सरस्वती शिशु मंदिर के वार्षिक परीक्षा फल समारोह में छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए आयोजित



ऋषिकेश 28 मार्च ‌। सरस्वती शिशु मंदिर के वर्ष 2023 24 के छात्र छात्राओं को एक समारोह में वार्षिक परीक्षा फल वितरित किए गए, इस दौरान छात्र छात्राओं द्वारा देश भक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों आयोजन भी किया गया। तो वही अपनी कक्षा में फर्स्ट, सेकंड ,थर्ड और फोर्थ आने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया गया।

गुरुवार को सरस्वती शिशु मंदिर में विद्यालय के व्यवस्थापक दीपक तायल की अध्यक्षता व प्रधानाचार्य गुरु प्रसाद उनियाल के संचालन में आयोजित वार्षिक परीक्षा फल कार्यक्रमों के दौरान विद्यालय के कोषाध्यक्ष नवल कपूर ने छात्र छात्राओं के अभिभावकों सहित उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को वितरित किये जा रहे वार्षिक परीक्षा फल उनके वर्ष भर की मेहनत को‌ उजागर करता है इसके बाद वह अगली परीक्षा की तैयारी में जुट जाते हैं। जिसे देखकर छात्र छात्राओं के अभिभावक भी अभिभूत हो जाते हैं।

वहीं शिशु मंदिर के पूर्व प्रधानाचार्य समर बहादुर सिंह चौहान ने कहा कि वर्ष 1947 के बाद भारत में जिस शिक्षा को दिया जा‌ रहा था वह संस्कारों से मुक्त थी, जबकि हमारे यहां आजादी से पूर्व गुरुकुल शिक्षा पद्धति का प्रचलन था जिसमें संस्कार ही नहीं शिक्षा दी जा रही थी ,जिसे देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संस्कार युक्त शिक्षा देने का संकल्प लिया और आज सरस्वती शिशु मंदिर के माध्यम से देश ही नहीं पूरी दुनिया में संस्कार युक्त शिक्षा दी जा रही है जिसका परिणाम आज पूरे देश और दुनिया में दिखाई दे रहा है। शिशु मंदिर शिक्षा ही नहीं संस्कार भी दे रहे हैं।

विद्यालय के व्यवस्थापक दीपक तायल ने कहा कि विद्यालय में आज बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार तो दिए ही जा रहे हैं साथ ही स्मार्ट क्लास के माध्यम से आधुनिक शिक्षा भी दी जा रही है, और यह सभी कार्य समाज के सहयोग से किया जा रहा है।

इस दौरान विद्यालय के शिक्षक भाग सिंह, रावत ,मनमोहन शाह, निशा शर्मा, संजू शर्मा ,अपर्णा रावत ,प्रियंका पंवार, व्यवस्था समिति के सदस्य अभिनव गोयल, अतुल जैन सहित सभी शिक्षक, और छात्र-छात्राओं के अभिभावक उपस्थित थे।

उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद आखिरकार वर्षोँ बाद रेलवे रोड़ स्थित ऋषिकेश कालेज की भूमि हुई कब्जा मुक्त  



ऋषिकेश 1 मार्च। ऋषिकेश रेलवे रोड स्थित. पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि ऋषिकेश परिसर की भूमि आखिर कार कब्जा मुक्त कर दी गई है। 1.90 एकड़ भूमि पर कुछ लोग कई वर्षों से अवैध रूप से काबिज थे, जिन्हें तीन माह में कब्जामुक्त करने के लिए उच्चतम न्यायालय ने आदेश जारी किए थे। आखिर वर्षोँ बाद कालेज प्रशासन ने इस भूमि पर अपना कब्जा प्राप्त कर लिया है।

पं. ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि की रेलवे रोड स्थित भूमि पर कई वर्षों से एक लकड़ी की टाल के संचालक तथा कुछ अन्य लोगों ने अवैध रूपा से कब्जा किया हुआ था। पूर्व में भी कई बार इस भूमि को खाली कराने के लिए प्रयास किए गए, मगर कब्जाधारियों ने भूमि को खाली करने के बजाय उच्च न्यायालय में वाद दायर कर दिया। इस वाद में योगेश वार्मा व अन्य, संजीव कालरा व अन्य, गुरुचरन सिंह व अन्य तथा शीशपाल व अन्य चार पक्ष ने सरकार के विरुद्ध वाद दायर किया था। इस वाद की सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय नैनीताल में दो अक्टूबर 2023 को चारों पक्षों के कब्जे को आधारहीन बताते हुए कब्जा खाली करने के आदेश दिए थे। जिस पर विपक्षियों ने उच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर की थी। इस पुनर्विचार याचिका पर भी 10 अक्टूबर को उच्च न्यायालय ने अपना फैसला बरकरार रखा था। जिसके बाद काबिज पक्ष ने उच्चतम न्यायालय में वाद दायर किया। मगर उच्चतम न्यायालय ने भी एक दिसंबर को उच्च न्यायालय के फैसले को यथावत रखते हुए तीन माह में काबिज पक्ष को कालेज की 0.769 हैक्टेयर (1.90 एकड़) भूमि से कब्जा छोड़ने के आदेश दिए थे।
29 फरवरी को उच्चतम न्यायालय की ओर से दी गई तिथि की समय सीमा समाप्त होने पर शुक्रवार को श्रीदेव सुमन विवि के ऋषिकेश परिसर का प्रशासन कालेज की भूमि पर कब्जा लेने पहुंचा। तब तक प्रतिवादी पक्ष की ओर से अधिकांश कब्जा हटा दिया गया था। शेष कब्जे को कालेज प्रशासन ने जेसीबी के माध्यम से ध्वस्त कर इस भूखंड को अपने कब्जे में लिया। इस दौरान परिसर के निदेशक प्रो. महावीर सिंह रावत, संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रो. जीके ढींगरा, संकायाध्यक्ष कला डीपी गोस्वामी, प्रो. पीके सिंह, प्रो. धमेंद्र तिवारी, प्रो. डीएम गुप्ता, प्रो. डीएम त्रिपाठी, डा. वीएन गुप्ता, डा. अशोक मेंदोला आदि उपस्थित थे।

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बाउंड्री के भीतर हो गया पक्का बहुमंजिला निर्माण

रेलवे रोड स्थित भूमि पर वर्षों पुराने कब्जे को हटाकर भले ही कालेज प्रशासन की एक बड़ी जीत हुई हो। मगर, अभी भी पूरी 0.769 हेक्टेयर भूमि पर कब्जा प्राप्त करने कालेज प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है।

शुक्रवार को कालेज प्रशासन ने इस भूमि को अपने कब्जे में ले लिया है, मगर अभी तक इसी सही ढंग से नपाई नहीं की गई है। इस भूमि के पिछले हिस्से में एक बहुमंजिला इमारत निमार्णाधीन है, जिसका बड़ा हिस्सा कालेज की पुरानी बाउंड्री के भीतर आ रहा है। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया कि यह निमा्रण 0.769 हेक्टेयर भूमि के भीतर है या बाहर। कालेज प्रशासन की माने तो सही सीमांकन के बाद यदि यह निर्माण कालेज की संपत्ति के अंतर्गत आता है तो प्रशासन के माध्यम से इसे भी कब्जे में लिया जाएगा।

सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित आशीर्वाद (विदाई ) कार्यक्रम का हुआ आयोजन,  सांस्कृतिक कार्यक्रमों के‌‌ साथ‌ विधालय में अनुशासन बनाए रखने के लिए बच्चों को किए स्मृति चिन्ह वितरित  सरस्वती शिशु और विद्या मंदिर बच्चों के अंदर संस्कार और शिक्षा दिए जाने की कर रहे जमीन तैयार : दीपक तायल 



ऋषिकेश,29 फरवरी । लाला जातीराम सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित आशीर्वाद (विदाई ) कार्यक्रम के‌ दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के‌‌ साथ‌ विधालय में अनुशासन बनाए रखने के लिए स्मृति चिन्ह देकर छात्र‌ छात्राओं को‌ सम्मानित भी किया गया।

गुरुवार को‌ सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित विधालय के प्रबंधक दीपक तायल की‌ अध्यक्षता ‌व‌ विधालय के प्रधानाचार्य गुरु उनियाल प्रसाद ‌के‌ स़ंचालन‌‌ में छात्र छात्राओं ‌के विदाई आशी‌र्वाद समारोह के कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।

इस दौरान स्कूली छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिसके उपरांत कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुनील थपलियाल ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय में दी जा रही संस्कारों के साथ आधुनिक शिक्षा ने बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में जो आगे ले जाने का कार्य किया है वह सराहनीय है, वैसे तो देश में हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के लाखों विद्यालय शिक्षा दिए जाने का कार्य कर रहे हैं, परंतु सरस्वती विद्या मंदिर हो या सरस्वती शिशु मंदिर वह जो बच्चों के अंदर संस्कार और शिक्षा दिए जाने की जमीन तैयार कर रहे हैं कि वह किसी और विद्यालय में देखने को नहीं मिलती है जहां शिक्षा लेने के बाद छात्र छात्राएं उच्च पदों पर पहुंचकर अपने संस्कारों को उजागर कर रहे हैं इसी के कारण आज सरस्वती शिशु मंदिर और विद्या मंदिर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इन विद्यालय के अध्यापक व अध्यापिकाएं भी तन मन से बच्चों को शिक्षा देकर उनके भविष्य को बना रहे हैं ,जो की सहरानीय कदम है।

इस दौरान प्रबंधक ‌दीपक‌ तायल ने कहा कि विधालय में रहकर जो भी आपने सीखा है ,उसकी चमक दूसरे विद्यालय में भी छात्र छात्राओं के बीच दिखाई देनी चाहिए, विद्यालय में जो शिक्षा ग्रहण की है उसको ध्यान में रखते हुए किसी भी बड़े दायित्व पर पहुंचने के बाद अपने गुरुओं को नहीं भुलना चाहिए जब भी वह अपने दायित्व के दौरान घर लौटे तो विद्यालय में जरूर आए, जिससे आपको यह ध्यान रहेगा कि हमने प्राथमिक शिक्षा कहां ग्रहण की है। उन्होंने सभी के भविष्य की उज्जवल कामना भी की।

इस मौके पर सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य गुरु प्रसाद, सरस्वती शिशु विद्यामंदिर के पूर्व प्रधानाध्यापक राजेंद्र प्रसाद पांडे, समाज सेवी अतुल जैन,  वरिष्ठ पत्रकार विक्रम सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर पत्रकार रणवीर सिंह,  विद्यालय के अध्यापक भाग सिंह, मनमोहन  सिंह, निशा शर्मा, संजू शर्मा,स्वाति प्रियंका, अपर्णा, सहित अन्य अध्यापक भी मौजूद थे।

पब्लिक स्कूल में स्कूली बच्चों के हाथों में बंधे (कलावा) रक्षा सूत्र को खुलवाने और माथे पर लगे तिलक को हटवाने के लगे आरोप, अभिभावको और हिंदू संगठनो ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर जताया कड़ा विरोध,



ऋषिकेश 27 फरवरी। पब्लिक स्कूल में स्कूल विद्यार्थियों के हाथ में बंधे कलावा को खुलवाने और स्कूली बच्चों के माथे पर लगे तिलक को मिटाने जाने के आरोप को लेकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ़ स्कूली बच्चों के अभिभावकों द्वारा नाराजगी जताते हुए  जमकर विरोध किया कर स्कूल प्रबंधन का पुतला फूंका गया। तो वहीं, भाजपा युवा मोर्चा व ग्राम प्रधान द्वारा स्कूल प्रशासन का पुतला भी दहन किया गया। 

मंगलवार को डोईवाला क्षेत्र में उसे वक्त हंगामा हो गया जब अभिभावकों को सूचना मिली कि एक पब्लिक स्कूल में उनके बच्चों के माथे पर लगा तिलक मिटा दिया और हाथ में बंधा रक्षा सूत्र (कलावा) जबरन खोल दिया है। बजरंग दल के विभाग संयोजक नरेश उनियाल ने बताया कि डोईवाला स्थित दि हॉरिजन स्कूल के टीचर द्वारा विधार्थियों के हाथ का कलावा और माथे का टीका मिटाया गया। यही नहीं जिन सिख बच्चों ने हाथ में कढ़ा पहना था उनसे कढ़ा उतरवा दिया गया, जिससे अभिभावकों का आक्रोश बढ़ गया।इसकी भनक लगने पर एकत्रित हुए अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन का जमकर विरोध किया। गुस्साए अभिभावकों ने स्कूल पहुंच कर स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। जब तक प्रबंधक माफी न मांगे तब तक सभी अपनी बात पर अडिग रहे। बताया जा रहा है कि काफी जद्दोजहद के बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा माफी मांगे जाने पर गुस्साए अभिभावक शांत हुए। चेताया कि इस तरह की धर्म विरोधी घटना दोबारा हुई तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

बजरंग दल के विभाग संयोजक नरेश  उनियाल ने बताया कि स्कूल प्रबंधक द्वारा माफी मांगने जाने पर मामला शांत हुआ। स्कूल प्रबंधक से दो टूक कहा कि पुनः स्कूल में इस तरह से धर्म विरोधी घटना हुई तो संगठन उग्र आन्दोलन करेगा।

वहीं, भाजपा युवा मोर्चा जिला मंत्री आयुष रावत, ग्राम प्रधान छिद्दरवाला सोबन सिंह कैंतुरा ने स्कूल प्रशासन का पुतला दहन किया।

इस पूरे मामले को लेकर जब स्कूल प्रबंधक से उनका पक्ष जानने के लिए प्रयास किए गए, परंतु उनसे  कोई संपर्क नहीं हो पाया।

विरोध प्रदर्शन में संपूर्ण रावत, विक्रम चंद, दीपक कपुरवाण, मनीष सजवाण, विजय, रॉबिन, विकास, सचिन, गणेश, राकेश, गोपाल, सौम्या, त्रिलोक प्रसाद भट्ट, नीरज आदि शामिल रहे।

मंहत सीता रामदास हिमालय जूनियर हाई स्कूल में आयोजित हुए भाषा प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम , बच्चों को उनकी रुचि के हिसाब से ढालकर ही उनको सफल बनाया जा सकता है : डॉ राजे सिंह नेगी



ऋषिकेश ,26 फरवरी‌। ऋषिकेश गंगानगर स्थित मंहत सीताराम दास हिमालय जूनियर हाई स्कूल‌‌ में आयोजित लैंग्वेज कंपटीशन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के उपरांत प्रतिभागी बच्चों को ‌पारितोषित भी वितरित किए गए।

सोमवार को विधालय के संस्थापक संचालक मंहत निर्मल दास की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ समाजसेवी ‌डा राजे नेगी, दिनेश सुंदरियाल राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस, एवं लाइफ कोच प्रशांत सिंह, राजीव थपलियाल,ने संयुक्त रूप से दीप‌‌ प्रज्वलित कर किया।

इस अवसर पर गढ़वाली, पंजाबी ,कुंमाऊनी सहित अन्य भाषाओं में नृत्य एवं गीतों की प्रस्तुति भी दी गई , जिसने उपस्थिति को मंत्र मुग्ध करते हुए तालियां बजाने के लिए मजबूर कर दिया।

इस दौरान कार्यक्रम में ‌प्रशांत सिंह ने ‌मुख्य‌ वक्ता के रूप में उपस्थित को‌ सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए ‌मन को स्थिर रखना होगा,तभी बच्चे जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

इस अवसर पर समाजसेवी डॉक्टर राजे सिंह नेगी ने कहा कि बच्चे एक कुम्हार की मिटटी के‌ समान‌ होते है ,जिसे‌‌ उसकी‌ रुची‌ के‌ हिसाब से ढालना होता है‌ तभी‌‌ बच्चों को‌ सफलता तक पहुंचाया जा सकता है।

भाषा प्रतियोगिता में ऋषि, अश्विका , शुभांगम, दीप्ति, सालवी ,अवनी, कविश, परी, अनिरुद्ध  ने प्रतिभाग किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में शगुन, सौम्या, शिवांश, दीप्ति आदि ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर स्कूल की शिक्षाएं दीपिका कोठियाल, प्रियंका त्यागी ,शिवानी, रिंपी ,तुषारिका ,श्वेता ,अंशिका रंजना बिष्ट  भिस्तनीलम नेगी पूजा देवी सहित  विद्यालय की प्रधानाचार्य रश्मि काला उपस्थित रहीं ।

इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश इंटक अध्यक्ष अभिषेक भट्ट, विनोद सकलानी पार्षद, आशीष रणकोटी जिला अध्यक्ष यूथ कांग्रेस, सहित काफी संख्या में अभिभावक और अतिथि मौजूद थे।

ऋषिकेश महाविद्यालय में चतुर्थ दीक्षांत समारोह में 19849 स्नातक स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को डिग्री के साथ, 69 छात्र-छात्राओं को‌ दिए गए स्वर्ण पदक शिक्षा मंत्री ने महाविद्यालय परिसर के विकास हेतु 20 करोड़ रुपए दिए जाने की करी घोषणा नए ऑडिटोरियम स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह का राज्यपाल और शिक्षा मंत्री ने किया उद्घाटन



ऋषिकेश,, 21 फरवरी‌।  ऋषिकेश स्थित पंडित ललित मोहन शर्मा महाविद्यालय में‌ आयोजित चतुर्थ दीक्षांत समारोह महाविधालय परिसर में बने नए ऑडिटोरियम स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह का उद्घाटन राज्य के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल एवं कुलाधिपति गुरमीत सिंह , एवं राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डा धन‌ सिंह रावत ने‌‌ दीप प्रज्वलित कर किया ।

इस दौरान चतुर्थ दीक्षांत समारोह में 19849 स्नातक स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई। 69 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक दिया गया, तीनो संकाय विज्ञान संकाय, कला संकाय, वाणिज्य संकाय में सर्वोच्य अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को श्री देव सुमन गोल्ड मेडल वह सर्वाधिक अंक पाने वाले छात्रों को शूरवीर सिंह गोल्ड मेडल से भी सम्मानित किया गया। तो वहीं विद्यालय की स्मारिका पुस्तक का भी विमोचन भी किया गया।

बुधवार को ऋषिकेश पंडित ललित मोहन शर्मा महाविद्यालय में समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह ने उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में आज हमारी बेटियां सबसे आगे निकल गई हैं, जिन्होंने हर क्षेत्र में अपना स्थान बनाया है, उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आज क्रांति भी हमारी बेटियां ही लाएगीं, इनकी कामयाबी से आज काफी हर्ष हो रहा है। उनकी  इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद माता-पिता के साथ गुरुजन, और दोस्त काफी खुश नजर आ रहे हैं। हमारी सभ्यता और संस्कृति आदिकाल से चली आ रही है, जिसे बनाए रखना प्रत्येक छात्र का कर्तव्य है।

उन्होंने कहा कि जो ज्ञान आज आपने प्राप्त किया है उसका लाभ हमारे अंतिम गांव तक रहने वाले व्यक्ति को मिलना चाहिए, जिसे देखते हुए अपने अंदर देश प्रेम की भावना को जागना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत काफी बदलाव भी हुआ है मैं आपकी अंतर्गत नवाचार शिक्षा को भी ग्रहण करना अत्यंत आवश्यक है। जो की सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र की ओर ले जाएगा तभी भारत विश्व गुरु का स्थान प्राप्त कर सकता है।

उन्होंने श्री देव सुमन को याद करते हुए उनके जीवन कथा को भी प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि हमारी यूनिवर्सिटी सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी है। जो की ज्ञान की सफलता के साथ राष्ट्र निर्माण भी कर रही है। उनका कहना था कि इस यूनिवर्सिटी ने हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल की है। यह ऋषि मुनियों की भूमि है, जोकि आध्यात्मिकता के साथ योग और शिक्षा के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रही है। इसलिए इसे देवभूमि कहते हैं।

इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि हम विश्वविद्यालय के सभी कैंपस के लिए पहली बार भारत सरकार ने दिल खोलकर शिक्षा के लिए बजट दिया है, माध्यमिक शिक्षा के लिए 100 करोड़ रुपये जबकि उच्च शिक्षा के लिए अब तक 120 करोड रुपए जारी किए गए हैं ।उच्च शिक्षा के लिए अभी 200 से 300 करोड रुपए और मिलने की उम्मीद है ।उन्होंने कहा कि सरकार ने छात्रों के प्रोत्साहन तथा शोध कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए भी योजनाएं शुरू की है । उन्होंने पण्डित ललित मोहन शर्मा राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश परिसर के  विकास कार्य के लिए 20 करोड़ रूपए की धनराशि की भी घोषणा करी। 

उन्होंने कहा कि सरकार पीसीएस परीक्षा में प्री एग्जाम को पास करने पर 50000 से बढ़कर ₹100000 की धनराशि दी जा रही है । रिसर्च के लिए प्रत्येक छात्र को₹5000 मासिक दिया जाएगा 70% से अधिक अंक पाने वाले छात्रों को तीन से ₹5000 तक मासिक भत्ता दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा के स्तर को गुणवत्ता प्रदान करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है उन्होंने कहा कि इस सत्र में छात्रों को सत प्रतिशत पुस्तक उपलब्ध कराई जाएगी महाविद्यालय में फर्नीचर बिल्डिंग की लर्निंग कंप्यूटर आदि की पर्याप्त व्यवस्थाएं प्रदान की जाएंगी।

श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति एन के जोशी ने बताया कि ऋषिकेश पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन स्नातकोत्तर के तीन विषय इतिहास, मानव विज्ञान, चित्रकला में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को कैप्टन शूरवीर सिंह पंवार गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश में नव-निर्मित विवेकानंद हॉल का उद्घाटन कुलाधिपति एवं अतिथियों के द्वारा किया गया, जिसका निर्माण कार्य 6 माह में पूर्ण किया गया इसी हॉल में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश एवं विश्वविद्यालय मुख्यालय में ढांचागत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है जिसके अंतर्गत ऋषिकेश परिसर में एकेडमिक ब्लॉक, परीक्षा हॉल, टाइप 5 की बिल्डिंग, गेस्ट हाउस का निर्माण कार्य प्रगति पर है। साइंस ब्लॉक एवं आर्ट ब्लॉक के रिनोवेशन का कार्य शुरू हो गया है जो विगत 20 वर्षों से नहीं हुआ था। ऑडिटोरियम एवं वाणिज्य में फर्स्ट फ्लोर का कार्य भी शुरू होने वाला है विश्वविद्यालय में रोजगारपरक व्यावसायिक पाठ्यक्रम बी०बी०ए०, बी०सी०ए०, बी०एस०सी० (कम्प्यूटर साईस) तथा एन०एस०सी० माइक्रोबॉयालोजी इत्यादि को विधिवत् आरम्भ किया गया, जो कि सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है, साथ ही विश्वविद्यालय मुख्यालय में भी एक दशक बाद बी०सी०ए० पाठ्यक्रम प्रारम्भ कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के अकादमिक व प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता लाने एवं जवाबदेही तय करने के लिए श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा ई०आर०पी० पोर्टल तैयार कर समस्त कार्यों को डिजिटाइज किया गया।

श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के सत्र को नियमित कर दिया गया है एवं सभी बैकलॉग परीक्षा परिणामों को घोषित कर दिया गया है। भारतीय ज्ञान परम्परा उत्कृष्टता केन्द्र की स्थापना भी विश्वविद्यालय द्वारा ऋषिकेश परिसर में की गयी है। जिसमें विभिन्न शोध परियोजनाओं, सम्मेलनों, फैकल्टी डेवल्पमेंट प्रोग्राम, विशिष्ट लेक्चर्स के माध्यम से भारतीय ज्ञान परम्परा से सम्बन्धित विषयों का गहन विमर्श तथा परम्परागत ज्ञान व आदर्शों को समाज को पुर्नस्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है, जो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का यह एक महत्वपूर्ण घटक है। विश्वविद्यालय ने नवाचार की दशा में एक और पहल करते हुए पेटेंट सेल स्थापित किया है, जिसके तहत यूकास्ट उत्तराखण्ड से एमओयू भी किया गया है। विश्वविद्यालय द्वारा प्रत्येक पेटेंट के लिए विद्यार्थियों को खर्च भी पूर्ण धनराशि तथा

संकाय सदस्यों को 50 प्रतिशत राशि का अनुदान दिया जायेगा। विश्वविद्यालय को अनुसंधान, परामर्श और सामुदायिक सेवाओं में उत्कृष्टता प्रदान कर राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने हेतु विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश में विभिन्न सेल एवं सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये गये हैं, जिसमें भारतीय ज्ञान परम्परा, आपदा प्रबन्धन, संकाय विकास केन्द्र, अनुसंधान एवं विकास केन्द्र, छात्र/विश्वविद्यालय हित में प्रमुखता से कार्य कर रहे हैं, साथ ही इनोवेशन, इनक्यूबेशन, स्टार्टअप एंटरप्रेन्योर प्रमोशन, कौशल विकास में उत्कृष्टता केन्द्र भी स्थापित किये गये हैं।

विश्वविद्यालय के विकास तथा प्रतिष्ठा में एलुमिनाई की भूमिका को दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय ने हाल ही में एलुमिनाई सेल की स्थापना की है। विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में फैकल्टी डेवल्पमेंट प्रोग्राम, राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय सेमिनार, कार्यशालाएं, व्याख्यान एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।

विश्वविद्यालय ने बहुत से विशिष्ट एवं ख्याति प्राप्त संस्थानों के साथ एमओयू करके अनुसंधान और विनिमय कार्यक्रमों के लिए सहयोग की दिशा में पहल की है। विश्वविद्यालय ने यूकास्ट, यूसर्क, एम्स ऋषिकेश, डीएनए लैब्स देहरादून, सोसाइटी ऑफ पोल्यूशन एडं इन्वायरमेन्टल कर्जवेन्शन साइंटिस्ट (स्पैक्स) के साथ विभिन्न एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं व कई एमओयू गतिमान हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि हमारा प्रयास होगा कि श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय प्रदेश के शिक्षा का अग्रणी केंद्र बने इसके लिए अन्य विश्वविद्यालयों, उद्योगो, शोध संस्थान से एमओयू किये जाएंगे शोध कार्यों को प्रोत्साहित किया जायेगा। रोजगार के अनुकूल पाठ्यक्रम चलाये जाएंगे।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री किशोर उपाध्याय, ऋषिकेश की पूर्व  महापौर अनीता ममगाई,कुलपति प्रोफेसर एन के जोशी, निदेशक प्रोफेसर महावीर सिंह रावत, खेमराज भट्ट , परीक्षा नियोजन विजय प्रकाश श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी डॉक्टर अशोक कुमार मंदोला,  सहित सभी अधिकारी को कर्मचारी भी उपस्थित थे।

तीर्थ नगरी ऋषिकेश में स्थित डीएसबी इंटरनेशनल स्कूल में अभिव्यक्ति 2023 वार्षिक प्रदर्शनी का हुआ आयोजन,  मैथ्स पार्क बना अभिभावकों के लिए आकर्षण का केंद्र



ऋषिकेश 6 दिसंबर।  तीर्थ नगरी ऋषिकेश में स्थित देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी इंटरनेशनल स्कूल में अभिव्यक्ति 2023 की वार्षिक प्रदर्शनी के अयोजन के दौरान मैथ्स पार्क अभिभावको  के लिए आकर्षण का केंद्र बना ।

आज के बदलते आधुनिक परिवेश में शिक्षा ने अभूतपूर्व प्रगति की है एवं विश्व और समाज को नई-नई दिशाएं प्रदान की जा रही है और जिसका एक जीवंत उदाहरण डीएसबी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल ऋषिकेश में देखने को मिला जब विद्यालय में वार्षिक प्रदर्शनी ‘अभिव्यक्ति’ 2023 का भव्य आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रुप में पधारे  विनोद अग्रवाल के द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि ने क्षेत्र की पहली मैथ्स पार्क की सराहना की एवं अभिभावकों के लिए मैथ्स पार्क आकर्षण केंद्र रहा इसमें बच्चे खेल-खेल में सीखेंगे।

इस अवसर पर अभिभावकगण एवं नगर के वरिष्ठ नागरिक उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि के द्वारा दीप प्रज्वलित कर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया। विद्यालय में आयोजित इस प्रदर्शनी में विद्यालय के सभी अध्यापक, अध्यापिकाओं व छात्र-छात्राओं द्वारा अपनी पूरी मेहनत, लगन व निष्ठा के साथ कार्य किया गया जो कि सराहनीय रहा तथा इससे प्रदर्शनी के सफल होने में सहयोग मिला। नर्सरी कक्षा में वृक्षों से संबंधित प्रदर्शनी प्रस्तुत की गई, जिसमें विभिन्न मॉडल व चार्ट के माध्यम से वृक्षों से संबंधित विभिन्न जानकारियों को दिखाया गया। केजी कक्षा के छात्र-छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय प्रतीकों को विभिन्न चार्ट एवं मॉडल के द्वारा प्रदर्शित किया गया। प्रेप कक्षा के छात्र-छात्राओं द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को दर्शाया गया। कक्षा एक के द्वारा संचार उपकरणों में बदलता नवाचार विषय पर विभिन्न चार्ट एवं मॉडल बनाए गए तथा सबको सुरक्षित रहने का संदेश दिया। कक्षा दो की प्रदर्शनी का विषय रहा खाद्य एवं स्वास्थ्य रहा। कक्षा 3 ने प्रदूषण निवारण को दर्शाया। कक्षा 4 की प्रदर्शनी का विषय आरोग्यम् रहा, जिसमें उन्होंने आजकल के खाद्य पदार्थ से होने वाले हानि एवं उपाय बताए। कक्षा 5 के छात्र-छात्राओं द्वारा आजदी के अमृत महोत्सव झलक दिखाई गई, जिसमें भारत का बढ़ता हुआ गौरव प्रदर्शित किया गया। कक्षा 6 से 12 के छात्र छात्राओं द्वारा प्रत्येक विषय की प्रदर्शनी अलग-अलग प्रस्तुत की गई, जिसमें उनके द्वारा उनका सर्वोत्तम कार्य एवं प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया। कला एवं क्राफ्ट विषय के अंतर्गत राम मंदिर प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण रहे इसी के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की पेंटिंग, क्राफ्ट कार्य, क्ले का कार्य, हस्तशिल्प और पेपर वर्क किया गया। अंग्रेजी विभाग के द्वारा प्रकृति साहस एवं शौर्य को दर्शाया गया। हिंदी विभाग के द्वारा जो प्रदर्शनी प्रस्तुत की गई उसका विषय था भारतीय साहित्य एवं उसका विकास जिसमें संस्कृत वाङ्गमय,वेद वाङ्गमय, हिंदी साहित्य एवं व्याकरण की एक मनमोहक झलक देखने को मिली। गणित विषय के अंतर्गत दैनिक जीवन में प्रयोग आने वाले गणित को दिखाया गया। विज्ञान विषय के नवीनीकृत ऊर्जा के संसाधन, ट्रेडिशनल और मॉडर्न हेल्थ केयर, प्लास्टिक के विकल्प, सौरमंडल, ऑटोमेटेड होम, लिक्विड नाइट्रोजन से आइसक्रीम बनाना, अग्निशामक यंत्र, आदि। सामाजिक विषय में महिला सशक्तिकरण, जीवंत भारत, शौर्य स्थल, आदि मुख्य आकर्षण रहे। वाणिज्य विभाग में वित्तिय साक्षरता, जी 20 की अध्यक्षता में भारत की भूमिका एवं अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को विभिन्न मॉडलों एवं चार्ट के द्वारा दर्शाया गया। खेल विभाग द्वारा फुटबॉल मैदान, तीरंदाजी, विभिन्न प्रकार के खेल, योग के महत्व को मॉडल्स के द्वरा दिखाया गया। कंप्यूटर विभाग के अंतर्गत ए आई के के अंतर्गत रेवोलुशन ऑफ ए आई कंप्यूटर विजन बेस प्रोजेक्ट नील कपूर , स्मार्ट 180 रडार सिस्टम अनिकेत अवस्थी 3 डी प्रिंटर अक्षत अग्रवाल द्वारा बनाया एवं लाइट कंट्रोल कार, स्मार्ट स्ट्रीट लाइट, स्मार्टहोम सिस्टम, ऑटोमेटेड होम, 3D प्रिंटिंग आदि प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाए गए । कॉउंसिल सेल में व्यवहार, शिक्षा एवं करियर से संबंधित जानकारी चार्ट के माध्यम से प्रदर्शित किए गए।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में अभिभावकगण, अतिथिगण उपस्थित थे मुख्य अतिथि एवं अभिभावकगण ने छात्र छात्राओं द्वारा प्रस्तुत प्रदर्शनों की भूरि भूरि प्रशंसा की एवं उनका उत्साह बढ़ाया। विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा कार्यक्रम की सफलता पर सभी का आभार व्यक्त किया गया।

इस अवसर पर समस्त डीएसबी परिवार उपस्थित रहा। विद्यालय के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।

परीक्षा संबंधी कार्य प्रणाली के निरीक्षण के लिए श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में उडन दस्ते ने किया औचक निरीक्षण



 ऋषिकेश/ नरेन्द्र नगर 1 सितंबर ।परीक्षा संबंधी कार्य प्रणाली के निरीक्षण के लिए श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में उडन दस्ते ने औचक निरीक्षण किया गया। आज 7 से 10 पूर्वाह्न की पाली में श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के उड़न दस्ते ने राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर में औचक निरीक्षण किया।

इस औचक निरीक्षण में उड़ान रास्ते के संयोजक डॉ अरविंद रावत एवं उसके सदस्य डॉ वैभव रावत, डॉ अंकित बोरा एवं डॉ दिनेश चंद्र महाविद्यालय की परीक्षा संबंधी कार्य प्रणाली से संतुष्ट दिखे। उड़न दस्ते ने परीक्षा कक्षा में जाकर छात्र-छात्राओं की तलाशी ली। इसके साथ ही उन्होंने परीक्षा संबंधी प्रपत्र एवं रजिस्टर की जांच की। उन्होंने परीक्षा के लॉकर रूम को भी देखा।

इस परीक्षा में बीकॉम, बीए एवं बीएससी द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थी सम्मिलित थे। जिसमें 78 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। उड़न रास्ते के संयोजक डॉ अरविंद रावत ने परीक्षा समिति के सदस्यों को कहा कि प्रत्येक महाविद्यालय में नकल विहीन परीक्षा होनी चाहिए।

इस अवसर पर परीक्षा समिति के सदस्य डॉ राजपाल सिंह रावत, डॉ नताशा, डॉ विजय प्रकाश भट्ट, डॉ सोनी तिलारा, शिशुपाल रावत कक्ष निरीक्षक डॉ यूसी मैठानी,डॉ चेतन भट्ट, डॉ देवेंद्र कुमार एवं रंजना जोशी आदि उपस्थित रहे।

शिक्षा के विस्तार के लिए लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल ग्रामीण क्षेत्र की ओर हुआ अग्रसर, छात्रों की तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल को दी कंप्यूटर की सुविधा 



ऋषिकेश 11 अगस्त।  शिक्षा को विस्तार देते हुए और छात्रों के तकनीकी ज्ञान को बढ़ाने के लिए लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल द्वारा अब ग्रामीण क्षेत्र की ओर भी अग्रसर हो चले हैं ।उसी कड़ी में आज लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल के सदस्यों द्वारा रायवाला ग्रामीण क्षेत्र में स्थित एक स्कूल में कम्प्यूटर दिया गया।

लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल के सदस्यों ने एक उत्कृष्ट पहल की है और रायवाला ग्रामीण क्षेत्र में स्थित स्थानीय स्कूल को एक कंप्यूटर की भरपूर आवश्यकता के अनुसार प्रदान किया है।

इस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए क्लब अध्यक्ष लायंस सुशील चाबड़ा ने बताया कि कंप्यूटर का यह उपहार छात्रों के शिक्षात्मक विकास को बढ़ावा देने और उन्हें तकनीकी ज्ञान में सुधार करने में मदद करेगा।लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल ने इस पहल के माध्यम से समाज के उत्थान में अपनी भूमिका को सजग रखने का संकल्प दिखाया है।

क्लब सचिव लायंस सुमित चोपड़ा ने बताया कि इस सशक्त पहल के पीछे लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल के सदस्यों की मेहनत और संघर्ष का महत्वपूर्ण योगदान है। उनका समर्पण और उत्कृष्ट प्रयास ने समाज के उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

कार्यक्रम में लविश अग्रवाल, राही कपाड़िया, अतुल जैन, गुड्डू सिंह ,सागर ग्रोवर आदि मौजूद थे।

ऋषिकेश की बेटी साक्षी तिवारी नर्सिंग पीजी परीक्षा में रही स्टेट टापर



ऋषिकेश 14 जुलाई। हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी देहरादून की ओर से संचालित उत्तराखंड स्टेट नर्सिंग प्रवेश परीक्षा एमएससी के परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिया गया।

तीर्थ नगरी ऋषिकेश निवासी साक्षी तिवारी ने मेरिट लिस्ट में पहला स्थान 79 अंक प्राप्त कर तीर्थ नगरी का नाम रोशन किया है। इनके साथ एकता चमोली 79 अंक सयुक्त टापर रही है। दूसरे स्थान पर स्वर्णिका नेगी 76 अंक, तीसरे स्थान पर मोनी राणा 74 रहे। इस प्रवेश परीक्षा में 92 अभ्यर्थी सफल रहे हैं।

बताते चले साक्षी तीर्थ नगरी के वरिष्ठ पत्रकार हरीश तिवारी की पुत्री है।