ऋषिकेश,0 3 मार्च । वन बंधु परिषद की राष्ट्रीय महिला समिति देश के सभी प्रांतों के जंगलों और पहाड़ों में रहने वाले जरूरतमंदों के बच्चों को शिक्षित किए जाने के लिए एकल विद्यालय के माध्यम से निशुल्क शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बृद्ध स्तर पर अभियान चलाएगी।
जिसके लिए सभी संसाधन संस्था द्वारा जुटाए जाएंगे, यह जानकारी वन बंधु परिषद की महिला समिति की महामंत्री विनीता जाजू ने वानप्रस्थ आश्रम में चल रहे परिषद के दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान पत्रकारों को बताया कि उनकी संस्था द्वारा भारत के चार लाख गांव में अभी तक एक लाख एकल विद्यालयों के माध्यम से वन क्षेत्रों में पेड़ों के नीचे बैठकर जरूरतमंद बच्चों को (गांव पढेगा तो देश बढ़ेगा )नारे को साकार करते हुए निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा किए जाने का कार्य कर रही है।
उन्होंने बताया कि शिक्षा के साथ उनकी संस्था द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के अंतर्गत इस प्रकार के बच्चों का पूरी तरह स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही उन्हें निशुल्क चिकित्सा और दवाइयां भी उपलब्ध करवाती है, उनका कहना था कि अभी तक उनकी संस्था छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश ,झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों के अतिरिक्त उत्तराखंड राज्य में भी एकल विद्यालय चला रही है।
विनीता जाजू ने बताया कि उनकी संस्था एकल विद्यालय के अंतर्गत 5 आयामों को ध्यान में रखकर अपनी योजनाओं जिसमें शिक्षित भारत, स्वस्थ भारत ,समर्थ भारत, स्वावलंबी भारत के अलावा संस्कारित भारत ,मिशन को आगे बढ़ा रही है। उनका कहना था कि उनकी संस्था अपने पांच आयामों के अतिरिक्त सूचना के अधिकार के तहत प्रत्येक नागरिक को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किए जाने और ग्रामोत्थान योजना के अंतर्गत गांव का विकास किए जाने के मिशन को भी बढा रही है ।
उनकी संस्था मैं अभी तक 33 शहरों से 170 महिलाएं उनकी योजना को बढ़ाने में सहयोग कर रही है, जिसके अंतर्गत बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देकर उन्हें देश दुनिया में होने वाली नई तकनीकी से भी अवगत करा रही है। यह संस्था किसी भी सरकार से योगदान नहीं लेती ।
जोकि अपने सदस्यों के माध्यम से ही इस संस्था को चला रही है। उन्होंने बताया कि आज से प्रारंभ दो जिससे सम्मेलन के दौरान संस्था के कार्य प्रणाली को और गति दिए जाने के लिए मंथन करेगी। जिसमें भविष्य के कार्यक्रम भी तय किए जाएंगे।