ऋषिकेश निवासी युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में चीला नहर में तैरती हुई मिली लाश, प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला प्रतीत, पुलिस ने किया शव बरामद, युवक की स्कूटी नहर के किनारे खड़ी मिली



ऋषिकेश, 19 मार्च । थाना ऋषिकेश अंतर्गत भरत बिहार आवास विकास कॉलोनी निवासी एक युवक की रहस्यमय परिस्थितियों में चीला नहर में तैरती हुई लाश मिली है।प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है।जिसकी स्कूटी नहर के किनारे मिली है।

लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी रवि सैनी ने बताया कि मंगलवार की शाम को थाना लक्ष्मण झूला को फोन से सूचना प्राप्त हुई की चीला नहर में एक पुरुष का शव बहकर चीला इंटैक की तरफ जा रहा है, जिसकी सूचना पर चौकी प्रभारी चीला उप निरीक्षक दिनेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, शव को एसडीआरएफ की सहायता से चीला इंटैक के जलाशय से बाहर निकला गया, और आसपास शिनाखत के प्रयास किए गए तो मृतक की पहचान शुभम पुत्र स्वर्गीय शरण नामदेव निवासी भरत बिहार आवास विकास ऋषिकेश जनपद देहरादून उम्र 33 वर्ष के रूप में हुई मृतक के शव को पंचायत नामा की कार्रवाई के पश्चात पोस्टमार्टम हेतु एम्स ऋषिकेश की मोर्चरी में रखा गया है, मृत्यु के कारण की जानकारी की जा रही है ।

मृतक के दोस्त द्वारा बताया गया कि शुभम ने समय 14:30 बजे के आसपास फोन से बताया कि मेरी स्कूटी नहर किनारे खड़ी मिलेगी तथा मैं आज के बाद तुम्हें नहीं दिखूंगा, इस सूचना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है।

रामझूला पुल का पुस्ता बारिश से ढहा, प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से पुल पर आवा-जाही करी बंद, देश विदेश से आने वाले करोड़ों लोगों के आकर्षण का केंद्र है रामझूला पुल



ऋषिकेश,17अगस्त । भारी वर्षा के कारण जनपद टिहरी और पौड़ी को जोड़ने के साथ देश विदेश से‌ आने वाले करोड़ों पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने मुनि की रेती स्थित राम झूला पुल‌ के नीचे का पुस्ता बह जाने के कारण पर्यटकों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है।

बताया जा रहा है, कि गंगा के उफान पर आने की वजह से इस पुस्ते को नुकसान हुआ है। सुरक्षा की दृष्टि से एसडीएम के निर्देश पर राम झूला पुल पर पर्यटकों के आवाजाही रोक दी गई है। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर पर्यटकों को राम झूला पुल पर जाने से रोकना शुरू कर दिया है।

नरेंद्र नगर के एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि पर्यटकों की सुरक्षा प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। भारी बारिश की वजह से राम झूला पुल के नीचे का पुश्ता बह गया है। पीडब्ल्यूडी की एक टीम निरीक्षण करने के लिए रामझूला भेजी गई है। इंजीनियरों की टीम निरीक्षण करने के बाद जो रिपोर्ट सौंपेगी उसके आधार पर राम झूला पुल पर आवाजाही को लेकर निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल उच्च अधिकारियों को भी मामले की जानकारी दे दी गई है। पुलिस को पर्यटकों को रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

एसएसआई गोपाल दत्त भट्ट ने बताया कि निर्देशों के आधार पर राम झूला पुल पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है। पुलिस कर्मियों की तैनाती भी की गई है। जिससे कि पर्यटक राम झूला पुल पर आवाजाही ना कर सके। लक्ष्मण झूला थाना पुलिस को भी इस संबंध में सूचना दे दी गई है। बता दें की रामझूला पुल पर आवाजाही रोके जाने से पर्यटकों में अब मायूसी देखने को मिल रही है। वहीं जानकी झूला पुल पर पर्यटकों की आवाजाही अब और ज्यादा तेज हो गई है।पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के निरीक्षण के बाद कम संख्या लोगों को पैदल रामझूला से भेजे जा रहा है,लेकिन दुपहिया वाहनों के लिए आवाजाही रोक दी गई है,दुपहिया वाहन जानकी सेतु से आवाजाही कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश का था सबसे लंबा झूला पुल

बताते चले की रामझूला पुल का निर्माण 07 मार्च 1985 से आरंभ हुआ था जो 05 अप्रैल 1986 को पूरा हो पाया। तत्कालीन उत्तर प्रदेश राज्य में 1.02 करोड़ की लागत से बना यह पुल उस समय राज्य का सबसे लंबा झूला पुल था। पुल का निर्माण उत्तर प्रदेश शासकीय निर्माण विभाग की ओर से कराया गया था। इस पुल का नाम शिवानंद झूला रखा गया था, जो बाद में रामझूला के नाम से प्रसिद्ध हुआ। 220.4 मीटर लंबाई तथा 02 मीटर चौड़ाई वाले इस पुल के टावर की ऊंचाई 21 मीटर है, जो 44 मिमी व्यास के 24 रस्सों पर टिका हुआ है। इस पुल की परिकल्पना रुड़की विश्वविद्यालय के भूकंप यांत्रिकी विभाग की ओर से की गई थी। इस पुल पर भार वाहन क्षमता 500 किलोग्राम प्रति वर्ग मीटर है।

भारी वर्षा के कारण हुए जल भराव ने किया नगरवासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त, लोगों के घरों में कई फुट तक भरा पानी  -गुमानीवाला के नाले व रंभा नदी में डूबे युवक, दोनों के शव पुलिस ने किए बरामद -ऋषिकेश त्रिवेणी घाट गंगा सभा के ऑफिस तक पहुंचा जलस्तर,  मुनिकीरेती पुलिस गेस्ट हाउस को छूकर‌ बह रही गंगा -सरकारी ‌अमले के‌ साथ डीएम ने किया बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का दौरा



ऋषिकेश,14 अगस्त । रविवार की रात से हो रही, भारी बर्षा ने ऋषिकेश में कई स्थानों पर जल भराव, आईडीपीएल, श्यामपुर, गुमानी वाला, मुनि की रेती स्थित खारा श्रोत, सहित आसपास के क्षेत्रों में भारी जलभराव के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।

वही गुमानीवाला क्षेत्र के नाले में एक युवक की डूब कर मौत हो गई, वही गंगा का जलस्तर ऋषिकेश में खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे त्रिवेणी घाट भी पूरी तरह जलमग्न हो गया है। सूचना पर ग्रामीण क्षेत्र में जिलाधिकारी सोनिका ने पूरे लाव लश्कर के साथ मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया,एस डी आर एफ ढालवाला ने घरों में घुसे पानी को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान प्रारंभ कर दिया है।

एसडीआरएफ के प्रभारी कविंद्र सजवाण ने बताया कि नदी तटों पर रहने वाले लोगों के घरों में घुसे पानी को निकालने का प्रयास किया जा रहा है।‌‌उनकी टीम द्वारा कुछ घरों में ज्यादा जल भराव होने से उनके आवश्यक , कीमती समान को राफ्ट की मदद से शिफ्ट किया जा रहा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंअर ने बताया कि एसडीआरएफ,जल पुलिस, नगर पुलिस पूरे अलर्ट पर है, जलभराव होने के कारण घरों में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है। टिहरी डैम और श्रीनगर डैम के अधिकारियों से गंगा में जल छोड़ने को लेकर पूरी तरह से आपसी समन्वय बना रखा है। रेस्क्यू किए गए सभी लोगों के लिए सुरक्षित स्थान ओर धर्मशालाओ में उनके रहने खाने की व्यवस्था की गई है।

कोतवाली प्रभारी के आर पांडेय ने बताया कि रविवार की रात से हो रही मूसलाधार वर्षा के कारण गुमानी वाले के निकट स्थित शिव मंदिर के पास बरसाती नाले में एक युवक के बह जाने की सूचना मिली थी। जिसके शव को सुबह बरामद कर एम्स मोर्चरी में भिजवाया गया था, जिसकी शिनाख्त दीपक पंवार 35 वर्ष निवासी अमित ग्राम गली नंबर 10 के रूप में उसके परिजनों द्वारा की गई है, जिन्होंने बताया कि दीपक रात 12:00 बजे से गायब था।‌

वहीं‌ एक अन्य अज्ञात युवक का शव एम्स के पास रम्भा नदी से मिला है, कई वर्षों के बाद गंगा जी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने के चलते त्रिवेणी घाट पर बनी जल पुलिस चौकी, पूरी तरह से जलमग्न हो गई है, तो वही मुनि की रेती स्थित पुलिस गेस्ट हाउस को छूकर गंगा जी बह रही है , ग्रामीण क्षेत्र आडवाणी प्लाट, रायवाला छेत्र‌ ऋषिकेश के आईडीपीएल, श्यामपुर, गुमानी वाला, शिवाजी नगर, खारा श्रोत, में एस डी आर एफ टीम, सभी स्थानों पर बचाव कार्य, में जुटी है। जिसके द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है, प्रशासन द्वारा लगातार गंगा तटों के किनारे रहने वाले लोगों को अनाउंसमेंट कर पानी की तरफ न जाने, की चेतावनी दी जा रही है।

गरुड़ चट्टी के पास नाले ‌‌से रोड बाधित हो गया है जहां एस डी आर एफ की टीम लगातार रात भर से राहत बचाव कार्यों में लगी है, जगह जगह से जल भराव की सूचनाएं प्राप्त हो रही है।

उप जिलाधिकारी सौरव अस्वाल का कहना है, कि उनकी टीम क्षेत्र में निरंतर निरीक्षण करते हुए जल भराव के कारण हुए नुकसान का भी आकलन कर उनकी क्षती पूर्ति का मुआवजा दिए जाने की सूची तैयार कर रही है।

जिलाधिकारी सोनिका ने अडवाणी प्लाट रायवाला में जलभराव क्षेत्र का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को पानी निकालने हेतु पम्प बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही क्षेत्र में जलभराव न हो इसके ड्रेनेज प्लान बनाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने क्षेत्र में एसडीआरएफ लगाने के निर्देश। मकान एवं भवनों में जलभराव की स्थिति में लोगों को वहा से सुरक्षित स्थान पंचायत घर एवं स्कूल में शिफ्ट करने के दिए निर्देश दिए।