टोल प्लाजा आंदोलन मे 9 ग्राम प्रधानों ने प्रधान संगठन के आंदोलन से अपने को किया अलग



ऋषिकेश ,13जून । नेपाली फार्म पर टोल प्लाजा को लेकर चल रहे ,आंदोलन के दौरान ग्राम पंचायत श्यामपुर के नौ प्रधानों ने प्रधान संगठन न्याय पंचायत श्यामपुर की वर्तमान कार्यकारिणी पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए राजनीतिक किए जाने पर अपने को आंदोलन से अलग कर लिया है।

यह जानकारी ग्राम प्रधान न्याय पंचायत श्यामपुर के नो प्रधानों ने व्यापार सभा भवन में रविवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान देते हुए बताया कि नेपाली फार्म पर प्रस्तावित टोल प्लाजा को लेकर बनाई गई, सर्वदलीय संघर्ष समिति के बीच कुछ प्रधानों द्वारा राजनीति की जा रही है ।इससे आम नागरिकों में रोष उत्पन्न हो रहा है ,ग्राम प्रधानों का कहना है कि टोल प्लाजा को लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पत्रकार वार्ता के दौरान स्पष्ट कर दिया गया था। कि उनके द्वारा अधिकारियों से की गई बातचीत में टोल प्लाजा ना लगाए जाने की की गई मांग के बाद उन्हें आश्वस्त किया गया था, कि अब टोल प्लाजा नहीं लगाया जाएगा ।इस ऐलान के बाद कुछ ग्राम प्रधानों ने अपना धरना समाप्त कर दिया था।

लेकिन न्याय पंचायत श्यामपुर के प्रधान संगठन के अध्यक्ष अपनी राजनीति के चलते धरना किए जाने की बात कह रहे है। जबकि अधिकांश ग्राम प्रधानों ने उक्त धरने में प्रधान संगठन के बैनर का इस्तेमाल किए जाने पर विरोध जताया था ।और वह इस आंदोलन से अलग भी हो चुके हैं। उसके बावजूद जो धरना दिया जा रहा है, वह व्यक्तिगत रूप से किया जा रहा है। ना कि ग्राम प्रधान संगठन के बैनर पर ।

उन्होंने मांग की है कि इस आंदोलन में प्रधान संगठन का बैनर इस्तेमाल किया जाना बिल्कुल न्याय उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि अब प्रधान संगठन के नए चुनाव कराए जाएंगे ।

पत्रकार वार्ता में जोगीवाला माफी के ग्राम प्रधान सौरव सिंह कैंतूरा,भटोवाला के प्रधान दीपा राणा, चक्र जोगीवाला की प्रधान भगवान सिंह मेहर ,गुमानीवाला के प्रधान दीपिका व्यास ,छीदर वाला के प्रधान  दीप कौर, रायवाला के प्रधान सागर गिरी ,खैरी कला के प्रधान चंद्रमोहन पोखरियाल ,गोहरी माफी के प्रधान रोहित नोटियाल ,खैरी खुर्द के प्रधान विजय राम पेटवाल भी उपस्थित थे।

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश की मौत से उत्तराखंड में शोक की लहर



देहरादून /ऋषिकेश 13 जून। उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश की मौत की खबर के बाद कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ पड़ी.

इंदिरा हृदयेश दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के साथ मीटिंग में शामिल होने दिल्ली गई थी।

कुछ समय पहले ही नेता प्रतिपक्ष कोरोना से उभरी थी और उनकी हार्ट संबंधी इलाज भी हुआ था और वह कोरोनावायरस हो गई थी हालांकि आज सुबह का एक उनकी हालत बिगड़ने लगी। इस दौरान उत्तराखंड सदन में रुकी हुई थी। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश की मृत्यु से कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है क्योंकि वर्तमान में कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओं में वह एक कद्दावर नेता के तौर पर पहचानी जाती थी।

प्राप्त समाचारों के अनुसार इसके बाद उनकी हालत खराब होने के बाद उन्हें AIIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी उनकी मृत्यु हो गई।

 

अभाविप ने विश्वविद्यालय मे सेमेस्टर सिस्टम लागू किये जाने के विरोध में कुलपति का पुतला दहन किया



ऋषिकेश, 13 जून।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उत्तराखंड के श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय मे सेमेस्टर सिस्टम लागू किये जाने के फैसले का विरोध करते हुए कुलपति का पुतला दहन किया।

रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऋषिकेश के कार्यकर्ताओं ने पी०जी कॉलेज के बाहर विश्वविद्यालय के कुलपति का पुतला दहन कर अपना विरोधकरने के उपरांत परिषद के नगर मंत्री अनिरुध शर्मा ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों मे पहले सेमेस्टर सिस्टम लागू था, लेकिन अभाविप् द्वारा उसका विरोध किए जाने के बाद इस सिस्टम को समाप्त कर वार्षिक परिक्षाएं करवाई गई।

विश्वविद्यालय का मानना है कि वार्षिक परिक्षा सिस्टम छात्र हित मे नही है, इसको देखते हुए सेमेस्टर सिस्टम दुबारा लागू किया गया। विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के अध्यन हेतु मूलभूत सुविधाओं मे बिना किसी बढ़ोत्रि के दुबारा सेमेस्टर सिस्टम थोपने की कोशिश की जा रही है, जिसका हम विरोध करते हैं।

गढ़वाल सह-संयोजक विनोद चौहान ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण अभी परिस्थितियाँ पठन- पाठन के अनुकूल नही है, इन असामान्य परिस्थितियोंपरिस्थितियों और जबतक अन्य व्यवस्ताएँ सुचारु रूप से लागू नही होती तब तक सेमेस्टर सिस्टम लागू किया जाना छात्र हितों के विरुद्ध है। इसपर पुनर्विचार कर वापिस लिया जाना चाहिए।

पुतला दहन करने वालो मे गढ़वाल सह संयोजक विनोद चौहान, नगर मंत्री अनिरुद्ध शर्मा, चेतन कपरुवान, अंकुर अग्रवाल, दीपक चौधरी, सुनील वर्मा,वीरेंद्र चौबे, मोहम्मद जमील, अभिषेक प्रजापति, आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

ऋषिकेश की दिव्यांग नीरजा के बुलंद हौसले को मौत भी नहीं छू पाई,सेवा ही धर्म को बनाया मिशन



आर्थिक मदद के साथ असहाय लोगों के लिए बनी तारणहार
-अंतर्राष्ट्रीय पैरा ओलंपिक खिलाड़ी सेवा से बनी प्रेरणास्रोत
-राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीते हैं पदक

ऋषिकेश, 13 जून  । हौसलेंं यदि बुलंद हो तो उड़ने के लिए पंखों की आवश्यकता नहीं, इस कहावत को चरितार्थ किया है, ऋषिकेश की एक दिव्यांग अंतरराष्ट्रीय पैराओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल ने जिसने कोरोना संक्रमण काल में बिना किसी सरकारी सहायता के निराश्रित व असहाय जानवरों और कोरोना संक्रमण से जूझ रहे लोगों के अलावा जरूरतमंद लोगों तक राशन से लेकर दवाइयां ,मास्क, सैनिटाइजर ,ऑक्सीमीटर तथा पक्का भोजन नियमित रूप से उपलब्ध करवाकर अन्य संस्थाओं को भी आईना दिखाने का कार्य किया है।
जो कि अब भी निरंतर जारी है। अंतरराष्ट्रीय पैराओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल की दर्द भरी कहानी एक प्रेरणा स्रोत है।

नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट संस्थापक व पैरा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नीरजा गोयल का जन्म 20 फरवरी 1980 को कानपुर में अपने नैनीहाल में हुआ। जिनके पिता स्व. नंदकिशोर गोयल व माता का नाम कुसुम गोयल है। वह परिवार में सबसे बड़ी हैं, जिनके भाई देव गोयल, बहन गौरी गोयल (विवाहित) तथा सबसे छोटी बहन नुपूर गोयल है।

नीरजा जन्म से दिव्यांग नहीं थी, अन्य बच्चों की तरह यह भी नाॅर्मल पैदा हुई थी। मगर, जब वह आठ माह की थी, उसे पोलियो इंजेक्शन लगाने के महज तीन दिन में ही पैरालाइज की दिक्कत हुईं। जिसमें पोलियो का इंजेक्शन लगाने वाले डाॅक्टर की लापरवाही सामने आई। तहकीकात करने के बाद पता चला था कि उन्हें एक्पाइयरी डेट का इंजेक्शन लगा दिया गया था। उसके बाद अन्य डाॅक्टर से इलाज चला। लेकिन दुर्भाग्य देखिए उस डाॅक्टर का भी निधन हो चुका था । इसके बाद से वह कभी अपने पैरो पर खड़ी नहीं हो पाई।

नीरजा बताती हैं ,कि जब वह पांच वर्ष की थी। और उन्होंने होश संभाला।, तब देखा कि उनके पिता अत्यधिक शराब का सेवन किया करते थे। घर का माहौल भी सही नहीं था। इस कारण उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी नहीं हो सकी, पिता की शराब की लत के चलते परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होती चली गई। रिश्तेदारों ने भी किसी भी तरह का कोई सपोर्ट नहीं दिया।

नीरजा बताती है कि जब वह 10 साल की थी कि
पिता की मारपीट के चलते एक दिन मां ने घर छोड़कर जाने की ठानी, चूंकि हम सभी भाई बहन पिता के व्यवहार से डरते थे, तो हमने मां को घर छोड़कर जाने से रोका, ओर एक बर्तन की दुकान मां ने जैसे-तैसे खोली,वह परिवार में बड़ी थी ,तो उसी ने दुकान सहित परिवार को संभाला। महज, एक साल बाद ही पिता का स्वर्गवास हो गया।

बर्तन की दुकान से भी परिवार का गुजर बसर नहीं चल पाता था। यहां तक कि भोजन भीपरिवार को नसीब होता था। मगर,उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, और किसी के आगे हाथ न फैलाकर उतने में ही संतुष्ट किया। कहते हैं भगवान के घर देर है पर अंधेर नहीं। एक समय ऐसा आया, जब दुकान का काम अच्छा चलने लगा।

14 साल की उम्र में फिर उन्हें चोट लगने के कारण दोनों पैरो में पैरालाइज हो गया। इस कारण तीन साल तक बेड में ही रहना पड़ा। वह दौर उन्हें मौत से भी भयंकर लगता था, वह हर समय भगवान से मौत की इच्छा करती थी। उस समय उनका भाई दुकान संभालता था। किस्मत ने यहां भी पीछा नहीं छोड़ा ,और उनके बेड रेस्ट होने के महज दो महीने बाद दुकान संभाल रहे भाई को मिर्गी के दौरे की दिक्कत होनी शुरू हो गई। और एक बार पुनः दुकान का काम ठप होता चला गया। यहां तक कि दोनों भाई बहनों के इलाज के लिए भी खर्च नहीं निकल पाता था। जिसके बाद पुनः जिम्मेदारी संभाली ओर दुकान का काम पटरी पर लौटा। तब दुकान के खर्च से भाई और स्वयं का इलाज कराया। यहां तक कि एक बहन गौरी गोयल की शादी भी अपने हैसियत के हिसाब के संपन्न कराई।

वह ऋषिकेश तथा आसपास क्षेत्रों के अन्य दिव्यांग लोगों के संपर्क में आई। तब उन्हें लगा कि दिव्यांगता अभिशाप नहीं, इसे अपनी ताकत के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। जिसके बाद वह दुकान तक ही सीमित नहीं रही। दुकान से बाहर जाकर भी अपने को मजबूत किया। लोगों की कई बात को नजरअंदाज करते हुए आगे बढ़ी । उन्होंने इस बीच अपने हौसले को ना गिरा कर कार चलाना सीखा। स्विमिंग सीखी, गिटार बजाना सीखा। हौसला तब मिला जब जिंदगी में पहली दफा करीब 400 लोगों के बीच गिटार बजाया। जिसकी काफी सराहना हुई।
नीरजा आगे बताती है कि लोगों ने उन्हें बैडमिंटन खेलने का मौका दिया । वहीं, उसनें बैडमिंटन खेलना शुरू किया। अगस्त 2017 से प्रेक्टिस शुरू की। हालांकि नगर भर में कोई अच्छा बैडमिंटन कोर्ट नहीं था। कोच जितेंद्र बिष्ट ने उन्हें शिक्षा दी, जिसके बाद उन्होंने गली और मोहल्ले में बच्चों के साथ प्रेक्टिस की।

दिव्यांगता को चुनौती देते हुए उन्होंने वर्ष 2017 में जयपुर राजस्थान में आयोजित राष्ट्रीय पैरा सिटिंग बाॅलीबाल में कांस्य पदक जीता, वर्ष 2018 में बनारस में आयोजित राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन में कांस्य पदक जीता, वर्ष 2018 में पंजाब में आयोजित एलपीयू यूनिवर्सिटी में शूटिंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता, वर्ष 2018 में देहरादून में आयोजित खेलो इंडिया में पैरा बैडमिंटन में स्वर्ण पदक और व्हील चेयर रेस में रजत पदक ,वर्ष 2019 में रूद्रपुर उत्तराखंड में खेल महाकुंभ में पैरा बैडमिंटन में रजत पदक जीता, भाला फेंक में रजत,वर्ष 2019 में पंजाब में आयोजित एलपीयू यूनिवर्सिटी में भाला फेंक में रजत पदक,वर्ष 2019 में देहरादून उत्तराखंड में आयोजित पैरा बैडमिंटन प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक, भाला फेंक में कांस्य पदक,वर्ष 2019 में थाईलैंड में अंतरराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन में प्रतिभाग किया, भारत का प्रतिनिधित्व किया ,वर्ष 2020 में देहरादून उत्तराखंड में आयोजित खेल महाकुंभ में पैरा बैडमिंटन में स्वर्ण पदक, भाला फेंक में कांस्य पदक प्राप्त कर अपने उपलब्धियों में शामिल किया ।

इसी के साथ नीरजा गोयल को उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2020 में निशुल्क बच्चों के प्रति काम करने को लेकर मुझे बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया, विश्व दिव्यांग दिवस 03 दिसंबर को जिलाधिकारी देहरादून ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

वर्ष 2019 से निर्धन और जरूरतमंद लोगों की मदद कर रही है। वर्ष 2020 में नीरजा गोयल देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की। वर्तमान में ट्रस्ट निर्धन बच्चों को पाठ्य सामग्री, कपड़े वितरण, प्रत्येक शुक्रवार को त्रिवेणी घाट पर निर्धन, भिक्षुक, सांधु व संतों को एक वक्त का भोजन उपलब्ध करवा रही है। इसके अलावा निर्धन कन्याओं को उनके शिक्षा, विवाह में भी ट्रस्ट मदद करता है। ट्रस्ट ने लाॅकडाउन में करीब 800 परिवारों को निशुल्क खाद्य सामग्री की किट वितरित की। शीतकाल में पुराने वस्त्रों को एकत्र कर निर्धन लोगों के लिए स्टाॅल लगा रही है। उन्हें इस काम में उनकी बहन नुपूर गोयल का भरपूर साथ मिलता है, जो कि हर समय उन्हें व्हील चेयर के जरिए लोगों के पास लेकर जाती है।

-कोविड-19 कर्फ्यू काल में भी सेवा ही धर्म को मिशन मानकर वह लगातार कार्यरत हैं।जो कि 1 मई से इस अभियान को चला रही है। उनकी ट्रस्ट की ओर से कोविड-19 कर्फ्यू दौरान किये गए कार्य अब तक करीब 200 परिवारों को सुखा राशन उपलब्ध कराये जाने के साथ ही घर से कोरोना से पीड़ित करीब 120 परिवारों में टिफिन की व्यवस्था कर अन्य संस्थाओं को आइना दिखा चुकी हैं । मलिन बस्तियों, ऋषिकेश तहसील, ऋषिकेश कोतवाली, ऋषिकेश नगर निगम में करीब 500 सैनिटाइजर और 1000 मास्क वितरित किए गये।बाजार में ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी को देखते हुए ऑक्सीमीटर पीड़ित परिवार को निशुल्क उपलब्ध कराये गए। नगर भर में निराश्रित जानवर के लिए जगह जगह चारा उपलब्ध करवा रही है। करीब 300 परिवारों को एंटीबायोटिक दवा जिसमें पेरासिटामोल विटामिन सी और डी की गोलियां वितरित की।गंभीर बीमारी से जूझ रहे एक अनाथ बच्चे के ऑपरेशन के लिए 10 हज़ार रुपये की आर्थिक मदद कर चुकी है।

वर्दी की आड़ में लग्जरी गाड़ियों में नशे का कारोबार करते 2 पुलिसकर्मी सहित 4 लोग गिरफ्तार



रूद्रपुर 12 जून। पुलिस की वर्दी की आड़ लेकर नशे का कारोबार करने वाले पुलिस की गरिमा को भी गिराने से नहीं चूकते हैं। ऐसा ही शर्मसार वाक्य उधम सिंह नगर  में हुआ । पुलिस की वर्दी को शर्मसार करने वाले दो पुलिस कांस्टेबल सहित चार लोग आठ किलो चरस समेत उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये हैं।

पत्रकार वार्ता में आज एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने लालपुर बाजार की पुलिया के पास दो कारों में यह बडी बरामदगी हुई।

पुलिस के अनुसार एक कार होंडा अमेज संख्या यूके 04 एस 2114 में विपुल शैला पुत्र चंद्र शैला निवासी आदर्श कॉलोनी खटीमा ,पीयूष खड़ायत पुत्र बहादुर सिंह खड़ायत निवासी टिकरी खटीमा थे। ये दोनों दवाई कंपनी में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की नौकरी करते हैं।

जबकि दूसरी कार संख्या यूके 0 5 टीए 2091 में प्रभात सिंह बिष्ट पुत्र मोहन सिंह बिष्ट निवासी अमाउ, खटीमा, दीपक पांडे पुत्र मुरलीधर पांडे निवासी ग्राम खेती थाना लोहाघाट, चंपावत कार मै बैठे थे। जिनकी शिनाख्त करने पर पता चला कि यह दोनों पुलिस में कांस्टेबल हैं।

जिनके पास कब्जे से 8 किलो चरस व और  नशे के कारोबार में प्रयुक्त एक होंडा कार ओर दूसरे व्यक्ति की अमेज कार में  कब्जे से 1.94 किलो ग्राम चरस बरामद हुई। इन सभी को एनडीपीएस में गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस टीम में सीओ सितारगंज वीर सिंह, प्रभारी निरीक्षक किच्छा चंद्रमोहन सिंह, उप निरीक्षक राजेश पांडे, सत्येंद्र बुटोला, कांस्टेबल शंकर बिष्ट, त्रिलोक पांडे, प्रवेश गुप्ता और अर्जुन पाल शामिल थे।

पति की हत्या में शामिल पत्नी व उसके प्रेमी की निशानदेही पर पुलिस ने घर के गटर से हत्या के साक्ष्य जुटाए



देहरादून 12 जून । देहरादून पुलिस द्वारा बीती 29 मई को देहरादून  के थाना रायपुर क्षेत्र में एक महिला ने अपने जिम संचालक प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया । जिसमे पुलिस द्वारा महिला को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें महिला से पूछताछ करने पर पुलिस ने उसकी निशानदेही पर नींद की गोलियों के रैपर व तीन मोबाइल बरामद किए गए।

बताते चलें बीती  29 मई 2021 को मृतक पंकज भट्ट की मृत्य के सम्बंध में मृतक की मां पुष्पा भट पत्नी स्वर्गीय दिनेश चंद्र भट्ट निवासी राजराजेश्वरी एनक्लेव थाना रायपुर जनपद देहरादून की तहरीर पर मुकदमा 304/21 धारा 302/120b के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमे रायपुर पुलिस द्वारा मृतक की पत्नी विजयलक्ष्मी उर्फ विजया एवम अभियुक्त दीपक को गिरफ्तार किया गया था

जिसमें मृतक की पत्नी अभियुक्ता विजयलक्ष्मी उर्फ विजया द्वारा पूछताछ में बताया गया था कि उसने अपने पति को नींद की गोलियां धोखे से खिलाई थी एवं उक्त नींद की गोलियों का खाली रेपर उसने टॉयलेट में फेंककर फ्लैश कर दिया था। उक्त मुकदमे की विवेचना के दौरान विवेचक दिलबर सिंह नेगी द्वारा न्यायालय से अभियुक्त विजयलक्ष्मी उर्फ विजया की पुलिस रिमांड की याचना की गई थी

पुलिस टीम द्वारा अभियुक्ता को दिनाक 11 जून को पुलिस रिमांड पर लेकर पुनः पूछताछ की गई एवं पूछताछ में भी उसने पूर्व की भांति वही बातें बताई एवं निशानदेही पर पुलिस टीम अभियुक्ता के घर पर पहुंची जहां पर अभियुक्ता ने वह स्थान दिखाया जहां नींद की गोलियों का रैफर फेंका था, जिसकी निशानदेही पर घर का गटर खुलवाया गया एवं गटर को चेक किया गया ।  गटर के खुलने पर वहां से एक खाली रैपर नींद की गोलियों का बरामद हुआ ।

इसके अलावा  विजयलक्ष्मी के घर से कुल 3 मोबाइल फोन भी बरामद हुए जिसमें दो अभियुक्ता के एवं एक मोबाइल मृतक पंकज का था।अभियुक्ता विजयलक्ष्मी उर्फ विजया को पुलिस रिमांड समाप्त होने पर पुनः न्यायिक रिमांड में भेज दिया गया है।मुकदमे में अभी साक्ष्य संकलन की कार्यवाही जारी है

स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने 8 एयर कूलर राजकीय चिकित्सालय को दिए



ऋषिकेश ,12 जून ।कोरोना महामारी की विकट परिस्थितियों एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने अपनी विधायक निधि से 8 एयर कूलर एसपीएस राजकीय चिकित्सालय, ऋषिकेश को समर्पित किए।

बता दें कि विगत दिनों विधानसभा अध्यक्ष द्वारा राजकीय चिकित्सालय, ऋषिकेश में वार्डों के लिए अपनी विधायक निधि से 8 एयर कूलर देने की घोषणा की गई थी, जिसके अंतर्गत अग्रवाल ने अस्पताल को कूलर समर्पित कर विधिवत शुभारंभ किया।

इस दौरान अग्रवाल ने अस्पताल में भर्ती मरीज़ों के तीमारदारों को मास्क एवं सेनिटाइजर भी वितरित किए। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में स्वास्थ्य उपकरणों के अभाव की कमी को देखते हुए उनके द्वारा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से बात की गई थी, जिस पर सीएमएस द्वारा उनसे आठ कूलर एवं एंबुलेंस की मांग की गई थी।

अग्रवाल ने कहा कि जल्द ही हाईटेक सुविधाओं से सुसज्जित एंबुलेंस भी अस्पताल को समर्पित कर दी जाएगी।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि एम्स ऋषिकेश के लिए भी दो एंबुलेंस एवं टीन शेड निर्माण की घोषणा की गई थी, जिसमें टीन शेड का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण होने वाला है।उन्होंने कहा कि निर्मल अस्पताल के लिए भी उनके द्वारा एक एंबुलेंस देने की घोषणा की गई है जो कि जल्द ही अस्पतालों को समर्पित कर दी जाएगी।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान भी संगठन , कार्यकर्ताओं एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा जनता की सेवा के लिए अपना अहम योगदान दिया गया है एवं सभी ने एकजुट होकर कोरोना की इस लड़ाई को जीतने में अपना सहयोग दिया है।जिसके लिए उन्होंने सभी समाजसेवी संस्थाओं कार्यकर्ताओं एवं विभिन्न संगठनों का धन्यवाद भी किया।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उनके द्वारा संक्रमण में लगातार लोगों को मास्क, सेनीटाइजर एवं आर्थिक मदद दिए जाने का कार्य किया गया है जो कि आगे भी जारी रहेगा।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने लोगों से आग्रह किया है कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए सरकार के द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करते रहे।खुद भी सुरक्षित रहें एवं समाज को भी सुरक्षित रखें।

इस अवसर पर राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक बिजयेश भारद्वाज, हीरा बल्लभ नौडियाल, नगर निगम पार्षद शिव कुमार गौतम, नितिन सक्सेना, अजय गुप्ता, जयंत शर्मा, मुकेश ग्रोवर, ऋषि राजपूत, संजीव पाल, राजू दिवाकर, दुर्गेश जाटव, अंकित चौहान, तिलोक परमार, सचिन अग्रवाल, विनोद भट्ट, मनोज जैन, प्रभाकर शर्मा, नगर निगम पार्षद रीना शर्मा, राकेश चंद्रा, अभिषेक भट्ट सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

कांग्रेस ने कोविड के कारण हुई लोगों की मौत के लिए विधायक को ठहराया ज़िम्मेदार



गैरइरादतन हत्या का मुक़दमा पंजीकृत करने को लेकर दी कोतवाली मे तहरीर

ऋषिकेश, 12 जून । कांग्रेस ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में कोविड के कारण हुई लोगों की मौत के लिए विधायक ऋषिकेश प्रेमचंद अग्रवाल को ज़िम्मेदार बताते हुए उनके विरूद्ध गैरइरादतन हत्या का मुक़दमा पंजीकृत करने के सन्दर्भ में तहरीर दी ।

शनिवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि विधायक ऋषिकेश प्रेमचंद अग्रवाल के द्वारा 0 6 अप्रैल को सैकड़ों लोगों को चार साल बेमिसाल कार्यक्रम के नाम पर एक रिसोर्ट में एकत्रित किया व कई अन्य कार्यक्रमों में भीड़ जमा कर कोविड नियमों का उल्लंघन कर लोगों को इकठ्ठा किया गया ।

जिससे ऋषिकेश क्षेत्र में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ा है ,क्योंकि उस कार्यक्रम में तमाम नेता व आमजन बिना मास्क व कोविड नियमों का उल्लंघन करते दिखाई दिये ।जिस कारण ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में बहुत से लोग कोरोना से ग्रसित हुए और कई लोगों की मृत्यु भी हुई।

जिसकी सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी विधायक प्रेमचंद अग्रवाल की है, इस दौरान प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से ये ऋषिकेश क्षेत्र के कोरोना से मृत हुए लोगों की मौत के ज़िम्मेदार हैं। इसलिये इन पर गैरइरादतन हत्या का मुक़दमा दर्ज होना चाहिये, परन्तु अगर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करेगी ।तो हमें विधिक राय लेकर न्यायालय की शरण लेनी पड़ेगी ।

पूर्व काबीना मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने कहा कि क़ानून सबके लिये बराबर होना चाहिए, चाहे राजा हो या रंक परन्तु जब क़ानून बनाने वाले ही क़ानून तोड़ेंगे तो कैसे क़ानून का पालन करवायेंगे ।हमारी मॉंग है कि क़ानून का उल्लंघन कर कई लोगों को कोरोना की तरफ  धकलेने  वाले ऋषिकेश विधायक के विरूद्ध कार्रवाई हो ताकि संदेश जाये कि क़ानून सबके लिये बराबर है ।

तहरीर देने में प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, प्रदेश सचिव विजयपाल रावत, राजकुमार तलवार, पूर्व प्रधान जयेन्द्र रावत, पार्षद मनीष शर्मा, पार्षद राधा रमोला, पार्षद शकुंतला शर्मा, भगवती सेमवाल, मधु जोशी, सरोजिनी थपलियाल, गोकुल रमोला मधु जोशी, दीपक जाटव, दीपक नेगी, एकांत गोयल, मनोज गुसाँई, सत्येंद्र पंवार, हरिराम वर्मा, हुकम पोखरियाल, विक्रम भंडारी, यश अरोडा, धर्मेंद्र हुलिया, रवि राणा, तनवीर सिंह, हेमंत ढंग, प्रिंस सक्सेना, जगजीत सिंह, आदि लोग उपस्थित रहे।

विधानसभा अध्यक्ष ने एमडीडीए के अधिकारियों के संग बैठक कर कार्यों में हो रही लेटलतीफी को लेकर नाराजगी जताते हुए शीघ्रता से निर्माण कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए



ऋषिकेश 12 जून। ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के माध्यम से किए जा रहे निर्माण एवं प्रस्तावित कार्यों को लेकर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने एमडीडीए के उच्च अधिकारियों के संग समीक्षा को लेकर बैठक की। बैठक के दौरान प्रेम चंद अग्रवाल ने निर्माण कार्यों में हो रही लेटलतीफी को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की, वहीँ प्रेम चंद अग्रवाल ने अधिकारियों से सकारात्मक कार्यवाही करते हुए शीघ्रता से निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।

विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक के दौरान एमडीडीए के माध्यम से क्षेत्र के अंतर्गत हरिपुर कला, गुमानीवाला, श्यामपुर, मोतीचूर, गढ़ी मयचक सहित अन्य क्षेत्रों की प्रस्तावित 32 से अधिक आंतरिक सड़क मार्गो की प्रगति के संबंध में समीक्षा की जिसमें उपाध्यक्ष आर एस चौहान द्वारा क्षेत्र में हरिपुरकलां में बनाई गई व शेष कार्य की प्रगति की जानकारी दी।
विधानसभा अध्यक्ष ने इस दौरान त्रिवेणी घाट के सौंदर्यकरण कार्य ,आईडीपीएल से श्यामपुर क्रॉसिंग तक प्रकाश पथ व्यवस्था कार्य की प्रगति के संबंध में अधिकारियों से समीक्षा भी की।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने एक ओर पूर्व में प्रस्तावित क्षेत्र के आवास विकास,गंगानगर, आईएसबीटी, ऋषिलोक कॉलोनी के पार्कों के सौंदर्यीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किए जाने के संबंध में विभाग को फिर से निर्देशित किया।

वहीँ उन्होंने ऋषिकेश में प्रस्तावित पार्किंग व्यवस्था के संबंध में एमडीडीए के द्वारा अभी तक की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली साथ ही गंभीरता से पार्किंग की समस्या का शीघ्र समाधान करने के लिए कहा। विधानसभा अध्यक्ष ने ऋषिकेश के विभिन्न चौराहों के सौंदर्यीकरण कार्य किए जाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित भी किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने एमडीडीए के अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग द्वारा निर्माण कार्य में लेटलतीफी की जा रही है जो कि बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से आपसी समन्वय बनाने की भी बात कही। प्रेम चंद अग्रवाल ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि सभी प्रस्तावित एवं स्वीकृत आंतरिक सड़क निर्माण कार्य विभिन्न पार्को एवं चौराहों के सौंदर्यीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य संबंधित कार्यवाही एवं टेंडर प्रक्रिया को पूर्ण कर निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारंभ कराये जाए।

इस अवसर पर प्रेम चंद अग्रवाल ने तीर्थ नगरी ऋषिकेश की आध्यात्म महत्ता को देखते हुए शहर की दीवारों पर आध्यात्म से ओतप्रोत वॉल पेंटिंग कराए जाने की भी बात अधिकारियों से कही जिसकी पूर्व में भी चर्चा होती रही है।
बैठक में उपस्थित एमडीडीए के उपाध्यक्ष आर एस चौहान ने कहा कि एमडीडीए से निर्मित होने वाले सभी विकास कार्यों को गंभीरता से लेकर शीघ्र ही प्रारंभ करवाया जाएगा।

वहीं सचिव हरवीर सिंह ने कहा कि वह हर हफ्ते के शनिवार को ऋषिकेश स्थित एमडीडीए के कार्यालय में बैठने की बात कही, साथ ही कहा कि उनका एक अधिकारी नियमित रूप से कार्यालय में बैठकर क्षेत्र की एमडीडीए से संबंधित समस्याओं का निदान करेगा।
इस अवसर पर एमडीडीए के उपाध्यक्ष आर एस चौहान, सचिव हरवीर सिंह के साथ ही अधीक्षण अभियंता हरीशचंद सिंह राणा, सहायक अभियंता पी एन बहुगुणा एवं अवर अभियंता प्रमोद मेहरा भी उपस्थित थे।

तूफान के साथ बारिश से पेड गिरा, एक वाहन व भवन धवस्त, हाईवे बंद हुआ



उत्तरकाशी 12,जून । जिले में शुक्रवार को मध्य रात्रि तेज तूफान के साथ हुई झमाझम बारिश से गंगोत्री हाईवे बंद हो गई। वहीं भटवाड़ी के लाटा में एक पेड उख गया पेड के चपेट में एक गाडी और एक मकान आ गया।

मध्यरात्रि को हुई बारिश से इसके साथ गंगोत्री हाइवे भी हेल्गुगाड और सुनगर के पास मलबा बोल्डर आने से बन्द हो गया है। इधर बीआरओ ने बताया कि कुछ घंटों में हाईवे यातायात के लिए बहाल हो जायेगा।