शत्रुघ्न घाट में विभिन्न संस्थाओं और विद्यालयों की छात्राओं दी नुक्कड़ नाटक, स्वच्छता गीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां



riषिकेश 23 मार्च ।स्वच्छ भारत एवं नमामि गंगे मिशन के अंतर्गत नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला ने शत्रुघ्न घाट में गंगा स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें पालिका क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों और संस्थाओं की छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक, स्वच्छता गीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियों से लोगों को जागरूक किया। मुनिकीरेती स्थित शत्रुघ्न घाट में नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला की ओर से गंगा स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें खुशी संस्था और विद्या निकेतन कैलाश गेट की छात्राओं ने देशभक्ति एवं स्वच्छता पर गीत वंदे मातरम और नुक्कड़ नाटक जगह-जगह कूड़ा न फेंकने से दर्शकों का मन मोहा। पालिका के अधिशासी अधिकारी बद्री प्रसाद भट्ट ने मौके पर उपस्थित सभी लोगों से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की। साथ ही उन्होंने गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग डिब्बों में डालने की अपील की। सभी ने सामूहिक रूप से गंगा आरती में सहभाग कर क्षेत्र की सुख समृद्धि की कामना की। इसके बाद गंगा स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम में शानदार प्रस्तुतियां देने पर छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं नकद पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।

 

नगर उद्योग व्यापार महासंघ के चुनाव 10 अप्रैल को होंगे चुनाव कैलेंडर हुआ जारी



नगर उद्योग व्यापार महासंघ के चुनाव 10 अप्रैल को होंगे चुनाव कैलेंडर हुआ जारी

ऋषिकेश 22 मार्च।नगर उद्योग व्यापार महासंघ होने वाले त्रिवार्षिक चुनाव का का ऐलान जिला निर्वाचन अधिकारी नरेश अग्रवाल ने कर दिया है जिन्होंने 10 अप्रैल को चुनाव कराए जाने की घोषणा करते हुए चार सदस्य सहायक निर्वाचन अधिकारियों की घोषणा भी की है नरेश अग्रवाल ने बताया कि 10 अप्रैल को होने वाले नगर उद्योग व्यापार महासंघ के चुनाव आपसी सामंजस्य बैठाकर किए जाने के लिए विनोद शर्मा दीपक तायल, राजेंद्र सेठी व सुनील अग्रवाल के नाम की घोषणा की है उन्होंने यह भी बताया कि 23 मार्च से चुनाव प्रक्रिया के चलतेम 26 अप्रैल तक छुटे हुए व्यापारियों को मतदाता सूची में शामिल किए जाने के लिए 26 मार्च तक का समय दिया गया है 28 मार्च को अंतिम संशोधित सूची जारी कर दी जाएगी । ओके सभी सदस्यों को सदस्यता ग्रहण करने के लिए रसीद कटवानी होगी। यदि किसी को सदस्य पर आपत्ति होगी तो वह 30 मार्च तक प्रमाण सहित चुनाव अधिकारी को आवेदन कर सकता है । जिनकी समस्या का निवारण 1 अप्रैल तक किया जाएगा । तो अप्रैल को चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए आवेदन पत्रों की बिक्री की जाएगी। 3 अप्रैल को अध्यक्ष व महामंत्री पद के दावेदार अपने नामांकन दाखिल कर सकते हैं । इनकी जांच 5 अप्रैल को की जाएगी। और शाम को ही प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी 10 अप्रैल को चुनाव कराए जाएंगे।

सतपाल महाराज ने दिया राष्ट्रीय गीत “मेरे भारत” का शुभ मुहूर्त शॉट



 

 

विवेकानंद जी के विचारों से ओतप्रोत है राष्ट्रीय गीत

 

देहरादून 22 मार्च। प्रदेश के पर्यटन सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज ने आज स्वामी विवेकानंद जी के विचारों से ओतप्रोत राष्ट्रीय गीत “मेरे भारत” का शुभ मुहूर्त शॉट दिया।

प्रदेश के पर्यटन, सिंचाई, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज ने आज अपने कैंप कार्यालय 17 सुभाष रोड पर आरजेएस प्रोडक्शन पीसी पिक्चर और एम इंफिनिटी इंडिया के बैनर तले स्वामी विवेकानंद जी के विचारों एवं दर्शन पर आधारित राष्ट्रीय गीत “मेरे भारत” की शूटिंग का शुभ मुहूर्त शॉट दिया। इस अवसर पर संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी के विचारों से ओतप्रोत “मेरे भारत” एक राष्ट्रीय और देशभक्ति से परिपूर्ण गीत है, जिसमें भारत की विविधता का चित्रण किया गया है। स्वामी विवेकानंद जी के चिंतन और उनके दर्शन पर इस गीत में कई दृश्यों का भी फिल्मांकन किया जाना है। उन्होंने कहा कि “मेरे भारत” वर्तमान समय में बहुत ही प्रसांगिक और युवाओं के लिए प्रेरणा देने वाला गीत है। श्री महाराज ने गीत के निर्माता-निदेशक सहित प्रोडेक्शन में लगी पूरी टीम को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि निश्चित रूप से “मेरे भारत” गीत बुलंदियों को छूने के साथ-साथ हर व्यक्ति के जबान पर रहेगा। उन्होने कहा कि युवाआओं को इसके माध्यम से स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को जानने की प्रेरणा भी मिलेगी।

आर. जे. एस. प्रोडक्शन पी. सी. पिक्चर और एम. इनफिन्टी इण्डिया के बैनर तले तैयार होने वाले इस गीत के फिल्मांकन को डॉ राजेंद्र कुमार श्रीवास्तव एवं श्री पंकज चौहान प्रोड्यूस कर रहे हैं। इस गीत में स्वामी विवेकानंद जी का किरदार मानस श्रीवास्तव अदा कर रहे हैं। गीतकार स्वरूप खान, संदेश शांडिल्य एवं वसुंधरा हैं। संगीतकार संदेश शांडिल्य और गीत के लेखक अमित जोशी हैं।

परमार्थ में आर्ट कम्पटीशन के माध्यम से बच्चों ने दिया जल संरक्षण का संदेश



 

जल पालिसी ही जीवन पालिसी-स्वामी चिदानन्द सरस्वती

ऋषिकेश, 22 मार्च। परमार्थ निकेतन में अन्तर्राष्ट्रीय जल दिवस के अवसर पर ’जल जागरूकता और स्वच्छ जल का सुरक्षित उपयोग’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती , जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती जी और विद्यालयों के प्राचार्यो ने दीप प्रज्जलित कर किया।
जल जीवन मिशन द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय जल दिवस के अवसर पर भारत में सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो इस हेतु ऑनलाइन वेबनाॅर का आयोजन किया गया। जिसमें ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस के सह-संस्थापक स्वामी चिदानन्द सरस्वती , रामदास अठावले , सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री, जैक सिम, संस्थापक, विश्व शौचालय संगठन अन्य विशिष्ट अतिथियों ने सहभाग कर प्रेरक उद्बोधन एवं समाधान प्रस्तुत किये।
परमार्थ निकेतन में आयोजित कार्यक्रम में ऋषिकेश शहर और आसपास के क्षेत्र के 32 विद्यालय के 260 से अधिक विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्राचार्यो ने सहभाग किया। जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिये आर्ट काम्पटीशन का आयोजन किया गया ताकि बच्चे जल के महत्व को समझें और घटते स्वच्छ जल के प्रति सचेत रहें।
अन्तर्राष्ट्रीय जल दिवस के अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि स्वच्छ जल और स्वच्छता का अधिकार मौलिक अधिकार है जिस पर सभी का अधिकार है। स्वच्छ जल तक प्रत्येक व्यक्ति की पहुंच होनी चाहिये परन्तु वर्तमान समय में वैश्विक स्तर पर 2.1 बिलियन लोगों को अपने घर पर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाता है, वहीं 2.3 बिलियन लोगों के पास बुनियादी स्वच्छता की सुविधा नहीं है।
घरेलू स्तर पर स्वच्छ पेयजल, सफाई और स्वच्छता प्रबंधन के लिये काफी हद तक घर की बेटियां और महिलायें ही जिम्मेदार होती हैं और इन बुनियादी जरूरतों के अभाव में उन्हें ही सबसे अधिक स्वास्थ्य, सुरक्षा और मनोवैज्ञानिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। अधिकांश घरों में जहाँ पीने के पानी के स्रोत घरों के बाहर हैं, वहाँ पानी लाने की जिम्मेदारी महिलाओं और लड़कियों की ही होती है। जब लड़कियों को पानी लाने के लिये लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, तो इसके कारण वे अपनी शिक्षा पर ध्यान नहीं दे पाती। इन बुनियादी जरूरतों के अभाव के कारण महिलाएँ और लड़कियाँ समाज में समान रूप से भाग नहीं ले पाती हैं।
स्वामी ने कहा कि जल और स्वच्छता के क्षेत्र में शिक्षकों के नेतृत्व की भूमिका बहुत ही महत्त्वपूर्ण हैं। यदि बच्चों को जल संरक्षण का महत्व सिखा दिया जाये तो आने वाली पीढ़ी स्वतः ही जल के महत्व को समझने लगेगीं हमें केवल एक पीढ़ी को ही जल के महत्व को समझाने की जरूरत है।
भारत में जल उपलब्धता व उपयोग पर विचार करें तो भारत में वैश्विक ताजे जल स्रोत का मात्र 4 प्रतिशत मौजूद है जिससे वैश्विक जनसंख्या के 18 प्रतिशत (भारतीय आबादी) हिस्से को जल उपलब्ध कराना होता है। भारत में बढ़ते जल संकट के खतरे के प्रति जागरूकता पैदा करना है और जल संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता नितांत आवश्यक है।
साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि पृथ्वी पर मनुष्य के अस्तित्व को बनाए रखने के लिये जल संसाधनों की रक्षा करना परम आवश्यक है। प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण परम्परागत भारतीय जीवन शैली का महत्त्वपूर्ण हिस्सा रहा है परंतु पिछले के कुछ दशकों में देश में औद्योगिकीकरण और जनसंख्या के बढ़ते दबाव के कारण जल संसाधनों का बहुत अधिक दोहन हुआ है। कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन के कारण वैश्विक स्तर पर जहाँ घरेलू उपयोग के लिये जल की मांग बढ़ी वहीं जल संरक्षण की कई योजनाओं में भी रुकावट आई है इसलिये सभी को जल संरक्षण के लिये अपना योगदान देना होगा जिससे भविष्य में आने वाली जल संकट की चुनौती को कम किया जा सके।
साध्वी ने कहा कि जल के अभाव के कारण लड़कियों को स्कूलों में मासिक धर्म के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जिससे वे स्कूल नहीं जाती, इससे लड़कियों की स्कूल में उपस्थिति दर में गिरावट आती है, उनके पढ़ाई छोड़ने या ड्रॉप-आउट होने के कारणों में एक कारण यह भी है। स्कूल सबसे उपयुक्त स्थान है जहां से हम बच्चों को जल के साथ अन्य प्राकृतिक संसाधनों के सही उपयोग के लिये प्रेरित कर सकते है।
जल जीवन मिशन द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय जल दिवस के अवसर पर भारत में सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो इस हेतु ऑनलाइन वेबनाॅर का आयोजन किया गया। जिसमें ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस के सह-संस्थापक स्वामी चिदानन्द जी, श्री रामदास अठावले जी, सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री, जैक सिम, संस्थापक, विश्व शौचालय संगठन, श्री राजीव यादव, अध्यक्ष, ब्रह्मपुत्र बोर्ड, भारत सरकार, वरुण झावेरी, पूर्व ओएसडी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, भारत सरकार, डॉ एन बी मजूमदार, अध्यक्ष, पर्यावरण स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य अंतर्राष्ट्रीय अकादमी, डॉ समीरन पांडा, वैज्ञानिक और प्रमुख, महामारी विज्ञान और संचारी रोग (ईसीडी), प्रभाग, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद, डॉ संजीव कुमार, अध्यक्ष, भारतीय जन स्वास्थ्य अकादमी, पुनीत श्रीवास्तव, शहरी वाश सलाहकार, वाटरएड, अजय प्रधान, अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अंशुमान जायसवाल, एसोसिएट डायरेक्टर, जल संसाधन, ऊर्जा और संसाधन संस्थान, टीईआरआई, राजेश जैन, प्रबंध निदेशक और अन्य विशिष्ट पैनलिस्ट ने सहभाग किया।
इस वेबिनाॅर का उद्देेश्य – जल जीवन मिशन योजना, कार्यान्वयन, प्रबंधन और संचालन में ग्राम पंचायत और इसकी उप-समिति के सशक्तीकरण की परिकल्पना करता है। और अपनी जल आपूर्ति प्रणाली को बनाए रखता है। भारत के 718 जिलों में से दो तिहाई पानी की कमी से प्रभावित है। भारत में भूजल स्तर में तेजी से कमी आ रही है इसलिये जल संरक्षण पर जोर देना नितांत आवश्यक है।

एम्स में आयोजित होगा कल से उत्तराखंड व यूपी का 17 वां वार्षिक सम्मेलन



ऋषिकेश, 22 मार्च ।इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट (आईएएमएम) उत्तराखंड व यूपी का 17 वां वार्षिक सम्मेलन ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, एम्स ऋषिकेश में 23 मार्च, मंगलवार को आयोजित किया जाएगा। । यह सम्मेलन

एम्स ऋषिकेश के निदेशक रवि कांत के मार्गदर्शन व डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता की देखरेख में होगा । यह जानकारी देते हुए आयोजन समिति की अध्यक्ष माइक्रोबाॅयोलोजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रतिमा गुप्ता और सचिव एडिशनल प्रोफेसर डाॅ. बलराम ओमर ने बताया कि इस एकेडमिक कार्यक्रम के आयोजन में माइक्रोबाॅयोलॉजी विभाग के चिकित्सकों की टीम भी प्रतिभाग करेगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान महामारी परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम को (ई-सम्मेलन) के माध्यम से संपन्न कराया जाएगा। कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न संस्थानों से जुड़े वैज्ञानिक ज्ञान, विचारों को साझा करने के साथ-साथ संक्रामक बीमारियों के निदान में नई तकनीकों पर चर्चा कर अपने अनुभव साझा करेंगे। बताया गया कि यह कार्यक्रम माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में विशेष लाभदायक सिद्ध होगा। जिसे वर्तमान समय में कोविड जैसी संक्रामक बीमारी पर केंद्रित किया गया है, साथ ही कार्यशाला में तपेदिक जैसी अन्य संक्रामक बीमारियों पर भी विस्तृत चर्चाएं भी होंगी। सचिव डा. बलरामजी ओमर ने बताया कि कार्यशाला में राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध संकाय विशेषज्ञ प्रोफेसर पल्लब रे, अध्यक्ष इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी एंड मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ की डा. ज्योत्सना अग्रवाल, आरएमएल लखनऊ से डा. जॉन एंटनी जूड प्रकाश, सीएमसी वेल्लोर से डा. उर्वशी द्वारा किया जाएगा। जबकि एम्स ऋषिकेश से डा. बी. सिंह और डा. गीता नेगी शिरकत करेंगी। वि​​​भिन्न सत्रों में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भारत में एक्यूट इंसेफेलाइटिस जैसे वैज्ञानिक कारणों जिनमें बदलते परिदृश्य, जल और वायु के जीवाणु विज्ञान, तपेदिक के नियंत्रण में नैदानिक चुनौतियां और दुविधाएं, उभरते संक्रमण और महामारी में आईडीएसपी की भूमिका तथा इसके महत्व पर विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे। कार्यशाला में उद्घाटन सत्र, पोस्टर सत्र, पुरस्कार सत्र के अलावा स्मारिका का विमोचन भी होगा। इसके बाद माइक्रोबायोलॉजी में (प्वाइंट ऑफ केयर टेस्ट) की भूमिका और प्रासंगिकता पर ब्रेन स्टॉर्मिंग पैनल चर्चा होगी। सभी नवोदित माइक्रोबायोलॉजिस्ट के लिए माइक्रो मेनिया क्विज- 2021 प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। इस सम्मेलन से उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों में स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रमों के लिए बेहतर रणनीति तैयार करने का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा। इस आयोजन में पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ से मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी के सभी विषयों के विशेषज्ञ, एम्स नई दिल्ली सीएमसी, वेल्लोरय आईएमएस, बीएचयू, वाराणसी, आरएमएल लखनऊ आरएमएल व बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर आदि स्थानों से वैज्ञानिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे तथा महामारी विज्ञान के क्षेत्र में रोगाणुओं, निदान, प्रबंधन की बढ़ती चिंताओं के बारे में भी अनुभव साझा करेंगे।
एम्स ऋषिकेश के निदेशक और सीईओ रवि कांत के मार्गदर्शन व डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता जी की देखरेख में इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट (आईएएमएम) उत्तराखंड व यूपी का 17 वां वार्षिक सम्मेलन ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, एम्स ऋषिकेश में 23 मार्च, मंगलवार को आयोजित किया जाएगा।
आयोजन समिति की अध्यक्ष माइक्रोबाॅयोलोजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रतिमा गुप्ता और सचिव एडिशनल प्रोफेसर डाॅ. बलरामजी ओमर ने बताया कि इस एकेडमिक कार्यक्रम के आयोजन में माइक्रोबाॅयोलॉजी विभाग के चिकित्सकों की टीम भी प्रतिभाग करेगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान महामारी परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम को (ई-सम्मेलन) के माध्यम से संपन्न कराया जाएगा। कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न संस्थानों से जुड़े वैज्ञानिक ज्ञान, विचारों को साझा करने के साथ-साथ संक्रामक बीमारियों के निदान में नई तकनीकों पर चर्चा कर अपने अनुभव साझा करेंगे। बताया गया कि यह कार्यक्रम माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में विशेष लाभदायक सिद्ध होगा। जिसे वर्तमान समय में कोविड जैसी संक्रामक बीमारी पर केंद्रित किया गया है, साथ ही कार्यशाला में तपेदिक जैसी अन्य संक्रामक बीमारियों पर भी विस्तृत चर्चा होगी।

आयोजन सचिव डा. बलरामजी ओमर ने बताया कि कार्यशाला में राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध संकाय विशेषज्ञ प्रोफेसर पल्लब रे, अध्यक्ष इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी एंड मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ की डा. ज्योत्सना अग्रवाल, आरएमएल लखनऊ से डा. जॉन एंटनी जूड प्रकाश, सीएमसी वेल्लोर से डा. उर्वशी द्वारा किया जाएगा। जबकि एम्स ऋषिकेश से डा. बी. सिंह और डा. गीता नेगी शिरकत करेंगी। वि​​​भिन्न सत्रों में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भारत में एक्यूट इंसेफेलाइटिस जैसे वैज्ञानिक कारणों जिनमें बदलते परिदृश्य, जल और वायु के जीवाणु विज्ञान, तपेदिक के नियंत्रण में नैदानिक चुनौतियां और दुविधाएं, उभरते संक्रमण और महामारी में आईडीएसपी की भूमिका तथा इसके महत्व पर विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे।

कार्यशाला में उद्घाटन सत्र, पोस्टर सत्र, पुरस्कार सत्र के अलावा स्मारिका का विमोचन भी होगा। इसके बाद माइक्रोबायोलॉजी में (प्वाइंट ऑफ केयर टेस्ट) की भूमिका और प्रासंगिकता पर ब्रेन स्टॉर्मिंग पैनल चर्चा होगी। सभी नवोदित माइक्रोबायोलॉजिस्ट के लिए माइक्रो मेनिया क्विज- 2021 प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। इस सम्मेलन से उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों में स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रमों के लिए बेहतर रणनीति तैयार करने का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा।

इस आयोजन में पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ से मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी के सभी विषयों के विशेषज्ञ, एम्स नई दिल्ली सीएमसी, वेल्लोरय आईएमएस, बीएचयू, वाराणसी, आरएमएल लखनऊ आरएमएल व बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर आदि स्थानों से वैज्ञानिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे तथा महामारी विज्ञान के क्षेत्र में रोगाणुओं, निदान, प्रबंधन की बढ़ती चिंताओं के बारे में भी अनुभव साझा करेंगे।

ऑरेंज सिटी का सपना भी एक दिन करेंगे साकार- मेयर



ऑरेंज सिटी का सपना भी एक दिन करेंगे साकार- मेयर

– नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने आज अपने कैंप कार्यालय को पूरी तरह से भगवामय रंग में रंगा दिया।

ऋषिकेश  22 मार्च ।महापौर ने बताया कि साधू संतों की इस देवभूमि में हर हिंदू वादी व्यक्ति के खून में भगवा रंग रचा बसा है।ऋषिकेश की पहचान इस रंग से सदियों से बहुत गहरे से जुड़ी है।जनमत संग्रह में शहर की जनता ने यदि अपनी पूर्ण सहमति जताई तो जल्द ही अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक व पर्यटन नगरी ऋषिकेश को ऑरेंज सिटी के रंग में रंगने का सपना एक दिन जरूर साकार होगा। उन्होंने बताया कि कुछ माह पूर्व शहर के संत महात्माओं और महामंडलेश्वरों की बैठक में संतो की भावनाओं को देखते हुए उन्होंने देवभूमि ऋषिकेश को ऑरेंज सिटी के रूप में सजाने और संवारने का आश्वासन दिया था।जिसके लिए उनके द्वारा निगम बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लाया गया ।लेकिन कुछ भगवा विरोधी पार्षदों ने महज राजनैतिक रोटियां सेकने के लिए हंगामा बरपाना शुरु कर दिया।उनके विरोध प्रदर्शन की वजह से उक्त प्रस्ताव बैठक में पारित नही हो सका।जिसे लेकर हम अब जनता की अदालत में जायेंगे।जनमत संग्रह के बाद एक राय बनी तो शहर को जरूर ऑरेंज सिटी के रूप में सजाया जाएगा। हालांकि स्वैच्छिक रूप व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों के रंंग को भगवामय बनाने के लिए स्वतंत्र हैं और शहर के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापारियों द्वारा इस मुद्दे पर समर्थन के साथ अपने प्रतिष्ठानों के साइन बोर्डो को भगवा रंग में रंगा भी जा रहा है।

ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की समस्या का समाधान किए जाने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से की वार्ता



ऋषिकेश 22मार्च।ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत खदरी खड़कमाफ, लकड़घाट में आवासीय कॉलोनी में सड़क मार्गों एवं नालियों के निर्माण को लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने मौके पर निरीक्षण किया।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष से मौके पर ही दूरभाष पर वार्ता कर आवासीय कॉलोनी में आंतरिक सड़क मार्गों के निर्माण कराये जाने संबंधित विषय पर वार्ता की। उल्लेखनीय है कि विगत दिनों खदरी खडगमाफ, लकड़ घाट में ध्यान मंदिर के निकट बसी आवासीय कॉलोनी के लोगों ने विधानसभा अध्यक्ष से भेंट कर आंतरिक सड़कों के निर्माण किए जाने को लेकर अपना प्रार्थना पत्र सौंपा था।जिसमें आवासीय कॉलोनी के लोगों द्वारा टूटी हुई सड़कों के मरम्मत एवं बरसाती व घरेलू पानी की निकासी की उचित व्यवस्था किये जाने की बात कही गयी थी।इस विषय का संज्ञान लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने ध्यान मंदिर के निकट बसी आवासीय कॉलोनी में पहुँचकर सड़कों का मुआयना किया। विधानसभा अध्यक्ष ने मौके पर तुरंत ही एमडीडीए के उपाध्यक्ष को दूरभाष पर निर्देशित किया कि आवासीय कॉलोनी में सड़क सुधारीकरण, डामरीकरण एवं दोनों तरफ नालियों के निर्माण के लिए योजना प्रस्तावित कर निर्माण कार्य किया जाए, जिससे क्षेत्रवासियों को आवागमन में कोई भी समस्या ना हो।वही इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने क्षेत्र में पर्याप्त जलापूर्ति किये जाने के संबंध में जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता नमित रमोला को भी दूरभाष पर निर्देशित किया। इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए की जा रही त्वरित कार्यवाही पर उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रिटायर्ड सूबेदार खिलानंद भट्ट, विदुर नारायण कोटियाल, राजराजेश्वर गिरी, सूर्यवली जोशी, भगवती प्रसाद, मकान सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासन हुआ मुस्तैद दुकानदारों को दी हिदायत, मास्क नहीं तो सामान नहीं



 

ऋषिकेश, 22 मार्च । महाकुंभ 2021 में आने वाले यात्रियों व पर्यटकों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन मुस्तैद हो गया है। जिसके चलते उप जिलाधिकारी ने नगर के तमाम दुकानदारों को हिदायत दी है ,कि मास्क नहीं, तो सामान नहीं ।तो वही वाहन चालकों को कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की गई, गाइडलाइन का पालन किए जाने के निर्देशन में वाहनों को पूरी तरह से सतर्कता बरतने के लिए लिए निर्देशित किया है।सोमवार को तहसील परिसर में उप जिलाधिकारी वरुण चौधरी द्वारा आयोजित संभागीय परिवहन विभाग ,नगर निगम, टैक्सी चालक परिचालकों व व्यापारियों के साथ अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि देशभर में कोरोनावायरस तेजी के साथ पांव पसार रहा है ।जिसके कारण उत्तराखंड भी अछूता नहीं है ।जिसके अंतर्गत महाकुंभ 2021 के दौरान यात्रियों व पर्यटकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन के साथ नागरिकों की भी है। जिसे देखते हुए हमें पूरी तरह तैयार रहने की आवश्यकता है। उन्होंने ऋषिकेश के तमाम दुकानदारों से अपेक्षा व्यक्त की है ,कि वह स्वयं तो मास्क लगाएंगे ही साथ ही उनकी दुकानों में आने वाले ग्राहकों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे ।उनका कहना था कि जो ग्राहक उनकी दुकान में बिना मास्क के सामान लेने आयेगा ।उसे साफ कहना पडेगा, कि मास्क नहीं तो सामान नहीं , इसी के साथ नगर निगम के अधिकारियों से अपेक्षा व्यक्त की है ।कि वह खुले स्थलों के साथ कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए होटल, धर्मशालाओं, मोहल्लों को पूरी तरह से सैनेटाइज करवायेगेें। इसी के साथ एआरटीओ को निर्देशित किया कि ऋषिकेश से चार धाम यात्रा पर चलने वाले सभी प्रकार के वाहनों को भी सैनिटाइजर किया जाए ,यहां तक कि टैक्सियों में बैठने वाले यात्रियों की सुरक्षा को लेकर दो यात्रियों के बीच में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए फिल्म लगाई जाने के साथ वाहनों में सैनिटाइजर रखा जाए। कुल मिलाकर प्रशासन कोरोना संक्रमण को लेकर पूरी तरह सतर्क हो गया है। जिसके अंतर्गत सभी विभागों को भी अलर्ट कर दिया गया है ।बैठक में उप जिलाधिकारी वरुण चौधरी ,राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक नरेंद्र सिंह तोमर देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल, टैक्सी चालक एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयपाल रावत, फायर स्टेशन अधीक्षक सुनील सिंह रावत टीजीएमओ के उपाध्यक्ष यशपाल राणा तहसीलदार रेखा आर्य, एआरटीओ अरविंद पांडे नगर निगम सहायक आयुक्त विनोद लालशाह , नरेंद्र वर्मा सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।

नमामि गंगे स्वच्छता पखवाड़े के दौरान नुक्कड़ नाटक कर कलाकारों ने दिखाया दम_महापौर ने दिलाई गंगा स्वच्छता की शपथ



 

नमामि गंगे के कार्यक्रम में महापौर ने दिलाई गंगा स्वच्छता की शपथ

गंगा सिर्फ जल स्त्रोत नही, हमारी सृमद्ध संस्कृति की संवाहक-अनिता ममगांंई

ऋषिकेश,22मार्च  ।नमामि गंगे स्वच्छता पखवाड़ा के तहत मायाकुंड स्थित केवलानंद चौक पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए महापौर अनिता ममगांंई ने क्षेत्रवासियों को गंगा स्वच्छता की शपथ दिलाई। इस दौरान स्वच्छता अभियान के साथ नुक्कड़ नाटकों का आयोजन भी किया गया था ।जिसमें कलाकारों ने अपनी दमदार प्रस्तूतियों से जबरदस्त छाप छोड़ी।
सोमवार को केवलानंद चौक में नमामि गंगे के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत करते हुए महापौर ने कहां कि जल के बिना जीवन संभव नहीं है। हम सबको जलस्रोतों के संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने मोजूद उपस्थिति को जल संरक्षण की शपथ दिलाई।महापौर ममगाई ने कहा कि विश्वभर में जल संरक्षण के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं। हमारे देश में भी गंगा की स्वच्छता एवं जल संरक्षण के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके लिए अधिक से अधिक व्यक्तियों को जागरूक कर अभियान से जोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि गंगा केवल एक जलस्रोत ही नहीं बल्कि हमारी प्राचीन और समृद्ध संस्कृति की वाहक है। भारत में गंगा को देवी मानकर इसकी पूजा की जाती है। इसे साफ सुथरा रखना हम सभी का दायित्व है।इस अवसर पर नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल, सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल, जिला विकास अधिकारी/ परियोजना प्रबंधक स्वजल सुशील मोहन डोभाल ,सामुदायिक विकास विशेषज्ञ श्रीमती मंजू जोशी प्रवीण कुमार तकनीकी सलाहकार स्वजल परियोजना देहरादून,पार्षद मनीष मनवाल,विजय लक्ष्मी, सफाई निरीक्षक धीरेन्द्र सेमवाल,अभिषेक मल्होत्रा, सचिन रावत, प्रशांत कुकरेती ,पर्यावरण विद् विनोद जुगलान,जॉनी लाम्बा सहित नमामि गंगे के तमाम पद्दाधिकारी व सदस्य मोजूद रहे।

महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा  होली पर्व के लिए हर्बल रंग की तैयारी



 महिला समूह के प्रशिक्षण द्वारा रोजगार के लिए अवसर पैदा करना व केमिकल रंगों की जगह हर्बल रंगों के लिए लोगों को जागरूक करना मुख्य उद्देश्य

ऋषिकेश 22 मार्च ।श्यामपुर न्याय पंचायत ग्राम सभा खदरी खड़क माफ के अंतर्गत चोपड़ा फार्म, प्रगति पुरम भागीरथीपुरम, लक्कड़ घाट, की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इन दिनों हर्बल रंगों को बनाने में लगी हुई है।जिससे होली पर केमिकल नहीं बल्कि हर्बल रंगों से होली खेली जा सके।

रविवार को क्षेत्र पंचायत सदस्य बीना चौहान जी के नेतृत्व में कार्यक्रम किया गया, जिसमें डोइवाला विकासखंड की नवरंग स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष सुनीता राणा व विनीता कृषाली के द्वारा महिलाओं को रंग बनाने का प्रशिक्षण दिया। महिलाओं ने पालक, चुकंदर, गेंदा फूल आदि से रंग बनाना सीखा। कार्यक्रम में नया सवेरा स्वयं सहायता समूह, दुर्गा शक्ति स्वयं सहायता, साईं स्वयं सहायता, लक्ष्मी स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण लेने में महिलाओं काफी उत्सुक दिखी। क्षेत्र पंचायत सदस्य बीना चौहान ने कहा आगामी होली में ग्रामीण महिलाएं इन्हीं रंगों से खेलेगी।वही सबको हर्बल रंग से होली खेलने के लिए जागरूक करेगी।
नवरंग समूह की अध्यक्ष सुनीता राणा ने बताया कि इस काम को महिलाएं रोजगार के रूप में अपना सकती है, हर्बल रंग स्वास्थ्य की दृष्टि से सही है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का कहना है जो हर्बल रंग बनायेंगे उसे अपने ग्रामीण क्षेत्र के मार्केट में बेचेगे जिससे महिलाओं के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे।
प्रशिक्षण लेने में ईशा कलूड़ा, ममता राणा, मंजू पटवाल, गीता रावत कमला देवी, रानी रावत, गायत्री रावत, कलावती देवी आदि रही।