बढ़ते कोरोना के प्रकोप के चलते चार धाम यात्रा स्थगित होने के बाद अब कैलाश मानसरोवर यात्रा भी स्थगित



देहरादून/ ऋषिकेश 3 मई ।कोरोना के मद्देनजर तीन दिन पूर्व ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को स्थगित करना पड़ा था ।और अब नए आदेश के तहत प्रमुख धार्मिक कैलाश मानसरोवर यात्रा को भी स्थगित कर दिया गया। लगातार दूसरे वर्ष यह यात्रा आयोजित नहीं होगी। इसके साथ ही चलने वाली आदि कैलाश यात्रा को आयोजक संस्था कुमाऊं मंडल विकास निगम ने निरस्त कर दिया है। 60 यात्रियों के 16 समूहों की यह यात्रा आठ जून के आसपास शुरू होकर सितंबर तक चलती रही है। कैलाश मानसरोवर यात्रा का देश भर के शिव भक्त बेसब्री से इंतजार करते हैं। यात्रा का आयोजन विदेश मंत्रालय की ओर से किया जाता है जबकि यात्रा की तमाम व्यवस्थाएं कुमाऊं मंडल विकास निगम करता है। यात्रा के लिए जनवरी में विदेश मंत्रालय आवेदन आमंत्रित करता है और लाटरी से यात्रियों का चयन किया जाता है। इसके बाद उनके मेडिकल, वीजा आदि की औपचारिकताएं की जाती हैं। कुमाऊं मंडल विकास निगम यात्रा मार्ग की रैकी, पर्यटक आवास गृहों के सुधार, खान पान, सामान की ढुलाई आदि की व्यवस्था करता है।

निगम के प्रबंध निदेशक मीणा ने बताया कि इस संबंध में इस वर्ष अब तक विदेश मंत्रालय की ओर से यात्रा को लेकर कोई पहल नहीं हुई है। कहा कि आदि कैलाश यात्रा मानसरोवर यात्रा के साथ ही चलती है तो वही आधारभूत सुविधाएं आदि कैलाश में भी काम आ जाती हैं।मीणा ने बताया कि केवल आदि कैलाश यात्रा का आयोजन आर्थिक रूप से संभव नहीं है। कोरोना के हालात गंभीर हैं और निगम के तमाम पर्यटक आवास गृह भी क्वारंटीन सेंटर बने हुए हैं। इसलिए इसे निरस्त कर दिया गया है।

यात्रा की व्यवस्थाओं से लंबे समय तक जुड़े रहे निगम के पूर्व पर्यटन विकास अधिकारी विपिन पांडे बताते हैं कि अब इन यात्रा संबंधी तमाम व्यवस्थाओं के लिए समय नहीं बचा है। ऐसे में यात्रा की संभावनाएं अब पूरी तरह खत्म हो चुकी हैं।

दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड,दवाओं की कमी को लेकर हाईकोर्ट में बहस जारी,हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा आपने सेना की मांग क्यों नहीं की



 

नई दिल्ली 1 मई । दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति, बेड और दवाओं की कमी को लेकर हाईकोर्ट में बहस जारी है। इस दौरान बत्रा अस्पताल ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया कि उसके पास ऑक्सीजन का स्टॉक पूरी तरह से खत्म हो गया है। वह शनिवार सुबह से ही बिना ऑक्सीजन के चल रहा है। अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि आज सुबह 6 बजे से ही ऑक्सीजन के संकट से जूझ रहे हैं। अस्पताल में 307 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 230 को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। हाईकोर्ट ने कहा कि इस वक्त हर कोई तनाव में हैं, यहां तक कि हम खुद तनाव में हैं। उच्च न्यायालय ने बत्रा हॉस्पीटल से कहा कि आप डॉक्टर हैं, आपको अपनी नर्वस को पकड़ने की जरूरत है।

उन्होंने डॉक्टर से कहा कि सुव्यवस्थित करने के लिए उन्हें समय देना होगा। बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए सशस्त्र बलों की मदद लेने के सुझावों पर दिल्ली सरकार के वकील ने हाईकोर्ट को बताया कि इस प्रक्रिया में हम उच्चतम स्तर पर हैं। हमारी सरकार इसे देख रही है और जल्द ही दिल्ली में 15000 और बेड जुड़ जाएंगे। इसके बाद कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि आपने सेना की मांग क्यों नहीं की। अगर आप सेना से अनुरोध करते तो वे अपने स्तर पर काम करते। उनका अपना बुनियादी ढांचा है।

गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर पीएम मोदी ने दिल्ली के गुरुद्वारा शीश गंज साहिब में शीश नवाया



प्रधानमंत्री ने सुरक्षा मार्ग और विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बिना गुरुद्वारे का दौरा किया

नई दिल्ली 1 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर आज सुबह दिल्ली के गुरुद्वारा शीश गंज साहिब में शीश नवाया। प्रधानमंत्री ने सुरक्षा मार्ग और विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बिना गुरुद्वारे का दौरा किया। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब पहुंचे और वहां पर मत्था टेका। पीएम मोदी ने प्रार्थना कर कुछ समय वहां बिताया। पीएम मोदी के अचानक गुरुद्वारा पहुंचने के दौरान उनके साथ कोई विशेष सुरक्षा नहीं थी। न ही पीएम मोदी किसी विशेष सुरक्षा मार्ग के गुरुद्वारे में पहुंचे। सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व का आज समापन कार्यक्रम है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाशोत्सव के विशेष अवसर पर मैं श्री गुरु तेग बहादुर जी को नमन करता हूं। उनके साहस और दलितों की सेवा के उनके प्रयासों के लिए उन्हें विश्व स्तर पर सम्मानित किया जाता है। उन्होंने अत्याचार और अन्याय के सामने झुकने से इनकार कर दिया था। उनका सर्वोच्च बलिदान कई लोगों को शक्ति और प्रेरणा देता है।

देश में पहली बार रिकॉर्ड चार लाख के अधिक मरीज आए, 3523 की गई जान



भारत से पहले सिर्फ अमेरिका में ही एक दिन में चार लाख से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए थे

नई दिल्ली 1 मई । देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। प्रतिदिन कोरोना के नए मरीजों और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में बढ़ोतरी से लोग दहशत में हैं। लगातार बढ़ते मरीजों के चलते स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई है। फिलहाल, कोरोना का कहर थमता नहीं दिख रहा है। देश में शनिवार को पहली बार रिकॉर्ड चार लाख से अधिक नए कोरोना मरीज मिले हैं और 3523 की जान चली गई है। भारत से पहले सिर्फ अमेरिका में ही एक दिन में चार लाख से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए थे। दुनिया के किसी भी देश में एक दिन में मिले नए कोरोना मरीज और कोविड से होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या शनिवार को भारत में रही है। देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के चलते सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत जारी है। वहीं श्मशान घाटों पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए कई घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है। कई जगह श्मशान घाट पर जगह नहीं होने के चलते पार्कों में शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में देश में पहली रिकॉर्ड 4,01,993 नए कोरोना मरीज मिले हैं। इसी के साथ भारत ने कोरोना प्रभावित अन्य देशों को मीलों पीछे छोड़ दिया। देश में 22 अप्रैल से रोजाना कोरोना संक्रमण के तीन लाख से अधिक मामले सामने आ रहे थे।अब ये आंकड़ा चार लाख के पार पहुंच गया है। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,91,64,969 पहुंच गई। इससे एक दिन पहले यानी शुक्रवार को देश में 3.86 लाख से अधिक नए मरीज मिले थे|

दिल्ली में अब एलजी की सरकार, केंद्र सरकार ने जारी किया नए कानून का नोटिफिकेशन



उत्तराखंंंड/ नई दिल्ली  28 अप्रैल ।दिल्ली में केंद्र सरकार ने केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र शासन (संशोधन) कानून 2021 यानी जीएनटीसीडी एक्ट को मंजूरी दिए जाने बाद इसे लेकर अधिसूचना जारी की

नई दिल्ली । अब दिल्ली में सरकार का मतलब उपराज्यपाल होगा। दरअसल, दिल्ली में केंद्र सरकार ने केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र शासन (संशोधन) कानून 2021 यानी जीएनटीसीडी एक्ट को मंजूरी दिए जाने बाद इसे लेकर अधिसूचना जारी की है।

गृह मंत्रालय द्वारा अधिसूचना में कहा गया है, ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सरकार (संशोधन) अधिनियम, 2021, 27 अप्रैल से अधिसूचित किया जाता है।’ इसका मतलब साफ है कि अब उपराज्यपाल (एलजी) की मंजूरी के बिना कार्यकारी कोई कदम नहीं उठाया जा सकेगा। इस अधिसूचना के मुताबिक दिल्ली विधानसभा में पारित विधान के परिप्रेक्ष्य में सरकार का आशय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के उपराज्यपाल से होगा। इसके साथ ही दिल्ली सरकार को किसी भी कार्यकारी कदम से पहले उपराज्यपाल की सलाह लेनी पड़ेगी।

बता दें लोकसभा में यह विधेयक 22 मार्च को पास होने के बाद 24 मार्च को राज्यसभा में पारित किया गया था और यह विधेयक राज्यसभा से पास भी हो गया था। विधेयक में यह भी सुनिश्चित करने का प्रस्ताव है कि उपराज्यपाल को आवश्यक रूप से संविधान के अनुच्छेद 239क के खंड 4 के अधीन सौंपी गई शक्ति का उपयोग करने का अवसर मामलों में चयनित प्रवर्ग में दिया जा सके। बता दें कानून में किए गए संशोधन के अनुसार, अब सरकार को उपराज्यपाल के पास विधायी प्रस्ताव कम से कम 15 दिन पहले और प्रशासनिक प्रस्ताव कम से कम 7 दिन पहले भेजने होंगे।

जानकारों के मुताबिक इस कानून की वजह से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार की समस्या बढ़ सकती है। राज्यसभा में बिल पास होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस फैसले को दिल्ली की जनता का अपमान बताया था। बिल के पास होने पर कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था। वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा था, ‘आज लोकतंत्र के लिए एक काला दिन है।’ उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए दुखद दिन करार दिया था।
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कोरोना संक्रमित बुजुर्ग ने युवक के लिए छोड़ा बेड, कहा मैंने जिंदगी जी ली, इनके बच्चे अनाथ हो जाएंगे



अस्तपाल का बेड छोड़ने के बाद नारायण राव घर चले गए और तीन दिन में ही दुनिया को अलविदा कह गए।

इस वाकये की जानकारी मिलने के बाद हर कोई राव की प्रशंसा कर रहा है

नई दिल्ली 28अप्रैैैल।  देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने खतरनाक रफ्तार पकड़ रखी। कोरोना मरीज बढ़ने के चलते देश भर के अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की भारी किल्लत देखने को मिल रही है। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र के नागपुर जिले के एक बुजुर्ग मानवता की मिसाल पेश की है। 85 साल के बुजुर्ग नारायण भाऊराव दाभाडकर ने यह कहते हुए एक युवक के लिए अपना बेड खाली कर दिया कि मैंने अपनी पूरी जिंदगी जी ली है, लेकिन उस व्यक्ति के पीछे पूरा परिवार है, उसके बच्चे अनाथ हो जाएंगे।

अस्तपाल का बेड छोड़ने के बाद नारायण राव घर चले गए और तीन दिन में ही दुनिया को अलविदा कह गए। इस वाकये की जानकारी मिलने के बाद हर कोई राव की प्रशंसा कर रहा है। जानकारी के मुताबिक, नागपुर निवासी नारायण भाऊराव दाभाडकर कोरोना संक्रमित हो गए थे। उनका ऑक्सीजन लेवल घटकर 60 तक पहुंच गया था। इसके बाद उनके दामाद और बेटी काफी मशक्कत के बाद उन्हें इंदिरा गांधी शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लंबी जद्दोजहद के बाद नारायण राव को बेड भी मिल गया था।

इस बीच, एक महिला रोती हुई आई, जो अपने 40 वर्षीय पति को लेकर अस्पताल लाई थी। महिला अपने पति के लिए बेड की तलाश में कर रही थी। महिला की पीड़ा देखकर नारायण ने डॉक्टर से कहा, ‘मेरी उम्र 85 साल पार हो गई है। काफी कुछ देख चुका हूं, अपना जीवन भी जी चुका हूं। बेड की आवश्यकता मुझसे अधिक इस महिला के पति को है। उस शख्स के बच्चों को अपने पिता की आवश्यकता है। वरना वे अनाथ हो जाएंगे। इसके बाद नारायण ने अपना बेड उस महिला के पति को दे दिया। उनके आग्रह को देख अस्पताल प्रशासन ने उनसे एक कागज पर लिखवाया, ‘मैं अपना बेड दूसरे मरीज के लिए स्वेच्छा से खाली कर रहा हूं।’ दाभाडकर ने स्वीकृति पत्र भरा और घर लौट गए। कोरोना पीड़ित नारायण की घर पर ही देखभाल की जाने लगी, लेकिन तीन दिन बाद उनकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, नारायण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे।

पंजाब, केरल समेत कई प्रदेशों में लगे कड़े प्रतिबंध, नई गाइडलाइंस जारी



कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंजाब, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश ने कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।
नीति आयोग ने कहा, अनावश्यक डर न पैदा करें, इससे हालात सुधरने के बजाय बिगड़ सकते हैं
एम्स के निदेशक ने कहा, घबराहट में लोग जमा कर रहे दवाएं, इससे बाजार में बढ़ रही किल्लत

नई दिल्ली  27अप्रैल । देश में कोरोना की दूसरी लहर दिनों-दिन भयावह होती जा रही है। सोमवार को कोविड-19 के 3,52,991 मामले सामने आए, साथ ही 2,812 लोगों की एक दिन में मरने का रिकॉर्ड भी बन गया। कोरोना के कारण हालात काफी खराब हैं। कुछ शहरों में कोविड -19 की वजह से स्थिति गंभीर बनी हुई है। सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी करते हुए लोगों को घर में भी मास्क लगाने को कह दिया है। वहीं भारत में सात दिनों में पहली बार 22.49 लाख मामले दर्ज हुए हैं जो अब तक की सबसे तेज गति है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंजाब, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश ने कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। साथ ही सरकार ने लोगों से अपील की है कि वर्तमान में कोरोना की स्थिति से घबराएं नहीं, अनावश्यक तनाव ज्यादा घातक है। बढ़ते कोरोना वायरस से निपटने के लिए पंजाब सरकार ने शाम 6 बजे से सुबह 5 बजे तक रात के कर्फ्यू की घोषणा की। साथ ही पंजाब सरकार ने शाम 5 बजे तक दुकानें बंद करने का आदेश दिया और रात्रि के कर्फ्यू को दो घंटे बढ़ा दिया, अब आठ बजे की जगह छह बजे ही कर्फ्यू लगा दिया जाएगा। केरल सरकार ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक में सिनेमाघर, मॉल, जिम बंद रहेंगे साथ ही राज्य पूर्ण तालाबंदी नहीं करने का निर्णय लिया है। वहीं साप्ताहिक प्रतिबंध और कड़े होंगे। केरल में अब दुकानों को केवल शाम 7:30 बजे तक संचालित करने की अनुमति दी जाएगी।

केरल में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 21,890 नए मामले आने के साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 14.27 लाख तक पहुंच गई। संक्रमण के नए मामलों में 70 स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल हैं।

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के 28 मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,138 हो गई। इसी अवधि में 7,943 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई, जिसके साथ ही अब तक 11,89,267 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। विजयन ने कहा कि केरल में सोमवार को 96,378 नमूनों की जांच की गई। राज्य में फिलहाल 2,32,812 मरीज उपचाराधीन हैं।

में लगातार चौथे दिन 3 लाख से ज्यादा मामले, 2760 मौतें, पिछले तीन दिन में देश में 7500 लोगों की मौत



संक्रमितों की संख्या रोज रिकार्ड तोड़ रही है
सक्रिय मामले बढ़कर 25 लाख से अधिक हो गए हैं

नई दिल्ली 25अप्रैल  । कोरोना के कहर से देश को फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है। लगातार चौथे दिन देश में कोरोना वायरस के तीन लाख से अधिक मामले सामने आए हैं और ऐसा आज तक दुनिया के किसी देश में नहीं हुआ है। शनिवार को देश में 3,49,691 मामले सामने आए हैं और 2,767 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली और महाराष्ट्र में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। पिछले तीन दिन में देश में 7500 लोगों की मौत हुई है। संक्रमितों की संख्या रोज रिकार्ड तोड़ रही है। इसी के साथ संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,69,60,172 पर पहुंच गए, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या 26 लाख से अधिक हो गई है। इनमें से 1,40,85,110 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं और अब तक 1,92,311 लोगों की जान जा चुकी है। महाराष्ट्र सबसे प्रभावित राज्य है और यहां रोजाना 65 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को यहां 773 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद दिल्ली रही जहां कुल 357 लोगों ने जान गंवाई। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, केरल, और कर्नाटक में रोजाना 20 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ भी कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित है और यहां रोजाना 15 हजार से अधिक संक्रमण के केस आ रहे हैं। मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों में संक्रमण के दैनिक मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।

दिल्ली में बढ़ सकता है एक सप्ताह का लॉकडाउन, आज फैसला ले सकते हैं केजरीवाल



कोरोना के कहर से देश को फिलहाल राहत नहीं मिल रही है

लगातार चौथे दिन देश में कोरोना वायरस के तीन लाख से ज्यादा नए मामले मिले

नई दिल्ली 25अप्रैल । कोरोना के कहर से देश को फिलहाल राहत नहीं मिल रही है। लगातार चौथे दिन देश में कोरोना वायरस के तीन लाख से ज्यादा नए मामले मिले। ऐसा आज तक दुनिया के किसी भी देश में नहीं हुआ। शनिवार (24 अप्रैल) को देश में 3.49 लाख नए मामले सामने आए, जबकि 2760 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। वहीं, दिल्ली और महाराष्ट्र में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। माना जा रहा है कि हालात पर काबू पाने के मकसद से दिल्ली में लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है। ठाणे में कोरोना वायरस संक्रमण के 5,192 मामले सामने आने के बाद महाराष्ट्र के इस जिले में कोविड-19 मरीजों की संख्या 4,46,376 हो गई है। एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि शनिवार को सामने आए इन नये मामलों के अलावा संक्रमण से 46 और मरीजों की जान चली गई। जिल में मृतक संख्या बढ़कर 7,232 हो गई है। उन्होंने बताया कि ठाणे में संक्रमण से मृत्यु दर 1.62 प्रतिशत है। जिला प्रशासन ने स्वस्थ हो चुके और उपचाराधीन मरीजों के ब्यौरे उपलब्ध नहीं कराए हैं। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पड़ोस के पालघर जिले में, कोविड-19 के मामले 76,678 हैं और मृतक संख्या 1,447 है।
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते कर्नाटक में वीकेंड कर्फ्यू लागू है। इस दौरान सुबह 6 से 10 बजे तक खाने-पीने का सामान खरीदने के लिए दुकानें खुलीं तो लोगों की भीड़ लग गई। उन्होंने कोरोना गाइडलाइंस का ध्यान तक नहीं रखा।

देश में कोरोना से हाहाकार, 3.46 लाख मामले सामने आए, रिकॉर्ड 2600 लोगों की हुई मौत



इसी के साथ भारत में तीन दिन में कुल मामले करीब 9.94 लाख तक पहुंच गए हैं जो अब तक का रिकॉर्ड है

नई दिल्ली 24 अप्रैल । देश में कोरोना संक्रमण का कहर थमता नजर नहीं आ रहा है। लगातार तीसरे दिन देश में तीन लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। शुक्रवार को देश में कुल 3.46 लाख केस सामने आए और रिकॉर्ड 2600 लोगों की मौत हुई। इसी के साथ भारत में तीन दिन में कुल मामले करीब 9.94 लाख तक पहुंच गए हैं जो अब तक का रिकॉर्ड है। ऐसा अब तक दुनिया में किसी भी देश में देखने को नहीं मिला है। इससे पहले अमेरिका में दो अलग अलग दिन चार लाख और तीन लाख से अधिक मामले सामने आए थे। ये लगातार चौथा दिन रहा जब देश में 2000 से अधिक मौतें हुईं। ब्राजील में गुरुवार को 79,719 मामले सामने आए थे, अमेरिका में 62,642 और तुर्की में 54,791 केस सामने आए थे। ये देश कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित माने जाते हैं, लेकिन भारत ने इन सभी को काफी पीछे छोड़ दिया है। चिंता की बात है कि 24 घंटे में पूरी दुनिया में कुल 8.9 लाख मामले सामने आए जिसमें से 37 फीसदी अकेले भारत से हैं। अब तक मुंबई और दिल्ली में कोरोना का कहर सबसे अधिक नजर आ रहा था, लेकिन इस बीच बंगलूरू ने में भी जबरदस्त संक्रमण नजर आ रहा है। देश में किसी भी शहर के मुकाबले यहां सबसे अधिक 1.5 लाख सक्रिय केस हैं। जबकि पुणे में सक्रिय मामलों की संख्या 1.2 लाख है। शीर्ष 10 सबसे प्रभावित शहरों में से पांच महाराष्ट्र से हैं। ये शहर हैं- पुणे, मुंबई, नागपुर, ठाणे और नासिक। हैदराबाद में कुल 94 हजार सक्रिय मामले हैं। अन्य शहर है- लखनऊ, कामरूप मेट्रो और अहमदाबाद। दिल्ली इस सूची में शामिल नहीं है क्योंकि यहां कुल 11 जिले हैं और करीब एक लाख सक्रिय मरीज हैं।