरुणाचल से तीन, नेपाल के 12 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। महोत्सव में इस बार प्रतियोगिता के विजेताओं को सात लाख रुपये के नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

तीन दिवसीय महोत्सव में प्रोफेशनल, बिग्नर्स और महिला वर्गों के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। गंगा क्याक महोत्सव में चार प्रतियोगिताएं प्रमुख हैं, जिनमें स्प्रिंट, जाइंट स्लालोम, बोटर क्रॉस व मास बोटर क्रॉस प्रतिस्पर्धा शामिल है। सभी प्रतिस्पर्धाओं में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को ओवरऑल चैंपियन घोषित किया जाएगा, जिसे एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। वहीं एक भारतीय खिलाड़ी को बेस्ट इंडियन पैडलर चुना जाएगा, जिसे पचास हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

ऋषिकेश विधानसभा के रण में ‘आप’ रचेगी इतिहास-डॉ राजे सिंह नेगी, धनबल के दम पर भी राष्ट्रीय दल नही जीत पायेंगे चुनाव-आप प्रत्याशी



 

ऋषिकेश 10 फरवरी। -वीरवार को आम आदमी पार्टी के ऋषिकेश विधानसभा प्रत्याशी डॉ राजे सिंह नेगी ने रायवाला क्षेत्र में डोर-टू-डोर जनसम्पर्क किया।इस दौरान उन्होंने विकास का सूखा खत्म करने के लिए पार्टी के पक्ष में मतदान की अपील की।क्षेत्र में ढोल दमाउ के साथ उनका जोरदार स्वागत हुआ।

वृहस्पतिवार को अपने जनसम्पर्क अभियान का श्री गणेश रायवाला क्षेत्र में करने के बाद नुक्कड़ सभा में आप प्रत्याशी नेगी ने कहा कि जनता ने इस बार मन बनाया है कि अबकी बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनानी है। उन्होंने कहा कि 21 सालों में उत्तराखंड की जनता को कांग्रेस और बीजेपी ने ठगने का काम किया है लेकिन आप पार्टी यह विश्वास दिलाती है कि उनकी सरकार बनते ही यहां सभी गारंटी हर हाल में पूरी होंगी।
उन्होंने कहा ऋषिकेश विधानसभा की जनता इस बार मन बना चुकी है कि आम आदमी पार्टी की नीतियों पर मुहर लगाएगी। उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि इस चुनाव में दोनों ही दल के प्रत्याशी पैसों का जबरदस्त उपयोग कर रहे हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी धन बल का प्रयोग नहीं करती, क्योंकि आम आदमी पार्टी का वोटर साइलेंट होता है, जो चुपचाप अपना वोट देता है। उसे पैसों से कोई खरीद नहीं सकता।

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का कोई मुकाबला नहीं है। क्योंकि जनता एक तरफ अपना मन बना चुकी है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी ने अपनी घोषणाओं को धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश की जनता को विश्वास में लिया है और हम यकीन दिलाते हैं कि हमारी सरकार बनते ही जैसे वादे हमने दिल्ली में पूरे की उत्तराखंड में भी सभी वादों को पूरा करेंगे।

प्रधानमंत्री द्वारा गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तराखंड की प्रसिद्ध गढ़वाली टोपी पहन कर आज उत्तराखंड का बढ़ाया मान, मोदी के द्वारा गढ़वाली टोपी पहनने से आने वाले समय में बन सकती है गढ़वाली टोपी फैशन का एक बड़ा सिंबल



ऋषिकेश/ देहरादून /दिल्ली 26 जनवरी । 73 वे गणतंत्र दिवस पर आज दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड की प्रसिद्ध गढ़वाली टोपी पहन कर आज उत्तराखंड सहित सभी गढ़वाली और कुमाऊनी लोगों का मान सम्मान बढ़ा दिया है। 

 प्रधानमंत्री नरेंद्र  मोदी हमेशा देश के राज्यों की संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए नजर आते हैं , इस बार  गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र की गढ़वाली टोपी में नजर आ रहे हैं…. ।

 

पीएम मोदी इस दौरान अलग अंदाज में नजर आए। गणतंत्र दिवस समारोह में पीएम मोदी ने आज अपने उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी पहनी हुई है। पीएम मोदी की इस उत्तराखंड टोपी पर उत्तराखंड का राजकीय पुष्प ब्रह्मकमल का फूल बना हुआ है।

आज प्रधानमंत्री के द्वारा उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी को पहनना अब पूरे भारत ही नहीं अपितु विश्व में भी एक ब्रांड टोपी के रूप में विख्यात हो गया है। आज पूरे विश्व और देश में प्रधानमंत्री के ड्रेस को लेकर हमेशा आकलन किया जाता है जिसमें मुख्यता उनकी पगड़ी और टोपी को लेकर विशेष ध्यान दिया जाता है जो कि हर बार एक फैशन सिंबल भी बन जाता है। आज प्रधानमंत्री के द्वारा उत्तराखंड के पारंपरिक टोपी को पहनने से उत्तराखंड की टोपी को भी एक विशेष महत्व मिल गया है जो कि आने वाले समय में एक बड़े फैशन का सिंबल बन सकता है।

भाजपा हाईकमान की राह त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की आसान, एक तीर से हुए कई निशाने डोईवाला से प्रेमचंद , ऋषिकेश से सुबोध , नरेंद्र नगर से ओम गोपाल रावत बनने जा रहे प्रत्याशी



ऋषिकेश 20 जनवरी।  पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव ना लड़ने की इच्छा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे गए पत्र के माध्यम से ऐसे ही व्यक्त नहीं की गई है, जिसके पीछे कई रहस्य भी छिपे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नजदीकी राजनीतिक पंडितों का कहना है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत को लग गया था, कि उनका डोईवाला क्षेत्र में काफी विरोध है ,जिसका कारण कार्यकर्ताओं के बीच आपसी सामंजस्य ना होने के कारण कार्यकर्ताओं में भारी रोष का होना तो है ही, वहीं उन्होंने कभी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को न सुनने के साथ उनके कार्य भी नहीं किए हैं। जबकि उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद कार्यकर्ताओं में उनसे काफी अपेक्षाएं थी,  जिसके कारण उनके नजदीकी लोग भी उनसे काफी छिटक गए थे, जिसके कारण उन्हें लग गया था कि वह अब डोईवाला विधानसभा चुनाव की नैया पार नहीं कर सकते हैं ,इसलिए उन्होंने अपनी इज्जत बचाने के लिए जेपी नड्डा को लिखे पत्र के माध्यम से अपनी डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव ना लड़ने की इच्छा व्यक्त की है।

पुराने पिछले पूरे घटनाक्रम पर नजर डालें तो विधानसभा अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की नाराजगी भी त्रिवेंद्र रावत को पत्र लिखने की  मजबूरी बनी है।ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से पिछले 15 वर्षों से विधायक बने प्रेमचंद अग्रवाल की इच्छा अपने पैतृक घर वापसी कर डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ने की पिछली बार व्यक्त की गई थी, परंतु राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल के वरदहस्त के कारण उन्हें ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लडवाया गया था, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की प्रतिष्ठा बचाते हुए चुनाव में विजय हासिल की थी ।लेकिन उस पत्र को ध्यान में रखते हुए भाजपा हाईकमान द्वारा इस बार उनकी इच्छा को भी ध्यान में रखा गया है, वही नरेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र से कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और भाजपा नेता ओम गोपाल रावत के बीच चल रही टिकट को लेकर रस्साकशी को भी भाजपा हाईकमान ने ध्यान में रखा है। पिछले चुनाव में सुबोध उनियाल ने यह सीट गोपाल रावत से मात्र एक इकाई के अंतर से जीती थी ःजिसके कारण भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी रोष तभी से चला आ रहा था, इतना ही नहीं सुबोध उनियाल के वरदहस्त के कारण गोपाल रावत का नगर पालिका मुनि की रेती क्षेत्र का प्रत्याशी भी मात्र कुछ ही मतों के अंतर से पराजित होना भी भाजपा कार्यकर्ताओं के रोष का कारण बना है ,जिससे पार्टी के द्वारा कराए गए सर्वे में यह स्पष्ट हो गया है, कि इस सीट पर यदि ओम गोपाल रावत निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सुबोध उनियाल के सामने दावेदार बन गए तो यह सीट खतरे में पड़ सकती है। जिसे लेकर भाजपा हाईकमान भी असमंजस की स्थिति में फंसा थाः परंतु त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा डोईवाला सीट से चुनाव ना लड़ने की इच्छा के चलते तीन विधानसभा पर इसका प्रभाव पड़ेगाः जिसमें यदि विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को डोईवाला से लड़ वाया जाएगा,और सुबोध उनियाल को ऋषिकेश विधानसभा से और ओम गोपाल को नरेंद्र नगर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतार दिया जाएगा ,तो तीनों सीट भाजपा की झोली में आसानी से जा सकती हैं। क्योंकि तीनों सीटों पर कांग्रेस व अन्य दलों के बीच कोई दमदार उम्मीदवार अभी तक जनता के बीच अपनी घुसपैठ नहीं बना पाया है ।जबकि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता तीनों सीटों को भाजपा की झोली में डालने के लिए तैयार हैं, लेकिन यह तभी संभव है की तीनों सीटों पर कार्यकर्ताओं की अपेक्षाओं के अनुरूप उम्मीदवारों को उतारा जाएगा। इस कारण भारतीय जनता पार्टी के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी दूर हो जाएगी।

 

आगामी 14 फरवरी को होने वाले उत्तराखंड चुनाव की सरगर्मी को देखते हुए जहां भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता चुनाव मैदान में डिजिटल प्रचार माध्यम के साथ चुनाव मैदान में लगा हुआ है वही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा नए नगर विधानसभा क्षेत्र के प्रबल दावेदार सुबोध उनियाल के धुर विरोधी ओम गोपाल रावत के साथ कुंजापुरी मंदिर में गल भैया करते हुए दर्शन करने को भी नरेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र में कई दृष्टि से देखा जा रहा है कुछ कार्यकर्ताओं का मानना है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का वरदहस्त ओम गोपाल रावत को प्राप्त है ,और वह उनको टिकट दिलाने की वकालत कर रहे हैं तो आम कार्यकर्ता आपस में दूरियां क्यों बढ़ाएं क्योंकि इस समय पूरी तरह तटस्थ बना हुआ है, आम कार्यकर्ताओं का मानना है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संगठन मंत्री होते भी आम कार्यकर्ताओं के आपस में लड़ाने का ही काम किया है और आज भी वह उसी नीति पर चल रहे हैं।

ब्रेकिंग न्यूज़ : पंजाब में होंगे अब 14 फरवरी की जगह 20 फरवरी को चुनाव, रविदास जयंती को लेकर चुनाव आयोग ने किया बड़ा फैसला



ऋषिकेश, 17 जनवरी । पंजाब विधानसभा 2022 के चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने बहुत बड़ा फैसला कर दिया है। चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख को बदलते हुए 20 फरवरी को पंजाब प्रदेश में चुनाव के आदेश दे दिए गए हैं। जिसमें  5 प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने 7 चरणों में चुनाव कराने का फैसला लिया गया था जिसमें पहले पंजाब उत्तराखंड समेत तीन राज्यों में 14 फरवरी को चुनाव दूसरे चरण में होने थे। परंतु पंजाब में लगातार सभी राजनीतिक दलों और मुख्यमंत्री चन्नी चुनाव आयोग से लगातार यह मांग कर रहे थे कि 14 फरवरी को रविदास जयंती के अवसर पर पंजाब को 14 फरवरी को चुनाव ना की जाए जिससे सभी राजनीतिक दलों की मांगों को देखते हुए चुनाव आयोग ने अब पंजाब में 14 फरवरी की जगह 20 फरवरी को तीसरे चरण में चुनाव कराने का ऐलान कर दिया गया है।

उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में चुनाव की तारीख का हुआ एलान, उत्तराखंड पंजाब गोवा में 14 फरवरी को एक ही चरण में होगा मतदान, पांचो राज्य में कुल 7 चरणों में होगा मतदान, 10 मार्च को होगी मतगणना



ऋषिकेश/ देहरादून/ लखनऊ/ दिल्ली 6 जनवरी। 2022 में होने वाली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तराखंड समेत पांच राज्यों के चुनावों को लेकर चुनाव आयोग ने चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव की अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। जिसमे पांचो राज्य में 7 फेस में चुनाव संपन्न होगे। और 10 मार्च को  वोटों की गिनती होगी ।

आज मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में उत्तर प्रदेश ,उत्तराखंड ,गोवा ,मणिपुर ,और पंजाब के सभी चुनाव की तैयारियों को पूरा कर लिया गया है और कोरोना के बीच चुनाव कराना हमारा कर्तव्य बन गया है । उन्होंने बताया कि सभी चुनाव कर्मियों को वैक्सिंन की दोनों डोज लगी होंगी। इसलिए उन्होंने ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को मतदान करने के लिए अपील की।

सभी 5 राज्यों मैं होने वाले सभी चुनावों को  सात चरणों में कराया जाएगा। 10 मार्च को पांच राज्य में वोटों की गिनती की जाएगी। 10 फरवरी को पहला चरण 20 फरवरी  को दूसरा 23 फरवरी को तीसरा 27 फरवरी को चरण तथा और 3 मार्च छठा चरण के अलावा आखिरी 7 मार्च को सातवें चरण में मतदान किया जाएगा और 10 मार्च को मतदान की गिनती की जाएगी,

जिसमें उत्तर प्रदेश में सभी 7 चरण में मतदान होगा, जबकि उत्तराखंड, पंजाब, और गोवा में एक ही चरण में मतदान किया जाएगा इसके अलावा जबकि मणिपुर में दो चरणों में मतदान होगा।

जबकि 21जनवरी से 2022 से नामांकन शुरू किए जाएंगे।

*#5 राज्यों के विधानसभा चुनाव का शेड्यूल!!*
*पहला चरण:* 10 फरवरी
उत्तर प्रदेश
*दूसरा चरण:* 14 फरवरी
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा
*तीसरा चरण:* 20 फरवरी
उत्तर प्रदेश
*चौथा चरण:* 23 फरवरी
उत्तर प्रदेश
*पांचवा चरण:* 27 फरवरी
उत्तर प्रदेश, मणिपुर
*छठवां चरण:* 3 मार्च
उत्तर प्रदेश, मणिपुर
*सातवां चरण:* 7 मार्च
उत्तर प्रदेश
*नतीजे:* 10 मार्च

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा यह भी बताया कि कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को देख सभी राज्यों में चुनाव कराना बहुत ही चुनौतीपूर्ण है। सभी राज्यों में चुनावों को कोरोना नियमों के अंतर्गत ही कराया जाएगा जिसके लिए सभी राज्य मे होने वाले चुनाव के मद्देनजर वहां की राज्य सरकारों  और केंद्र सरकार से चुनाव की तैयारी को लेकर समीक्षा कर ली गई है।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार 1620 पोलिंग स्टेशनों पर केवल महिला  ही रहेंगे, 2 लाख 15 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन रहेंगे पोलिंग स्टेशन में अब की बार 16 फीसद का इजाफा हुआ है।इस बार 24.9 लाख नए वोटर बने हैं और  18.3 करोड मतदाता चुनाव में मतदान करेंगे। चुनाव के मुद्दे के 900 हजार बार चुनाव पर नजर रखेंगे। हर बूथ पर 1250 मतदाताओं द्वारा मतदान किया जाएगा। सभी राजनीतिक दलों के लिए एक सुविधा एप बनाया गया है। जिसमें उम्मीदवार अपने ऑनलाइन नामांकन भी कर सकते हैं।  इसके अलावा सभी लोग  civilg ऐप पर अपनी कोई भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा पोलिंग की टाइमिंग भी 1 घंटे ज्यादा रखी गई है। इस बार सभी उम्मीदवार 40 लाख रुपए तक चुनाव खर्च कर सकते हैं।परंतु किसी भी तरह की पदयात्रा, रोड शो, साइकिल, बाइक नुक्कड़ सभा आदि पर रैली आदि पर रोक रहेगी।

पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने किया बड़ा फैसला



ऋषिकेश/ दिल्ली /लखनऊ  7 जनवरी ।  पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने एक बड़ा फैसला किया है।उम्मीदवारों की चुनाव में खर्च करने की सीमा को बढ़ा दिया गया है। इसके तहत बड़े राज्यों में प्रत्याशी 40 और छोटे सूबों में 28 लाख रुपए तक खर्च कर सकते हैं।

लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी 70 लाख के बजाय अब 95 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने केंद्रीय कानून मंत्रालय की अधिसूचना के आधार पर यह जानकारी मीडिया को दी है।इसके तहत लोकसभा चुनाव के लिए बड़े राज्यों में प्रत्याशी 95 लाख और छोटे राज्यों में 75 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे।

इससे पूर्व यह सीमा 70 लाख और 54 लाख रुपये थी।विधानसभा चुनाव के मामले में पुनरीक्षित खर्च बड़े राज्यों के लिए 28 लाख के बजाय 40 लाख होगा। छोटे राज्यों में अधिकतम खर्च सीमा 20 लाख से बढ़ाकर 28 लाख रुपये की गई है। चुनाव आयोग के मुताबिक यह सीमा आने वाले सभी चुनावों में लागू होगी। यानी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के प्रत्याशी अब ज्यादा खर्च कर सकेंगे। इन राज्यों में चुनाव की घोषणा कुछ ही दिन में होने की संभावना है।

राजधानी में लगा वीकेंड शुक्रवार रात 10:00 बजे से सोमवार सुबह 5:00 बजे तक कर्फ्यू, सरकारी दफ्तरों में जरूरी सेवाओं को छोड़कर हुआ वर्क फ्रॉम होम का आदेश, प्राइवेट दफ्तर भी 50% क्षमता से करेंगे काम



ऋषिकेश/ दिल्ली 4 दिसंबर। पूरे देश में कोरोना के बढ़ते हुए मामले और खासकर देश की राजधानी दिल्ली में बढते हुए कोरोना संक्रमण की संख्या को देखकर दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वीकेंड शनिवार और इतवार को कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है।

फैसले की जानकारी देते हुए उपमुख्मयंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि डीडीएमए की बैठक में सरकार ने फैसला लिया है कि दिल्ली में शनिवार और ​रविवार को कर्फ्यू रहेगा। कर्फ्यू शुक्रवार की रात 10:00 बजे से शुरू होकर सोमवार की सुबह 5:00 बजे तक लागू रहेगा। इसके अलावा सभी सरकारी दफ्तरों में जरूरी सेवाओं को छोड़कर सबको दफ्तर आने से मना किया जाएगा और ऑनलाइन या वर्क फ्रॉम होम कराया जाएगा। वहीं प्राइवेट दफ्तर 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि बसें और मेट्रो पूरी क्षमता के साथ चलेंगी लेकिन बसों और मेट्रो में बिना मास्क के लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का भी बयान सामने आया। दिल्ली प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में आज लगभग 5481 मरीज़ पॉजिटिव आए है और पॉजिटिविटी रेट लगभग 8.37 फीसदी रहा । कुल मिलाकर 24 घंटों में 1575 मरीज ठीक हुऐ है और 5481 नई मरीज आने के बाद मरीजों का आंकड़ा 14889 का हो गया है। दरअसल, सोमवार को कोविड-19 के 4,099 पॉजिटिव मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 6.46 प्रतिशत दर्ज की गई थी।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी दी। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि मैं कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया हूं। मामूली लक्षण हैं। घर पर ही पृथक रह रहा हूं। पिछले कुछ दिनों में मेरे सम्पर्क में आए लोग, कृपया खुद को दूसरों से दूर रखें और जांच कराएं।

राजधानी में लगा वीकेंड शुक्रवार रात 10:00 बजे से सोमवार सुबह 5:00 बजे तक कर्फ्यू, सरकारी दफ्तरों में जरूरी सेवाओं को छोड़कर हुआ वर्क फ्रॉम होम का आदेश, प्राइवेट दफ्तर भी 50% क्षमता से करेंगे काम



ऋषिकेश/ दिल्ली 4 दिसंबर। पूरे देश में कोरोना के बढ़ते हुए मामले और खासकर देश की राजधानी दिल्ली में बढते हुए कोरोना संक्रमण की संख्या को देखकर दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वीकेंड शनिवार और इतवार को कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है।

फैसले की जानकारी देते हुए उपमुख्मयंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि डीडीएमए की बैठक में सरकार ने फैसला लिया है कि दिल्ली में शनिवार और ​रविवार को कर्फ्यू रहेगा। यह कर्फ्यू शुक्रवार की रात 10:00 बजे से शुरू होकर सोमवार की सुबह 5:00 बजे तक लागू रहेगा। इसके अलावा सभी सरकारी दफ्तरों में जरूरी सेवाओं को छोड़कर सबको दफ्तर आने से मना किया जाएगा और ऑनलाइन या वर्क फ्रॉम होम कराया जाएगा। वहीं प्राइवेट दफ्तर 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि बसें और मेट्रो पूरी क्षमता के साथ चलेंगी लेकिन बसों और मेट्रो में बिना मास्क के लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का भी बयान सामने आया। दिल्ली प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में आज लगभग 5481 मरीज़ पॉजिटिव आए है और पॉजिटिविटी रेट लगभग 8.37 फीसदी रहा । कुल मिलाकर 24 घंटों में 1575 मरीज ठीक हुऐ है और 5481 नई मरीज आने के बाद मरीजों का आंकड़ा 14889 का हो गया है। दरअसल, सोमवार को कोविड-19 के 4,099 पॉजिटिव मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 6.46 प्रतिशत दर्ज की गई थी।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी दी। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि मैं कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया हूं। मामूली लक्षण हैं। घर पर ही पृथक रह रहा हूं। पिछले कुछ दिनों में मेरे सम्पर्क में आए लोग, कृपया खुद को दूसरों से दूर रखें और जांच कराएं।

ब्रेकिंग न्यूज़: देश में ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या तोड़ रही रिकॉर्ड, देश में 14 से ज्यादा राज्य आए चपेट में, केंद्र ने राज्य सरकारों को बोला त्वरित फैसला लेते हुए नाइट कर्फ्यू लगाने, वाररूम ओर कंटेनमेंट जोन बनाने पर करे विचार



ऋषिकेश /देहरादून /दिल्ली 23 दिसंबर। देश में ओमिक्रॉन के मामलों 14 राज्यों से अधिक में  कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर 270 से अधिक लोग संक्रमित हो गए हैं। 

जिसको देखते हुए देश में केंद्र सरकार ने राज्य और केंद्र शासित सरकारों को एतिहात के तौर पर सख्त कदम उठाते हुए नाइट कर्फ्यू लगाने, वाररूम ओर कंटेनमेंट जोन बनाने पर निर्दश दे दिए है।

 ओमिक्रॉन के मामले देश में तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते एक सप्ताह में इसका संक्रमण कई गुना तक बढ़ गया है। आलम यह हो गया है कि अब 14से अधिक राज्य कोरोना के इस नए वैरिएंट की चपेट में हैं और देश भर में 270 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। बीते 18 दिन में यह संख्या 100 गुना तक बढ़ गई।

इसमें सबसे ज्यादा संख्या महाराष्ट्र की है, जहां 65 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं।

इसके अलावा दिल्ली में 54 मामलों की पुष्टि हुई है। जिस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने समीक्षा बैठक में ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर तैयारियों का जायजा लिया और  रोजाना तीन लाख टैस् कराने की तैयारी शुरू करने के लिए बोल दिया है।

कर्नाटक में: ओमिक्रॉन के 12 नए केस मिले, अब तक नए वैरिएंट के राज्य में 31 मामले,

गुजरात में आज एक ही दिन में 9 नए ओमिक्रॉन के मामले आए सामने, राज्य में कुल 23 केस

इसके बावजूद लोग नए वैरिएंट को लेकर गंभीर नहीं है। सरकार ने ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण को रोकने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसमें कई तरह की पाबंदियों पर बात की गई है।

केंद्र सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन स्वरूप डेल्टा से तीन गुना ज्यादा संक्रामक है, लिहाजा राज्य त्वरित फैसला लेते हुए रात्रि कर्फ्यू और कंटेनमेंट जोन बनाने जैसे जरूरी उपायों के लिए अलर्ट रहें। 

इसके अलावा केंद्र सरकार ने राज्यों को लिए ओमिक्रॉन के लिए वार रूम तैयार करने का निर्देश दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है कि ओमिक्रॉन वायरस तेजी से फैलने में सक्षम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 10 फीसदी से अधिक होने या आईसीयू के बेड 40 फीसदी से अधिक भर जाएं, तो जिला या स्थानीय स्तर पर रात्रि कर्फ्यू या कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।

केंद्र सरकार ने कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप के बढ़ते मामलों को लेकर राज्यों को सतर्क किया है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मुख्य सचिवों को लिखा है कि डेल्टा के अलावा ओमिक्रॉन देश के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंच गया है। इसे काबू करने के लिए सख्ती से राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों को आगे आना होगा। सख्त कदम उठाने होंगे। उन्हें टेस्ट, ट्रैक व सर्विलांस के साथ कंटेनमेंट जोन की नीति अपनानी होगी।

 सार्वजनिक स्थानों अत्यधिक भीड़भाड़ होने से रोकना होगा। शादी और अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या सीमित करनी होगी। कार्यालयों, उद्योगों और सार्वजनिक परिवहन के साधनों में नियम लागू करने होंगे। मरीजों की संख्या के आधार पर कंटेनमेंट जोन और बफर जोन निर्धारित करने होंगे। प्राथमिकता के साथ जीनोम सिक्वेंसिंग किया जाए