ऋषिकेश महा योजना 2031 के लिए प्रस्तावित रोड मैप का प्रारूप तैयार -जल्द हटाया जाएगा सड़कों पर पसरा अतिक्रमण



ऋषिकेश, 09 जुलाई । ऋषिकेश की सड़कों पर पिछले कई दशकों से अतिक्रमण को लेकर जूझ रहे लोगों के लिए आरटीआई कार्यकर्ता सक्रिय हैं , जिस पर हाई कोर्ट भी सख्त हो गया  है। इसे देखते हुए हरिद्वार सिडकुल विकास प्राधिकरण ने नगर के लिए ऋषिकेश महा योजना 2031 के लिए प्रस्तावित रोड मैप का प्रारूप तैयार किया गया है।

जिसमें हरिद्वार रोड, रेलवे रोड, देहरादून रोड, सहित ऋषिकेश नगर के आसपास की सड़कों के चौड़ीकरण के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं हरिद्वार मसूरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की बैठक में सर्वसम्मति से मुहर लगा‌ दी गई है ।

महायोजना के अनुसार चंद्रभागा पुल से रेलवे तिराहा तक 20 मीटर यानी 65.5 फुट,रेलवे तिराहे से कोयल घाटी तक 24.40 मीटर यानी 80 फुट,कोयल घाटी से श्यामपुर रेलवे फाटक तक 30 मीटर यानी 100 फुट,देहरादून नटराज चौराहे से अस्पताल चौराहे तक 30 मीटर यानी 100 फुट,नटराज चौराहे से देहरादून रोड 60 मीटर यानी 200 फुट,अस्पताल चौक से हरिद्वार मार्ग तक 12 मीटर यानी 40 फुट, इस महा योजना में रोड को चौड़ा किया जाना प्रस्तावित है।परंतु रोड चौड़ीकरण विगत कई सालों से विभिन्न समस्याओं के चलते अभी तक धरातल पर नहीं उतर पाया है।

बैठक के बाद‌ अधिकारियों ने राज्य के सचिव को जो प्रस्ताव पारित किया है उसका ड्राफ्ट भेज दिया है। परंतुअभी तक उस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। इस संबंध में स्थानीय व्यापारियों के साथ‌ भी कई बार अधिकारियों ने बैठक की, परंतु नतीजा शून्य रहा। यहां तक कि हरिद्वार रोड पर बाबा काली कमली, पंजाब सिंध क्षेत्र, मोटी माई,आशा माई, भगवान आश्रम, जीवनी माई जैसे कई धर्मशलायें स्थित है, भावी महायोजना की जद में है। परंतु इन लोगों से किसी प्रकार की वार्ता नहीं हो पाई है। देखें आखिर कब तक अधिकारी इस महा योजना को धरातल पर उतार कर धर्म नगरी को जाम से मुक्तिदिला पाएंगे।

जिसे लेकर विगत दिनों उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री प्रतीक कालिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से भी मिला है जिस ने मुख्यमंत्री को बतया कि उसकी महायोजना को धरातल पर उतारने से पहले एक बार फिर व्यापारियों के साथ वार्ता की जाए वही राष्ट्रीय राजमार्ग के सहायक अभियंता छत्रपाल सिंह ने बताया कि उपमा योजना के अंतर्गत अतिक्रमण हटाए जाने के लिए चिन्हतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है रास्ते में आने वाले पेड़ों की कटाई का कार्य चल रहा है। क अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करा दिया गया है जिस दिन पुलिस बल उनको उपलब्ध हो जाएगा वह अतिक्रमण को हटा कर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कर देंगे। छत्रपाल ने यह भी बताया कि अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं।

ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत हुई सूअरों में अफ्रीकन स्वाईन फीवर रोग की पुष्टि -डीएम ने‌ सूअर मांस की दुकानो ,सुअर आवगमन पर लगाया प्रतिबन्धित



ऋषिकेश, 09 जुलाई  । जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार ने कहा कि जनपद देहरादून के ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत सूअर पशुओं में अफ्रीकन स्वाईन फीवर रोग की पुष्टि होने के फलस्वरूप रोग की रोकथाम हेतु क्षेत्र को तीन भागों यथा इन्फेक्टेड जोन, सर्विलांस जोन, डिजीज फ्री जोन में विभाजित करने के आदेश दिए गए है।

जिलाधिकारी ने कहा कि इन्फेक्टेड जोन ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत रोग की पुष्टि हुई है, से एक कि०मी० की परिधि को इन्फैक्टेड जोन घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में सूअर मांस ,सुअर मास की दुकानो ,सुअर आवगमन पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित किया गया है।

संक्रमित क्षेत्र एवं स्थानीय डिसइन्फेक्शन, फ्यूमिगेशन तथा टिक्स की रोकथाम के उपाय करने तथा रोगी पशुओं को स्वस्थ्य पशुओं से अलग रखे जाने के निर्देश दिए गए हैं। इन्फैक्टेड जोन में आने वाले सूअर पशुओं की कलिंग करतेे हुए कार्कसंज को वैज्ञानिक तरीके से डिस्पोजल किये जाने के निर्देश दिए गए है।

सर्विलान्स जोन- इन्फेक्टेड जोन से 10 कि०मी० की परिधि में आने वाले क्षेत्र को सर्विलान्स जोन घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में भी सूअरों का आवगमन पूर्णतया वर्जित होगा तथा प्रत्येक 15 दिनों में उक्त क्षेत्र से सूअरों के नमूने प्राप्त कर जांच हेतु सम्पर्क भोपाल प्रयोगशाला भेजे जाने के निर्देश दिए गए है।

डिजीज फ्री जोन सर्विलांस जोन से बाहर के जनपद देहरादून के समस्त क्षेत्र को डिजीज फ्री जोन घोषित किये गए हैं। उक्त क्षेत्र में कोई भी सूअर पशु अन्य क्षेत्र में नहीं भेजा जायेगा और न ही लाया जायेगा। अर्थात सूअर पशुओं का आवागमन पूर्णतया प्रतिबन्धित रहेगा। उक्त प्रतिबन्ध आगामी 2 माह अथवा क्षेत्र में रोग प्रकोप की सूचना शून्य होने तक, जो बाद में हो, तक लागू रहेगें।

ऋषिकेश: व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने हरिद्वार रोड पर स्थित दुकानदारों को अतिक्रमण के नोटिस दिए जाने जताई आपत्ति



ऋषिकेश, 07 जुलाई । नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ऋषिकेश ने हाल ही में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण डोईवाला के अधिकारियों द्वारा हरिद्वार रोड पर स्थित दुकानदारों को अतिक्रमण के नोटिस दिए जाने आपत्ति जताई है।

नगर अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने कहा कि गत दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण डोईवाला ने कुछ दुकानदारों को नोटिस जारी किए गए हैं ,यह वह दुकानदार हैं। जिनको अभी तक अतिक्रमण के नोटिस कभी नहीं आये। यह भी कहा कि जब अभी तक रोड का स्पष्ट पैमाना और राजमार्ग प्राधिकरण के पास सड़क संबंधी कोई नक्शा ही नहीं है ,तो वह इस प्रकार के नोटिस कैसे जारी कर सकता है ।

उन्होंने कहा कि पूर्व में अधिशासी अभियंता रुड़की ने जो प्रकाशन किए हैं ,उसमें यह रोड मात्र 40 फीट की दर्शाई गई है। इस पैमाने से बहुत दूर आने वाले व्यापारियों को नोटिस किस प्रकार जारी किया जा सकता है ।उन्होंने कहा कि बिना व्यापारियों को विश्वास में लिए की गई किसी भी कार्रवाई का नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल पुरजोर विरोध करेगा। मिश्र ने कहा पहले राजमार्ग प्राधिकरण व्यापार मंडल को विश्वास में ले स्पष्ट मानचित्र दिखाएं उसके बाद ही किसी कार्रवाई के बारे में विचार करें।

ललित मोहन मिश्र ने कहा कि व्यापार मंडल किसी भी अतिक्रमण का समर्थन नहीं करता है, किंतु अतिक्रमण के नाम पर किसी भी व्यापारी का शोषण नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने दोहराया कि‌ बिना वार्ता के राजमार्ग प्राधिकरण कोई कार्रवाई ना करें। जिसे अनावश्यक समस्या उत्पन्न हो।

ऋषिकेश में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए ड्रेनेज सिस्टम परियोजना को लेकर महापौर और पार्षदों की उपस्थिति में फीड बैक इंफ्रा लिमिटेड कम्पनी के विशेषज्ञों ने दिया प्रजेंटेशन , महापौर नही हुई संतुष्ट, योजना की मंजूरी के लिए महापौर ने जताया मुख्यमंत्री का आभार



ऋषिकेश में ड्रेनेज सिस्टम के सुधार के लिए शुरू हुई कवायद

ऋषिकेश 06 जुलाई। – तीर्थ नगरी ऋषिकेश में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए ड्रेनेज सिस्टम परियोजना को लेकर कवायद शुरू हो गई है। बुधवार की शांम नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में महापौर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में योजना से जुड़े विभागीय अधिकारियों की मोजूदगी में फीड बैक इंफ्रा लिमिटेड कम्पनी के विशेषज्ञों ने प्रजेंटेशन दिया।

कंपनी के विशेषज्ञ राकेश कुमार व विश्वेश्वर पारकर ने बताया कि शहर के ड्डेनेज सिस्टम को सुधारने के लिए हाईटेक तकनीक से लैस योजना तैयार की गई है जिसका बाकस आधारित पाइप के जरिएनिस्तारण मुमकिन है।सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल ने सुझाव पर सहमति जताई।

बैठक की अध्यक्षता कर रही महापौर अनिता ममगाई ने योजना की मंजूरी के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया। प्रजेंटेशन से संतुष्ट नजर नही आई महापौर ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आधी अधूरी तैयारियों के साथ योजना को धरातल पर नही उतारा जा सकता।

उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग को पहले निगम के तमाम वार्डो में पार्षदों को साथ लेकर जलभराव की स्थिति का फीड बैक लेना होगा उसके बाद योजना को फाईनल टच दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में बूढ़ी सीवर लाईनों की वजह से जलभराव की समस्या वर्षों पुरानी है। हर वर्ष होने वाली समस्या को देखते हुए निगम प्रशासन द्वारा प्रोजेक्ट तैयार किया गया था अब जल्द ही योजना धरातल पर होगी।

उन्होंने कहा की मानसून के मौसम में हल्की सी बारिश में भी सड़कें तालाब बन जाती हैं। नालियों का गंदा पानी घरों में घुसने लगता है। साथ ही भूजल को भी दूषित करता है। पिछले वर्ष भी बारिश ने आफत मचा दी थी।तीर्थ नगरी में इस समस्या की मूल वजह ड्रेनेज की उचित व्यवस्था न होना है।योजना के परवान चढ़ते ही समस्या का स्थाई समाधान हो जायेगा।

बैठक में डी सी उनियाल अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग, अनुभव नोटियाल सहायक अभियंता , सिंचाई विभाग, सतीश कुमार सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग,सहायक नगर आयुक्त बद्री प्रसाद भट्ट, सहायक अभियंता दिनेश उनियाल, सहायक अभियंता हरीश बंसल जल संस्थान, रविन्द्र सिंह सहायक अभियंता जल निगम, छत्रपाल सिंह अपर सहायक अभियंता एन एच,विजय बडोनी, रूपा देवी, भगवान सिंह पंवार, विकास तेवतिया, शिव कुमार गौतम, देवेंद्र प्रजापति, राजेश दिवाकर, शकुंतला शर्मा, उमा बृजपाल राणा, सुंदरी कंडवाल, अनीता प्रधान, गुरविंदर सिंह,विजयलक्ष्मी शर्मा,प्रमोद शर्मा , कमलेश जैन आदि मोजूद रहे।

गंगा तट पर संत समाज व ऋषि कुमारों ने चलाया महा स्वच्छता जागरूकता अभियान



स्वच्छता के लिए प्रत्येक व्यक्ति की भागेदारी आवश्यक-अनिता ममगाई

निगम के हर वार्ड में चलेगा स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण अभियान-मेयर

ऋषिकेश 20 जून। – नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया एक जन आंदोलन है। उन्होंने कहा कि लोगों को न स्वयं गंदगी फैलानी चाहिए और न किसी और को फैलाने देनी चाहिए।

उक्त विचार महापौर ने सोमवार की सुबह गंगा के तट पर चले महास्वचछता अभियान के दौरान व्यक्त किए। आज सुबह सवेरे महापौर के आह्वान पर संत समाज सहित गंगा भक्तों ने नाव घाट से लेकर आस्था पथ पर बेहद जोरदार तरीके से स्वच्छता अभियान चलाया गया।

इस दौरान मंहत लोकेश दास व शहर के स्वच्छता ब्रांड ऐम्बैसडर मंहत रवि प्रपन्नाचार्य ने मोजूद उपस्थिति व श्रद्वालुओं को स्वचछता का संकल्प दिलाया।अभियान के दौरान महापौर ने शहरवासियों से तीर्थ नगरी को स्वच्छ रखने तथा अन्य लोगों को भी जागरूक करने की अपील की। अभियान की अगुवाई कर रही महापौर ने स्वयं झाड़ू थाामकर स्वच्छताा का संदेश देते हुए गंगा तट की साफ़-सफ़ाई की।उन्होंने साफ़-सफ़ाई के महत्व को समझाते हुए स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी जिक्र किया जो लोगों को स्वच्छता के अभाव के कारण झेलनी पड़ती हैं।

इससे पूर्व मंहत लोकेश दास व मंहत रवि प्रपन्नाचार्य ने सभी को प्रकृति, पर्यावरण एवं गंगा के संरक्षण का संकल्प कराया। इस दौरान पार्षद मनीष मनवाल, विजय लक्ष्मी शर्मा, यशवंत रावत, राजेश गोतम, किशन मंडल,रमेश अरोड़ा, प्रदीप कोहली,सफाई निरीक्षक धीरेंद्र सेमवाल, अभिषेक मल्होत्रा सहित बड़ी संख्या में ऋषिकुमार शामिल रहे।

नगर निगम ऋषिकेश की टीम द्वारा गंदगी फैलाने और पॉलिथीन रखने वालों के खिलाफ की सख्त कार्रवाई, कुल 32 चालान कर किया ₹16900 का जुर्माना



ऋषिकेश 20 जून।  ऋषिकेश नगर निगम की टीम द्वारा आज शहर में दुकानदारों द्वारा गंदगी  करने और पॉलिथीन रखने के एवज में सख्त कार्रवाई कर कुल 32 चालान कर 16900 रुपए का धनराशि का जुर्माना वसूल किया गया।

नगर निगम ऋषिकेश नगर आयुक्त के दिशा निर्देश पर चलाए जा रहे स्वच्छ ऋषिकेश अभियान के तहत गंदगी  फैलाने और पॉलिथीन रखने के विरुद्ध व्यापक अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत आज नगर निगम की संयुक्त द्वारा हरिद्वार रोड कोयल घाटी वीरभद्र मार्ग आवास विकास एम्स रोड सीमा डेंटल रोड अभियान चलाया गया जिसमें दुकानदारों द्वारा गंदगी फैलाने पर कुल 11 चालान कर ₹3900 की धनराशि का जुर्माना वसूला गया तो वही पॉलिथीन रखने के एवज में कुल 21 चालान किए गए जिनसे 13000 रुपए की धनराशि का जुर्माना वसूल किया गया इस प्रकार कुल 32 चालान कर कुल ₹16900 की धनराशि का जुर्माना वसूल किया गया।

नगर नगर नगर निगम की सफाई टीम में सफाई निरीक्षक धीरेंद्र दत्त सेमवाल अभिषेक मल्होत्रा सफाई नायक नरेश खैरवाल महेंद्र कालरा मौजूद थे।

उत्तराखंड राज्य बोर्ड की हाई स्कूल परिक्षा के सफल परिक्षार्थियों को कैबिनेट मंत्री व महापौर ने दी बधाई



ऋषिकेश 07जून।  उत्तराखंड राज्य बोर्ड की हाई स्कूल की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करने वाले छात्रों को  कैबिनेट मंत्री और नगर महापौर  ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

मंगलवार को सरस्वती विधा मंदिर आवास विकास विधालय की होनहार छात्रा मुस्कान टंडन को बधाई देने उनके आई डी पी एल स्थित आवास पर पहुंची महापौर हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में 94 प्रतिशत अंक पाकर अपने बेहतरीन प्रदर्शन से 24 वीं रैंक हासिल कर तीर्थ नगरी का मान बढ़ाने वाली मुस्कान व उनके पारिवारिक सदस्यों को मिठाई खिलाकर बधाई दी।

इस अवसर पर महापौर ने कहा कि शिक्षा और संस्कार सबसे बड़ी पूंजी हैं।मुस्कान ने अपने नाम को चरितार्थ करके ना सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे ऋषिकेश वासियों की मुस्कान बड़ाने का काम किया है।महापौर ने कहा कि सभी सफल छात्र-छात्राएँ भविष्य में भी इसी तरह सफलता के नित नए आयामों को छुएं और जीवन में एक सफल, सुयोग्य और सजग नागरिक बनें। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए है वह निराश न हों।

वहीं दूसरी ओर श्यामपुर खदरी खडकमाफ में चोपड़ा फार्म निवासी राकेश प्रसाद के घर कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल पहुंचे। उन्होंने हाइस्कूल बोर्ड परीक्षा में 98 प्रतिशत अंक लेकर मेरिट लिस्ट में पांचवा स्थान हासिल करने पर परिजनों सहित होनहार सोनी सेमवाल को उत्तरीय पहनाकर सम्मानित किया।

कैबिनेट मंत्री  अग्रवाल  ने दूरभाष के जरिये हाइस्कूल में 93.8 प्रतिशत अंक पाकर मेरिट लिस्ट में 25वां स्थान प्राप्त करने वाली साक्षी भट्ट को बधाई दी। बिटिया के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए 12वीं की परीक्षा में पुनः ओर अच्छा प्रदर्शन लाने के लिए प्रेरित किया।।

उन्होंने कहा कि बिटिया हर वह काम कर सकती है, जो एक बेटा कर सकता है। बेटियों को हौसला और सही मार्गदर्शन मिले, तो हर मुकाम हासिल कर सकती है। इस मौके पर अग्रवाल ने सोनी सेमवाल को मिष्ठान खिलाकर बधाई दी।

वेस्ट वरियर्स सोसायटी के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं ने पर्यावरण दिवस पर चलाया सफाई का महाअभियान, बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक कर दिया स्वच्छता का संदेश



ऋषिकेश 6 जून।   वेस्ट वरियर्स सोसायटी के साथ मेक माई ट्रिप फाउंडेशन, और अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं  के सहयोग से मुनी की रेती पूर्णानंद घाट और खारा स्रोत पर सफाई अभियान चलाया। इस अभियान में नगर पालिका मुनि की रेती चेयरमैन  रोशन रतूड़ी , ई ओ तनवीर तथा उत्तराखंड वन विभाग से वन अधिकारी  विवेक जोशी का भी सहयोग रहा।

कार्यक्रम के दौरान कुल 103 स्वयंसेवकों ने गंगा किनारे पूर्णानंद घाट स्थल तथा खारा स्रोत पर जंगल और झाड़ियों के बीच फंसा हुआ लगभग 150 किलो सूखा कचरा निकाल कर उसे सही जगह पहुँचाया। इस कार्यक्रम ने गंगा एवं पर्यावरण के लिए काम कर रही विभिन्न संस्थाओं, स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को एक साझा मंच प्रदान किया।

कार्यक्रम में स्पर्श गंगा ऋषिकेश, अध्ययन लहर देहरादून, फ्रीडम ग्रुप ऋषिकेश, और स्वामी जगन्नाथ आश्रम जैसी संस्थाओं के साथ ऋषिकेश एवं मुनि की रेती क्षेत्र के स्थानीय स्वयंसेवकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वयंसेवकों को आवश्यक निर्देश देकर हर हर गंगे के नारे के साथ की गई। अभियान के अंतर्गत स्थानीय बच्चों ने गंगा, मिस्टर डस्टबिन और मिस्टर वेस्ट बनकर लोगों से बातचीत की। स्वयंसेवकों को साफ-सफाई करते हुए देखकर कई पर्यटकों ने भी इस अभियान में हिस्सा लिया। कार्यक्रम के अंत में दोनों ही स्थानों पर सफाई करने के बाद स्वच्छता संदेश बोर्ड लगाया गया उसके बाद महंत श्री लोकेश दास जी द्वारा स्वयंसेवकों का उत्साह वर्धन किया गया तथा अध्ययन लहर संस्था के बच्चों द्वारा एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान नगर पालिका मुनि की रेती के एसआई  भूपेंद्र पवार एवं अन्य पदाधिकारियों तथा कर्मचारियों के साथ-साथ उत्तराखंड वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।
उल्लेखनीय है की वेस्ट वरियर्स सोसायटी उत्तराखंड में लोगों में पर्यटन स्थलों पर कचरे के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कार्य करती रही है। संस्था सदस्य ने बताया की चार धाम यात्रा को देखते हुए उत्तराखंड के सभी पर्यटक स्थलों पर कचरे की मात्रा बढ़ गई है जिसके लिए आम लोगों को आगे आना होगा। उन्होंने बताया कि हम आगे भी ऐसे जन जागरूकता के कार्यक्रम करते रहेंगे।

ऋषिकेश: 29 वर्षों से लावारिस संपत्ति पर किरायेदारों का दावा हुआ खारिज, सरकार में निहित होगी संपत्ति – लावारिस संपत्ति पर दावे को लेकर दो अलग-अलग मामलों में न्यायालय सीनियर सिविल जज ऋषिकेश ने सुनाया फैसला



ऋषिकेश 03जून।  पिछले 29 वर्षों से ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में एक लावारिस संपत्ति के स्वामित्व को लेकर किरायेदारों के बीच चल रहे विवाद में न्यायालय सीनियर सिविल जज ऋषिकेश ने महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। न्यायालय ने संपत्ति के स्वामित्व को लेकर अलग-अलग पक्षों की ओर से किए गए दावे को खारिज करते हुए इस संपत्ति को राज्य सरकार में निहित करने के आदेश दिए हैं।

नगर निगम ऋषिकेश के तिलक मार्ग स्थित संपत्ति संख्या 25 के स्वामित्व को लेकर दो अलग-अलग वाद न्यायालय सीनियर सिविल जज ऋषिकेश भावदीप रावते की अदालत में विचाराधीन थे। न्यायालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक तिलक मार्ग स्थित संपत्ति संख्या 25 नगर पालिका ऋषिकेश के अभिलेखों में भरतरी मिस्त्री के नाम पर दर्ज थी। भरतरी मिस्त्री का देहांत 23 अप्रैल 1981 को हो गया था, जिसके बाद उनकी पत्नी कमला देवी इस संपत्ति की वारिस बनी। मगर 13 मई 1993 में कमला देवी की मृत्यु के बाद इस संपत्ति को लेकर संपत्ति में काबिज किरायेदारों के बीच विवाद शुरू हो गया था।
एक मामले में गोपीचंद पुत्र गंगू सिंह निवासी तिलक मार्ग ऋषिकेश ने सत्तो देवी पत्नी ओमपाल निवासी आईडीपीएल तथा विमला देवी निवासी पहाड़ी बाजार कनखल हरिद्वार के खिलाफ वाद दायर किया था। जिसमें गोपीचंद ने आरोप लगाया कि विमला देवी ने स्वयं को भरतरी मिस्त्री की पत्नी घोषित करते हुए संपत्ति का नामांतरण अपने नाम पर करवा दिया जिसके बाद उसने सत्तो देवी के साथ मिलकर इस संपत्ति का विक्रय पत्र भी अपने नाम कर दिया।

हालांकि 1 सप्ताह बाद ही इस संबंध में कोई ठोस प्रमाण पत्र प्रस्तुत न किए जाने पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने नामंत्रण का आदेश खारिज कर पुनः इस संपत्ति को भरतरी मिस्त्री के नाम दर्ज करा दिया था। इस मामले में वादी गोपीचंद ने दावा किया कि उन्होंने अंतिम समय तक भरतरी मिस्त्री की पत्नी कमला देवी की सेवा की और उन्होंने संपत्ति का मालिकाना हक उसे सौंप दिया था जिसकी वसीयत भी की गई थी मगर यह वसीयत हो गई है।

वहीं इसी संपत्ति को लेकर एक अन्य मामले में सत्तो देवी व उनके पति ओमपाल ने गोपीचंद पुत्र मंगू सिंह, रामनारायण कक्कड़ पुत्र जगदीश नारायण कक्कड़, धर्मदेव राजभर पुत्र डोमा राजभर तथा तारा देवी पत्नी त्रिलोक सिंह सभी निवासी 25 तिलक मार्ग ऋषिकेश के खिलाफ वाद दायर किया था। जिसमें रामनारायण कक्कड़ की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी शशि कक्कड़, पुत्र विशाल कक्कड़ व विक्रांत ककड़ तथा तारा देवी की मृत्यु के पश्चात उनका पुत्र महावीर इस मामले में पक्षकार बनाए गए थे।

इन दोनों मामलों की सुनवाई न्यायालय सीनियर सिविल जज ऋषिकेश भवदीप रावते ने एक साथ की। मंगलवार को सभी पक्षों की दलील सुनने के बाद सीनियर सिविल जज भवदीप रावते की अदालत ने इस मामले में अहम फैसला सुनाया। न्यायालय ने कहा कि भरतरी मिस्त्री तथा उनकी पत्नी कमला देवी की मृत्यु के बाद उनका कोई विधिक वारिस शेष नहीं है और इस परिस्थिति का लाभ उठाते हुए वादी और प्रतिवादी पक्ष इस संपत्ति को अपने स्वामित्व में लेकर क्लेम कर रहे हैं।

न्यायालय ने कहा कि ऐसी संपत्ति जिसका कोई विधिक स्वामी नहीं होता, उस संपत्ति पर ‘डॉक्ट्रिन आफ एस्चीट’ का सिद्धांत लागू होता है। इसलिए यह संपत्ति राज्य सरकार में निहित की जानी चाहिए। न्यायालय ने इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से जिलाधिकारी देहरादून तथा नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही संपत्ति को लेकर किए गए सभी दावों को खारिज कर दिया है।

सोमवती और वट सावित्री अमावस्या पर ऋषिकेश के घाटों पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर गरीबों में किया दान पुण्य -महिलाओं ने पति की दीर्घायु के लिए की वट वृक्ष की पूजा



ऋषिकेश 30 मई  ।सोमवती और वट सावित्री अमावस्या के एक साथ होने के चलते देश के विभिन्न प्रांतों से आए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने जहां ऋषिकेश तीर्थ नगरी के त्रिवेणी घाट, राम झूला, लक्ष्मण झूला सहित तमाम घाटों पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई ,वही महिलाओं ने पति की दीर्घायु की कामना को लेकर वट वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा अर्चना भी की।

यहां बताते चलें कि सोमवती और वट सावित्री अमावस्या के एक साथ होने के चलते गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का ऋषिकेश में शनिवार से ही आना प्रारंभ हो गया था। जिसके कारण तीर्थ नगरी की तमाम धर्मशालाा, आश्रम यात्रियों से खचाखच भरे हैं।इतना ही नहीं नगर की यातायात व्यवस्था भी बड़ी संख्या में वाहनों के आने के कारण पूरी तरह लड़खड़ा गई है ।जिसे नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी ।

 वाहनों का जाम हरिद्वार से लेकर ब्रह्मपुरी तक लगा है। जिससे वाहनों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए लाइन में लगकर सरक- सरक कर खिसकना पड़ा ,ट्रैफिक इंचार्ज हितेश शाह ने बताया कि ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए बैराज मार्ग और श्यामपुर से नटराज चौक की ओर ड्राइवर भी किया गया है।

वही त्रिवेणी घाट पर गंगा स्नान और महिलाओं द्वारा वट सावित्री की पूजा करने के लिए भी घाट पर अपनी बारी की प्रतीक्षा करनी पड़ी , शहर में चार धाम यात्रा के कारण भी काफी संख्या में लोग रुके हैं। जिन्होंने सोमवार की सुबह 4:00 बजे से ही गंगा स्नान करना प्रारंभ कर दिया था ।जिन्होंने गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर गरीबों और ब्राह्मणों को दान पुण्य भी किया।

पंडित वेद प्रकाश ने बताया कि अखंड सौभाग्य देने वाले वट सावित्री व्रत के दौरान इस दिन वट वृक्ष, सावित्री और सत्यवान की पूजा करते हैं। वट वृक्ष में कच्चा सूत लपेटा जाता है, और परिक्रमा की जाती है. पूजा के समय वट सावित्री व्रत कथा सुनते हैं. सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, पुत्र और सुखी जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं। पूजा का समापन वट सावित्री व्रत की आरती से करनी चाहिए। आरती के ​लिए घी के दीपक या फिर कपूर का उपयोग कर सकते हैं.। 

इस दौरान नगर की धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं ने जगह-जगह मीठे शरबत की छबीली लगाकर शरबत भी वितरित किया।