उत्तराखंड परिवहन कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर कर्मचारियों ने उत्तराखंड सहित मैदानी क्षेत्रों में जाने ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ वाली तमाम बसों का संचालन किया ठप्प, यात्रियों को करना पड़ रहा है कठिनाइयों का सामना



ऋषिकेश, 27 जनवरी‌  । उत्तराखंड परिवहन कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर अपनी मांगों को लेकर कर्मचारियों ने ऋषिकेश उत्तराखंड सहित मैदानी क्षेत्रों में जाने ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ वाली तमाम बसों का संचालन सुबह 5:00 बजे से ठप्प कर दिया है।

जिसके कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ऋषिकेश डिपो प्रभारी पी के भारती ने बताया कि ऋषिकेश डिपो से 67 बसों का संचालन उत्तराखंड व मैदानी क्षेत्रों के लिए किया जाता है ।

जिसमें हरिद्वार रुड़की देहरादून भी शामिल है । हड़ताल के कारण आज सुबह 5:00 से सभी बसों का संचालन बंद कर दिया गया है ।और तमाम कर्मचारी देहरादून में आयोजित धरने में शामिल होने के लिए नटराज चौक से नारेबाजी करते हुए रवाना हो गए ‌‌‌है।

जिसके कारण यात्रियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है, जिन्हें अपने गंतव्य के लिए टैक्सी मैक्सी एवं ट्रैकरों का सहारा लेना पड़ा है, जिसमें कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के साथ सरकारी व गैर सरकारी संस्था में काम करने वाले कर्मचारीयों के अतिरिक्त ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ यात्री भी शामिल है।

टीएचडीसी उपनल से कर्मचारियों को निकाले जाने के विरोध में उक्रांद ने दिया धरना टीएचडीसी अधिकारी और सैनिक मंत्री का फूंका पुतला आंदोलनकारियों के मुख्यालय में प्रवेश को लेकर सुरक्षाकर्मियों से हुई धक्का-मुक्की



ऋषिकेश, 23 जनव‌री । उत्तराखंड क्रांति दल ने टीएचडीसी ऋषिकेश शाखा में उपनल के द्वारा रखे गए, 4 कर्मचारियों को अनुशासनहीनता के तहत निकाले जाने के विरोध में, टीएचडीसी परिसर में जमकर हंगामा कर टीएचडीसी के  अधिकारी और सैनिक कल्याण मंत्री का‌ पुतला फूंका।

सोमवार को उत्तराखंड क्रांति दल ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ टीएचडीसी गेट पर कर्मचारियों को निकाले जाने के विरोध में धरने का आयोजन किया ,इस दौरान उत्तराखंड क्रांति दल के नेता मोहन सिंह असवाल ने टीएचडीसी अधिकारियों और सैनिक कल्याण मंत्री पर कर्मचारियों को निकाले जाने का आरोप लगाते हुए उनके विरोध में जमकर नारेबाजी की।

इस दौरान आंदोलनकारी टीएचडीसी के मुख्यालय गंगा भवन में प्रवेश किए‌ जाने को लेकर सुरक्षाकर्मियों से मुख्य गेट पर धक्का-मुक्की भी करने लगे। जिसके चलते अधिकारियों को वहां बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को बुलाना पड़ा। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस ने आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया, परंतु आंदोलनकारियों का कहना था कि निकाले गए कर्मचारियों को जब तक बहाल नहीं किया जाएगा, तब तक वह यहीं पर धरना देंगे। इस दौरान अधिकारी मौके से गायब रहे।

धरने की सफलता को देखते हुए बड़ी संख्या में यूकेडी के कार्यकर्ता और निकाले गए कर्मचारियों के परिजन भी ,टीएचडीसी पहुंचे ,जहां उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

धरना देने वालों में उषा देवी, संजय डोभाल, संजय प्रसाद सेमलटी, सहित उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ता धरने पर बैठे हुए हैं , अधिकारियों से वार्ता करने की मांग पर अड़े हुए हैं,

जोशीमठ और ब्यासी के अटाली गांव में आई दरारों का रेल परियोजना पर कोई प्रभाव नहीं, नागरिक रहें निश्चिंत – अजीत सिंह जोशीमठ में कोई रेल परियोजना स्वीकृत नहीं



ऋषिकेश 11जनवरी ।जोशीमठ के बाद ब्यासी के अटाली गांव में आई दरारों के प्रति लोगों को चिंता किए जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। क्योंकि रेल विकास निगम द्वारा तैयार की जा रही, ऋषिकेश करणप्रयाग परियोजना गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की दृष्टि से पूरी तरह सुरक्षित है।

मंगलवार को यह बात रेल विकास निगम परियोजना के मुख्य प्रबंधक अजीत सिंह यादव, प्रबंधक ओपी मालगुडी और भूपेंद्र यादव ने संयुक्त रूप से बातचीत के दौरान बताया कि जोशीमठ में रेल विकास निगम की कोई परियोजना प्रस्तावित नहीं है ।
उनकी परियोजना का कार्य ऋषिकेश करणपयाग के आगे शौकोट तक सीमित है, जिसका भूगर्भीय विभाग के साथ सभी विभागों द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर उसकी फीजिबिलिटी को परखा गया है।

उन्होंने बताया कि पहले यह सर्वे जोशीमठ तक किया गया था, परंतु उसमें जोशीमठ की ऊंचाई उनके के मापदंडों से अधिक थी। इसलिए इस परियोजना को ध्यान में रखते हुए पीपलकोटी तक सर्वे किया गया है। उनका कहना था कि अभी उनका कार्य शैकोट तक चल रहा है जिसकी सभी फिजिबिलिटी उनके मापदंडों के हिसाब से सही पाई गई है ।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ और अटाली गांव में आई दरारों का रेल परियोजना पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा ,क्योंकि उनके द्वारा जो सुरंगों में कार्य किया जा रहा है। उसकी भौगोलिक स्थिति प्रत्येक घंटे में जांची जाती है।
उन्होंने बताया कि पहले यह परियोजना सोनप्रयाग तक ले जाई जानी थी। जिसका सर्वे भी किया गया था ,परंतु 19 मई 2022 को इस परियोजना को उनके मापदंडों पर किए गए सर्वेक्षण के बाद बंद कर दिया गया है।

सहारा इंडिया में जमा धनराशि की वापसी के लिए प्रतीक कालिया के नेतृत्व में खाताधारको एवं एजेंटों ने ऋषिकेश थाना प्रभारी से की वार्ता



ऋषिकेश 9 जनवरी। सहारा इंडिया में जमा धनराशि की वापसी के लिए आज भाजपा नेता एवं नगर उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री प्रतीक कालिया के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में सहारा के खाताधारको एवं एजेंटों ने ऋषिकेश थाना प्रभारी निरीक्षक ओर वरिष्ठ उपनिरीक्षक से मुलाकात कर वार्ता की।

ऋषिकेश कोतवाली में थाना प्रभारी के आर पांडेय व वरिष्ठ उपनिरीक्षक डीपी काला से मुलाकात में प्रतीक कालिया ने वार्ता करते हुए बताया कि ऋषिकेश शहर व ग्रामीण क्षेत्रों से करोड़ों रुपए सहारा इंडिया में लोगों का जमा है और बरसों से यह उनके रुपए इन्हें वापस नहीं मिल रहे हैं। लिहाजा इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई कर लोगों की जमा पूंजी को वापस कराया जाए।

इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने ऋषिकेश ब्रांच मैनेजर से फोन पर बातचीत की, इस पर ब्रांच मैनेजर ने कहा कि 12 जनवरी को पूरे देश में लगभग 6500 मुकदमे सहारा इंडिया पर दर्ज किए गए हैं और उसका फैसला आने वाला है यदि वापसी हेतु सहारा इंडिया कोर्ट के आदेश को मानता है तो हम सभी के पैसे वापस करेंगे।  हमारे लिए संभव नहीं है कि हम सभी खाताधारकों के रुपए वापस कर सकें।

इस पर थाना प्रभारी ने कहा कि यदि 12 तारीख तक जमा राशि लोगों को नहीं दी गई तो उन पर मुकदमा दर्ज करेंगे । थाना प्रभारी के कठोर से कठोर कार्रवाई का आश्वासन देने पर सभी लोग वापस आए।

इस मौके पर श्याम बिहारी मौर्य, हरिओम गुप्ता, सुनील झंडियाल, नरेंद्र सिंह नेगी, राजेश साहनी, शिवप्रसाद सिंह, प्रमोद कुमार पार्षद शिव कुमार गौतम ,जितेंद्र प्रसाद शामिल थे।

निर्मल अस्पताल ऋषिकेश ने 32 वी वर्षगांठ के अवसर पर अस्पताल में आने वाले निम्न मध्यम वर्ग के रोगियों को तोहफा देते हुए अपनी ओपीडी का चार्ज किया कम



ऋषिकेश 9 जनवरी। निर्मल अस्पताल ऋषिकेश ने अपनी 32 वी वर्षगांठ के अवसर पर अस्पताल में आने वाले निम्न मध्यम वर्ग के रोगियों को तोहफा देते हुए अपनी ओपीडी का चार्ज कम कर दिया गया है।

निर्मल अस्पताल ऋषिकेश के संस्थापक महंत राम सिंह जी महाराज ने स्वयं निर्मल अस्पताल ऋषिकेश की 32 वी वर्षगांठ के अवसर पर अस्पताल के स्टाॅफ को सालाना गिफ्ट, प्रसाद एवं आर्शीवाद से कृतार्थ करते हुए ओपीडी के पर्ची चार्ज को कम करने का फैसला लिया।

इस अवसर पर अस्पताल के संस्थापक महंत राम सिंह जी महाराज ने बताया कि निर्मल आश्रम अस्पताल का परम लक्ष्य ‘रोगियों और मानवता की सेवा’ को महत्वत देना है , इसलिए यह निर्णय किया कि अस्पताल की ओ.पी.डी. पर्ची 70 रूपए से घटा कर 50 रूपए की जाएगी और यह पर्ची भी पहले की तरह ही तीन दिन के लिए मान्य होगी।

उन्होंने कहा कि हिमालय की गोद मे ऋषि-मुनियों की तपोस्थली ऋषिकेश के पावन गंगा तट पर स्थित निर्मल आश्रम अस्पताल जो विगत 32 वर्षों से जनमानस की सेवा में निरंतर समर्पित है। जो की चिकित्सा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणीय योगदान के साथ सेवा प्रदान कर रहे हैं।

इस दौरान संत जोध सिंह महाराज ने कहा कि पूज्य महाराज जी के इस निर्णय से साधारण एवं निम्न मध्यम वर्ग के लोगों को लाभ होगा। वे अब से मात्र 50 रूपए में तीन दिन के लिए निर्मल आश्रम अस्पताल के चिकित्सा विशेषज्ञों से चैकअप करवा पाएंगे एवं चिकित्सा लाभ उठा सकेगा।

इस मौके पर चिकित्सा निदेशक डा. अजय शर्मा ने भी कहा कि पूरे क्षेत्र मे निर्मल आश्रम अस्पताल ही एक मात्र ऐसा अस्पताल है जो कि विभिन्न विशेष चिकित्सकों की सुविधाएं एक ही प्रांगण में मात्र 50 रूपए में प्रदान करेगा। ओ.पी.डी. पर्ची दिनांक 10 जनवरी 2023 से 50 रूपए की हो जाएगी।

इस अवसर पर सूरज गुलाटी,  नवल कपूर, नरेंद्र मैणी,  अनिल किंगर,  सी.बी. जैन, डा. मों शोएब, डा. अमित अग्रवाल, डा. पी.के.श्रीवास्तव, स. करमजीत सिंह,  प्रदीप बक्शी इत्यादि उपस्थित थे।

महाराजा अग्रसेन परिवार की नई कार्यकारिणी के अध्यक्ष राजीव मोहन ,महामंत्री दीपक तायल चुने गए



ऋषिकेश,0 7 जनवरी‌ । ऋषिकेश में अग्रवाल समाज की आयोजित बैठक के दौरान ‌महाराजा अग्रसेन परिवार की नई कार्यकारिणी के अध्यक्ष राजीव मोहन , महामंत्री दीपक तायल चुने गए।

रेलवे रोड पर स्थित एक बैठक में तीर्थ नगरी ऋषिकेश में अग्रवाल समाज के द्वारा एक नया संगठन महाराजा अग्रसेन परिवार के नाम से गठित किया गया , जिसमें अग्रवाल समाज के हितों की चिंता हेतु सामाजिक सांस्कृतिक आर्थिक सभी विषयों पर एक विस्तृत चर्चा की गई, समाज के भीतर एकता व आपसी भाईचारे एवं विश्वास पर विशेष जोर दिया गया ।

इस दौरान सभा की‌ कार्यकारी कार्यकारिणी से सभी का परिचय कराया गया, जिसमें संरक्षक सुदामा सिंघल ,संजीव गोयल ,, सुनील अग्रवाल एवं नरेंद्र कुमार अग्रवाल को चुना गया । वही ‌कार्यकारी अध्यक्ष के राजीव मोहन अग्रवाल, कार्यकारी महामंत्री दीपक कुमार तायल , कार्यकारी कोषाध्यक्ष नितिन गुप्ता, तथा अजय गुप्ता, अजय गर्ग , सचिन अग्रवाल एवं कृष्ण कुमार सिंघल , सदस्य के रूप में कार्यकारी समिति का हिस्सा रहेंगे।

महाराजा अग्रसेन परिवार के रूप स्वरूप एवं कार्यप्रणाली को लेकर आम सभा के दौरान विस्तृत विचार विमर्श किया गया ,सभी सदस्यों ने सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यों के साथ-साथ समाज की ऐसे वर्ग की तरफ भी ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया जो आर्थिक रूप से सक्षम ना होने के कारण बच्चों की शिक्षा, शादी विवाह में अभाव रह जाता है ।

बैठक में मुख्यतः एडवोकेट डीएन अग्रवाल,दिनेश अग्रवाल ,ग्राम पंचायत जोक अध्यक्ष माधव अग्रवाल , संजय अग्रवाल , गोविंद अग्रवाल , उपेंद्र गोयल , हरीश बंसल , एडवोकेट रोहित गुप्ता , नवीन अग्रवाल,  एमपी गुप्ता , अमरीश गर्ग, सचिन गर्ग ,सुधीर गुप्ता प्रवीण गोयल, प्रवीण अग्रवाल, ललित जिंदल, सत्यनारायण अग्रवाल, किशन गर्ग, गौरीशंकर अग्रवाल डॉ राजेंद्र गर्ग ,डॉ राजेश अग्रवाल, डॉ नरेश अग्रवाल ,विपिन गोयल सहित कई सदस्य उपस्थित थे।

ऋषिकेश मैं बैंक ऑफ महाराष्ट्र की 53वीं शाखा का उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और बैंक के कार्यपालक निदेशक एबी विजयाकुमार ने संयुक्त रूप से किया उद्घाटन



ऋषिकेश, 07 जनवरी  । बैंक आफ महाराष्ट्र (राष्ट्रीयकृत बैंक) ने नोएडा जोन के भीतर उत्तराखंड के ऋषिकेश में अपनी 53वीं शाखा खोली। जिसका उद्धाटन वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कार्यपालक निदेशक एबी विजयाकुमार जी ने संयुक्त रूप से रिबन काटकर किया।

शनिबार को ऋषिकेश में 53वीं शाखा का उद्धाटन कर मंत्री अग्रवाल ने कहा कि बैंक आफ महाराष्ट्र देश के अग्रणीय बैंकों में शुमार है। यह बैंक अपने सामाजिक दायित्वों का भली-भांति निर्वहन कर रहा है। बैंक ग्राहकों को सुविधा प्रदान करने के लिए निरंतर प्रगतिशील है और अधिक से अधिक बैंक की शाखाओं का विस्तार कर रहा है। जिससे लोग लाभान्वित हो रहे हैं, जो कि सराहनीय कार्य है। अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में देश व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से बैंक लोगो को लाभान्वित कर रहे है। आज का समय डिजिटल ट्रांजैक्शन का है और भारत वर्तमान में तेजी से डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहा है, आज भारत में लगभग 40 प्रतिशत ट्रांजैक्शन डिजीटली हो रहा है।

उन्होने कहा  कि भविष्य में ग्राहकों को और बेहतर बैंकिंग सेवा मिलेगी। आज सरकार डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में धनराशि जमा कर रही है जिससे बिचौलिए खत्म होते जा रहे है। उन्होने कहा कि सरकार प्रत्येक क्षेत्र में विकास कार्य कर रही है और दूरस्थ क्षेत्र में पंक्ति पर खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं को पहुंचा रही है।इस मौके पर बैंक के कार्यपालक निदेशक ए बी विजयकुमार ने कहा कि अभी तक हमारा लक्ष्य तीन करोड़ का था जिसे बढ़ाकर 10 करोड़ किया जाना है।बैंक ऑफ महाराष्ट्र की स्थापना ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखते हुए ‘‘एक परिवार एक बैंक’’ उद्देश्य के साथ 16 सितंबर 1935 को की गई थी। उसका आज तक बैंक की ओर से निर्वहन किया जा रहा है।

इस मौके पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र के उप महाप्रबंधक  विक्रम त्रिपाठी ने बताया कि बैंक आफ महाराष्ट्र ने नोएडा जोन में यह 53 वीं शाखा, जबकि उत्तराखंड में यह 13 वीं शाखा खोली है। वर्तमान में गढ़वाल मंडल में सात जबकि कुमायूं मंडल में 06 शाखायें है। बताया कि पूरे देशभर में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की पूरे देशभर में दो 2221 शाखायें विद्यमान हैं। उन्होंने बताया कि बैंक आफ महाराष्ट्र को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन द्वारा बेस्ट पब्लिक सेक्टर बैंक नंबर वन का अवॉर्ड दिया गया है। बताया कि उत्तराखंड के प्रत्येक जनपद में जल्द बैंक की शाखायें खोली जाएंगी। इसका जोनल ऑफिस जल्द देहरादून में खोला जाएगा।

इस मौके पर बैंक के कार्यपालक निदेशक  ए बी विजयकुमार, उप महा प्रबंधक बैंक ऑफ महाराष्ट्र विक्रम त्रिपाठी, सहायक महाप्रबंधक श्रीबत्स करन, मुख्य प्रबन्धक सुरेंद्र शर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक अंकित गुप्ता, शाखा प्रबंधक बरखा रानी, आदि बैंक के कर्मचारी उपस्थित रहे।

आईएसबीटी से त्रिवेणी घाट होते हुए नीलकंठ महादेव मंदिर तक रोपवे परियोजना का कार्य पीपीपी मॉडल पर किया जाएगा- अग्रवाल



ऋषिकेश 04 जनवरी । ऋषिकेश आईएसबीटी से त्रिवेणी घाट होते हुए नीलकंठ महादेव मंदिर तथा पार्वती मंदिर तक रोपवे परियोजना जो करीब साढ़े 6 किलोमीटर लंबा रोपवे है, का कार्य पीपीपी मॉडल पर किया जाएगा।

यह जानकारी वित्त व संसदीय कार्य, शहरी विकास, आवास, पुनर्गठन व जनगणना मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड मेट्रो कॉर्पोरेशन द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रगति समीक्षा के बाद दी।विधानसभा स्थित कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में अग्रवाल ने एमडी उत्तराखंड मेट्रो जितेंद्र त्यागी से परियोजना की वर्तमान अद्यतन स्थिति जानी। एमडी ने अग्रवाल को बताया कि 1852 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली देहरादून मेट्रो नियो परियोजना जिसमें दो कॉरिडोर तथा साढ़े 22 किलोमीटर लंबाई है, उन्होंने बताया इसमें 25 स्टेशन होंगे और राज्य सरकार द्वारा इसकी स्वीकृति मिलने के पश्चात केंद्र सरकार में विचाराधीन है। इस पर डॉ अग्रवाल ने छह माह के भीतर कार्यवाही को पूर्ण करने के बाद टेंडर प्रक्रिया को अमल में लाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि हरिद्वार शहर में हरिद्वार दर्शन के नाम से पॉड टैक्सी चलाई जानी है, इसकी भी डीपीआर तैयार हो चुकी है, बताया कि 04 कॉरिडोर्स और 21 किमी की लंबाई वाले हरिद्वार दर्शन की लागत 1650 करोड़ है। उन्होंने बताया कि जल्द यह परियोजना कैबिनेट के प्रस्ताव में यह परियोजना लाई जाएगी। इसी के साथ हर की पौड़ी में दीनदयाल पार्किंग से चंडी देवी मंदिर रोपवे परियोजना पीपीपी मॉडल से कैबिनेट से स्वीकृत है। उन्होंने बताया कि लोग स्टेशन के लिए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से एनओसी अपेक्षित है।

अग्रवाल ने बताया कि ऋषिकेश आईएसबीटी से त्रिवेणी घाट होते हुए नीलकंठ महादेव मंदिर तथा पार्वती मंदिर तक रोपवे परियोजना जो करीब साडे 6 किलोमीटर लंबा रोपवे है पीपीपी मॉडल पर किया जाएगा उन्होंने बताया कि उत्तराखंड मेट्रो द्वारा अनुमोदित यह प्रोजेक्ट जल्द ही कैबिनेट के प्रस्ताव में लाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सभी परियोजनाओं के निर्माण से जहां एक ओर गुणवत्तापूर्ण, प्रदूषण मुक्त, वातानुकुलित एवं आरामदायक परिवहन सुविधा प्राप्त होगी, वहीं दूसरी ओर वर्तमान सड़क पर परिवहन एवं भीड़ कम करने में सहयोगी होगी। इससे यातायात का दबाव भी कम होगा। इन परियोजनाओं से यात्रियों एवं पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा एवं समय की बचत होगी। इससे राज्य में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और राजस्व में वृद्धि होगी।

अग्रवाल ने बताया कि मेट्रो नियो के निर्माण में राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के साधन भी पैदा होंगे और पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।

उत्तराखंड के मरीजों को तत्काल इलाज उपलब्ध कराने के लिए एम्स ऋषिकेश में मार्च से शुरू होगी निशुल्क हेली एंबुलेंस सेवा – देश का पहला हेली सेवा केंद्र बनने जा रहा है एम्स ऋषिकेश



ऋषिकेश, 31 दिसम्बर । उत्तराखंड में मरीजों को तत्काल इलाज की सुविधा उपलब्ध कराए जाने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में हेली सेवा की शुरुआत होने जा रही है। जिसके चलते देश भर के समस्त एम्सो में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश पहला ऐसा केंद्र बनने जा रहा है, जहां से हेली एंबुलेंस सेवा संचालित होंगी। एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह के मुताबिक इस वर्ष मार्च माह में यहां से हेली एंबुलेंस सेवा शुरू हो जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से फरवरी में एम्स को एक हेलीकाप्टर उपलब्ध करा दिया जाएगा। मरीजों के लिए यह पहली एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से निश्शुल्क होगी।

इस वर्ष 20 सितंबर को दिल्ली में आल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन के राष्ट्रीय सम्मेलन में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घोषणा की थी कि हम शीघ्र ही ऋषिकेश एम्स में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने जा रहे हैं। मंत्रालय की ओर से इस संबंध में एम्स ऋषिकेश से आवश्यक पत्राचार पूर्ण कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि एम्स ऋषिकेश में करीब दो वर्ष पूर्व हेलीपैड का निर्माण कर दिया गया था। आपात स्थिति में वर्तमान में उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र से गंभीर मरीजों को यहां लाया जा रहा है। इस अवधि में सभी मानकों को पूरा करने का काम एम्स प्रशासन ने किया है। इसके लिए मेडिकल स्टाफ व अन्य सभी तैयारी पहले से ही पूरी की जा चुकी है। हेलीपैड और उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऋषिकेश एम्स को उपयुक्त पाया था। अब एम्स ऋषिकेश ऐसा पहला संस्थान बनने जा रहा है जो हेली एंबुलेंस सेवाओं को संचालित करेगा।

एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह ने बातचीत में बताया कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से एम्स ऋषिकेश को फरवरी माह तक हेलीकाप्टर उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस वर्ष मार्च माह में एम्स में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू कर दी जाएगी। विशेष बात यह है कि मरीजों के लिए यह सेवा पूरी तरह से निश्शुल्क होगी। अभी प्रतिमाह 45 मरीजों को इस सेवा का लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने बताया कि हेली एंबुलेंस के लिए मंत्रालय की ओर से अधिकृत एजेंसी तकनीकी स्टाफ उपलब्ध कराएगी। जबकि एम्स ऋषिकेश की ओर से चिकित्सक, नर्सिंग आफिसर व अन्य स्टाफ की व्यवस्था की जाएगी। जिसके लिए सभी तरह की बुनियादी और मानव संसाधन सुविधाएं हमारे पास उपलब्ध है। हेली एंबुलेंस के तकनीकी स्टाफ के रहने व अन्य सुविधाएं भी यहां उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए काल सेंटर की सुविधाएं भी एम्स ऋषिकेश में उपलब्ध रहेगी।

1 जनवरी से अवकाश प्राप्त सैनिकों को एम्स की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिए जाने पर, पहले से सुरक्षा कर रहे सुरक्षाकर्मियों ने एम्स में हंगामा काटा



ऋषिकेश ,30 दिसम्बर ‌ । भारत सरकार द्वारा देशभर के आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स की सुरक्षा का जिम्मा अवकाश प्राप्त सैनिकों को सौंपे जाने के निर्णय के विरोध में शुक्रवार की सुबह एम्स में कार्यरत सुरक्षाकर्मियों ने हंगामा खड़ा कर दिया और उन्होंने एम्स प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

उल्लेखनीय है कि‌ एक जनवरी से ऋषिकेश एम्स में सिक्योरिटी गार्ड की जगह रिटायर फौजी सुरक्षा हेतु तैनात कर‌‌ दिए जायेंगे। जिसका कारण ऋषिकेश अभी तक एम्स में जो सुरक्षा एजेंसी सेवाएं दे रही थी उनका अनुबंध खत्म हो चुका है, चीन के स्थान पर अब 1 जनवरी से सेना से रिटायर सैनिकों को ऋषिकेश एम्स की सुरक्षा में तैनात किए जायेगा।

इसको लेकर शुक्रवार की ‌सुबह से ही ऋषिकेश एम्स में सिक्योरिटी गार्ड हंगामा कर रहे है , इस बीच अभी तक एम्स की सुरक्षा में लगी सुरक्षा एजेंसी का 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल एम्स प्रशासन से मिला जिसके द्वारा अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन दिया गया आश्वासन दिया गया कि उन्हें 1 महीने का और नोटिस दिया जा रहा है इसके बाद उनकी कोई मांगे नहीं मानी जाएगी और भारत सरकार के नियमानुसार अवकाश प्राप्त सैनिकों को एम्स की सुरक्षा में लगा दिया जाएगा