ऋषिकेश एम्स में फिर से निकला घोटालो का जिन्न,सीबीआई की एम्स प्रोफेसर सहित कई लोगों के घरों पर दिन भर चली छापेमारी, एम्स मे मचा हड़कंप – तीन वर्ष पहले छः करोड़ से अधिक का चिकित्सा उपकरण खरीद मे हुआ घोटाला -बिहार के मंत्री के बेटे सहित आठ लोगों के विरुद्ध किया मुकदमा दर्ज, 



ऋषिकेश ,24 अगस्त। वर्ष 2019 और 2020 में ऋषिकेश एम्स में चिकित्सा उपकरणों की खरीद में अनियमितता किए जाने के मामले में सीबीआई ने बिहार के पूर्व मंत्री के बेटे एम्स के एक प्रोफेसर सहित आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया है।

इसके बाद एम्स मे हड़कंप मचा है, चिकित्सा उपकरण खरीदे जाने के कारण एम्स को लगभग 6 करोड रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है।

बताया जा रहा है, कि सीबीआई ने सोमवार को मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद बुधवार को दिन भर एम्स प्रोफेसर सहित कई लोगों के घर पर छापेमारी कर दस्तावेजों को खंगाला इस दौरान सीबीआई की टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी अपने कब्जे में लिए हैं।

इसके अतिरिक्त टीम ने दो लोगों को गुप्त स्थान पर ले जाकर घंटो तक पूछताछ भी की है, बताया जा रहा है कि एम्स ऋषिकेश में चिकित्सा उपकरणों की खरीद में गंभीर अनियमिता के आरोपी की जांच के लिए 31 मार्च को सीबीआई और एसबी (एंटी करप्शन) की टीम एम्स पहुंची थी। आरोप था कि एम्स ऋषिकेश के अधिकारियों ने वर्ष 2019 और 20 के दौरान उन्नत वेसल सीलिंग उपकरण की अत्यधिक ऊंची कीमत पर खरीद की थी।

जिसके कारण एम्स को भारी नुकसान और फर्म को लाभ हुआ था। बताया जा रहा है कि उक्त फर्म ने कभी भी बोली प्रक्रिया में हिस्सा ही नहीं लिया था। उपकरण के लिए एम्स ने 24 अगस्त 2018 को निविदा जारी की थी निविदा 12 अक्टूबर 2018 को खोली गई थी और निम्नलिखित तीन फर्मो को प्रशासनिक मूल्यांकन के दौरान योग्य पाया गया था, लेकिन बाद में उपकरण गैर अधिकृत फर्म से खरीदे गए जिसने बोली प्रक्रिया में भाग ही नहीं लिया और उपकरण जिस फर्म से खरीदे गए वह इसके लिए अधिकृत और डीलर भी नहीं थी, ना ही कभी उक्त फर्म ने किसी चिकित्सा संस्थान को ऐसी कोई आपूर्ति की थी।

उक्त फर्म केवल दवाईयो की ही व्यापार करती थी, इस पूरी खरीदारी में एम्स को करीब 6 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था। आरोप है कि उपकरण खरीद समिति के संयोजक डॉक्टर बलराम जी उमर ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर खरीद एजेंसी को लाभ पहुंचाया जिसमें एम्स ऋषिकेश को करीब 6.57 करोड़ की हानि हुई है। सीबीआई ने एम्स के प्रोफेसर समेत 7 नाम दर्ज और एक अज्ञात के खिलाफ 21 अगस्त को मुकदमा दर्ज करने के बाद बुधवार को डॉक्टर बलराम और ऋषिकेश में निखिल के आवास पर छापेमारी की, छापे की सूचना पर कई अधिकारी आरोपी छुप गए हैं।

एक आरोपी निखिल बिहार सरकार के पूर्व पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद का बेटा भी बताया गया है ।निखिल के खिलाफ ऋषिकेश कोतवाली में पहले भी मुकदमा दर्ज किया गया है। सीबीआई की छापेमारी के बाद एम्स में हड़कंप मचा है इस घाल मेल में अन्य अधिकारियों की साठगांठ भी बताई जा रही है।

एम्स,ऋषिकेश का तृतीय दीक्षांत समारोह हुआ ‌‌सम्पन्न‌, यूजी, पीजी, सुपर स्पेशलिटी , एलाइड साइंस के 1041 छात्र- छात्राओं को डिग्रियां वितरित की गई हमारे देश के चिकित्सक अपने चिकित्सा सेवा के पेशे के प्रति दुनिया के अन्य देशों से अधिक जिम्मेदार हैं- मनसुख मांडविया



ऋषिकेश,13जुलाई‌ ।एम्स,ऋषिकेश में बृहस्पतिवार को तृतीय दीक्षांत समारोह हुआ ‌‌सम्पन्न‌, जिसमें यूजी, पीजी, सुपर स्पेशलिटी तथा एलाइड साइंस के 1041 छात्र- छात्राओं को डिग्रियां वितरित की गई। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख भाई मांडविया , केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार व स्वास्थ्य राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने एम्स स्टूडेंट्स को विभिन्न उपाधियों का वितरण किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रा स्ट्रक्चर मिशन के तहत 150 बेड क्षमता के क्रिटिकल केयर अस्पताल भवन की आधारशिला भी रखी गई।

बृहस्पतिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित तीसरे दीक्षांत समारोह का बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख भाई मांडविया , केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार व प्रोफेसर एसपीएस बघेल, संस्थान के अध्यक्ष पद्मश्री प्रोफेसर समीरन नंदी, सूबे के वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल व स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड डॉक्टर धन सिंह रावत ने संयुक्तरूप से विधिवत शुभारंभ किया।

इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने कहा कि एम्स ऋषिकेश की चिकित्सकीय टीम ने कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड और पड़ोसी राज्यों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करके लोगों का विश्वास जीता है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ), भारत सरकार द्वारा संस्थान की रैंकिंग में भी काफी वृद्धि हुई है।

ऋषिकेश एम्स अब देश के शीर्ष 25 संस्थानों में से एक है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा कि पासआउट स्टूडेंट्स ने अभी एजुकेशन की डिग्री हासिल की है, उनके लिए सामाजिक जीवन की शिक्षा लेनी और समाज की कसौटी पर खरा उतरना अभी बाकी है, जो कि बेहतर चिकित्सा सेवा के संकल्प से ही संभव है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति जीवन में सीखता और बदलता है, वही प्रगति करता है। कहा कि जिस दिन चिकित्सकों के मन में नागरिक स्वास्थ्य का भाव जाग जाएगा उस दिन उन्हें पैसा गौण लगने लगेगा। उन्होंने कहा कि पासआउट स्टूडेंट्स से उनके माता पिता, गुरुजनों के साथ ही देश की भी बहुत उम्मीदें होती हैं, लिहाजा उन्हें इन सबकी उम्मीदों पर खरा उतरना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा कि जीवन में लक्ष्य हमेशा ऊंचा होना चाहिए। उन्होंने बताया कि हमारे देश के चिकित्सक अपने चिकित्सा सेवा के पेशे के प्रति दुनिया के अन्य देशों से अधिक जिम्मेदार हैं। उन्होंने बताया कि कोविड 19 के दौर में दुनिया के कई विकसित देशों के चिकित्सकों ने अपने कर्तव्यों का ठीक से पालन नहीं किया, मगर हमारे चिकित्सक प्रतिबद्धता के साथ अपना घरबार छोड़कर दिनरात मरीजों कीसेवा में जुटे रहे।
उन्होंने पासआउट स्टूडेंट्स को सीख दी, कि उन्हें हमेशा भावना व संवेदना से सराबोर होना चाहिए, साथ ही देश की संवेदना का ध्यान रखना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने कहा कि हमारे जवान हमेशा देश की सीमाओं की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं,इसी तरह देश की 140 करोड़ आबादी को भी देश के लिए समर्पित भाव से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक जीवन में सफलता के लिए हमें हमेशा समाज के प्रति कर्तव्यभाव अपनाना होगा, यही जीवन की आधारशीला है। हमारे मन में प्रत्येक कार्य क्षेत्र में परिवार का भाव होना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार दूसरी सरकारों की तर्ज पर सिर्फ चल नहीं रही है, बल्कि अपना बेस्ट आउटपुट देने के प्रयास में जुटी है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एम्स में 100 करोड़ से अधिक लागत से तैयार होने वाले 150 बेड के क्रिटिकल केयर अस्पताल का लाभ पूरे उत्तराखंड को मिलेगा। इस दौरान उन्होंने संस्थान की शोध पत्रिका एवं स्वास्थ्य चेतना पत्रिका का विधिवत विमोचन किया।
इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने कहा कि वर्तमान में एम्स संस्थान के लिए लगभग 2000 चिकित्सक सेवारत हैं, जो कि मेडिकल एजुकेशन के साथ साथ मरीजों के उपचार में भी सेवारत हैं। कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने एम्स की अभी तक उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं, राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक ड्रोन द्वारा दवा पहुंचाने का सफल ट्रायल, डिजिटल हेल्थ सुविधाओं, आयुष्मान योजना, आभा आईडी, टेलि कन्सल्टेंशन, हेली एम्बुलेन्स, पीडियाट्रिक आईसीयू, किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा और टेलिमेडिसिन सेवाओं सहित विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं का जिक्र करते हुए इसे संस्थान की उपलब्धि से जोड़ा। साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पताल में 100 से अधिक सेवावीर दिन-रात मरीजों की सेवा में जुटे हैं। कहा कि डिग्री प्राप्त करने वाले नए चिकित्सकों को अपना एटीट्यूड विकसित करने की आवश्यकता है। प्रैक्टिस करते समय मरीजों के साथ पेश आने का सलीके से भी मरीज का समय पर स्वस्थ होना निर्भर करता है। उन्होंने बताया कि यह हम सभी के अथक प्रयास का नतीजा है कि एनआईआरएफ भारत सरकार की रैंकिंग में एम्स ऋषिकेश 22 वें स्थान पर हैं।

समारोह में एम्स संस्थान के अध्यक्ष पद्मश्री प्रोफेसर समीरन नंदी, दीक्षांत समारोह की नोडल ऑफिसर प्रोफेसर लतिका मोहन, डीन एकेडमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, चिकित्साअधीक्षक प्रो. संजीव मित्तल, डीन एग्जामिनेशन प्रो. प्रशांत पाटिल,डीन रिसर्च प्रो. एसके हांडू आदि ने भी विशेषरूप से शिरकत की।

उपाधि पाने वाले छात्र- छात्राओं का विवरण —

MBBS ( 2013-14 ) – 38
MBBS (2015) – 96
MBBS (2016)- 96
MDMS (2017-2020) — 495
DMCH (2018-20)- 148
BSC Nursing (2016)- 56
MSC Nursing ( 2017-20 )- 33
MSC Allide/Medical ( 2018-19 )- 22
MPH ( 2018-21 ) – 39
Paramedical (2022-23) – 9
MHA – 1
Total = 1041
पद्मश्री प्रोफेसर नंदी ने किया दीक्षांत समारोह प्रथम सत्र का शुभारंभ
एम्स के तृतीय दीक्षांत समारोह के तहत एम्स ऋषिकेश के अध्यक्ष प्रोफेसर समीरन नन्दी ने दीक्षांत समारोह के पहले सत्र का उद्घाटन करते हुए विभिन्न संकाय के मेडिकल छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की।
सत्र के दौरान उन्होंने कहा कि डॉक्टरी का पेशा रोगियों की सेवा के लिए समर्पित होता है। ऐसे में प्रत्येक चिकित्सक को अपने भीतर मरीजों के प्रति नम्र व्यवहार और मृदुभाषिता अपनाने की भावना विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि एम्स ऋषिकेश ने अब तक एक हजार से अधिक रिसर्च कार्य पूरे कर लिए हैं। प्रोफेसर नंदी ने कहा कि चिकित्सा सेवा में अनुसंधान कार्यों का विशेष महत्व होता है। संस्थान द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों में तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस दौरान प्रोफेसर समीरन ने पदक और उपाधि पाने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई दी।
समारोह की नोडल ऑफिसर प्रोफेसर लतिका मोहन ने बताया कि दीक्षांत समारोह में टॉपर छात्र छात्राओं को 31 गोल्ड मेडल, 2 रजत और 2 कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।
एम्स ऋषिकेश के तृतीय दीक्षांत समारोह में 1041 विद्यार्थियों को डिग्रियां बांटी गई। उपाधियां प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में 10 पीएचडी, 495 मेडिकल स्नातकोत्तर, 1 एमबीए/एमएचए, 148 डीएम/एमसीएच स्टूडेंट्स, 230 एमबीबीएस, 39 एमपीएच, 22 एमएससी मेडिकल, 56 बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग और 33 एमएससी नर्सिंग तथा 9 पैरामेडिकल छात्र अपनी डिग्री प्राप्त करेंगे। इस अवसर पर समारोह के अतिथियों व संस्थान की कार्यकारी निदेशक ने अकादमिक उत्कृष्टता के लिए डिग्री, पदक और प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

ऋषिकेश और गंगा रिसोर्ट में आयोजित हुए 9 वे अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, प्रभारी विवेक ठाकुर,  महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल , महापौर अनीता ममगाई, चेयरमैन रोशन रतूड़ी ने किया प्रतिभाग योग ने पूरे विश्व को एक साथ जोड़ने का कार्य किया इसलिए दुनिया योग की तरफ बढ़ रही: सांसद कल्पना सैनी



ऋषिकेश ,21 जून । 9 वे अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की धूम ऋषिकेश और टिहरी जिले के स्थित मुनी की रेती में भी रही। जहां ऋषिकेश में भाजपा की तरफ से आशीर्वाद वाटिका में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

तो वही  टिहरी जिले के आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग के सौजन्य से 9 वे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुनि की रेती स्थिति गंगा रिसोर्ट में आयोजित योग महोत्सव का शुभारंभ मुनी की रेती नगर पालिका के अध्यक्ष रोशन रतूडी, आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग के डॉक्टर सुभाष चंद्र, वरिष्ठ नागरिक कमल सिंह राणा, इंडियन मैडिकल एव चिकित्सक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ हरिओम प्रसाद, ने किया।

ऋषिकेश की आशीर्वाद वाटिका में राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, शहरी एवं विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, उत्तराखंड प्रभारी विवेक ठाकुर ,उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ,नगर निगम महापौर अनीता ममगाई ने भी राष्ट्रगीत वंदे मातरम गाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी ने कहा कि उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में प्रधानमंत्री द्वारा किए गए 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाया जाने के आह्वान के बाद पूरी दुनिया योग के प्रति आकर्षित हुई है क्योंकि योग लोगो को निरीगी काया बनाऐ जाने का सबसे बड़ा मंत्र भी है।

वही नगर निगम महापौर अनीता ममगई ने भी कहा कि स्वस्थ जीवन जीने का आधार योग है, इससे बीमारियों से छुटकारा एवं स्वस्थ जीवन जीने में सहायता मिलती है। वही योग सभी वर्ग के लोगों के लिए अनिवार्य है ,जिसे नियमित रूप से किए जाने के बाद अधिकांश बीमारियों का छुटकारा होता है, वही लंबी आयु बढ़ाने में भी सहायक होता है ।

बुधवार को मुनी की रेती स्थित गंगा रिसॉर्ट में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दौरान योग करने के लिए सुबह से ही छोटे बच्चों से लेकर उम्र दराज लोगों में भारी उत्साह देखा गया।

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष रोशन रतूडी ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि योग हमारी प्राचीन विधा है, जिसे ऋषि-मुनियों ने प्रारंभ किया और उसका अनुसरण आज भी किया जा रहा है।

वही मुनिकीरेती स्थित गंगा मैं योग महोत्सव कार्यक्रम के दौरान उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी कमल सिंह राणा ने कहा कि मनुष्य को जीवन में निरोगी काया बनाए रखने के लिए योग किया जाना आवश्यक है जिससे वह लंबी आयु तक योग कर स्वस्थ रह सकता है योग ऐसी क्रिया है जोकि जीवन में हंसना और शरीर को स्वस्थ रखने की कला सिखाता है डॉ एके श्रीवास्तव का क्या राशि है जोड़ दिया है ।

योग ने आज पूरे विश्व को एक साथ जोड़ने का कार्य किया है जिसके चलते आज पूरी दुनिया योग की और बढ़ रही है भारत के लोग ज्ञान और विज्ञान को आत्मसात कर अपने जीवन को निरोगी काया के रूप में बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं और यह तभी संभव है जब सभी लोग योग करेंगे।

गंगा रिसोर्ट के प्रबंधक एमएस रागढ़ राष्ट्रपति पदक से सम्मानित गोविंद राम बिजलवान नोडल अधिकारी डॉक्टर भास्कर आनंद शर्मा, सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
तो वही आशीर्वाद वाटिका में हुए भाजपा की ओर से आयोजित किए गए योग महोत्सव में भाजपा के जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा महामंत्री दीपक धमीजा जिला उपाध्यक्ष पंकज शर्मा, संदीप गुप्ता, जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान, सरवन जैन , पार्षद तनु तेवतिया, अनीता रैना मनीष बनवाल, कपिल गुप्ता गौरव कैन तुला आदि भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।

 

ऋषिकेश बार एसोसिएशन और न्यायिक अधिकारियों ने चलाया नगर में सघन स्वच्छता अभियान



 ऋषिकेश 18 जून । देश के अमृत महोत्सव के दौरान
उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड नैनीताल के निर्देश पर न्यायालय ऋषिकेश के न्यायिक अधिकारियों, और ऋषिकेश बार एसोसिएशन ने नगर में सघन स्वचछता अभियान चलाया । जिनके द्वारा और विभिन्न स्थानों पर सफाई की गयी।

रविवार को चलाए गए स्वच्छता अभियान के दौरान संपूर्ण टीएचडीसी, योग नगरी रेलवे स्टेशन आदि क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाया गया,।

इस अवसर पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय विजयलक्ष्मी विहान, अपर पारिवारिक जज ललिता सिंह, अपर मुख्य न्यायिक मैजिस्टे्ट भवदीप रावते, ने कहा कि उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड नैनीताल के निर्देश पर न्यायालय ऋषिकेश के बार एवं बेंच ने मिलकर स्वच्छता अभियान चलाया और उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में स्वच्छता अभियान चलाया गया और समय समय पर चलता रहेगा,बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सजवान ने बताया कि उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार तहसील परिसर, गौरा देवी चौक, नटराज चौक, पुराना रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, के आसपास ऋषिकेश के न्यायिक अधिकारी और अधिवक्ता ने सफाई अभियान चलाया गया और सभी लोगों को अपने घरों के आसपास सफाई कर सफाई कर्मचारियों को सहयोग के किए जाने का आह्वान किया, उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की जागरूकता के अभाव में आज‌ शहर के बीचों बीच जो कूड़े का पहाड़, गंगा जी के ऊपर खड़ा हो गया है, जिसका उच्च ने न्यायालय संज्ञान लेकर इसे भी हटाने के आदेश करें। जिसके लिए सभी अधिवक्तागण न्यायालय के आभारी रहेगें, और ऋषिकेश के नागरिकों का बीमारी से बचाव होगा और हमारा शहर कूड़ा मुक्त होगा।

स्वच्छता अभियान में अपर पारिवारिक जज ललिता सिंह, अपर मुख्य न्यायिक मैजिस्टे्ट भवदीप रावते, सचिव नरेश शर्मा, पूर्व सचिव बार राकेश सिंह मियां,”पार्षद” जय सिंह रावत, वरिष्ठ एडवोकेट शीशराम कंसवाल, लक्ष्मीप्रसाद सेमवाल, अतुल यादव जी, कृष्ण केशव शर्मा, प्रदीप वर्मा, मोहन पैन्यूली, देवेन्द्र सेमवाल, राज कौशिक, पूर्व सचिव खुशहाल सिंह कलूड़ा, अजय ठाकुर, सुनील नवानी, सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत, विजेन्द्र कोठियाल,भूपेन्द्र कुकरेती, शरद कुमार, आरती, बबीता, शैलेन्द्र सेमवाल, अभिषेक प्रभाकर, धर्मपाल, ज्योति, विक्रम, संजय, भूपेंद्र शर्मा, मनोज पंवार, सुनील पयाल, संजय उनियाल, स्वरूप सिंह खरोला, लाल सिंह मटेला,अशोक कुमार, रमन, संजय, सुजीत, राम अवतार, पवन कुमार, विशाल मणी चमोली, नवीन रतूड़ी, कमलेश कुमार, चन्दन राणा, हरीश राणा, सहित सभी न्यायिक कर्मचारी नवीन रावत,मनीष,विज्लवाण, विशाल, सुन्दर उनियाल आदि शामिल थे।

राजकीय चिकित्सालय में खून की एक बूंद से मरीज करवा सकेंगे, स्वास्थ्य की 80 जांच-पीके चंदोला



ऋषिकेश ,14 जून । प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में खून की एक बूंद से 80 जांच कराए जाने के लिए दो एटीएम मशीन लगाए जाने के ऐलान के बाद मशीनों की शुरुआत कर दी गई है।

यह जानकारी राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पीके चंदोला ने देते हुए बताया कि राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में मनुष्य के खून की एक बूंद से लगभग 80 जांचें स्वास्थ्य संबंधी की जाएंगी, जिसकी रिपोर्ट तत्काल मरीज को उपलब्ध करवा दी जाएगी।

राजकीय चिकित्सालय में यह एटीएम मशीन लगाने के बाद प्रारंभ कर दी गई है जिसका लाभ यहां आने वाले सभी मरीजों को निशुल्क मिलेगा। एटीएम मशीन अपने आप में काफी आधुनिक है ,जिसमें कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी जांच की जा रही हैं।

पीके चंदोला ने बताया कि एटीएम मशीन के लगने के बाद अब यात्रा पर जा रहे यात्रियों द्वारा भी अपने स्वास्थ्य की जांच कराई जा रही है, और उसके बाद ही वह यात्रा पर जा रहे हैं। उनका कहना था कि मशीन को ऑपरेट करने के लिए टेक्नीशियन भी अस्पताल में उपलब्ध है।

गरीबों की पहुंच के लिए ऋषिकेश में खुला आपका दवाई वाला सेंटर आपका दवाई वाला उत्तराखंड सहित पूरे भारत में उपलब्ध करवाएगा जेनेरिक दवाइयां-सुधीर कुमार उत्तराखंड में ‌प्रधानमंत्री के सपने को साकार करेगी, जैनरिक दवाइयां-आकाश कौशल



ऋषिकेश, 28 मई‌ ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डब्ल्यूएचओ द्वारा भारत में गरीबों की‌ पहुंच तक सस्ती दवाइयां उपलब्ध करवाए जाने के आह्वान के बाद ब्रांडेड एलोपैथिक के स्थान पर ब्रांडेड कंपनियों की जेनेरिक दवाइयों को उपलब्ध कराए जाने की दृष्टि से उत्तराखंड के मुख्य द्वार ऋषिकेश मे आप का दवाई वाले सेंटर का शुभारंभ उत्तराखंड के असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर डॉक्टर सुधीर कुमार ने उद्घाटन समारोह के दौरान किया।

गढ़वाल के मुख्य द्वार ऋषिकेश में हरिद्वार रोड पर खोले गए आपका दवाई वाला सेंटर का शुभारंभ असिस्टेंट कंट्रोलर डॉक्टर सुधीर कुमार, सेंटर के ‌सीईओ आकाश कौशल, डा रवि कौशल, ने संयुक्त रूप से किया।

जिसके उपरांत सुधीर कुमार ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में एलोपैथिक दवाइयों के राम आसमान को छूने के कारण आम व्यक्ति को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि आवश्यक दवाइयों के दाम बाजार में काफी बढ़ चुके हैं उनके मुकाबले जेनेरिक दवाइयों के दाम काफी कम है, क्योंकि आम आदमी की पहुंच में है।देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर गरीबों तक ब्रांडेड एलोपैथिक दवाइयों के स्थान पर ब्रांडेड कंपनियों की जेनेरिक दवाइयां पहुंचाए जाने की‌ दृष्टि से डब्ल्यूएचओ जैविक दवाइयों के उत्पाद को मार्केट में उतारा है। ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर खुला आपका दवाई वाला केंद्र खोला उत्तराखंड के प्रत्येक गांव तक सुगमता पूर्वक दवाई पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगा।

सेंटर के सी ओ आकाश कौशल ने बताया कि ऋषिकेश के बाद उनका प्रयास रहेगा ,कि उत्तराखंड सहित पूरे भारत में उन के माध्यम से सभी ब्रांडेड कंपनियों की जेनेरिक दवाइयों के स्टोर खोलकर गांव गांव सर यह सस्ती जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं, इसी श्रृंखला में उनके द्वारा ऋषिकेश के बाद उत्तराखंड में लगभग 50 छोटे- बड़े शहरों और कस्बों में स्टोर बहुत जल्द खोले जाएंगे। जिसकी तैयारियां कर ली गई है।

इस दौरान कंपनी के संस्थापक डॉ रवि कौशल ने बताया कि उत्तराखंड में जेनेरिक स्टोर खोलें जाने के बाद सैकड़ों उन फार्मेसीसिस्टो को रोजगार उपलब्ध होंगे जो साधनों के अभाव में अभी तक सड़कों पर खाली घूम रहे हैं।

इस अवसर पर सी ई ओ भावना कौशल,डॉ डीके श्रीवास्तव, डॉक्टर अरुण गोपाल, प्रसाद, गोविंद अग्रवाल, हिमांशु अग्रवाल अशोक कुमार ,यामिनी कौशल, डॉक्टर शुभांगी रैणा, डॉक्टर संदीप रैणा, दीपक तायल,अमित जैन, सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

ऋषिकेश सहित पूरे भारत में “आपका दवाईवाला” उपलब्ध करवाएगा सस्ती ब्रांडेड एलोपैथिक जेनेरिक दवाइयां



ऋषिकेश, 23 मई ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डब्ल्यूएचओ द्वारा भारत में गरीबों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध करवाए जाने के आह्वान के बाद ब्रांडेड एलोपैथिक के स्थान पर ब्रांडेड कंपनियों की जेनेरिक दवाइयों को मार्केट में उपलब्ध कराए जाने की दृष्टि से आपका दवाई वाला के सेंटर का शुभारंभ आगामी 28 मई को गढ़वाल के मुख्य द्वार ऋषिकेश में किया जा रहा है।

यह जानकारी आपका दवाई वाला सेंटर के सीईओ आकाश कौशल ने ऋषिकेश प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान देते हुए बताया कि भारत देश की आबादी लगभग 140 करोड़ पहुंच गई है, जहां एक साथ जेनेरिक ‌दवाइयों का पहुंचाया जाना संभव नहीं है, उसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर गरीबों तक ब्रांडेड एलोपैथिक दवाइयों के स्थान पर ब्रांडेड कंपनियों की जेनेरिक दवाइयां पहुंचाने की दृष्टि से के चलते ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर आपका दवाई वाला केंद्र खोला जा रहा है, जिसका शुभारंभ उत्तराखंड के असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर डॉक्टर सुधीर कुमार करेंगे।

इस अवसर पर आकाश कौशल ने बताया कि ऋषिकेश के बाद उनका प्रयास रहेगा, कि उत्तराखंड सहित पूरे भारत में उन के माध्यम से सभी ब्रांडेड कंपनियों की जेनेरिक दवाइयों के स्टोर खोलकर गांव गांव तक यह सस्ती जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं, इसी श्रृंखला में उनके द्वारा ऋषिकेश के बाद उत्तराखंड में लगभग 50 छोटे- बड़े शहरों और कस्बों में स्टोर बहुत जल्द खोले जाएंगे। जिसकी तैयारियां कर ली गई है। इसी के साथ प्रचार प्रसार के लिए उनकी ओर से सभी प्रकार के प्रचार प्रसार माध्यमों का सहारा लिया जाएगा।

इस दौरान कंपनी के संस्थापक डॉ रवि कौशल ने बताया कि उत्तराखंड में जेनेरिक स्टोर खोलें जाने के बाद सैकड़ों उन फार्मेसीसिस्टो को रोजगार उपलब्ध होंगे जो साधनों के अभाव में अभी तक सड़कों पर खाली घूम रहे हैं।

सीने में आर-पार हुई सरिया, एम्स के चिकित्सकों ने बचाई जान 12 घंटे मौत से लड़ा मोहित, 4 घंटे चली बेहद जटिल सर्जरी ट्राॅमा विभाग के शल्य चिकित्सकों की टीम ने लौटाया जीवन



ऋषिकेश, 16 मई ।सड़क हादसे का शिकार हुए एक युवक के सीने को चीरते हुए 5 सूत की सरिया शरीर के आर-पार हो गई। बुरी तरह घायल युवक को पहले कुमाऊं के स्थानीय सीएचसी केंद्र और फिर हल्द्वानी मेडिकल काॅलेज रेफर किया गया। लेकिन घायल की बेहद क्रिटिकल स्थिति को देखते हुए उसे एम्स ऋषिकेश रेफर करना पड़ा। एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक रेफर करते हुए घायल को एम्स पहुंचने में पूरे 12 घंटे लग गए।

आपात स्थिति को देखते हुए एम्स के ट्राॅमा विभाग के शल्य चिकित्सकों की टीम ने मध्य रात्रि में ही घायल की सर्जरी शुरू की और 4 घंटे की अथक मेहनत के बाद घायल युवक को नया जीवन देने में कामयाबी हासिल की। युवक अब खतरे से बाहर है और एम्स के ट्राॅमा वार्ड में उपचाराधीन है।

बताया जा रहा है कि घटना कुमाऊं क्षेत्र के अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर सुयालबाड़ी से कुछ आगे की है। कुछ दिन पहले यहां दिल दहला देने वाले एक सड़क हादसे में शिक्षिकाओं को लेकर जा रही एक कार और पिकप वाहन की भिडंत हो गई। भिड़ंत के बाद पिकप वाहन सड़क से कई फिट नीचे निर्माणाधीन पुलिया पर जा गिरा। इस पुलिया पर 5 सूत का सरिया ऊपर की ओर उठा हुआ था। मुख्य सड़क से पिकप वाहन जब नीचे पुलिया पर गिरा तो इस दौरान सरिया पिकप में बैठे 18 वर्षीय मोहित की छाती को चीरता हुआ आर-पार हो गया। तकरीबन 1 घंटे तक घायल युवक का शरीर पुल की सरिया पर ही फंसा रहा। बाद में पुलिस की मदद से किसी तरह पुल से सरिया को काटा गया और फिर छाती में फंसे सरिया सहित गंभीर रूप से घायल हो चुके मोहित को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी ले जाया गया। स्थानीय सीएचसी में मौजूद चिकित्सकों की टीम ने युवक की नाजुक हालत को देखते हुए उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा। जहां से उसे एम्स रेफर कर दिया गया।

एम्स में हुई इस सर्जरी की जानकारी देते हुए सर्जरी टीम के मुख्य सर्जन डाॅ. मधुर उनियाल ने बताया कि यह बेहद नाजुक समय था। मध्य रात्रि के वक्त मरीज को एम्बुलेंस द्वारा जब एम्स की ट्राॅमा इमरजेंसी में लाया गया तो हमने देखा कि पीठ से अंदर घुसी सरिया घायल युवक के सीने से आगे की ओर निकली है और मरीज को तिरछी करवट वाली स्थिति में लिटाकर लाया गया है।

उन्होंने बताया कि हालांकि घटना सुबह 11 बजे के लगभग घटित हो चुकी थी लेकिन घायल को एम्स ऋषिकेश तक पहुंचने में रात के लगभग 12 बज गए थे। मतलब यह कि उसके शरीर में सरिया को आर-पार हुए 12 घंटे से अधिक का वक्त हो चुका था। यह बेहद चुनौतीपूर्ण समय था लेकिन चिकित्सकों की टीम के लिए घायल युवक का जीवन बचाना बहुत जरूरी था। डाॅ. मधुर ने बताया कि ऐसे में हाई रिस्क लेते हुए सर्जरी शुरू करने का निर्णय लिया गया। करीब चार घंटे चले ऑपरेशन के बाद मोहित की दाहिनी छाती खोल कर सीने से सरिया बाहर निकाल दी गई।

डाॅ. उनियाल ने बताया कि टीम वर्क से किए गए कार्य की बदौलत ऑपरेशन सफल रहा और अब मरीज की जिंदगी खतरे से बाहर है। सर्जरी करने वाली टीम में डाॅ. मधुर उनियाल के अलावा डाॅ. नीरज कुमार और डाॅ. अग्निवा का योगदान रहा एवं ऐनेस्थेसिया टीम का नेतृत्व डाॅ. अजय कुमार और डाॅ. मानसा ने किया।

डॉक्टर मधुर उनियाल का कहना था कि‌‌ यदि किसी व्यक्ति के शरीर में कभी सरिया या नुकीले लोहे की राॅड अंदर तक घुस जाए तो बिना शल्य चिकित्सकों की मदद के स्वयं के स्तर से सरिया को शरीर से बाहर खींचने की कोशिश न करें। ऐसा करने से अत्यधिक रक्त स्राव हो सकता है और घायल का जीवन बचना मुश्किल हो जाता है।

कुमाऊं से एम्स पहुंचने तक मोहित को लगभग 12 घंटे का समय लग गया। ऐसे में 12 घंटे तक घायल युवक को तिरछा लिटाकर रखा गया था। सर्जरी के लिए उसे बेहोश करना आसान नहीं था। सरिया फंसी होने के कारण मरीज को सीधा लिटाकर नहीं रख सकते थे। ऐसे में रिस्क लेते हुए डबल ल्यूमन ट्यूब डालकर उसे बेहोश करना पड़ा…… डाॅ. अजय कुमार, ऐनेस्थीसिया विभाग, एम्स।

इस दुर्घटना के 2 दिन पहले ही मेरे पिता की मृत्यु हुई थी। ऐसे में बेटे मोहित की दुर्घटना की खबर मिलने से हम पूरी तरह टूट गए और मोहित के जीवन को लेकर हौसला हार चुके थे, लेकिन एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों ने मोहित को नया जीवन देकर हमारी उम्मीदों को रोशनी दी है। अब मेरा बेटा खतरे से बाहर है। एम्स के चिकित्सक हमारे लिए भगवान से कम नहीं हैं। …….. किशन राम, घायल मोहित के पिता।

एम्स के ट्राॅमा विभाग में कुशल और अनुभवी शल्य चिकित्सकों की टीम उपलब्ध है। हाल ही में हुई कुमाऊं के युवक की सर्जरी के मामले में डाॅ. मधुर एवं डॉ. अजय कुमार के नेतृत्व में शामिल रहे टीम के सभी चिकित्सकों का कार्य प्रशंसनीय है। प्रत्येक मरीज और घायल का जीवन बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है।…

प्रो. मीनू सिंह, कार्यकारी निदेशक, एम्स ऋषिकेश।

नगर निगम क्षेत्र के गोविंद नगर में बन रहे कूड़े के पहाड़ को हटाए जाने को लेकर ग्रामीणों के साथ प्रशासन ने की बैठक -बैठक रही बेनतीजा रहने पर ग्रामीणों ने बैठक का किया बहिष्कार



ऋषिकेश, 10 मई । नगर निगम क्षेत्र के गोविंद नगर में बन रहे कूड़े के पहाड़ को ग्रामीण क्षेत्र के लाल पानी बीट में स्थानांतरित किए जाने को लेकर स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों के साथ बैठक की।

जो कि ग्रामीणों द्वारा दिए गए अपने तर्कों के बाद बेनतीजा साबित हुई । जिसके बाद ग्रामीणों ने प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया।

बुधवार को तहसील परिसर में उप जिलाधिकारी सौरभ अस्वाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान नगर निगम के मुख्य आयुक्त राहुल गोयल ने ग्रामीणों को बताया कि लाल बीट में जिस कूड़े का निस्तारण किया जाएगा वहां पर किसी भी प्रकार का पानी एकत्रित नहीं हो पाएगा जहां सॉलिड वेस्ट कूड़े को ही एकत्रित कर उसका निस्तारण किया जाएगा, इस कूड़े का आधुनिक तरीके से निस्तारण किया जाएगा यदि किसी के मन में इस प्रकार की कोई शंका है तो देहरादून में बने कूड़ा निस्तारण प्लांट का प्रशासन की ओर से अवलोकन भी कराया जाएगा जिससे उनकी शंकाओं का समाधान हो सके।

नगर आयुक्त ने बताया कि जहां पर कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाए जाना है वह भूमि वन विभाग के माध्यम से नगर निगम को 125 बीघा स्थानांतरित हो चुकी है।

नगर सहायक आयुक्त रमेश रावत ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में शामिल किए गए 14 वार्डों के बाद निगम द्वारा उक्त स्थान को चिन्हित किया गया था,लाल पानी बीट में पिछले कई महीनों से नगर निगम द्वारा कूड़ा डाले जाने का विरोध कर रहे, पुरुषोत्तम बडोनी ने कहा कि देहरादून के शीशम बाड़ा में जहां कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है, वहां के लोग भी काफी परेशान हैं ।प्रशासन जहां अपने लाभ के लिए कार्य कर रहा है ,वही वर्षों से उस स्थान पर रह रहे लोगों का जीवन बर्बाद हो जाएगा, हम लोग वहां कूड़े डाले जाने का विरोध नहीं कर रहे हैं, परंतु स्थान परिवर्तन की मांग कर रहे हैं। बैठक में ग्रामीण अपनी बात पर अड़े रहे और प्रशासन अपनी कार्रवाई करने के लिए जिसके चलते बैठक पूरी तरह से बे नतीजे पर पहुंचने के बाद ग्रामीणों के विरोध के चलते खत्म हो गई।

बैठक में शहर नगर आयुक्त रमेश रावत, वन विभाग के एसडीओ स्पर्श काला, नगर कोतवाल के आर पांडे ,रामपाल वन क्षेत्राधिकारी , जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान ,नगर निगम पार्षद विजेन्द्र मोगा, वीरेंद्र रमोला,पुरुषोत्तम बडोनी, मानवेंद्र कंडारी ,वीरेंद्र रमोला, रुकमा व्यास, दीपिका व्यास ग्राम प्रधान, रमजान ,चंद्रमोहन , राजमती रावत ,विजय नौटियाल, सुनीता भट्ट, लाल मणि, लक्ष्मी लाल, संदीप कुरियाल ,धन सिंह, रणजीत थापा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

सीमा डेंटल कॉलेज में भ्रष्टाचार के विरुद्ध कर्मचारियों ने तहसील में किया प्रदर्शन



ऋषिकेश, 10 मई ।  सीमा डेंटल कॉलेज एवं हॉस्पिटल कर्मचारियों यूनियन ने सीमा डेंटल कॉलेज में चल रहे, भ्रष्टाचार की ई डी से जांच करवाए जाने की मांग को लेकर सीमा डेंटल कॉलेज प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए तहसील में प्रदर्शन किया।

बुधवार की सुबह कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन के उपरांत उप जिलाधिकारी के नम दिए गए ज्ञापन में कहा कि सीमा डेंटल कॉलेज में कर्मचारियों का मानसिक रूप से उत्पीड़न कर आशीष शोषण किया जा रहा है जहां कर्मचारियों से 5 वर्ष बाद त्यागपत्र लिया जाता है और 5 वर्ष की ग्रेच्युटी का चेक कर्मचारियों के बैंक खाते में जमा करवाए जाने के उपरांत पुनः कर्मचारी से नगद केस के रूप में उसको वापस लिया जाता है।

3 मार्च तक डेली वेज पर रखकर फिर से नई नियुक्ति की जा रही है, कर्मचारियों का शोषण कर सीमा डेंटल प्रशासन भ्रष्टाचार कर रहा है क्योंकि इस प्रकार की कार्रवाई कर गरीबों का हक छीन रहा है उसका विरोध किया जाने पर कर्मचारियों को झूठे मुकदमों में फंसाया जाने की धमकी दी जा रही है इस कार्रवाई वहां कार्यरत कर्मचारी मानसिक रूप से उत्पीड़ित हो रहे हैं।

प्रदर्शन करने वालों में यूनियन के उपाध्यक्ष लंकेश रयाल, सचिव रघुवीर सिंह रावत, संयुक्त सचिव ऋषि गैरोला, कोषाध्यक्ष सुनील उनियाल, अशोक राणा, दीपक कुमार, पंकज कुमार ,अमित कुमार, राजेश कुमार, जय सिंह राणा, उषा शर्मा, विद्या देवी ,उमा देवी, सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।