श्राद्ध पक्ष के प्रथम दिन त्रिवेणी घाट पर श्रद्धालुओं ने अपने पित्रों के नाम अनुष्ठान आदि कर किया तर्पण



ऋषिकेश, 10 सितम्बर ।अनंत चतुर्दशी के बाद पूर्णमासी पर प्रथम श्राद्ध पक्ष के चलते हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी घाट पर अपना मुंडन संस्कार करवाने के उपरांत ब्राह्मणों के माध्यम से श्राद्ध पक्ष पर पिंडदान तर्पण किए जाने के साथ सनातन पद्धति से अनुष्ठान आदि कर ब्राह्मणों को दान दक्षिणा देकर उनसे आशीर्वाद किया ।

शनिवार को श्राद्ध पक्ष प्रारंभ होते ही देश के विभिन्न प्रांतों से अपने पितरों के निमित्त अनुष्ठान के साथ पिंडदान करने वाले श्रद्धालु काफी संख्या में शुक्रवार की शाम को ही ऋषिकेश पहुंच गए थे जिन्होंने शनिवार की सुबह से ही त्रिवेणी घाट पर मुंडन संस्कार के साथ अपने पितरों के निमित्त अनुष्ठान तर्पण आदि कर कल ब्राह्मणों को वस्त्र और अपनी सामर्थ्य अनुसार दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस तीर्थ पुरोहित समिति की ओर से देश के विभिन्न प्रांतों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंडितों की निशुल्क विशेष सुविधा उपलब्ध करवाई गई थी। समिति के अध्यक्ष विनय सारस्वत ने बताया कि पुरोहित समिति द्वारा सभी श्रद्धालुओं के लिए पित्र कार्य के लिए ब्राह्मणों की निशुल्क व्यवस्था की गई है। सारस्वत ने कहा कि श्राद्ध पक्ष केेे दौरान किए गए पित्र कार्यों से जहां पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है वही घर में सुख शांति का वास भी होता है। इसलिए पितरों के नाम से श्राद्ध पक्ष में अनुष्ठान आदि का महत्व बताया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में हिमालय दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में किया प्रतिभाग, हिमालय के संरक्षण हेतु शपथ दिलवाई एवं श्रीमद्भागवत गीता के ऊपर लिखी गई पुस्तक का किया विमोचन



ऋषिकेश 09 सितंबर। आज मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में हिमालय दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने हिमालय के संरक्षण हेतु शपथ दिलवाई एवं श्रीमद्भागवत गीता के ऊपर संक्षेप व सरल भाषा में लिखी गई पुस्तक का विमोचन किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने श्री हरि मंदिर रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री धामी ने हिमालय के प्राकृतिक जल स्रोत धारों, नौलों के अध्ययन, संरक्षण और संवर्धन के लिए एक कमेटी के गठन किए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री धामी ने हिमालय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिमालय के संरक्षण में हम सभी की भागीदारी जरूरी है। सरकार के दोनों दायित्व तय हैं, जहां एक ओर हिमालय के संरक्षण के प्रति गंभीर रहना है, तो दूसरी ओर विकास के प्रति भी उतना ही दायित्व निभाना है। उन्होंने कहा कि समूचे हिमालय से जुड़े राज्यों के लिए यहाँ की अलग भौगोलिक और स्थानीय परिस्थिति के अनुकूल अलग विकास मॉडल होना चाहिए। हमने नीति आयोग की बैठक में भी हिमालय के महत्वपूर्ण सरोकारों से जुड़े मुद्दों को साझा किया और इस संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव और प्रस्ताव भी साझा किए।

उन्होनें कहा कि हिमालयी क्षेत्रों में सामाजिक विकास की आवश्यकता है, हमें इकॉलोजी एवं इकोनॉमी को साथ में रखते हुए कार्य करना होगा। हिमालय की जैव विविधता को संरक्षित करना है। जब हिमालय बचा रहेगा, तभी जीवन बचा रहेगा। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि हिमालय का किसी राज्य व देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्व है। हिमालय के संरक्षण का दायित्व, हम सभी का है।

हिमालय के संरक्षण के लिये यहां की संस्कृति, नदियों व वनों का संरक्षण जरूरी है। पर्यावरण में हो रहे बदलावों, ग्लोबल वार्मिंग के साथ ही जल, जंगल, जमीन से जुड़े विषयों पर समेकित चिंतन की जरूरत है। सामाजिक चेतना तथा सामूहिक प्रयासों से ही हम इस समस्या के समाधान में सहयोगी बन सकते हैं।

15वीं गोमुख संकल्प कलश यात्रा2022 का हुआ शुभारंभ दिल्ली संसद में सभी सांसदो को दिया जाएगा गोमुख का अमृतमय पवित्र जल गंगा की निर्मलता और पॉलिथीन मुक्त अभियान के अंतर्गत आयोजित की गई कलश यात्रा



ऋषिकेश, 0 3 सितम्बर । रामायण प्रचार समिति ने पॉलिथीन से परहेज, धरती को सहेज, पॉलिथीन करेंगे दूर ,थैला साथ रखेंगे जरूर नारे के साथ, 5 दिवसीय गोमुख संकल्प यात्रा का शुभारंभ मंत्र उच्चारण के बीच किया गया।

शनिवार की सुबह गोमुख संकल्प कलश यात्रा का शुभारंभ त्रिवेणी घाट में संत महात्माओं महामंडलेश्वर एवं ऋषि कुमार जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में हुआ ।पतित पावनी मां गंगा की अविरल जलधारा को स्वच्छ निर्मल एवं प्रदूषण मुक्त रखने हेतु देव भूमि उत्तराखंड के प्रवेश द्वार ऋषिकेश से गोमुख एवं वापसी में गोमुख से ऋषिकेश तक भव्य संकल्प कलश यात्रा का शुभारंभ हंस कल्चर सेंटर के उत्तराखंड प्रभारी परमेंद्र सिंह बिष्ट, प्रोफेसर प्रभाकर बडोनी हेमवती नंदन विश्वविद्यालय श्रीनगर, जगदीश मित्तल राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय कवि संगम दिल्ली, हरिओम पंवार देशभक्त अंतरराष्ट्रीय कवि‌,महामंडलेश्वर रामेश्वर दास,

महामंडलेश्वर ईश्वर दास महाराज, महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज, महामंडलेश्वर विष्णु दास महाराज, रामटेक पीठाधीश्वर अजय भैया महाराज परमाध्यक्ष विजयानंन्द सरस्वती, महंत वल्सल प्रपन्नाचार्य ,स्वामी केशव स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ,स्वामी गौरव रघु महाराज, महंत मनोज प्रपन्नाचार्य ,महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य ,संत गोपाल बाबा महाराज, स्वामी परमानंद दास महाराज, वरिष्ठ समाज सेवी चंद्रवीर पोखरियाल हर्षवर्धन शर्मा ने मिलकर संकल्प यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । यात्रा के शुभारंभ के जाने से पूर्व त्रिवेणी घाट में मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना व कलश पूजन के बाद यात्रा गोमुख धाम के लिए रवाना हुई, यात्रा के संयोजक रवि शास्त्री ने बताया कि 5 दिवसीय यात्रा गोमुख से कलश भरने के बाद तीर्थ नगरी मुनी की रेती ब्रह्मपुरी में संपन्न होगी। जिसके ‌‌‌‌‌‌‌ ऋषिकेश से गंगोत्री तक 10 पडाओ होंगे ।इस अवसर पर परमेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि मां गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने और पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को संकल्प वद्ब प्रयास करने होंगे ,उन्होंने कहा कि जब तक आम आदमी गंगा स्वच्छता को लेकर जागरूक नहीं होगा यह चुनौती बरकरार रहेगी , महामंडलेश्वर रामेश्वर दास महामंडलेश्वर ईश्वर दास महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज ने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य धार्मिक एवं आध्यात्मिक विश्व की शांति सुख समृद्धि हेतु मां गंगा एवं पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने , जन जागरण अभियान और मां गंगा गौरी गायत्री का संरक्षण उत्तराखंड ही नहीं अपितु संपूर्ण राष्ट्र की सुख शांति मां गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए जन जागरण अभियान के तहत पॉलिथीन मुक्त भारत यह यात्रा की जा रही है
गोमुख संकल्प कलश यात्रा के संयोजक महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा कि जनमानस को जन जागरण अभियान के साथ जोड़कर गोमुख संकल्प कलश यात्रा के पवित्र जल को संपूर्ण जनमानस को अभिषेक के रूप में प्रदान किया जाएगा
यह यात्रा 2008 से निरंतर मां गंगा की अविरल धारा निरंतर आगे बढ़ रही है
जिससे कि हमारे आने वाली पीढ़ी को एक संदेश दिया जाए कि पतित पावनी मां गंगा का अमृतमय जल इस कलयुग में प्रत्यक्ष रूप में दिखाई दे रहा है मां गंगा को स्वच्छ रखने के लिए अपना कर्तव्य समझ कर उसको दूषित न करके उसकी अविरल धारा को निरंतर बहने दे इसके लिए हमें एकजुट होकर संकल्प लेकर गंगा संरक्षण के लिए व्यक्ति विशेष ही नहीं अपितु संपूर्ण जनमानस को आगे आकर मां गंगा की धारा को स्वच्छ निर्मल बनाने के लिए संकल्प लेना होगा
महंत रवि प्रपन्नाचार्य ने कहां कि गौमुख का पवित्र अमृतमय जल इस बार दिल्ली जाकर संसद के सभी सांसदो को प्रदान किया जाएगा
साथ‌ ही गंगा तुम्हारे द्वार के माध्यम से जनमानस को जोड़ा जाएगा ऋषिकेश से दिल्ली तक यह अभियान चलाया जाएगा
इस अवसर पर सभी धार्मिक संस्थाओं संस्कृत विद्यालयों ने सम्मिलित होकर अनेकता में एकता का परिचय दिया इस अवसर पर अखिल भारतीय संत समिति, गंगा सभा ऋषिकेश सारथी सामाजिक संस्था, श्री गंगा सेवा एव पर्यावरण सुरक्षा समिति भरत मंदिर, वेद संस्कृत महाविद्यालय दर्शन महाविद्यालय, भारत संस्कृत महाविद्यालय जयराम संस्कृत महाविद्यालय, आदि संस्कृत विद्यालयों एवं संस्थाओं ने भाग लिया।यात्रा का स्वागत कैलाश गेट मुनी की रेती नरेंद्र नगर के अन्य स्थानों में भी यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सुनील थपलियाल द्वारा किया गया।

ऋषिकेश से गोमुख की दूरी 339 किलोमिटर है ,गोमुख की समुद्र तल से ऊंचाई 3250 मीटर है।
यात्रा के दौरान जगह-जगह जन जागरण अभियान एवं संकल्प लिया जाएगा तथा सभी स्कूलों व क्षेत्रीय जनमानस को भी संकल्प दिलाया जाएगा साथ ही जगह-जगह पौधारोपण एवं नुक्कड़ नाटकों का भी आयोजन किया जाएगा

यात्रा के दौरान विशेष पूजन स्थल त्रिवेणी घाट ,भद्रकाली मंदिर ,मां कुंजापुरी मंदिर, प्राचीन कपिलेश्वर महादेव मंदिर मातली, काशी विश्वनाथ मंदिर ,शक्तिपीठ ,साक्षी मंदिर उत्तरकाशी ,भैरव मंदिर भैरवधाटी, गंगोत्री धाम, चीड़वासा, भोजवासा ,गोमुख है।

इस अवसर पूर्व राज्य मंत्री संदीप गुप्ता ,राजपाल खरोला, राहुल शर्मा , रीना शर्मा पार्षद अभिषेक शर्मा, राम चौबे अमित सक्सेना अनिरुद्ध शर्मा दीपक दरगन रमाकांत भारद्वाज चेतन शर्मा विवेक गोस्वामी पंकज शर्मा राजेश पयाल रामकृष्ण पोखरियाल रामकृपाल गौतम हरीश धीगडा वेद प्रकाश धीगडा मदन मोहन शर्मा ,एस पी अग्रवाल ब्रह्म प्रकाश दीपक राज जोशी आदि लोग उपस्थित थे।

तीर्थ पुरोहित समिति को ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर नगर निगम द्वारा कराया गया स्थान उपलब्ध



ऋषिकेश 30 अगस्त।  तीर्थ पुरोहित समिति को ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर नगर निगम द्वारा कार्यालय हेतु भूमि उपलब्ध कराई गई।  जिसका आज विधिवत पूजन यज्ञ कार्यक्रम किया गया। इस पूजन कार्यक्रम में पार्षद रीना शर्मा, विजयलक्ष्मी शर्मा, मनीष शर्मा द्वारा विधिवत पूजन कर उक्त भूमि को मंत्रोच्चार द्वारा शुद्ध किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए तीर्थ पुरोहित समिति के अध्यक्ष  विनय सारस्वत ने कहा कि काफी समय से तीर्थ पुरोहितों हेतु माँ गंगा तट पर स्थान की मांग की जा रही थी, आज नगर निगम की महापौर  अनिता ममगाई और समस्त पार्षद गणों के प्रयासों से यह भूमि यह स्थान तीर्थ पुरोहित समिति को प्राप्त हुआ है इसके लिए सभी को सादुवाद है।

उन्होंने कहा कि हिन्दू सनातन संस्कृति में ध्यान, तप, पूजा, यज्ञ जैसी क्रियाएं जीवन मे ईश्वरीय अस्तित्व को प्रगट करती है, इन विधानों के लिए स्थान ना होने के कारण अब तक तीर्थ पुरोहित यथोचित कार्यो को करने में असमर्थता महसूस करते थे पर आज स्थान की प्राप्ति के बाद सभी तीर्थ पुरोहितों में हर्ष का माहौल व्याप्त हुआ है।
इस अवसर पर बोलते हुए क्षेत्रीय पार्षद रीना शर्मा, विजयलक्ष्मी शर्मा ने कहा कि यह कदम धार्मिक आस्थाओं और विश्वास का नवीनतम उद्घोष है, अब तीर्थ पुरोहितों को हिन्दू संस्कारो को करने हेतु उचित स्थान मिलना ईश्वरीय कार्य है इसके लिए उन्होंने नगर निगम की महापौर का धन्यवाद भी प्रेषित किया।
इस अवसर पर पार्षद मनीष शर्मा और सामाजिक कार्यकर्ता विनोद शर्मा  ने नगर निगम का धन्यवाद प्रेषित करते हुए समस्त पुरोहित समाज का आह्वान किया कि वो सभी एकजुट भाव से सनातन संस्कृति की सेवा में सहयोग हेतु आगे आये।

इस पूजन कार्यक्रम में चेतन शर्मा, महामंत्री तीर्थ पुरोहित समिति, समाजसेवी  विनोद अग्रवाल , योगेश शर्मा , प्यारे लाल जुगलान, विवेक गोस्वामी, पंकज शर्मा,आशुतोष शर्मा,पंकज गुप्ता, यज्ञवर्त शर्मा, पंडित गंगा राम व्यास, अभिषेक शर्मा, घनश्याम झा,वेद प्रकाश शर्मा, चेतन्य वार्ष्णेय, मंगलदेव उपाध्याय, दिनेश पंत, गिरीश सेमवाल, मधुसूदन शर्मा, संतोष भट्ट, देवेंद्र नौटियाल, अनुपम कुशवाल,हंसराज बलोनी,परमानंद मिश्रा,त्रिलोकी नाथ तिवारी,नीलकंठ प्रसाद,अनिल शर्मा आदि उपस्थित थे।

श्री न्यू भरत राम लीला कमेटी ऋषिकेश अपने रंगमंच पर 20 सितंबर से भगवान श्री राम की‌ लीला का मंचन करेगी कमेटी की नई कार्यकारिणी के अध्यक्ष विजय गोस्वामी बने



ऋषिकेश, 23 अगस्त । श्री न्यू भरत राम लीला कमेटी अपने रंगमंच पर 20 सितंबर से भगवान श्री राम की‌ लीला का मंचन करेगी। यह निर्णय रामलीला कमेटी की नवगठित कार्यकारिणी ने लिया है ।

यह जानकारी रामलीला कमेटी के अध्यक्ष विजय गोस्वामी ने देते हुए बताया कि कमेटी के गठन को लेकर कुंवर पाल प्रजापति की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया है‌‌,कि आज‌ मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ किए जाने के साथ पूजा अर्चना कर रामलीला आयोजित की जाए जिसके लिए आज ‌ही‌‌अभ्या‌स शुरू कर दिया गया है।

जिसके उपरांत 20 सितंबर से कमेटी अपने रंगमंच पर भगवान श्री राम की लीला का मंचन करेगी जिसके लिए नई कमेटी का गठन कर दिया गया है ।

जिसमें प्रधान संचालक कुंवर पाल प्रजापति, अध्यक्ष निदेशक विजय गोस्वामी, सचिव महेश प्रजापति, उप सचिव धीरद्र राय, कोषाध्यक्ष मित्र पाल प्रजापति, उप कोषाध्यक्ष सुशील कुमार प्रजापति, उपाध्यक्ष जितेंद्र यादव ,उपाध्यक्ष रवि पाल ,उपाध्यक्ष सोमनाथ अरोड़ा ,संगठन मंत्री अमित उपाध्याय, प्रचार मंत्री सुमित ठाकुर, प्रचार मंत्री गुरमीत उपाध्याय, सांस्कृतिक समिष्ठा पटेल, मधु जोशी, मंच संचालन प्रमोद चौधरी, योगेश कालरा ,सांस्कृतिक सचिव रोमा सहगल, सीमा रानी ,संगीत निदेशक मुकेश आर्य, रूप सज्जा, रुपेश कपूर, गौरव प्रजापति , संगठन मंत्री सरदार सतीश सिंह, वस्त्र करमचंद आजाद के अलावा गंगा यादव, चंद्रकांता जोशी, रामलाल चमोली ,गणेश गुप्ता, शिव लाल मस्ताना राम कुमार पाल ,राकेश गुप्ता, वीरपाल को कार्यकारिणी का सदस्य चुना गया है।

क्रिया योग आश्रम तपोवन ऋषिकेश द्वारा निर्मित आयुष्मान मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल का शुभारंभ वन मंत्री एवं साधु संतों की उपस्थिति में संयुक्त रूप से हुआ



ऋषिकेश 21अगस्त। क्रिया योग आश्रम तपोवन ऋषिकेश के संस्थापक अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी शंकरानंद के 75 वें जन्म दिवस के अवसर पर  20 अगस्त  को जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर 30 बेड का मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल का शुभारंभ उत्तराखंड में वन मंत्री एवं साधु संतों की उपस्थिति में संयुक्त रूप से किया गया। 

हॉस्पिटल के बारे में बताते हुए क्रिया योगा आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी शंकर आनंद ने बताया कि आयुष्मान मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में  चर्म रोग , e.n.t, न्यूरोलॉजी, ह्रदय रोग , चर्म रोग इत्यादि का इलाज विशिष्ट डॉक्टरों द्वारा किया जाएगा। जिसके लिए हॉस्पिटल में स्पेशलिस्ट डॉक्टर और उनकी टीम को नियुक्त किया गया है।  यह हॉस्पिटल  विभिन्न देशों से आए हुए सैलानियों ओर स्थानीय लोगों की सौगात है । 

इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार के वन व कैबिनेट मंत्री  सुबोध उनियाल, उदासीन अखाड़ा के महंत रघुनाथ  ,  प्रकाश मुनि  उत्तराखंड के सैकड़ों संत मुनि ने,  गोविंद अग्रवाल , नगर पालिका मुनि की रेती के अध्यक्ष रोशन रतूड़ी , उत्तराखंड भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष हिमांशु चमोली , आईआईटी रुड़की के  राममूर्ति  उपस्थित थे।

श्री मां कात्यायनी मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन, विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा नृत्य,कला और फैंसी ड्रेस के कार्यक्रम प्रस्तुत कर हुए पुरस्कृत



ऋषिकेश 18 अगस्त । आज ज्ञान करतार आश्रम ट्रस्ट द्वारा श्री मां कात्यायनी मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  जिसमें स्कूली बच्चों द्वारा नृत्य,कला और फैंसी ड्रेस कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मां कात्यानी मंदिर में स्कूली बच्चों द्वारा विभिन्न वर्गों की आयोजित प्रतियोगिताओं में नृत्य के सीनियर वर्ग में स्वामी दयानंद सरस्वती कैरियर पब्लिक स्कूल प्रथम, चंद्रेश्वर पब्लिक स्कूल द्वितीय, सरस्वती विद्या निकेतन तृतीय स्थान पर रहे। नृत्य के जूनियर वर्ग में ज्ञान करतार पब्लिक स्कूल और दयानंद सरस्वती कैरियर पब्लिक स्कूल संयुक्त रूप से प्रथम, सरस्वती विद्या निकेतन तृतीय और चंद्रेश्वर पब्लिक स्कूल तृतीय स्थान पर रहे।


कला प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में रिया यादव सरस्वती विद्या निकेतन जूनियर हाई स्कूल, रूपाली स्वामी दयानंद कैरियर पब्लिक स्कूल और आमोदानी बिष्ट श्री भरत मंदिर पब्लिक स्कूल क्रमश: प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे. कला प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में अनुज ठाकुर सरस्वती विद्या निकेतन जूनियर हाई स्कूल प्रथम, अनन्या कुलियाल श्री भरत मंदिर पब्लिक स्कूल द्वितीय और आयुष राजभर चंद्र सर पब्लिक स्कूल तृतीय स्थान पर रहे।


फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में ज्ञान करतार पब्लिक स्कूल के शिव शंकर गंगा अकैडमी के कार्तिक और स्वामी दयानंद सरस्वती पब्लिक स्कूल के परीक्षित शुक्ला ने क्रमश पहला दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया । विभिन्न प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में तृप्ति कालरा, अनीता भारद्वाज, एनसी भारद्वाज, नरेंद्र दीक्षित, सुरेंद्र कुमार आहुजा शामिल रहे।

 

सभी विजेता प्रतिभागियों को मेयर अनीता ममंगाई ने पुरस्कार प्रदान किए. इस मौके पर ज्ञान करतार आश्रम ट्रस्ट के संस्थापक गुरविंदर सलूजा ने कहा कि त्योहार हमारी संस्कृति से गौरवशाली इतिहास प्रतीक है. धार्मिक आयोजनों के माध्यम से समाज में जागरूकता का संचार होता है. जीवन में सफलता के लिए श्री कृष्ण व्यक्तित्व से महत्वपूर्ण शिक्षा मिलती है।

इस अवसर पर ललिता सलूजा, वेद प्रकाश धींगरा, रवि प्रपन्नाचार्य, राम चौबे, अभिषेक शर्मा, नवल कपूर,चेतन शर्मा, हरीश आनंद, पंकज शर्मा, विवेक गोस्वामी,  सरिता उनियाल, किरण, सुशीला, यशोदा, प्रीति, अनुराधा, सिमरन कुंदनानी, विनोद जौहर, योगेश पाहवा आदि उपस्थित रहे

मधुबन आश्रम में 18 अगस्त से आयोजित किए जाएंगे तीन दिवसीय जन्माष्टमी के कार्यक्रम



ऋषिकेश , 16 अगस्त ।मुनिकीरेती कैलाश गेट स्थित मधुबन आश्रम मेंें 18 अगस्त से आयोजित किए जाएंगे श्री कृष्ण जन्म अष्टमी के कार्यक्रम, यह जानकारी आश्रम केे महंंत स्वामी परमानंद दास ने देते हुए बताया कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है।

जहां धूमधाम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मधुबन आश्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम, कृष्णोउत्सव, महाभिषेक,संकीर्तन, नृत्य नाटिका, प्रवचन एवम दिव्य महा प्रशाद का आयोजन किया जा रहा है । उक्त कार्यक्रम 18 अगस्त को कृष्ण जन्म उत्सव, 19अगस्त को जन्माष्टमी, 20 अगस्त को नन्द उत्सवस के रूप में मनाया जाएगा ।

जिसमें देश विदेश से भक्तगण जन्माष्टमी उत्सव में भाग लेने के लिए आश्रम पहुंचते हैं । जन्माष्टमी के अवसर पर मधुबन आश्रम को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। इस अवसर पर हर्ष शर्मा, रासबहारी भी उपस्थित थे।

कब है रक्षाबंधन (श्रावणी), शास्त्र सम्मत जानिए किस दिन ओर किस समय मनाए रक्षाबंधन



ऋषिकेश 10अगस्त। इस बार 2022मे होने वाली  श्रावणी महा के अंतिम दिन होने वाली रक्षा बंधन को लेकर भद्राकाल  के चलते आम जनमानस के अंदर संशय बना हुआ है। जिसकी सही तारीख ओर समय को लेकर गंगेश्ववर महादेव मंदिर के पंडित अर्जुन गौतम ने बताया कि वैदिक शिक्षा एवं शोध संस्थान काशी व उज्जैन में चर्चा करने के उपरांत ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों के मतानुसार धर्म सिंधु व निर्णय सिंधु में स्पष्ट कहा गया है। 

भद्रायां द्वे न कर्तव्ये श्रावणी फाल्गुनी तथा !श्रावणी राष्ट्रं हन्तिं ग्रामं दहति फाल्गुनी 

अर्थात् भद्राकाल में रक्षाबंधन और होलिका दहन कदापि ना करें!
जो भी विद्वान कहते हैं कि भद्राकाल पाताल की है इसलिए हानि नहीं करेगी तो उनकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रति वर्ष श्रावण मास में रक्षाबंधन के आसपास चन्द्रमा मकर राशि में ही रहता है और भद्रा पाताल में ही रहती है और भद्रा का हमेशा त्याग किया जाता है इसलिए फिर वो चाहे जहां की हो अंधेरा चाहे दिन में किसी बंद गुफा में.हो कमरे में हो या रात्री में अंधेरा तो अंधेरा ही है ना

इसलिए विद्वानों से विनम्र निवेदन है कि न ही भ्रमित हो और न ही किसी को भ्रमित करें 12 अगस्त 2022 को रक्षाबंधन का पर्व मनाए

धर्म शास्त्रों में स्पष्ट आया है कि

या तिथिस्समनुप्राप्य उदयं याति भास्करः।
सा तिथिः सकला ज्ञेया स्नान-दान- व्रतादिषु।।
उदयन्नैव सविता यां तिथिं प्रतिपद्यते
सा तिथिः सकला ज्ञेया दानाध्ययन कर्मसु।।

अर्थात्

सूर्योदय के बाद तिथि चाहे जितनी हो उसी दिन को व्रत-पूजा-यज्ञ अनुष्ठान-स्नान और दानादि के लिए संपूर्ण अहोरात्र में पुण्य फल प्रदान करने वाली माना गया है

11 अगस्त को भद्रा है
12 अगस्त को भद्रा नहीं है और सुबह 7:16 तक पूर्णिमा तिथि हैं और उदय काल में पूर्णिमा मिलने से पूरे दिन उस तिथि के नियम पालन कर सकते है जैसे उदय तिथि कि एकादशी का व्रत करते हो

शास्त्र कहता हैं..

*भद्रायोगे रक्षाबंधनस्यैव निषेधात्।*
*एवं प्रतिपद्योगोऽपि न निषिद्ध: ।।*

रक्षाबंधन में भद्रा का निषेध है परंतु प्रतिपदा निषिद्ध नहीं हैं
इसलिए आप सभी लोग निर्विवाद रूप से 12 अगस्त दिन शुक्रवार को हर्षोल्लास से रक्षा बंधन का पर्व मनाए । 

षड दर्शन साधू समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के महंत बाबा भूपेंद्र गिरी को अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद किया मनोनीत



 

ऋषिकेश,o 8 अगस्त । षड दर्शन साधू समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत गोपाल गिरी ने विश्व भर में सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए भगवान गिरी आश्रम के ऋषिकेश के महंत बाबा भूपेंद्र गिरी को अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया है।

महंत गोपाल गिरी ने बाबा भूपेंद्र गिरी से अपेक्षा व्यक्त की है ,कि वह सनातन धर्म का विश्व भर में प्रचार प्रसार कर भारतीय संस्कृति को बढ़ाए जाने के साथ ‌वह पूरे विश्व में षड्दर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के कार्यों को गति देने के लिए संगठन का निस्वार्थ रूप से विस्तार भी करेंगे।

मंहत गोपाल गिरी ने बताया कि यह निर्णय समिति की कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से लिया था।