ऋषिकेश में साईं बाबा सेवा समिति के 22 वें वार्षिक उत्सव के दौरान नगर में निकली सांईं पालकी नगर वासियों ने किया पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत



ऋषिकेश 27 नवम्बर । साईं बाबा सेवा समिति द्वारा ‌शिरडी साईं धाम ऋषिकेश में आयोजित अपने 22 वें वार्षिक उत्सव के दौरान दो दिवसीय कार्यक्रम के चलते रविवार को साईं बाबा की भव्य पालकी धूम धाम के साथ निकाली। जिसका नगर वासियों ने जगह जगह पुष्प वर्षा का भव्य स्वागत किया।

सेवा ‌‌‌‌‌‌‌ समिति के अध्यक्ष ‌अशोक थापा ‌ और समिति के सदस्यों के संचालन मे वार्षिक उत्सव के दौरान रविवार को श्री शिरडी साईं धाम ऋषिकेश से साईं बाबा की भव्य पालकी बैंड बाजों के साथ धूमधाम से नगर में निकाली गई, जोकि हीरालाल मार्ग रेलवे रोड से हरिद्वार रोडवेज परशुराम चौक से वापस शिरडी साईं धाम में पहुंचकर समाप्त हुई। जिसमें साईं बाबा के भक्तों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया।

इस दौरान दिन गुरुग्राम से पहुंचे श्री साई ज्ञानेश्वरी के रचयिता राकेश जुनेजा गुरुग्राम साई ज्ञानेश्वरी का संगीतमय पाठ व प्रवचन का भक्तों ने आनंद लिया, और उसके पश्चात र दिल्ली से आयी अंजलि थापा ने सांईं के भजनों की प्रस्तुति देकर ‌‌‌‌ ‌भक्तों को अपने भजनों से मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान दिल्ली के विश्व विख्यात प्रवीण मुद्गल‌ ने भी अपने भजनों की प्रस्तुति दी ।

साईं पालकी में विजेंद्र गौड़, ओमप्रकाश मुल्तानी, वेद प्रकाश धींगडा, सुरेंद्र आहूजा, सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।समिति के अध्यक्ष अशोक थापा ने बताया कि ‌‌‌‌‌ 28 नवम्बर को प्रातः10.0 बजे सूफी भजन गायक साजन सूफी द्वारा भजनों की प्रस्तुति दो जाएगी, तथा दोपहर 12.30बजे मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसकी सभी तैयारियां समिति के सदस्यों द्वारा की जा रही है।

तीर्थ पुरोहित समिति ने मां गंगा,जमुना, सरसवती की करी मूर्ति स्थापना धार्मिक अनुष्ठान में मुख्य यजमान के रूप में महापौर ने की सहभागिता



ऋषिकेश,26नवम्बर  तीर्थ पुरोहित समिति ऋषिकेश द्वारा त्रिवेणी घाट स्थित कार्यालय में दैनिक पूजा हेतु माँ गंगा, माँ जमुना, माँ सरस्वती की मूर्ति की स्थापना की गई।

शनिवार को मुख्य यजमान के रूप में मौजूद रही नगर निगम की महापौर अनिता ममगांई ने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के लिए नियत स्थान होने से देश विदेश से माँ गंगा की पूजा एवम कर्म प्राप्ति हेतु होने वाले यज्ञ, हवन, पूजन हेतु कही भटकने की आवश्यकता नही पड़ेगी। एक स्थान पर सभी पुरोहितों एवं ब्राह्मणों की जीविका हेतु भी प्रयास आवश्यक था। उन्होंने तीर्थ पुरोहित समिति को शुभ कामनाये देते हुए कहा कि, देवभूमि की पहचान गंगा और मठो मंदिरों से है।इस देवभूमि के गंगा तट पर तीर्थ पुरोहित समिति के कार्यालय खुलने के प्रश्चात धार्मिक क्रिया कलाप में वृद्वि हुई है ।

सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भी समिति द्वारा किए जा रहे कार्य प्रंशसनीय हैं। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद विद्वान ब्राह्मणों द्वारा वैदिक रीति अनुसार हवन एवम यज्ञ कर समाज के उत्थान हेतु प्रार्थना की गई। तीर्थ पुरोहित समिति के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने बताया कि समिति के इस कार्यालय में शुद्ध वातावरण एवं आध्यात्मिक बल के संवर्धन हेतु मूर्ति स्थापित करना आवश्यक था ताकि तीर्थ पुरोहित, ब्राह्मण, सन्त इस स्थान पर नियमित रूप से माँ की पूजा कर सके और माँ को भोग भी लगाया जा सके।

उन्होंने बताया कि देव भूमि ऋषिकेश में तीर्थ पुरोहितों के जीवन यापन, पूजा,हवन हेतु इस स्थान पर माँ की मूर्ति की स्थापना आवश्यक थी। इस अवसर पर तीर्थ पुरोहित समिति के महामंत्री चेतन शर्मा ने बताया कि मूर्ति स्थापना के साथ ही इस स्थान पर माँ को दोनों समय पर भोग नियमित किया जाएगा।माँ की पूजा एवम आराधना हेतु एक स्थान होने से शास्त्र सम्वत कार्यो मेंं सरलता रहेगी।

इस अवसर पर समिति कार्यक्रम में पंडित विनोद शर्मा, पंडित यज्ञवर्त शर्मा, पंडित विवेक गोस्वामी, पंडित पंकज शर्मा, पंडित परमानंद मिश्रा, पंडित अमर देव जोशी, पंडित हर्ष शर्मा, पंडित मंगलदेव उपाध्याय , पंडित गिरीश सेमवाल , पंडित अनिल शर्मा, पंडित वीरेंद्र जुयाल , पंडित मधुसूदन शर्मा , पंडित पवन शर्मा , पंडित घनश्याम आदि उपस्थित रहे।

ऋषिकेश में साईं बाबा सेवा समिति का 22 वां वार्षिक उत्सव 27 नवंबर से होगा आयोजित , भव्य पालकी के साथ सजेगी साईं संध्या



ऋषिकेश । साईं बाबा सेवा समिति द्वारा ‌शिरडी साईं धाम ऋषिकेश में आयोजित अपने 22 वें वार्षिक उत्सव के दौरान 27 नवंबर से दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ।

यह‌ जानकारी सेवा ‌‌‌‌‌‌‌ समिति के अध्यक्ष ‌अशोक थापा ने देते हुए बताया कि वार्षिक उत्सव के दौरान 27 नवंबर को श्री शिरडी साईं धाम ऋषिकेश से साईं बाबा की भव्य पालकी प्रातः 10.0 बजे बैंड बाजों के साथ धूमधाम से नगर में निकाली जाएगी। जिसमें इसी दिन सायं 7.00 बजे गुरुग्राम से पधार रहे श्री साई ज्ञानेश्वरी के रचयिता राकेश जुनेजा गुरुग्राम साई ज्ञानेश्वरी का संगीतमय पाठ व प्रवचन करेंगे।

और उसके पश्चात रात्रि 8.0 बजे दिल्ली से आयी अंजलि थापा , साईं संध्या में अपने भजनों के द्वारा साईं के भक्तों के समक्ष अपनी प्रस्तुति देंगी । रात्रि 9.30 बजे जिसमें दिल्ली के विश्व विख्यात प्रवीण मुद्गल‌ भी अपने भजनों की प्रस्तुति देंगे। इसी के साथ 28 नवंबर को प्रातः10.0 बजे सूफी भजन गायक साजन सूफी द्वारा भजनों की प्रस्तुति दो जाएगी तथा दोपहर 12.30बजे मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसकी सभी तैयारियां समिति के सदस्यों द्वारा की जा रही है।

धूमधाम के साथ मनाया जायेगा श्री शिरडी साई धाम का वार्षिकोत्सव



ऋषिकेश 18 नवंबर।  श्री शिरडी साईं धाम का वार्षिकोत्सव आगामी 27 नवंबर को श्रद्वा उल्लास के साथ मनाया जायेगा।मंदिर के दो दिवसीय महोत्सव के दौरान विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन मंदिर समिति करेगी।

 उक्त निर्णय श्री शिर्डी साई धाम में  आहुत महत्वपूर्ण बैठक  में लिया गया।बैठक की अध्यक्षता कर रहे सुरेंद्र आहुजा ने कहा कि देशभर के साथ देवभूमि ऋषिकेश में भी हजारों लोगों में बाबा के प्रति अगाध आस्था है।श्रद्वालुओं की आस्था के अनुरूप मंदिर का वार्षिकोत्सव बेहद भव्यता के साथ मनाया जायेगा।

बाबा के दरबार में 27 व 28 नवंबर को चरणबद्ध श्रंखला में लगातार धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन होगा।शहर की धर्मप्रेमी जनता अधिक से अधिक संख्या में वार्षिकोत्सव समारोह में सहभागिता करे इसके लिए हर संभव प्रयास किए जायेंगे।बैठक में कार्यक्रमों को अंतिम रूप देने के साथ  मंदिर समिति से जुड़े तमाम पद्दाधिकारियों व सदस्यों को वार्षिकोत्सव समारोह को लेकर जिम्मेदारियां भी सौपी गई।

इस दौरान भारत भूषण कुकरेती, योगेश कालरा, प्रिन्स मनचंदा, संजय शर्मा, आलोक चावला , कमल, राजेंद्र चौहान , अमित यादव, रोहन खुराना, हरि किशन , के के शर्मा, प्रमोद थापा, वेद प्रकाश ढींगरा, अशोक थापा , विजेंदर गौड़, राजीव नागपाल, संजय कपूर, ओम् प्रकाश मुलतानी, संजय चौहान, सुनील रावल, सुनील, योगेश, साजन, अखिल गुप्ता, लोकेश कटारिया, प्रियंत थापा, अंशुल परासर, अनिता थापा, ज्योति मुलतानी, पूनम चौहान, गीता शुक्ला, संगीता सहदेव, आशा, नताशा खोसला, कनिष्का, शालू शर्मा, प्रियंका आदि उपस्थित थे।

सीजन की पहली बर्फबारी से बद्रीनाथ धाम ने ओढ़ी सफेद चादर, तीर्थयात्रियों में हर्षोल्लास



ऋषिकेश 11 नवंबर। बीती देर रात से बदरीनाथ धाम में बर्फबारी जारी है। बर्फबारी से बदरीपुरी पूरी तरह से सफेद चादर में लिपट गई है। धाम में सीजन के पहले हिमपात ने यहां के नजारे को काफी खूबसूरत बना दिया हैं। वहीं, श्रद्धालुओं में भी बर्फबारी को लेकर काफी उत्साह नजर आ रहा है। बर्फबारी से बदरीनाथ धाम व आसपास के क्षेत्र में ठंड काफी बढ़ गई है।

बता दें 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने हैं जिसके चलते बदरीनाथ धाम की यात्रा अपने अंतिम दौर में चल रही है। इस बीच यहां मौसम ने करवट बदली है। बर्फबारी के साथ ही पारा भी लुढ़क गया है। जिससे बदरीनाथ धाम में ठंड और बढ़ गई है।

कड़ाके की ठंड के बावजूद भी बर्फबारी का आनंद उठाने तीर्थ यात्री बाहर निकले। तीर्थयात्रियों का कहना हैं कि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि यहां पहुंचकर उन्हें बर्फ देखने को मिलेगी। मंदिर के आसपास करीब डेढ इंच बर्फ जमी हुई है। बता दें चमोली में लगातार दो दिन से मौसम बदल रहा है। ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार बर्फबारी जारी है।

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर ऋषिकेश के तमाम गंगा घाटों पर देश के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, – गरीबों में अन्न, वस्त्र और धन का किया दान चंद्रग्रहण के चलते मंदिरों में नहीं बजी घंटी



ऋषिकेश, 08 नवम्बर ।तीर्थ नगरी में देश के विभिन्न प्रांतों से आए लाखों की संख्या में ‌कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर सूर्यनारायण को अर्घ्य देकर गरीबों और भिक्षुओं को दान भी दिया। जिसके चलते स्वर्ग आश्रम और लक्ष्मण झूला क्षेत्र के मुख्य घाट भी श्रद्धालुओं के स्नान किए जाने के कारण गुलजार रहे। जहां देर शाम तक स्नान करने और दान देने वालों का सिलसिला जारी रहा।

वही चंद्र ग्रहण के सूतक लगने के कारण मंदिरों के कपाट बंद हो जाने से मंदिरों की घंटियों व शंखनाद भी नहीं हो पाया । मंगलवार को चंद्रग्रहण के चलते सोमवार को ही कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के लिए देश के अन्य प्रांतों से श्रद्धालुओं का ऋषिकेश आना प्रारंभ हो गया था। जिन्होंने ने सुबह से ही त्रिवेणी घाट का रुख करना प्रारंभ कर दिया था जिसके कारण समूचे घाटों पर श्रद्धालुओं की चहल कदमी देखी गई, गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं ने आराध्य देव सूर्य भगवान की पूजा अर्चना की, जिसके कारण त्रिवेणी घाट, नाव घाट परिसर में लाइनों में बैठे भिक्षुओं‌ को‌ अन्न वस्त्र और धन का दान दिया।

इस दौरान नगर की सामाजिक संस्थाओं के साथ तीर्थ पुरोहित समिति और गंगा सेवा समिति ने श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण की व्यवस्था की थी। कार्तिक पूर्णिमा पर दिल्ली, यूपी ,हरियाणा ,राजस्थान, पंजाब आदि प्रांतों से काफी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी घाट पहुंचे थे। श्रद्धालुओं के वाहनों के दबाव के चलते घाट रोड पर जाम की स्थिति बनी रही ।वहीं घाटों पर स्नान के दौरान डूबने जैसी घटनाओं की रोकथाम के लिए जल पुलिस भी बड़ी संख्या में जहां तैनात की गई थी वही सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस भी गश्त करती रही।

श्री गुरु नानक देव जी महाराज के 556 साला महान प्रकाश उत्सव के अवसर नगर में हुआ प्रभात फेरी, और नगर कीर्तन का आयोजन,  साद संगत ने किया जगह-जगह भव्य स्वागत



ऋषिकेश 05 नवंबर। -गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा द्वारा‌ आगामी 8 नवंबर को साहिब श्री गुरु नानक देव जी महाराज के 556 साला महान प्रकाश उत्सव के अवसर नगर में आज प्रभात फेरी, और नगर कीर्तन प्रारंभ किया गया।

शनिवार की अपराह्न रेलवे रोड़ स्थित गुरूद्वारा श्री सिंह सभा द्वारा नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री सिंह सभा से प्रारंभ होकर हरिद्वार रोड, क्षेत्र रोड, मेन बाजार, मुखर्जी मार्ग, तिलक रोड, होते हुए गुरु सिंह सभा रेलवे रोड पर समाप्त हुआ।जिसके पश्चात 6 नवंबर की सुबह गुरुद्वारा सिंह सभा रेलवे रोड पर अखंड पाठ किया जाएगा ,जिसका समापन उक्त स्थान पर भोग डाले जाने के बाद किया जाएगा ।

इस अवसर पर नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने सिखों के प्रथम गुरू गुरूनानक देव जी महाराज के पावन प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा श्री सिंह सभा के तत्वावधान में आयोजित नगर कीर्तन में शीश नवाज कर शहर के खुशहाली की मंगल कामना की।
शनिवार की अपराह्न रेलवे रोड़ स्थित गुरूद्वारा श्री सिंह सभा द्वारा आयोजित नगर कीर्तन में सहभागिता के लिए पहुंची महापौर ने गुरूग्रंथ साहिब जी और पंच प्यारों का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर महापौर ने कहा कि गुरु नानक देव जी महाराज सम्पूर्ण मानवता के लिए प्रेरणा पुंज हैं। सिख परम्परा का इतिहास अत्यन्त गौरवशाली है। इस परम्परा के त्याग और बलिदान की गाथा को विस्मृत नहीं किया जा सकता। सिख समाज में परिश्रम का विशेष महत्व है। इसलिए परिश्रम से प्राप्त अंश को सबके साथ साझा करना चाहिए। यही भारत की वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा भी है। गुरु नानक देव जी ने अपने संदेशों के माध्यम से समाज का मार्गदर्शन किया। उनके तीन सिद्धान्त, ‘किरत करो’, ‘नाम जपो’ एवं ‘वंड छको’ हमें जीवन के प्रति जाग्रत करते हैं।

इससे पूर्व प्रकाश उत्सव के दौरान प्रारंभ प्रभात फेरी आज प्रातः 5:00 बजे से गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा से प्रारंभ होकर आज बनखंडी में राजीव कालरा के घर भी पहुंची, जहां पर उपस्थित सरदार जगजीत सिंह गोल्डी, केके लांबा, नितिन अग्रवाल ,राजेश चावला, संजीव कालरा ,अमन कालरा, शरद कालरा ,मंजू कॉलेज ,सीमा कालरा ,जेसिका कालरा ,परविंदर कौर, विशाल सिंह ,शिवम गांधी, लक्ष्मी, राजकुमार ,खुशी ,शब्द कालरा अजय कालरा, तेजवान अनेजा ,मनोज शर्मा, जयपाल सोमा कौर, सचिन खुराना, मोनू खुराना,रंजना बंसल, नीलम, जग्गा ,वेद प्रकाश जग्गा आदि सार संगत ने बाबाजी का आशीर्वाद प्राप्त किया।

इगास के मौके पर मुख्यमंत्री आवास में जीवन्त हुई लोक संस्कृति, इगास पर्व के आयोजन की मुख्यमंत्री की पहल को सराहा गया प्रदेश भर में



 

मुख्यमंत्री ने भेलो पूजन कर तथा भेलो खेलकर की कार्यक्रम की शुरूआत

लोकगीत व लोकनृत्य की लोक कलाकरो ने दी शानदार प्रस्तुति। लोक नृत्य में लोक कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री भी हुए शामिल।

मुख्यमंत्री ने सभी को दी इगास की बधाई, अपनी लोक परम्पराओं एवं लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने का किया आह्वान।

प्रदेश में सभी संगठनों संस्थाओं के साथ आम जनता ने इगास पर्व के आयोजन में निभानी भागीदारी

ऋषिकेश देहरादून 4 नवंबर। इगास पर्व पर मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी की पहल पर प्रदेश भर में सभी संस्थाओं एवं संगठनों के साथ आम जनता द्वारा इस पर्व में अपनी भागीदारी निभायी। इस दौरान प्रदेश में लोक संस्कृति एवं लोक परम्परा के इस पर्व पर उत्साह का माहौल दिखायी दिया। इगास के मौके पर मुख्यमंत्री आवास में भी लोकगीत लोकनृत्य एवं लोक संस्कृति के साथ लोक परम्पराओं के जीवन्तता की झलक देखने को मिली। मुख्यमंत्री स्वयं भेलो पूजन कर, भेलो खेलने के साथ लोक कलाकारों के साथ लोक नृत्य में भी शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी को इगास की बधाई दी तथा सभी से अपनी लोक संस्कृति एवं लोक परम्पराओं को आगे बढ़ाने में सहयोगी बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि *प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में संपूर्ण देश में सांस्कृतिक विरासत और गौरव की पुनर्स्थापना हो रही है। उसी तरह उत्तराखंडवासी अपने लोकपर्व इगास को आज बङे उत्साह से मना रहे हैं।
प्रधानमन्त्री  नरेन्द्र मोदी जी ने लाल किले से आजादी के अमृत काल में पंच प्रण के संकल्पों के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया था। जिनमें से एक संकल्प यह है कि हम अपनी विरासत और संस्कृति पर गर्व करें। इगास पर्व का आयोजन उत्तराखंडी लोक संस्कृति से नयी पीढ़ी के जुड़ाव को और प्रगाढ़ बनाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखण्डवासियों से भी अनुरोध किया कि वे भी अपने लोक पर्व को अपने गांव में मनाने का प्रयास करें तथा प्रदेश के विकास में सहभागी बने, सभी के सामुहिक प्रयासों से हम विकल्प रहित संकल्प के साथ उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्यों में शामिल करने में सफल होंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री  गणेश जोशी, प्रेमचन्द अग्रवाल, रेखा आर्या, सुबोध उनियाल, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री  रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, नरेश बंसल विधायक उमेश शर्मा काऊ, सविता कपूर, पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, महानिदेशक सूचना  बंशीधर तिवारी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य उपस्थित थे।

ऋषिकेश में उत्तराखंड लोक पर्व इगास बग्वाल की धूम मची लोक पर्व के मौके आयोजित कार्यक्रमों में महापौर ने की बतौर मुख्यातिथि के रुप में शिरकत



ऋषिकेश 04 नवंबर। देश विदेश के साथ उत्तराखंडी संस्कृति का प्रमुख इगास बग्वाल पर्व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश में भी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महापौर अनिता ममगाई ने समस्त प्रदेशवासियों को लोक पर्व इगास बग्वाल की बधाई देते हुए कहा कि यह महापर्व हमारी लोक संस्कृति का प्रतीक है।

शुक्रवार को इगास बग्वाल पर्व के मौके पर नगर निगम महापौर ने ऋषिकेश वेलफेयर सोसाइटी ऋषि लोक कॉलोन, उग्रसेन नगर आवासीय कल्याण समिति व अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा  द्वारा आयोजित    कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए भैलो खेल कार्यक्रम में मोजूद उपस्थिति को पर्व की बधाई देते हुए कहा कि इगास बग्वाल उत्तराखंड वासियों के लिए एक विशेष स्थान रखती है।

यह हमारी लोक संस्कृति का प्रतीक है। हम सब का प्रयास होना चाहिए कि अपनी सांस्कृतिक विरासत और परंपरा को जीवित रखें। नई पीढ़ी हमारी लोक संस्कृति और पारम्परिक त्योहारों से जुड़ी रहे, ये हमारा उद्देश्य होना चाहिए ।

ऋषिकेश: गुरु नानक देव जी महाराज के 553 साला महान प्रकाश उत्सव के दौरान नगर में निकली प्रभात फेरी 8 नवंबर को कीर्तन की समाप्ति के बाद बरता जाएगा, अटूट लंगर -गोविंद सिंह



ऋषिकेश,0 9 नवम्बर । गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा द्वारा‌ आगामी 8 नवंबर को साहिब श्री गुरु नानक देव जी महाराज के 556 साला महान प्रकाश उत्सव के अवसर नगर में प्रभात फेरी ,नगर कीर्तन करना प्रारंभ कर दिया है ।जोकि 5 नवंबर तक चलेगा।

यह जानकारी सभा के प्रधान सभा गोविंद सिंह, सचिव सरदार परमजीत सिंह ने संयुक्त रूप से देते हुए बताया कि प्रकाश उत्सव के दौरान प्रारंभ नगर कीर्तन प्रातः 5:00 बजे से गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा से प्रारंभ होकर हरिद्वार रोड, क्षेत्र रोड, मेन बाजार, मुखर्जी मार्ग, तिलक रोड, होते हुए गुरु सिंह सभा रेलवे रोड पर समाप्त होगा। जिसके पश्चात 6 नवंबर की सुबह गुरुद्वारा सिंह सभा रेलवे रोड पर अखंड पाठ किया जाएगा ,जिसका समापन उक्त स्थान पर भोग डाले जाने के बाद किया जाएगा ।

इस दौरान कीर्तन दिवान भी सजाया जाएगा ।उन्होंने बताया कि 8 नवंबर को गुरु तेग बहादुर, स्त्री सत्संग गुरु नानक स्कूल के बच्चे, रागी जत्था गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ,लोकल संगत के अलावा भाई दिनेश सिंह सहारनपुर वाले, चरणजीत सिंह देहरादून वाले, भाई कुलविंदर सिंह गुरुद्वारा सिंह सभा के हेड ग्रंथि भाई द्वारा कीर्तन किया जाएगा।

उन्होंने यह भी बताया कि रात का दीवान श्री रहीरास साहिब कीर्तन भाई कुलविंदर सिंह के अलावा भाई चरणजीत सिंह, भाई दिनेश सिंह सहारनपुर वाले द्वारा किया जाएगा ।जिसके बाद समापन पर गुरु का अटूट लंगर भी बरता जाएगा जिसकी सभी तैयारियां गुरु सिंह सभा द्वारा कर ली गई है।