भरत मिलाप आश्रम के संस्थापक राम कृपालु दास हुए ब्रह्मलीन संतो ने दी , सन्यास परंपरा के अनुसार समाधि



ऋषिकेश 27 मार्च। मायाकुंड ऋषिकेश श्री भरत मिलाप आश्रम के संस्थापक तपो निष्ठ स्वामी राम कृपालु दास जी महाराज आज सुबह 81 वर्ष की आयु में ब्रह्मलीन हो गये है। उनकी परम शिष्य मां साध्वी ने बताया कि राम कृपाल जी महाराज कटक उड़ीसा में 27 सितंबर 1940 को जन्म लिया था ।जोकि बाल्यकाल से वैराग्य धारण करने के उपरांत हिमालय में चले आए थे। जिसके बाद उन्होंने चीरवासा, गोमुख ,उत्तरकाशी में कठोर तपस्या की ।इस दौरान 1978 में उत्तरकाशी में आई गंगा जी में भयंकर बाढ़ के दौरान उनकी विष्णु कुटिया बह गई, जिसके बाद वह वहां से ऋषिकेश चले आए। और उन्होंने मायाकुंड में श्री भरत मिलाप आश्रम की स्थापना की ।और तभी से गंगा किनारे प्रतिदिन भजन पूजा पाठ आदि में लीन रहे , तभी से उन्होंने अपना पूरा जीवन गंगाजल पीकर ही व्यतीत किया। लेकिन अचानक 21 मार्च की सुबह जब वह आश्रम में ही स्नान करने जा रहे थे। कि अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई ।जिन्हें ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में उपचार हेतु भर्ती किया गया ।जहां उन्होंने आज सुबह 3:00 बजे अंतिम सांस ली, जिसके बाद उनके तमाम देश विदेश में रहने वाले अनुयायियों में शोक की लहर फैल गई ।और उन्होंने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। इस अवसर पर अखिल भारतीय षड दर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल गिरी ,उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष महंत भूपेंद्र गिरी, महामंत्री कपिल मुनि ,ब्रह्मपुरी राम मंदिर के संस्थापक स्वामी दयाराम दास ,गोपाल ब्रह्मचारी , कात्यानी मंदिर के संस्थापक गुरविंदर सलूजा, के अतिरिक्त देश के विभिन्न प्रांतों हरियाणा ,पंजाब उड़ीसा से आए हजारों भक्तों ने उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। जिन्हे सन्यास परंपरा के अनुसार समाधि दी गई।

 

जैविक कृषि विकास योजना के अंतर्गत कृषक संगोष्ठी एवं कलस्टर गठन का कार्यक्रम में 112 कृषको को विधानसभा अध्यक्ष ने जैविक ड्रम का वितरण किया



ऋषिकेश 26 मार्च l ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत खैरीकलां में नमामि गंगे क्लीन अभियान, जैविक कृषि विकास योजना के अंतर्गत एक दिवसीय कृषक संगोष्ठी एवं कलस्टर गठन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।जिसमें 112 कृषको को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा जैविक ड्रम का वितरण भी किया गया l

इंटरनेशनल कॉम्पीटेन्स सेंटर फॉर ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर एवं कृषि विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि रासायनिक खादों द्वारा तैयार की गई फसले हानिकारक होती हैl उन्होंने कहा है कि अब समय आ गया है कि जैविक क्रांति को बढ़ावा दिया जाए l अग्रवाल ने कृषकों को जैविक ड्रम वितरित करते हुए कहा है कि इसके के माध्यम से जैविक खाद तैयार की जाती है जिसे फसलों में डालने से फसलें अच्छी होती है और स्वास्थ्य के लिए भी लाभप्रद होती है ।
इस अवसर पर इंटरनेशनल कॉम्पीटेन्स सेंटर फॉर ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर एवं कृषि विभाग के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि जैविक कृषि समय की आवश्यकता है, और कृषको को जैविक कृषि की ओर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए उन्होंने कहा है कि सरकार भी जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा अनेक प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर कृषि विभाग के सहायक कृषि अधिकारी सोहन पोखरियाल, सहायक कृषि अधिकारी डी एस अस्वाल, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर तरुण बिष्ट, ग्राम प्रधान खैरी कला चंद्रमोहन पोखरियाल, कैप्टन शीशपाल पोखरियाल, जसविंदर राणा, प्रशांत चमोली, विजेंद्र सिंह राणा, रवि शर्मा, श्रीमती कमलेश राणा, सरोजिनी पोखरियाल, महिमानंद भट्ट सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।

गंगा की जलधारा व तटबंध बनाने के लिए कुंभ मेला अधिकारी व मुख्य सचिव को महापौर ने दिया ज्ञापन



ऋषिकेश,26 मार्च । कुंभ मेले की तैयारियों को परखने त्रिवेणी घाट पहुंचे मुख्य सचिव व मेला अधिकारी से महापौर ने मुलाकात की।

नगर निगम महापौर ने मुख्य सचिव ओमप्रकाश को एक पत्र भी सौंपा, जिसमें त्रिवेणी घाट पर पतित पावनी मां गंगा की जलधारा को लेकर तटबंध बनाने की मांग की है। प्रेषित पत्र में महापौर ने अवगत कराया कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश में वर्षभर श्रद्धालु और पर्यटकों की आवाजाही बनी रहती है। लेकिन गंगा की जल धारा दूर होने की वजह से श्रद्धालु के लिए गंगा स्नान के दौरान कई मर्तबा आस्था की डुबकी तक लगाना मुश्किल हो जाता है।
बताया कि, कुंभ कार्यों के तहत सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन तीर्थनगरी की हृदयस्थली कहे जाने वाले त्रिवेणी घाट से गंगा आज भी दूर बह रही है। गंगा की धारा को घाट पर लाने के कई प्रयास किए गए, मगर स्थाई समाधान आज तक नहीं हो पाया। गंगा की एक जलधारा को त्रिवेणीघाट पर लाने के लिए प्रतिवर्ष लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन एक बार में यदि तटबंध बना दिया जाता तो इसका स्थायी समाधान हो जाता। इस संदर्भ में महापौर द्वारा मुख्य सचिव से आवश्यक कदम उठाने की मांग की गई है। महापौर ने जानकारी देते हुए बताया कि कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे मेला अधिकारी से शहर की पार्किंग व्यवस्था के साथ स्नानार्थी महिलाओं के लिए आरक्षित घाट बनाए जाने को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं।

आत्मनिर्भर भारत के तहत हुआ हर्बल रंगों के स्टॉल का उद्घाटन



हर्बल रंगों के स्टाल का उद्घाटन ब्लाक प्रमुख के द्वारा किया गया
ऋषिकेश 26 मार्च ।ग्राम सभा खदरी खड़क माफ के अंतर्गत चोपड़ा फार्म, प्रगति पुरम कॉलोनी, भागीरथी पुरम, विस्थापित काॅलोनी, लक्कड़ घाट की स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने हर्बल रंग तैयार कर स्टाल लगाए।

शुकवार को चोपड़ा फार्म, लक्कड़ घाट मेन चौक में युवा समाजिक कार्यकर्ता नवीन नेगी व अनिल रावत के द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका नेतत्व क्षेत्र पंचायत सदस्य बीना चौहान के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य “लाॅकल इज वोकल” रहा, महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम में महिलाओं के उत्साह वर्धन के लिए डोईवाला विकास खंड के ब्लाक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल मुख्य अतिथि रहे ,विशिष्ट अतिथि कुसुम जोशी, सीआरपी आशा नेगी, उन्होंने महिलाओं के अलग-अलग स्वयं सहायता समूह के स्टालों का उद्घाटन किया गया।
कार्यक्रम में नया सवेरा स्वयं सहायता समूह, दुर्गा शक्ति स्वयं सहायता समूह, साईं स्वयं सहायता समूह, लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह, मां ज्वालापा स्वयं सहायता समूहो की महिलाओं ने स्टाल लगाए। कार्यक्रम में हंबल रंगो से सजी स्टाल आकषिर्त का केंद्र बनी रही।ब्लाक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल कहा महिलाओं को किसी भी क्षेत्र में कम नहीं समझना चाहिए,बस हुनर दिखाने की जरूरत है, बड़े हर्ष का विषय है कि हमारे विकासखंड डोईवाला में ऐसे कार्यक्रम महिलाओं द्वारा किए जा रहे हैं।

बीना चौहान ने कहा अगर महिलाएं इसी तरह कार्य करते रहेंगे तो उससे स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होते रहेंगे।
वही समाज सेवी नवीन नेगी व अनिल रावत ने बताया महिलाएं स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास में लगी हुई है, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव करते रहेंगे। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की पहल अच्छी है काबिले तारीफ है, समाज को प्रेरणा देने वाली।
मौके पर उपस्थित लक्ष्मण चौहान शिवालिक भागीरथी पब्लिक स्कूल प्रबंधन, विनोद चौहान, नवीन नेगी , अनिल रावत, अनूप रावत,क्षेत्र पंचायत सदस्य बीना चौहान, वार्ड मेंबर लक्ष्मण राणा, सुषमा भट्ट, राजेन्द्र चौहान, ग्राम प्रधान संगीता थपलियाल, मैत्री संस्था की कुसुम जोशी, सीआरपी आशा नेगी, कविता ध्यानी, आशीष राणा कोटी, आदि रहे।

संतो और व्यापारियों के बाद शहर को भगवामय बनाने के लिए स्वदेशी जागरण मंच ने भी महापौर को दिया समर्थन



ऋषिकेश,26 मार्च । स्वदेशी जागरण मंच ने शहर को भगवा रंग में रंगने के लिए कराए जा रहे जनमत संग्रह का स्वागत किया है। इस बाबत मंच के कार्यकर्ताओं ने नगर निगम पहुंच कर महापौर अनिता ममगाई को संस्था की ओर से अपना समर्थन पत्र सौंपा।अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश को ऑरेंज सिटी के रूप में विकसित कराए जाने के महापौर के प्रयासों को संत समाज और विभिन्न संस्थाओं के बाद आज स्वदेशी जागरण मंच ने भी अपना खुला समर्थन दे दिया है ।शुक्रवार को मंच से जुड़े दर्जनों कार्यकर्ता नगर निगम महापौर के कार्यालय पर पहुंचे जहां उनके द्वारा इस संदर्भ में कराए गए जनमत संग्रह का खुले तौर पर स्वागत किया गया। मंच कार्यकर्ताओं ने महापौर का आभार जताते हुए कहा कि देवभूमि ऋषिकेश की पहचान सदियों से ऋषि मुनियों की तपस्थली के रूप में रही है ।वर्तमान में योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी के रूप में भी इस शहर को पहचाना जाता है। ऐसे में महापौर द्वारा शहर को ऑरेंज सिटी बनाए जाने के लिए किए जा रहे प्रयास नगर की धार्मिकता और आध्यात्मिकता की दृष्टि से बिल्कुल सही है। इस दौरान मंच के जिला संयोजक सूरज बिजल्वाण 

जिला संघर्ष वाहिनी प्रमुख अनिल फर्स्वाण, नगर संयोजक सुनील कुमार , विभाग संयोजक अरविंद नेगी, महिला प्रमुख उषा असवाल ,पुष्पा पांडे, जिला संपर्क प्रमुख सौरभ मिश्रा ,प्रदीप धस्माना राजेश कोठियाल दिनेश शर्मा कुलदीप टनटन गौरव देशवाल सौरभ आदि शामिल थे।

स्वामी आत्मप्रकाश का ब्रहम निर्माण उत्सव धूमधाम से मनाया



ऋषिकेश 26 मार्च । श्री 108 बाबा काली कमली वाले स्वामी आत्मा प्रकाश स्वर्ग आश्रम ट्रस्ट द्वारा स्वामी आत्म प्रकाश का 92 वां ब्रह्मनिर्माण उत्सव धूमधाम से मनाए जाने के साथ उनकी नगर में भव्य बैंड बाजों के साथ शोभायात्रा भी निकाली गई। शुक्रवार को ट्रस्ट द्वारा आयोजित निर्माण उत्सव के दौरान अखंड पाठ के साथ संतों के प्रवचन का आयोजन किया गया। इसके उपरांत शोभा यात्रा मुख्य गद्दी से स्वर्ग आश्रम के मुख्य बाजारों से होती हुई , वेद निकेतन तक पहुंची। शोभा यात्रा का संचालन ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक बी के के श्रीवास्तव, उप महाप्रबंधक जयेश कुमार झा, रुदल यादव, अनिल कुमार तिवारी, सूरज गुज्जर, सोहन लाल गुर्जर ,लक्ष्मण सिंह चौहान ,विनय बिजलवान ,राजेंद्र चमोली, मुकेश कोठियाल आदि ने प्रमुख रूप से किया। जिसका नगर वासियों ने पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया। शोभा यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में साधु संतों व स्थानीय नागरिकों ने भी प्रतिभाग किया

 

खेल के मैदान में पहुंच कर खेल रहे बच्चों का विधानसभा अध्यक्ष ने माल्यार्पण कर किया स्वागत



ऋषिकेश 26 मार्च।उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने खेल मैदान में पहुंचकर फुटबॉल खेल रहे बच्चों का माल्यार्पण कर सम्मानित किया एवं खेल के प्रति खेल भावना से खेलने के लिए प्रेरित किया। रायवाला के अंतर्गत खांडगांव स्थित मैदान में फुटबॉल खेल रहे बच्चों का उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने हौसला अफजाई की। यहां बताते चलें कि

विधानसभा अध्यक्ष खुद भी राष्ट्रीय स्तर पर वॉलीबॉल के खिलाड़ी रहे हैं, इस दौर में जहॉ ज़्यादातर बच्चे मोबाइल पर अपना समय व्यतीत कर रहे हैं वही मैदान में बच्चों को खेलता देख श्री अग्रवाल ने खेल के प्रति अपनी भावना को दिखाते हुए बच्चों के बीच पहुंचकर फुटबॉल पर अपने गुर दिखाने लगे। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते रहना चाहिए। ऐसा करने से उनके अंदर ऊर्जा का संचार होता है।खिलाड़ियों में ऊर्जा का संचार करने से वह कभी नकारात्मक दिशा में नहीं भटक सकेंगे। अग्रवाल ने कहा कि आज के परिवेश में शिक्षा जितनी जरूरी है उतना ही जरूरी बच्चों के लिए खेलकूद है। इससे बच्चों में शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास होता है। बच्चों के विचारों में निखार आता है। खेल को आज के बच्चे कॅरियर के रूप में भी अपना रहे हैं।बौद्धिक व शारीरिक विकास में अनुशासन के साथ खेलकूद की भूमिका काफी अहम है।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी ने अपने को मोबाइल तक ही सीमित रख दिया है वहीं इन बच्चों को खेलते हुए देख बड़ी प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस काल में बच्चों के स्कूल बंद रहने से भी बच्चों में शारीरिक एवं मानसिक रूप से असर पड़ा है उन्होंने इसके लिए सभी बच्चों को किसी भी प्रकार का खेल ज़रूर खेलने के लिए आह्वान किया है।इस अवसर पर सुदेश कंडवाल,वेद ग़्वाडी, कुँवर सिंह नेगी, बुद्धि सिंह नेगी, रमेश कंडारी, चन्द्र सिंह नेगी, रविंद्र नेगी, कुलदीप नेगी, मस्ता नेगी, राजेश जुगलान, आशीष सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

चिपको आंदोलन की वर्षगांठ पर पौधारोपण कर नगर निगम महापौर ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश



ऋषिकेश,26 मार्चचिपको आदोंलन की वर्षगांठ पर नगर निगम महापौर ने गोरा देवी चौक पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान विभिन्न प्रजातियों के पौधे रौंपकर प्रकृति का श्रृंगार किया गया।इस अवसर पर महापौर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण जरूरी है इसिलिये हम सभी को अधिक से अधिक पौधरोपण कर धरती को हरा भरा बनाने में अपना सहयोग करना चाहिए । वृक्षों के बिना धरती पर जीवन संभव नहीं, मानव जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में वृक्षारोपण करना चाहिए । मानव जीवन में वृक्षों का बहुत महत्व है, जिंदगी के साथ और जिंदगी के बाद भी व्यक्ति को लकड़ी का सहारा लेना पड़ता है । वृक्ष होंगे तो लकड़ी भी होगी और व्यक्ति को अपने जीवन और मरण उपरांत आने वाली नई पीढ़ी के लिए वृक्ष लगाने चाहिए ।

शुक्रवार की पूर्वाहन 11 बजे अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार नगर निगम महापौर अनिता ममगाई के नेतृत्व में गौरा देवी चौक पर पौधारोपण कार्यक्रम चलाया गया।इस मौके पर मोजूद उपस्थिती के साथ महापौर ने शहरवासियों से जंगल एवं पर्यावरण को संरक्षित रखने का आह्वान किया।महापौर ने बताया कि वर्ष 1977-78 में प्रसिद्ध पर्यावरणविद् पद्मविभूषण सुन्दरलाल बहुगुणा ने डांग गांव के जंगल को कटने से बचाने के लिए ग्रामीणों के साथ मिलकर चिपको आंदोलन शुरू किया व इसे कटने से बचाया। चिपको आन्दोलन की विरासत के रूप में ग्रामीणों को मिले जंगल को ग्रामीणों ने आज भी एक धरोहर के रूप में संरक्षित व पोषित किया हुआ है। महापौर ने कहा कि नगर निगम की कमान संभालने के बाद उनके द्वारा समय-समय पर विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर सैकड़ों पौधे रौंपे गये। प्रकृति को बचाने का सन्देश देते हुए महापौर ने कहा कोरोना जैसे मुश्किल हालात में प्रकृति से जुड़ना व उसके लिए उपहार को भविष्य की पीढ़ियों को लौटाना, हमारी आने वाली मानव सभ्यता को संरक्षण देने जैसा है । भविष्य में भी पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारे कार्यक्रम निरंतर जारी रहेंगे । इस अवसर पर सहायक नगर आयुक्त एलम दास, वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र सिंह रावत, स्थानीय पार्षद एडवोकेट राकेश सिंह मियां, विजेंद्र मोगा, विजय बडोनी, कमला गुनसोला, कमलेश जैन,जगत नेगी,डीपी रतूड़ी, पंकज शर्मा, प्रशांत कुमार, राजपाल ठाकुर, जसवंत सिंह रावत, अक्षत खेरवाल, मनु कोठारी, जॉनी लामा, प्रिंस गुप्ता, विपिन कुकरेती, राजेश कोठियाल, रेखा सजवान
सच्चिदानंद भट्ट,अंजलि रावत,सुनीता नोटियाल, सफाई निरीक्षक सचिन रावत, अभिषेक मल्होत्रा, नरेश खारवाल,आदि उपस्थित थे।

महाकुंभ 2021 की तैयारियों को लेकर राज्य के प्रमुख सचिव ने मेला अधिकारी के साथ किया स्थलीय निरीक्षण



 

ऋषिकेश 26 मार्च। उत्तराखंड के प्रमुख सचिव ओमप्रकाश सिंह ने महाकुंभ 2021 के चलते व्यवस्थाओं को लेकर उत्तराखंड उच्च न्यायालय में डाली गई, जनहित याचिका पर न्यायालय द्वारा लिए गए संज्ञान के बाद दिए गए दिशा निर्देश के अनुपालन में प्रमुख सचिव ने मेला अधिकारी के साथ मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया।
शुक्रवार को राज्य के प्रमुख सचिव ओमप्रकाश सिंह कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत के साथ मुनिकीरेती स्थित गंगा रिसोर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने तमाम अधिकारियों को जनहित याचिका के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल से प्रारंभ होने वाले महाकुंभ से पहले समय सीमा के अंतर्गत सभी तैयारियों को पूरा कर लिया जाए। जिससे आने वाले कुंभ के दौरान किसी भी श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना ना करना पड़े । प्रमुख सचिव ओमप्रकाश सिंह ने बैठक में टिहरी ,पौड़ी, देहरादून के साथ कुंभ मेले के तमाम अधिकारियों के साथ घाट क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तमाम घाटों का स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए। ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मुनी की रेती स्वर्ग आश्रम ,ऋषिकेश व जोंक नगर पंचायत क्षेत्र में घाटों के निर्माण के साथ की गई, व्यवस्थाओं के अतिरिक्त घाटों पर लगी यात्रियों की सुरक्षा को लेकर लगाई गई चैन साफ सफाई के साथ साउंड , सूचना संकेतों को व्यवस्था को समय सीमा के अंतर्गत धनुष किया जाए प्रमुख सचिव के साथ अधिकारियों ने लक्ष्मण झूला , राम झूला पूर्णानंद पार्किंग ,का स्थलीय मौका मुआयना भी किया ।बैठक के दौरान जनपद के पौड़ी देहरादून के बीच तमाम जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक सहित स्थानीय नगर निगम नगर पालिका के तमाम अधिकारी भी मौजूद थे ।

यह समापन नहीं स्थापन है कुंभ आज का नहीं बल्कि सनातन से है- चिदानन्द सरस्वती



 

ऋषिकेश 25 मार्च । ‘कुम्भ कांक्लेव, 2021’’ का दो दिवसीय आयोजन इंडिया थिंक काउंसिल, परमार्थ निकेतन, ऋषिकेेश और अन्य संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।
कुम्भ कंाक्लेव के समापन अवसर पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष परम पूज्य स्वामी श्री चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि आज समापन नहीं स्थापन है, कुंभ आज का नहीं बल्कि सनातन से है । उन्होंने कहा कि समुद्र मंथन के समय से ही कुंभ की परंपरा रही है और इस कुंभ परंपरा के माध्यम से भारतीय संस्कृति की वैज्ञानिकता का आज भी स्थापन हो रहा है । आज संपूर्ण विश्व भारतीय संस्कृति की वैज्ञानिकता को स्वीकार कर रहा है, योग दिवस के माध्यम से, अध्यात्म के माध्यम से या फिर कोविड – 19 महामारी के इस काल में आयुर्वेद के माध्यम से । वसुधैव कुटुंबकम की परंपरा का सबसे बड़ा उदाहरण आज हमारी संस्कृति ही है । कोविड -19 में आज विश्व को भारत दवाइयां और वैक्सीन दे रहा है । जाती-पांती, ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, भाषा और क्षेत्र के सभी बंधनों को तोड़ते हुए वर्षों से कुंभ की परंपरा भारत और विश्व को जोड़ रही है । आज भी बिना किसी निमंत्रण के करोड़ों लोग माँ गंगा की गोद में चले आते हैं क्योंकि हम सभी सहोदर हैं यानी भारत माँ के उदर से उत्पन्न । भारतीय संस्कृति जोड़ती है और इसी जोड़ने की परंपरा का 6 वर्ष और 12 वर्ष में संकल्प का अवसर है कुंभ । आज समापन नहीं अपितु इस संकल्प को पुनः जागृत करने का अवसर है।
उत्तर प्रदेश के माननीय कैबिनेट मंत्री श्री नंद गोपाल नंदी जी ने कहा कि आज हमारे देश को कुंभ की बड़ी आवश्यकता है। राष्ट्र को सूत्रबद्ध करने की, राष्ट्र को एकजुट करने की और कुंभ की आस्था को पुनर्स्थापित करती है। करोड़ों लोग केवल एक पंचांग की पंक्ति को पढ़कर मां गंगा के प्रति, नदियों और जल के प्रति, संस्कृति के प्रति आस्था लेकर बिना किसी व्यवस्था की चिंता करते हुए कुंभ स्नान के लिए एक ही दिन और एक ही स्थान पर एकत्रित हो जाते हैं । यह सूत्रबद्धता नहीं, एकजुटता नहीं तो और क्या है । वर्तमान में केंद्र और समान विचार की राज्य सरकारें भारतीय संस्कृति और राष्ट्र उत्थान के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही हैं । हम आज विश्व पटल पर गर्व से कह सकते हैं कि हम भारतीय हैं । हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री का अमेरिका दौरा हो, विश्व के किसी अन्य देश दौरा हो सभी जगह भारतीय राष्ट्रगान और भारतीय ध्वज को विदेशियों से सम्मान मिला है । यह भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित होने का शुभ संकेत है । कार्यक्रम में दिल्ली से पधारे कपिल मिश्रा ने अपनी ओजस्वी वाणी से भारतीय संस्कृति के मूल का परिचय देते हुए कहा कि आतंकी और अलगाववादी विचारधारा चाहे कुछ भी कर ले एक दिन उन्हें भी भारत की समग्र संस्कृति को आत्मसात करना होगा।
इंडिया थिंक काउंसिल के संयोजक श्री सौरभ पांडे ने समापन के अवसर पर सभी का धन्यवाद और आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कुंभ कांक्लेव सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लेकर एक बड़े आयोजन का प्रयास करेगा ताकि संपूर्ण राष्ट्र में धर्म, संस्कृति के विकास को तीव्र गति मिले और इंडिया थिंक काउंसिल का जागरूकता का उद्देश्य पूरा हो सके।
पावन गंगा तट में आज के समापन समारोह में श्री अखिलेश मिश्रा, अपर विदेश सचिव, प्रोफेसर गिरीश चंद तिवारी चेयरमैन उच्च शिक्षा आयोग और श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने सहभाग किया ।