स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बच्चे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर परंतु कोई लक्षण नहीं दिखने पर बच्चों का इलाज घर पर ही संभव


स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए दिशा-निर्देश, बच्चे को सांस की दिक्कत नहीं तो घर पर इलाज संभव
बच्चों में हल्के लक्षण जैसे खांसी, गले में खराश है और नाक बह रही है लेकिन सांस संबंधी तकलीफ नहीं है तो घर पर उसका इलाज संभव
गंभीर लक्षण वाले बच्चे का ऑक्सीजन लेवल 90 से कम तो अस्पताल ले जाएं

नई दिल्ली 17मई । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बच्चों में कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए अभिभावकों के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है। मंत्रालय का कहना है कि अभिभावक बच्चों की कुछ चीजों पर ध्यान रखेंगे तो संक्रमण की पहचान जल्दी हो सकेगी। इसके अलावा बच्चों कोरोना संक्रमण के कारण गंभीर स्थिति में जाने से बचाया जा सकेगा सकेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बच्चे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव है लेकिन कोई लक्षण नहीं है तो ऐसे बच्चों को इलाज उतना ही आसान है ।

जितनी जल्दी संक्रमण का पता चलेगा। हल्के लक्षण जैसे खांसी, गले में खराश है और नाक बह रही है लेकिन सांस संबंधी तकलीफ नहीं है तो घर पर उसका इलाज संभव है। हृदय, क्रॉनिक लंग डिसीज, मोटापा समेत अन्य तकलीफों से ग्रसित बच्चों का भी घर पर उपचार हो सकता है।

कुछ बच्चों मल्टीसिस्टम इन्फ्लैमेटरी सिंड्रोम (एमआईएस) भी हो रहा है। इसमें बच्चों को बुखार, पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, शरीर पर चकत्ते के साथ हृदय और न्यूरोलॉजिकल तकलीफ होती है। इस तरह की तकलीफ बच्चों के लिए गंभीर हो सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *