डी एम ने आईडीपीएल की 30 अप्रैल को लीज समाप्त होने पर सभी भूमि पर्यटन विभाग को सौंपें जाने के लिए किया ‌स्थलीय निरीक्षण , साथ ही चार धाम यात्रा की तैयारियों के लिए अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश



मास्क नहीं तो चार धाम यात्रा नहीं , डॉ. आर राजेश

ऋषिकेश ,o4 मई ।देहरादून के जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार नेे चार धाम यात्रा को लेकर ऋषिकेश आईएसबीटी पर पहुंचकर तैयारियों के संबंध में ‌‌अभी तक ‌‌‌‌‌‌की गई‌‌ तैयारियों के अतिरिक्त आईडीपीएल की 30 अप्रैल को लीज समाप्त होने पर सभी भूमि पर्यटन विभाग को सौंपें जाने के लिए ‌‌‌‌ स्थलीय निरीक्षण भी किया।

 इस दौरान उन्होंने चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों का उत्तराखंड में स्वागत किए जाने के साथ मास्क नहीं तो यात्रा नहीं का कड़ाई से पालन किए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए।

बुधवार की दोपहर जिलाधकारी डा‌,आर राजेश कुमार उप जिलाधकारी डॉ अपूर्वा पांडे के साथ आईएसबीटी पर चार धाम यात्रा के दौरान किए जा रहे, पंजीकरण कार्यालय में पहुंचकर यात्रियों से बातचीत भी की, और उनसे परेशानियों के संबंध में जानकारियां जुटाई इस दौरान उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को अच्छा संदेश दिए जाने के लिए उनका स्वागत किया जाए और इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि कोविड-19 को देखते हुए सभी के लिए मास्क आवश्यक किया गया है, इसलिए मास्क नहीं तो यात्रा नहीं के आदेशों का सख्ती से पालन किया जाए ।

जिलाधिकारी ने पंजीकरण के दौरान सर्वर डाउन होने पर यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसका भी ध्यान रखे जाने के लिए निर्देशित किया इस दौरान परिवहन व्यवसायियों मनोज ध्यानी यातायात के अध्यक्ष और नवीन रमोला ने जिला अधिकारी को बताया कि आरटीओ विभाग से संबंधित कार्यो का निपटारा भी पंजीकरण कार्यालय के साथ ही किया जाए, जिसे जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी को बातचीत कर समस्या का समाधान किए जाने के लिए निर्देशित किया।

उत्तराखंड में लगातार जलते हुए जंगलों की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री व वन मंत्री ने अधिकारियों के संग समीक्षा बैठक कर दिए आवश्यक दिशा निर्देश, चार धाम यात्रा के दौरान वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए तय की जाए अधिकारियों की जिम्मेदारी



ऋषिकेश देहरादून 2 मई। उत्तराखंड में लगातार जलते हुए जंगल की रोकथाम के लिए उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ओर वन मंत्री सुबोध उनियाल ने वन विभाग के अधिकारियों साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और वन मंत्री सुबोध उनियाल ने आज सचिवालय में वनाग्नि की रोकथाम के संबंध में समीक्षा बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि जल्द वन विभाग के सीनियर अफ़सरों को नोडल बनाया जाए। जनपदों में डीएफओ लगातार क्षेत्र भ्रमण करें और पुलिस, राजस्व विभागों के साथ ही जन सहयोग लिया जाए।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग करते हुए महिला मंगल दल, युवक मंगल दल का भी वनाग्नि को रोकने में सहयोग लिया जाए। इसके साथ ही रिस्पांस टाइम कम से कम किया जाए।

चार धाम यात्रा के दौरान वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शीतलाखेत (अल्मोड़ा) मॉडल को अपनाया जाए। दीर्घकालिक योजनाओं के लिए अनुसंधान से जुड़े संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों से समन्वय स्थापित कर योजना बनाई जाए,।

इकोनॉमी और इकोलॉजी का समन्वय स्थापित करते हुए कार्य किये जाएं साथ ही प्रदेश के विकास के लिए एक नई कार्य संस्कृति व कार्य व्यवहार से सभी को कार्य करना होगा। वनाग्नि को रोकने एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता के लिए स्कूलों में करिकुलर एक्टिविटी करवाई जाए।

चार धाम यात्रा 2022 का ‌बदरी-केदार के जयकारों के साथ हुआ श्रीगणेश – राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल ने चारधाम यात्रा पर जाने वाली बसों को दिखाई हरी झंडी



ऋषिकेश,0 2 मई  ।‌ चार धाम यात्रा 2022 का सोमवार को सुबह जय बदरी विशाल, हर-हर महादेव व जय मां गंगे के जयघोष के साथ श्रीगणेश हो गया है। चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार तीर्थनगरी से बड़ी संख्या में श्रद्धालु विभिन्न बसों के माध्यम से चारधाम यात्रा के लिए रवना हुए। कोरोना महामारी के चलते दो वर्ष बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में अपार उत्साह है।

सोमवार को परिवहन व्यवसायियों की ओर से आयोजित चारधाम यात्रा महोत्सव के तहत बस टर्मिनल कंपाउंड से चारधाम यात्रा के लिए बसों को रवाना किया गया।

मुख्य अतिथि राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, पालिकाध्यक्ष अनीता ममगांईं व महामंडलेश्वर डा. स्वामी रामेश्वर दास महाराज ने बसों को हरी झंडी दिखाकर विधिवत रूप से चारधाम यात्रा का शुभारंभ किया। इससे पूर्व कार्यक्रम में तीर्थ यात्रियों तथा परिवहन व्यवसायियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने चारधाम यात्रा की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सबसे अहम यात्रा है। कोरोना महामारी के दुखद दौर के बाद चारधाम यात्रा आरंभ होना और यात्रा के प्रति तीर्थ यात्रियों का अपार उत्साह सखद है।

उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी यात्रा में न हो, इसके लिए सरकार ने समुचित व्यवस्थाएं की हैं। उन्होंने यात्रियों से तीर्थस्थलों की मर्यादा व गरिमा को बनाए रखने की अपील की। महापौर अनीता ममगाईं ने कहा कि वर्षों से हम अतिथि देवो भाव: की परंपरा के साथ तीर्थ यात्रियों का स्वागत करते आएं हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि चार धाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान कर सकें।  उन्होंने कहा कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी के चलते दो वर्षों तक चारधाम यात्रा ठप रही, जिसका बड़ा असर उत्तराखंड के परिवहन व्यवयायियों पर पड़ा। मगर, अब चारधाम यात्रा के शुरू होने से इस व्यवसाय से जुड़े हजारों चेहरों पर खुशी देखने को मिली है। उन्होंने तीर्थ यात्रियों तथा चालक-परिचालकों से तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने की अपील की।

इस अवसर पर हंस फाउंडेशन की ओर तीर्थ यात्रियों को छड़ी तथा चालक-परिचालकों को कंबल, जैकेट, छाता, सैनिटाइजर व मास्क प्रदान किए गए। परिवहन व्यवसायी सुधीर राय ने बताया कि हंस फाउंडेशन के संस्थापक मंगला माता व भोले महाराज की ओर से सभी वाहन चालकों व परिवचालकों के साथ यात्रियों के लिए यह सामग्री पूरे यात्रा काल में प्रदान की जाएगी। जबकि संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने बताया कि चार धाम 2022 की यात्रा का 5 मई को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी विधिवत रूप से शुभारंभ कर सकते हैं।

प्राचीन श्री हनुमान मंदिर के महंत महामंडलेश्वर डा. स्वामी रामेश्वर दास महाराज की अध्यक्षता तथा सुधीर राय के संचालन में चले कार्यक्रम में आशुतोष शर्मा, योगेश शर्मा, महंत रवि प्रपन्नाचार्य, सुनील भगत, मनोज शर्मा, पार्षद राकेश मियां, राजेंद्र बिष्ट, मनीष शर्मा, चेतन चौहान, विपिन पंत, सरोज डिमरी, जयेंद्र रमोला, मदनमोहन शर्मा, पं. हरिकृष्ण उनियाल, नवीन रमोला, मदन कोठारी, राकेश सेमवाल, आशुतोष तिवारी आदि मौजूद रहे।

ऋषिकेश विद्यालय प्रबंधको ने नहीं किया, डीएम के शनिवार को विद्यालय बंद किए जाने के निर्देशों का पालन, प्रशासनिक अधिकारियों ने नहीं ली शहरी विकास मंत्री के डीएम को दिए गए निर्देश की सुध



ऋषिकेश 30 अप्रैल। विगत सप्ताह उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने वीकेंड के दौरान देश के विभिन्न प्रांतों से आने वाले पर्यटको के कारण ऋषिकेश में लगने वाले जाम से मुक्ति के लिए जिलाधिकारी को दिए गए।

ऋषिकेश शहर के सभी विद्यालयों को बंद किए जाने के निर्देशोंं के बाद, जिलाधिकारी के निर्देशों का किसी भी विद्यालय ने पालन नहीं किया है।

यहां बता दें कि ऋषिकेश में शनिवार और रविवार को लगने वाले राफ्टिंग शौकीनो के कारण जाम से परेशानी से बचाए जाने को देखते हुए शहरी विकास मंत्री से अभिभावकों ने स्कूलों की छुट्टी किए जाने की मांग की थी, जिसे शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने गंभीरता से लेते हुए जिला अधिकारी को निर्देशित किया था, की शनिवार को चार धाम यात्रा काल के दौरान और शनिवार को देखते हुए स्कूलों में अवकाश घोषित किया जाए ।

जिसका पालन करते हुए जिलाधिकारी ने सभी विद्यालयों को शनिवार को अवकाश रखे जाने के आदेश भी पारित कर दिए थे ।परंतु क्षेत्र के किसी भी विद्यालय ने उक्त आदेश का पालन ना कर आज शनिवार को अपने विद्यालयों को खुला रखा, जिसके कारण शनिवार को फिर बच्चों को स्कूल जाने में विलंब के साथ काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को ऋषिकेश में मिलेगी चारों धामों की जानकारी – गुणवंत



ऋषिकेश, 29 अप्रैल‌  ।चार धाम यात्रा 2022 के प्रारंभ होने के दौरान ऋषिकेश मैं यात्रियों को चारों धामों में मौसम व यात्रा मार्गों की जानकारी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्राप्त होगी।

यात्रा प्रारंभ होने के काउंटडाउन के चलते शुक्रवार की सुबह ‌नगर निगम आयुक्त गिरीश चंद गुणवंत के नेतृत्व में स्थानीय प्रशासन ने आईएसबीटी पर बनाए गए चार धाम यात्रा संचालन के लिए व्यवस्थाओं का स्थलिय निरीक्षण कर संबंधित विभागों को तत्काल व्यवस्था में सुधार किए जाने के लिए निर्देशित किया।

यहां बताते चलें कि अक्षय तृतीया यानी 3 मई से चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। जिससे देखते हुए नगर निगम के मुख्य आयुक्त गिरीश चंद्र गुणवंत, तहसीलदार ऋषिकेश अमृता शर्मा, जल संस्थान के नेगी ऋषिकेश प्रभारी निरीक्षक कुमार सैनी, व्यक्तिक यात्रा पर्यटन कार्यालय प्रभारी एके श्रीवास्तव ,संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के कार्यालय पहुंचे और उन्होंने अभी गई सभी व्यवस्थाओं की जानकारी हासिल की जिन्होंने यात्रियों की सुविधा के लिए सूचना केंद्र पर्यटन केंद्र के पंजीकरण कार्यों का निरीक्षण किया।

इसी के साथ बस अड्डे पर साफ सफाई, बिजली, पानी के अतिरिक्त यात्रियों की सुविधा हेतु लगाई गई, एलईडी सूचना पट्ट की व्यवस्थाओं को भी परखने के अतिरिक्त बस अड्डे पर लगे खाने पीने के स्टालों पर रेट लिस्ट लगाने के लिए निर्देशित भी किया इसी के साथ गुणवंत में बस अड्डे पर फंसे अतिक्रमण को हटाए जाने के लिए पुलिस को आदेश दिए। 

गंगा नदी में डेंजर जोनों/स्थानों पर स्नान करने वालों पर पुलिस ने की चालानी कार्यवाही, चयनित खतरनाक स्थानों पर चेतावनी के बावजूद भी पर्यटक नहाने से नहीं आ रहे बाज, गंगा में लगातार डूबने की घटनाओं पर प्रशासन उठा रहा सख्त कदम



ऋषिकेश 28अप्रैल। गंगा नदी में पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों के स्नान के दौरान डूबने/बहने की लगातार बढ़ रही घटनाओं के दृष्टिगत थाना मुनिकीरेती पुलिस द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत सांई घाट, तपोवन नीम बीच, आस्था पथ, नावघाट आदि ऐसे स्थान जहां लगातार डूबने की घटनाओं में वृद्धि हो रही है, को डेंजर जोन चिन्हित/घोषित करते हुए इन स्थानों पर स्नान हेतु वर्जित के चेतावनी/फ्लैक्सी बोर्ड लगाकर लाउडहेलर के माध्यम से आमजनमानस को ऐसे स्थानों पर स्नान न किये जाने हेतु जागरूक किया गया ।  साथ ही उल्लंघन किये जाने पर सख्त कार्यवाही की बात भी कही गयी

पुलिस की उक्त चेतावनी/ जागरूकता के पश्चात भी आज  कुछ पर्यटक, रितिक शर्मा s/o श्री दिनेश शर्मा, निवासी शास्त्रीनगर, थाना मेडिकल, मेरठ (UP), आकाश s/o श्री इंदर सिंह, निवासी लोहियानगर , सी पॉकेट, थाना खरखोदा, मेरठ (UP), अंकित धनराज s/o श्री प्रेम सिंह, निवासी- L-block लोहिया नगर, थाना खरखोदा, मेरठ (Up) के खिलाफ़  नियमों का उल्लंघन करते हुए चिन्हित वर्जित घाटों पर स्नान करते हुए पाये गए जिस पर मुनिकीरेती पुलिस द्वारा निम्न उल्लंघनकर्ताओ के विरुद्ध पुलिस एक्ट में चालान की कार्यवाही की गई।

खतरे के जद में आने वाले घाटों पर नहा रहे 2 पर्यटकों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, पूरे क्षेत्र में पुलिस खतरनाक घाटों पर मुनादी कराने के साथ कर रही गस्त, पिछले कुछ समय से लगातार डूबने की घटनाएं बढ़ती देख पुलिस अलर्ट पर



ऋषिकेश 27अप्रैल।  जनपद टिहरी गढ़वाल के थाना मुनिकीरेती क्षेत्र में पुलिस प्रशासन की मनाही के बावजूद पर्यटक खतरनाक घाटों की ओर जाना बंद नहीं कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में गंगा में डूबने की घटनाएं भी बढ़ गई है। पुलिस ने इस मामले में सख्त कदम उठाया है। पुलिस के मना करने के बावजूद डेंजर जोन में नहाने जा रहे दो पर्यटक को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पूरे क्षेत्र में पुलिस खतरनाक घाटों पर मुनादी कराने के साथ गस्त कर रही है।

थाना मुनिकीरेती के अंतर्गत तपोवन, नीम बीच, सच्चा धाम आश्रम, साईं घाट, शिवपुरी में पुलिस और प्रशासन की ओर से गंगा घाटों को डेंजर जोन के रूप में चिन्हित किया गया है।इन सभी स्थानों पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए थे। कुछ जगह आपदा प्रबंधन दल और जल पुलिस भी तैनात की गई है। बावजूद इसके पर्यटक खतरनाक घाटों में जाने से बाज नहीं आ रहे हैं। एक सप्ताह के भीतर संबंधित क्षेत्रों में चार लोग डूब चुके हैं। जिसमें एक युवक का शव बीते रोज ही बरामद हो गया था।

बुधवार को थाना मुनिकीरेती में प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने अधीनस्थ उप निरीक्षकों और पुलिसकर्मियों की बैठक बुलाई। सभी को अपने-अपने क्षेत्र में घाटों पर निगरानी बढ़ाने के लिए कहा गया। विशेष रुप से डेंजर जोन में शामिल घाटों पर सख्त कदम उठाने की हिदायत उन्होंने दी।

बैठक के पश्चात प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह स्वयं नीम बीच घाट पर पहुंचे। वहां पर्यटकों की भीड़ लगी थी। यहां राफ्टिंग का पड़ाव स्थल भी है। मौके पर दो पर्यटक गंगा में नहाने के लिए जा रहे थे। जबकि समीप ही चेतावनी बोर्ड भी लगा था। पुलिसकर्मियों ने इन्हें जब रोका तो वहां नहाने की जिद करने लगे। प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि अनिल पुत्र नरेश और उसके साथी कृष्ण पुत्र बंशीलाल निवासी रोहतक हरियाणा को मौके से हिरासत में लेकर पुलिस एक्ट में इनका चालन किया गया।

उन्होंने बताया कि जल पुलिस एवं फ्लड कंपनी को सचेत किया गया है। वर्जित स्नान घाटों पर कोई भी यात्री स्नान ना करें, यदि कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पुलिस की टीम सभी प्रतिबंधित घाटों पर नियमित गश्त कर रही है। क्षेत्र में मुनादी करके भी पर्यटकों को सचेत किया जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि गंगा तट पर शराब व अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करने वालों पर भी पुलिस नजर रख रही है।

ऋषिकेश नगर निगम तहसील प्रशासन ने आईएसबीटी की सड़कों से हटाया अतिक्रमण



­ऋषिकेश ,21 अप्रैल। नगर निगम ऋषिकेश ओर तहसील प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए चार धाम यात्रा 2022 की तैयारी के दौरान आईएसबीटी पर सड़कों के दोनों किनारों पर किए गए दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण के विरुद्ध चलाए गए अभियान के अंतर्गत अतिक्रमणकारियों को सड़क से हटा दिया है।

गुरुवार की दोपहर नगर निगम की लेखा अधिकारी निशांत अंसारी, स्वास्थ्य निरीक्षक अभिषेक मल्होत्रा, के नेतृत्व में चलाए गए अतिक्रमण अभियान के दौरान दिए गए 1 घंटे के अल्टीमेटम के बाद नगर निगम के कर्मचारियों ने तमाम‌‌ उन दुकानदारों का सामान सड़क के दोनों और से हटवा दिया, जिन्होंने सड़कों पर अपना सामान लगा रखा था।

निशांत अंसारी ने बताया कि मई माह से प्रारंभ होने वाली चार धाम यात्रा को देखते हुए सड़कों पर यातायात में बाधक बन रहे, उन दुकानदारों को हटाया गया है। जिन्होंने‌‌ सड़कों‌ को अवरुद्ध कर रखा है। अंसारी कहना था कि उनका अतिक्रमण हटाओ अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक नगर की सभी सड़कों को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया जाता।

मानसून से पहले आपदा प्रबंधन की पूरी तैयारी सुनिश्चित हो: सीएम गर्मियों मे पेयजल आपूर्ति पर विशेष ध्यान दिया जाए एसडीआरएफ को और मजबूत किया जाए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक मे अधिकारियो को दिये निर्देश



 

ऋषिकेश 19 अप्रैल। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में आपदा प्रबंधन की बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून से पूर्व सभी आपदा प्रबंधन की पूरी तैयारी कर लें। सभी विभाग चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें।

आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों के चिन्हीकरण शीघ्र किया जाय। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर वैकल्पिक मार्गों की भी व्यवस्था हो। यह सुनिश्चित किया जाय कि आपदा में सङको के क्षतिग्रस्त होने की दशा मे आवागमन की व्यवस्था शीघ्र सुचारू हों। संचार व्यवस्थाओं को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि आपदा के दौरान संचार व्यवस्थाएं सबसे अधिक बाधित होती हैं। संचार व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए पूरी तैयारी की जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में नालों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि वर्षा के कारण शहरों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन तंत्र को और मजबूत बनाया जाय। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों से जिन परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था करनी है, वह शीघ्र की जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि आपदा प्रभावितों को आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत मुआवजा राशि शीघ्र प्राप्त हो, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में पुर्ननिर्माण कार्यों के लिए धन का अभाव नहीं होने दिया जायेगा।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पुर्ननिर्माण कार्यों को शीर्ष प्राथमिकताओं में रखा जाय। किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए जन सहयोग बहुत जरूरी है। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाय। आपदा के दौरान सराहनीय कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाय। राज्य में एस.डी.आर.एफ को और मजबूत करने के साथ ही संख्या बल में भी वृद्धि की जाय।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि ग्रीष्मकाल एवं मानसून अवधि में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति सुचारू रहे। पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति के बाधित होने की काफी शिकायते आ रही हैं, इन समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाय। ग्रीष्मकाल में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये जाय। वनाग्नि को रोकने के लिए जनसहयोग के साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जाय।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून शुरू होने से पूर्व जनपद एवं तहसील स्तर पर आपदा कंट्रोल रूम पूर्ण रूप से सक्रिय हो जाएं। आवश्यक उपकरणों की पूर्ण व्यवस्था रखी जाय। यदि कोई भी आवश्यकता हो तो शासन को अवगत कराया जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि मानसून अवधि में आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों एवं पर्वतीय जनपदों में खाद्यान की पूर्ण व्यवस्था हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। आपदा से जानमाल की कम से कम क्षति हो इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। मौसम विभाग द्वारा मौसम पुर्वानुमान में क्या और सुधार हो सकता है, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मौसम पूर्वानुमान पहले मिल जाने से जानमाल के नुकसान से लोगों को बचाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरकण्डा में डॉप्लर रडार को शीघ्र शुरू किया जाय एवं लैंसडाउन में डॉप्लर रडार की कार्यवाही में तेजी लाई जाय।

बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस. एस संधु, अपर मुख्य सचिव  राधा रतूड़ी,  आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, डीजीपी  अशोक कुमार, सचिव  एस. ए. मुरूगेशन,  नितेश झा,  दिलीप जावलकर,  शैलेश बगोली,  रविनाथ रमन, वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से गढ़वाल कमिश्नर  सुशील कुमार एवं सभी जिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

ऋषिकेश: रात तक गंगा में राफ्टिंग कराने पर दो राफ्ट संचालकों का हुआ चालान,  पुलिस ने की  दोनो राफ्ट सीज



ऋषिकेश 17अप्रैल। पुलिस की चेतावनी को नजरअंदाज कर गंगा में राफ्टिंग कराने वाले दो संचालकों पर आखिरकार पुलिस की गाज गिर ही गई। नियम तोड़ते हुए दिन ढलने के बाद राफ्टिंग करा रहे दो संचालकों के पुलिस ने चालान काट दिए हैं। जबकि राफ्ट को भी कब्जे में लेकर सीज कर दिया है।

मुनिकीरेती थाना पुलिस के मुताबिक शनिवार की शाम को पुलिस ने नियम तोड़ने वाले राफ्टिंग संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान दिन ढलने के बाद राफ्टिंग करा रहे दो संचालकों को पुलिस ने मुनिकीरेती गंगा घाट पर पकड़ लिया।

तत्काल एक्शन लेते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने दोनों संचालकों के खिलाफ सबसे पहले फटकार लगाते हुए चालान काटने की कार्रवाई की। फिर दोनों राफ्ट को कब्जे में लेकर इन्हें सीज कर दिया।