उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने मानव तस्करी एवं अनैतिक देह व्यापार, और भिक्षावृत्ति पर लगाम कसने को लेकर ली बैठक



देहरादून  09 जुलाई , उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष  कुसुम कण्डवाल की अध्यक्षता में उत्तराखण्ड राज्य में मानव तस्करी एवं अनैतिक देह व्यापार, भिक्षावृत्ति आदि विषय पर बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष  कुसुम कंडवाल ने कहा कि देह व्यापार पर नियंत्रण लगाने तथा इसमेे शामिल महिलाओं हेतु सृदृढ पुनर्वास, सुधार गृह की व्यवस्था कराने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

उन्होंने अवैध व्यापार में लिप्त महिलाओं की काउंसलिंग कर, उनके मानसिक संतुलन में सुधार हो एवं उन्हें विभिन्न प्रशिक्षण इत्यादि दिए जाने पर जोर दिया ताकि भविष्य मे होने वाली ऐसी घटनाओं के प्रति जागरूक और सचेत रहे हैं तथा स्वस्थ एवं सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें। महिलाओं एवं बच्चियों के विरुद्ध लगातार बढ़ते अपराध, भिक्षावृत्ति पर रोकने तथा रिहैब्लीटेशन सैण्टर ऐसे बनने अनिवार्य हैं, जिनमें काउंसिलिंग के साथ ही पीडितो की आर्थिक मदद हो एवं उसके रोजगार के लिए भी सुविधा हो।

बैठक में सदस्य-सचिव, उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग कामिनी गुप्ता, पुलिस उपमहानिरीक्षक (अपराध एवं कानून व्यवस्था),  पी० रेणुका, डीन, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी देहरादून राजेश बहुगुणा, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास अखिलेश मिश्रा, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, मिशन रेस्क्यू ऑपरेशन, देहरादून राजेश चतुर्वेदी, इम्पावरिंग पिपुल सोसाएटी एन०जी०ओ० ज्ञानेन्द्र, आदि उपस्थित रहे।

ऋषिकेश: व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने हरिद्वार रोड पर स्थित दुकानदारों को अतिक्रमण के नोटिस दिए जाने जताई आपत्ति



ऋषिकेश, 07 जुलाई । नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ऋषिकेश ने हाल ही में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण डोईवाला के अधिकारियों द्वारा हरिद्वार रोड पर स्थित दुकानदारों को अतिक्रमण के नोटिस दिए जाने आपत्ति जताई है।

नगर अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने कहा कि गत दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण डोईवाला ने कुछ दुकानदारों को नोटिस जारी किए गए हैं ,यह वह दुकानदार हैं। जिनको अभी तक अतिक्रमण के नोटिस कभी नहीं आये। यह भी कहा कि जब अभी तक रोड का स्पष्ट पैमाना और राजमार्ग प्राधिकरण के पास सड़क संबंधी कोई नक्शा ही नहीं है ,तो वह इस प्रकार के नोटिस कैसे जारी कर सकता है ।

उन्होंने कहा कि पूर्व में अधिशासी अभियंता रुड़की ने जो प्रकाशन किए हैं ,उसमें यह रोड मात्र 40 फीट की दर्शाई गई है। इस पैमाने से बहुत दूर आने वाले व्यापारियों को नोटिस किस प्रकार जारी किया जा सकता है ।उन्होंने कहा कि बिना व्यापारियों को विश्वास में लिए की गई किसी भी कार्रवाई का नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल पुरजोर विरोध करेगा। मिश्र ने कहा पहले राजमार्ग प्राधिकरण व्यापार मंडल को विश्वास में ले स्पष्ट मानचित्र दिखाएं उसके बाद ही किसी कार्रवाई के बारे में विचार करें।

ललित मोहन मिश्र ने कहा कि व्यापार मंडल किसी भी अतिक्रमण का समर्थन नहीं करता है, किंतु अतिक्रमण के नाम पर किसी भी व्यापारी का शोषण नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने दोहराया कि‌ बिना वार्ता के राजमार्ग प्राधिकरण कोई कार्रवाई ना करें। जिसे अनावश्यक समस्या उत्पन्न हो।

रायवाला में वृद्धा आश्रम के निर्माण कार्य को रोके जाने के मामले में हाईकोर्ट ने ऋषिकेश के ‌तहसीलदार को किया तलब, निर्माण कार्य का शुभारंभ स्थानीय विधायक ओर तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष ने किया था,



ऋषिकेश, 07 जुलाई ।उत्तराखंड हाईकोर्ट ने जिला देहरादून के रायवाला में सरकारी भूमि पर बन रहे, वृद्धा आश्रम के निर्माण कार्य को रोके जाने के खिलाफ ग्राम प्रधान द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की। मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने सुनवाई के बाद ऋषिकेश के तहसीलदार को चार अगस्त को हाईकोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होने के आदेश दिए हैं।

मामले को रायवाला के ग्राम प्रधान सागर गिरी की तरफ से उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है। बुधवार को जनहित याचिका की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी व न्यायमूर्ति आरएस खुल्बे की खंडपीठ में हुई। याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि सरकार की ओर से देहरादून जिले के रायवाला में पांच करोड़ की लागत से सरकारी भूमि पर वृद्धा आश्रम का निर्माण कराया जा रहा है।

इसके लिए पहली किस्त भी जारी कर दी गयी है और काम शुरू कर दिया गया है। परंतु पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाई जा रही है। पहले पुलिस और बाद में ऋषिकेश के तहसीलदार ने मौके पर आकर निर्माण कार्य रोक दिया। तहसीलदार के मौका मुआयना करने पर पाया गया कि उक्त भूमि पहले से ही विवादित थी। रायवाला में वृद्धा आश्रम के निर्माण कार्य का शुभारंभ तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष ने किया था।

ऋषिकेश में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए ड्रेनेज सिस्टम परियोजना को लेकर महापौर और पार्षदों की उपस्थिति में फीड बैक इंफ्रा लिमिटेड कम्पनी के विशेषज्ञों ने दिया प्रजेंटेशन , महापौर नही हुई संतुष्ट, योजना की मंजूरी के लिए महापौर ने जताया मुख्यमंत्री का आभार



ऋषिकेश में ड्रेनेज सिस्टम के सुधार के लिए शुरू हुई कवायद

ऋषिकेश 06 जुलाई। – तीर्थ नगरी ऋषिकेश में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए ड्रेनेज सिस्टम परियोजना को लेकर कवायद शुरू हो गई है। बुधवार की शांम नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में महापौर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में योजना से जुड़े विभागीय अधिकारियों की मोजूदगी में फीड बैक इंफ्रा लिमिटेड कम्पनी के विशेषज्ञों ने प्रजेंटेशन दिया।

कंपनी के विशेषज्ञ राकेश कुमार व विश्वेश्वर पारकर ने बताया कि शहर के ड्डेनेज सिस्टम को सुधारने के लिए हाईटेक तकनीक से लैस योजना तैयार की गई है जिसका बाकस आधारित पाइप के जरिएनिस्तारण मुमकिन है।सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल ने सुझाव पर सहमति जताई।

बैठक की अध्यक्षता कर रही महापौर अनिता ममगाई ने योजना की मंजूरी के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया। प्रजेंटेशन से संतुष्ट नजर नही आई महापौर ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आधी अधूरी तैयारियों के साथ योजना को धरातल पर नही उतारा जा सकता।

उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग को पहले निगम के तमाम वार्डो में पार्षदों को साथ लेकर जलभराव की स्थिति का फीड बैक लेना होगा उसके बाद योजना को फाईनल टच दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में बूढ़ी सीवर लाईनों की वजह से जलभराव की समस्या वर्षों पुरानी है। हर वर्ष होने वाली समस्या को देखते हुए निगम प्रशासन द्वारा प्रोजेक्ट तैयार किया गया था अब जल्द ही योजना धरातल पर होगी।

उन्होंने कहा की मानसून के मौसम में हल्की सी बारिश में भी सड़कें तालाब बन जाती हैं। नालियों का गंदा पानी घरों में घुसने लगता है। साथ ही भूजल को भी दूषित करता है। पिछले वर्ष भी बारिश ने आफत मचा दी थी।तीर्थ नगरी में इस समस्या की मूल वजह ड्रेनेज की उचित व्यवस्था न होना है।योजना के परवान चढ़ते ही समस्या का स्थाई समाधान हो जायेगा।

बैठक में डी सी उनियाल अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग, अनुभव नोटियाल सहायक अभियंता , सिंचाई विभाग, सतीश कुमार सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग,सहायक नगर आयुक्त बद्री प्रसाद भट्ट, सहायक अभियंता दिनेश उनियाल, सहायक अभियंता हरीश बंसल जल संस्थान, रविन्द्र सिंह सहायक अभियंता जल निगम, छत्रपाल सिंह अपर सहायक अभियंता एन एच,विजय बडोनी, रूपा देवी, भगवान सिंह पंवार, विकास तेवतिया, शिव कुमार गौतम, देवेंद्र प्रजापति, राजेश दिवाकर, शकुंतला शर्मा, उमा बृजपाल राणा, सुंदरी कंडवाल, अनीता प्रधान, गुरविंदर सिंह,विजयलक्ष्मी शर्मा,प्रमोद शर्मा , कमलेश जैन आदि मोजूद रहे।

उद्योग विभाग द्वारा आयोजित “स्टार्ट-अप ग्राण्ड चैलेंज” कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 10 प्रतिभागियों को किया सम्मानित, वैलनेस रिपोर्ट का विमोचन कर प्रोत्साहन राशि वा मासिक भत्ता की राशि को भी बढ़ाने की घोषणा करी



ऋषिकेश देहरादून 6 जुलाई। आज उद्योग विभाग द्वारा आयोजित स्टार्टअप ग्रांड चैलेंज कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री ने भी शिरकत की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने  देहरादून में उद्योग विभाग द्वारा आयोजित “स्टार्ट-अप ग्राण्ड चैलेंज” कार्यक्रम में 10 प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने #InvestIndia द्वारा तैयार की गई वैलनेस रिपोर्ट का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार युवाओं के इनोवेटिव कार्यों एवं उनके विचारों को प्रोत्साहित कर रही है।

प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वर्ष 2014 से देश के हर क्षेत्र में नवाचार हुए हैं। स्टार्ट अप इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया जैसे तमाम योजनाओं के जरिए देश में काम करने वाले उद्यमियों को प्रोत्साहन मिला है।

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप करने वाले युवाओं की पहचान अभी अपने क्षेत्र और जिले स्तर की है, आने वाले समय में कई युवा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बनाएंगे। मेहनत के सुखद परिणाम अवश्य मिलते हैं। धैर्य एवं दूरदर्शिता ही मनुष्य को कर्मयोगी बनाती है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री  धामी ने स्टार्ट अप उत्तराखण्ड के तहत “आइडिया ग्रेट चैलेंज” के रूप में दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को ₹50 हज़ार से बढ़ाकर ₹2 लाख तथा स्टार्टअप को एक साल तक दिया जाने वाला मासिक भत्ता ₹10 हज़ार से बढ़ाकर ₹15 हज़ार किए जाने की घोषणा की। एससी, एसटी, दिव्यांग और महिलाओं को दिए जाने वाले मासिक भत्ता ₹15 हज़ार से बढ़ाकर ₹20 हज़ार किये जाने की घोषणा की गई।

एसडीएम ने अधिकारियों संग बाढ़ सुरक्षा कार्यों का किया निरीक्षण



 

ऋषिकेश,0 6 जुलाई ।मानसून के चलते उप जिलाधिकारी के नेतृत्व में सिंचाई विभाग जल निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने चकजोगीवाला , छिद्दरवाला, जोगीवाला, गोरी माफी , साहब नगर आदि खेतों का निरीक्षण किया।

बुधवार की दोपहर उप जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंची जिन्होंने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और अधिकारियों को तत्काल बाढ़ सूखा राहत कार्यों को समय सीमा के अंतर्गत पूरा किए जाने के लिए निर्देशित किया।

इस दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों को बाढ़ के पानी से होने वाले नुकसान के संबंध में पूर्ण जानकारी दी जिन्होंने कहा कि बाढ़ से बचाए जाने के लिए नदी के किनारे सुरक्षा दीवार पर आ जाना अत्यंत आवश्यक है जिससे होने वाली क्षति को बचाया जा सकेगा। जिसे उप जिलाधिकारी ने गंभीरता से लिया।

वर्षा के कारण सूर्यधार बांध से बनी प्राकृतिक झील – नई झील से बांध और रानीपोखरी के नए पुल को बना खतरा – डंपिंग जोन की बजाए जाखन नदी किनारे फेंका जा रहा है रोड कटिंग का मलबा



ऋषिकेश, 4 जुलाई । रानीपोखरी के जाखंन नदी में बने नवनिर्मित पुल को एक बार फिर खतरा पैदा हो गया है। इसका कारण इठारना से कुखई मोटर मार्ग के निर्माण कार्य के दौरान निकलने वाले मलबे को जाखन नदी में डालने के कारण नदी में सूर्यधार क्षेत्र के अंतर्गत बांध से करीब दो किलोमीटर पहले प्राकृतिक झील बन गई है। यह करीब 100 मीटर क्षेत्र में बनीहै।

जिलाधिकारी देहरादून ने इस मामले में तत्काल संज्ञान लिए जाने के बाद संबंधित विभाग की टीम सोमवार की सुबह ‌मौके पर पहुंच गई है। और मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहीी है यहां तक गोताखोरों की‌‌ टीम‌‌‌‌ भी मौके पर है चौकी झील की गहराई नाप रहीी है ।

यहां बताते चलें कि पीएमजीएसवाइ योजना के तहत नरेंद्र नगर डिवीजन यहां सात किलोमीटर मोटर मार्ग का निर्माण करा रही है। रोड कटिंग का मलबा डंपिंग जोन में एकत्र ना कर जाखन नदी में डाला जा रहा है, जो कि गंगा की सहायक नदी है। यह मलबा एकत्र होते होते जाखन नदी में पहुंच गया है।

सूर्य धार झील से लगभग डेढ़ से दो किलोमीटर आगे सेबूवाला गांव में एक अस्थाई झील तैयार हो गई है। जिसमें से फिलहाल कुछ पानी रिसाव के माध्यम से आगे जा रहा है। यहां मलबा डालने का क्रम यूं ही जारी रहा तो झील का आकार और अधिक बढ़ सकता है।

मौसम अलर्ट के चलते यदि लगातार वर्षा होती है तो भी झील में और अधिक पानी एकत्र होने की संभावना बढ़ जाती है।
इस नई झील के समीप अपने चाचा के घर पहुंचे सारंगधर वाला के उपप्रधान विशाल तोमर ने बताया कि इस झील की गहराई लगभग 15 फुट के आसपास है और इसकी लंबाई 100 मीटर से अधिक हो चुकी है। उन्होंने बताया कि लगातार बहकर आने वाले मलबे से यह झील और बड़ी होती जा रही है, इसकी गहराई भी बढ़ती जा रही है।
वहीं आरटीआई कार्यकर्त्ता सुधीर जोशी ने बताया कि इस मोटर मार्ग में पांच किलोमीटर का हिस्सा देहरादून वन प्रभाग व सात किलोमीटर का हिस्सा नरेंद्रनगर वन प्रभाग के अंतर्गत आता है। कार्यदाई संस्था के ठेकेदार की ओर से सड़क निर्माण का मलबा नदी में डाले जाने की शिकायत उन्होंने देहरादून डीएफओ के साथ ही विभिन्न अधिकारियों को की थी। लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बता दें कि बीते वर्ष मानसून के दौरान जाखन नदी में अचानक ऊफान आने से रानी पोखरी में बना करीब एक सौ वर्ष पुराना पुल बह गया था। 10 जुलाई को यह पुल परीक्षण के लिए तैयार हो जाएगा। नई प्राकृतिक झील के कारण सूर्यधार बांध और झील दोनों के लिए खतरा पैदा हो गया है।

पीएमजीएसवाइ योजना के तहत इठारना -कुखई मोटर मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। मौके पर झील बनने की जानकारी अभी तक संज्ञान में नहीं आई थी। इस मामले में तत्काल एक्शन लिया जा रहा है। अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
भास्करानंद गोदियाल, अधिशासी अभियंता, पीएमजीएसवाइ नरेंद्र नगर खंड मौके पर पहुंच गए हैं।

डंपिंग जोन बनाए जाने को लेकर ग्रामीणों ने नगर निगम ऋषिकेश में किया प्रदर्शन



ऋषिकेश,0 4 जुलाई  ।नगर निगम ऋषिकेश द्वारा गुमानीवाला में बनाए जाने वाले डंपिंग जोन को लेकर जिला पंचायत सदस्य के नेतृत्व में ग्रामीणों ने अपना विरोध प्रकट करते हुए नगर निगम में प्रदर्शन कर निगम महापौर को एक ज्ञापन दिया।

सोमवार को जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान के नेतृत्व में दिए गए नगर निगम महापौर को ज्ञापन में कहा गया कि उक्त डंपिंग जोन बनाए जाने के बाद ग्रामीणों का कूडे से उठने वाली बदबू के कारण लोगों का जीना दूभर हो जाएगा जिसे लेकर पूर्व में भी ग्रामीणों द्वारा अपना विरोध प्रकट किया गया था उसके बावजूद भी नगर निगम इस स्थान पर डंपिंग जोन बनाने की तैयारी कर रहा है।

ज्ञापन में कहा गया कि जनहित को देखते डंपिंग जोन न बनाया जाए ।ज्ञापन देने वालों में रुक्मा ब्यास, संजीव कुमार , रीना रामगढ़, आरती भट, पूजा  थापा , सुमित सिंह रावत ,आरती भट्टट बबीता, संगीता सकलानी, खेम सिंह मानवेंद्र कंडारी ,रणजीीत  थापा सहित अन्य लोग भी शामिल थे।

अतिक्रमण हटाने सड़क पर उतरी एन एच की टीम विरोध के कारण लौटी वापस, गुरुवार को हटाया जाएगा अतिक्रमण



ऋषिकेश,0 4 जुलाई। ऋषिकेश में अतिक्रमण हटाए जाने के लिए उत्तराखंड हाई कोर्ट द्वारा एन एच, पी डब्लू डी, नगर निगम, सिंचाई विभाग को संयुक्त रूप से दिए गए निर्देश के चलते एक बार फिर एनएच विभाग अतिक्रमण हटाने के लिए सड़क पर उतरा, परंतु उच्च पहुंच के कारण वे विरोध के चलते अधिकारियों को बैरंग लौटना पड़ा।अब गुरुवार को पुनः टीम सड़क पर उतरेगी।

सोमवार को हाई कोर्ट के निर्देश पर ऋषिकेश तहसीलदार अमृता शर्मा और एनएस विभाग के सहायक अभियंता शिव सिंह रावत, के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ जेसीबी लेकर जब प्रशासन ने ऋषिकेश हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित भरत मंदिर इंटर कॉलेज के गेट पर जेसीबी लगाकर गेट को तोड़ने का प्रयास किया, तो कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला के साथ कुछ लोग मौके पर पहुंचे। और उक्त कार्रवाई का विरोध करना प्रारंभ कर दिया ।

जिन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त कार्रवाई स्थानीय नेता जी के इशारे पर की जा रही है। जिसमें पक्षपात की बू आ रही है। उनका कहना था कि अतिक्रमण हटाना है ,तो सभी लोगों का हटाया जाए अन्यथा इस प्रकार की कार्रवाई का वह विरोध करेंगे।

मामले को बढ़ता देख प्रशासन ने निर्णय लिया कि अब अतिक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई आगामी गुरुवार से की जाएगी। जिससे पहले मुनादी के साथ चिन्हीतीकरण की कार्रवाई भी की जाएगी। यह कहकर अतिक्रमण हटाने आई टीम वापस लौट गई।

लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल के नए अध्यक्ष की कमान लायन अंकुर अग्रवाल को सौंपी गई



ऋषिकेश 02जुलाई। – सामाजिक संस्था लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल द्वारा लायनिस्टिक ईयर आरंभ होने पर क्लब के अध्यक्ष की कमान लायन अंकुर अग्रवाल को सौंपी गई।

साथ-साथ उपाध्यक्ष पद के लिए लायन प्रशांत जमदग्नि एवं कोषाध्यक्ष पद के लिए लायन प्रतीक कालिया को चुना गया। लायनिस्टिक ईयर के पहले दिन क्लब के अध्यक्ष चुने गए क्लब अध्यक्ष अंकुर अग्रवाल ने सरस्वती शिशु मंदिर आदर्श नगर में एक led tv भेट किया , तत्परांत क्लब के सदस्यों ने डॉक्टर्स डे पर ऋषिकेश के प्रमुख डॉक्टर्स के यहां जाकर उनका सम्मान किया। 

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए पूर्व प्रेसिडेंट आशीष अग्रवाल और मीडिया प्रभारी सुमित चोपड़ा  ने बताया कि लायनिस्टिक ईयर जो की 1जुलाई से शुरू होता है जिसमे इस साल 2022—23 के लिय लायन अंकुर अग्रवाल अध्यक्ष चुने गए है। नए अध्यक्ष अंकुर अग्रवाल ने क्लब के सदस्यों में नई ऊर्जा भरते हुए क्लब की प्रथा को आगे बढ़ाया ।

लायन अभिनव गोयल ने भी अध्यक्ष अंकुर अग्रवाल को आने वाले साल की शुभकामनाएं दी और इस साल पिछले साल से भी अधिक जनहित कार्य करने की प्रेरणा दी ।
 इस अवसर पर कार्यक्रम में सुशील छाबड़ा, विशाल कक्कड़, सागर ग्रोवर, अभिनव गोयल, अरविंद किंगर,अतुल जैन एवं आशीष अग्रवाल मौजूद रहे।