अब ट्विटर अपने प्लेटफॉर्म पर किए गए पोस्ट के लिए जिम्मेदार होगा, नई आई टी गाइडलाइन का पालन ना करने से ट्विटर कानूनी संरक्षण का हकदार नहीं रहा



केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद बोले – हमने कंपनी को कई मौके दिए, फिर भी गाइडलाइन नहीं मानी, अब वे कानूनी संरक्षण के हकदार नहीं
नए IT नियमों का पालन नहीं करने की वजह से ट्विटर ने बुधवार को देश में इंटरमीडियरी प्लेटफॉर्म का दर्जा खो दिया

नई दिल्ली 16जून । नए IT नियमों का पालन नहीं करने की वजह से ट्विटर ने बुधवार को देश में इंटरमीडियरी प्लेटफॉर्म का दर्जा खो दिया है। यानी अब ट्विटर अपने प्लेटफॉर्म पर किए गए पोस्ट के लिए जिम्मेदार होगा। इस फैसले के बाद केंद्र सरकार ने अपना पक्ष रखा। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस बात को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या ट्विटर कानूनी संरक्षण का हकदार है? हालांकि, मामले में सीधी बात यह है कि ट्विटर 26 मई से लागू हुई गाइडलाइन का पालन करने में नाकाम रहा है। इसके बाद भी उन्हें काफी मौके दिए गए थे। फिर भी उन्होंने जानबूझकर गाइडलाइन न मानने का रास्ता चुना। दरअसल, ट्विटर का कानूनी संरक्षण खत्म होने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई भी आदेश जारी नहीं किया है। IT मंत्रालय की ओर जारी की गई गाइडलाइन का पालन नहीं करने की वजह से कानूनी संरक्षण अपने आप खत्म हुआ है। कानूनी संरक्षण 25 मई से खत्म माना गया है। भारत की संस्कृति अपने बड़े भौगोलिक स्थिति की तरह बदलती रहती है। सोशल मीडिया में एक छोटी सी चिंगारी भी आग का कारण बन सकती है। खासकर फेक न्यूज के खतरे ज्यादा हैं। इस पर कंट्रोल करना और इसे रोकना नए IT नियमों में से एक था। जिसका पालन ट्विटर ने नहीं किया।
यह आश्चर्यजनक है कि ट्विटर जो खुद को फ्री स्पीच के ध्वजवाहक के रूप में दिखाता है। वह गाइडलाइन मानने की बात पर जानबूझकर इसकी अवहेलना करता है।
चौंकाने वाली बात यह है कि ट्विटर देश के कानून की अनिवार्य प्रक्रिया को लागू करने से इंकार करके यूजर्स की शिकायतों को दूर करने में भी नाकाम रहा है। ट्विटर तभी मैन्यूपलेटेड मीडिया टैग जैसे फ्लैग करने की नीति चुनता है, जो वह उसके लिए उपयुक्त हो या उसकी पसंद और नापसंद के मुताबिक हो।
उत्तर प्रदेश में जो हुआ, वह फर्जी खबरों से लड़ने में ट्विटर की मनमानी का उदाहरण था। ट्विटर अपने फैक्ट्स चेक मैकेनिज्म के बारे में कुछ ज्यादा उत्साही रहा है। UP जैसे कई मामलों में कार्रवाई करने में ट्विटर नाकाम रहा है, जो गलत सूचना से लड़ने में इसकी नाकामी की ओर भी इशारा करता है।
भारतीय कंपनियां चाहे वह फार्मा हो या IT या अन्य जो अमेरिका या अन्य विदेशी देशों में बिजनेस करने जाती हैं, खुले मन से स्थानीय कानूनों का पालन करती हैं। फिर ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म दुर्व्यवहार और दुरुपयोग के शिकार लोगों की ताकत बनने के लिए बनाए गए भारतीय कानूनों का पालन करने से पीछे क्यों हट रहे हैं?
कानून का शासन भारतीय समाज की आधारशिला है। अभिव्यक्ति की आजादी की संवैधानिक गारंटी के लिए भारत की प्रतिबद्धता को G-7 समिट में फिर से दोहराया गया है। हालांकि, यदि कोई विदेशी संस्था यह मानती है कि वे भारत में फ्री स्पीच के ध्वजवाहक के रूप में खुद को पेश कर के देश के कानून का पालन करने से बच जाएंगी, तो ऐसे प्रयास गलत हैं।

सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम प्रोजेक्ट का उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद, व रुड़की विधायक ने संयुक्त रूप से किया



ऋषिकेश 16 जून । कोविड-19 के गंभीर मरीजों एवं आईसीयू में भर्ती मरीजों में वाइटल पैरामीटर के रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए जरूरी है कि प्रशिक्षित स्टाफ मरीजों की देखभाल के लिए उपलब्ध रहे, जोकि मौजूदा स्थिति में व्यवहारिक रूप से संभव नहीं हो सकता।ऐसे में नव वायरलेस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लाईफाई इनेबल्ड मल्टीपैरामीटर सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम का विकास किया गया है, इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने एम्स, ऋषिकेश में विधिवत रूप से किया।इस दौरान राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा भी मौजूद थे।

नव वायरलेस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के नेशनल हेड भावेश अटल ने बताया कि कोविड-19 महामारी के इस मुश्किल दौर में देश की सेवा के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए उनकी टीम ने लाईफाई इनेबल्ड मल्टीपैरामीटर सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम का विकास किया है जो वीडियो कॉलिंग फीचर से युक्त है, आधुनिक लाईफाई तकनीक पर आधारित यह समाधान डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ पर बोझ कम कर देगा।

उन्होंने बताया कि इसकी मदद से कोविड 19 के मरीजों और विशेष रूप से गंभीर लक्षण वाले मरीजों को समय पर उचित देखभाल मिल सकेगी।नवटेक के लाईफ़ाई आधारित सीएमएस सिस्टम के लिए इंटरनेट कनेक्शन, वाईफाई इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं होती
है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने नवटेक कंपनी की सराहना करते हुए कहा कि लाईफाई टेक्नोलॉजी कोविड-19 महामारी में अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए इलाज के लिए मददगार साबित होगी वहीं मेडिकल स्टाफ के लिए भी यह पद्धति सहयोग प्रदान करेगी साथ ही मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगी।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि लाईफाई हॉस्पिटल समाधान सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग स्टेशन की मदद से गंभीर रूप से बीमार मरीजों के वाइटल पैरामीटर्स पर 24 घंटे लगातार नजर रखी जा सकती है।वही प्रशिक्षित स्टाफ एक साथ कई मरीजों पर निगरानी भी रख सकता है जिसके लिए उन्हें आईसीयू वार्ड में मरीजों के नजदीक रहने की जरूरत भी नहीं है और मेडिकल स्टाफ़ में इंफेक्शन होने का खतरा भी कम बना रहता है।
वहीं विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि लाईफाई समाधान से मरीजों के रिश्तेदारों के लिए वीडियो कॉलिंग भी उपलब्ध कराई जाती है जिसे आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के तीमारदारों को मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी लगातार मिलती रहती है।इस अवसर पर नव बायरलेस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के नेशनल हेड अर्पित अकेला भी मौजूद थे।

नमामि गंगे के अधिकारियों की घौर लापरवाही पर महापौर ने मौका मुआयना कर फटकार लगाते हुए कहा हादसों का इंतजार ना करें



क्षेत्रवासियों की सूचना पर महापौर ने किया मौका मुआयना

हादसों का इंतजार ना करें अधिकारी-अनिता ममगाई

 

ऋषिकेश 16 जून- मायाकुंड क्षेत्र में नमामि गंगे द्वारा लगाए जा रहे सीवरेज स्टेशन प्लांट प्रोजेक्ट में एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। प्रोजेक्ट को अधर में लटका कर अधिकारी 2 वर्ष से बीस फुट गहरा गड्ढा कर टालमटोल रवैय्या अपनाये हुए हैं। नतीजतन, समीपस्थ क्षेत्रों के मकानों में भी दरारें आनी शुरू हो गई। इस मामले को लेकर क्षेत्र वासियों ने गहरे आक्रोश का माहौल है ।

मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची नगर निगम महापौर ने बारीकी से नमामि गंगे परियोजना के प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया ।इस दौरान घोर लापरवाही पर महापौर ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
बुधवार की सुबह क्षेत्रवासियों की शिकायत पर मौके पर पहुंची नगर निगम महापौर ने जब मौका मुआयना किया ।मौके पर घौर लापरवाही दिखने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। महापौर ने बताया कि प्रोजेक्ट के लिए 20 फुट गहरा गड्ढा किए जाने के बाद अधिकारी जिस तरह से कुम्भकर्णी नींद में हैं उससे साफ है कि किसी हादसे के बाद ही उनकी चिरनिंद्रा टूटेगी।

कल की बारिश की बाद क्षेत्रवासियों द्वारा उन्हें इस गंभीर समस्या के बाबत जानकारी दी गई थी। जिसका संज्ञान लेकर आज जब मौका मुआयना किया गया तो उन्होंने देखा अधिकारी कछुआ गति के साथ उस प्रोजेक्ट को फूल करने में लगे हुए हैं आलम यह है कि 2 वर्ष पूर्व खोजा गया गड्डा भी अधिकारी अब तक नहीं भरवा पाए हैं, जिसकी वजह से प्रोजेक्ट के समीपस्थ क्षेत्रों के घरों में दरारें आनी शुरू हो गई है जो कि कभी भी एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।

महापौर ने इस संदर्भ में अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि अपनी कार्यशैली में सुधार कर तुरंत इस गड्डे को भरवायेंं।इस दौरान अधिशासी अभियंता ए के चतुर्वेदी (नमामि गंगे), पार्षद विजयलक्ष्मी, विजय बडोनी, विजेंद्र मोगा, राजपाल ठाकुर, रूपेश गुप्ता,संजय कुमार ,पवन गोयल ,सुनील कुमार , विरेंद्र बहुगुणा ,सुुशील कुमार ,एम एन ढोंढियाल,पंकज गुप्ता ,अमित गुप्ता , नवीन अग्रवाल, रणजीत सिंह राणा , दिनेश राणा आदि मोजूूद रहेे।

प्रखंड परिवहन महासंघ ने पर्यटन तीर्थाटन मंत्री सतपाल महाराज से की मुलाकात



चार धाम यात्रा शीघ्र अति शीघ्र देशवासियों के लिए खोलने की मांग की

ऋषिकेश, 16 जून ।उत्तराखंड परिवहन महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के पर्यटन तीर्थाटन एवं सांस्कृतिक मंत्री सतपाल महाराज से उनके आवास पर मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में महासंघ द्वारा प्रदेश की रीड चार धाम यात्रा शीघ्र अति शीघ्र समस्त देशवासियों के लिए खोलने की मांग की महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने पर्यटन मंत्री को अवगत कराया कि विगत 2 वर्ष से चार धाम यात्रा का संचालन न होने के कारण परिवहन व्यवसाई बहुत बुरे आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है यदि शीघ्र अति शीघ्र चार धाम यात्रा का संचालन नहीं होता है ।तो समस्त परिवहन एवं पर्यटन व्यवसाय भुखमरी के कगार पर आ जाएगा ।सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द चार धाम यात्रा का संचालन शुरू किया जाए ।

महासंघ द्वारा मंत्री को परिवहन व्यवसाई की समस्या से भी अवगत कराया, तथा उनसे निवेदन किया गया कि वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा के दौरान वाहन स्वामियों का तत्कालीन सरकार ने 2 वर्ष का टैक्स माफ किया था। इसीलिए परिवहन व्यवसाय इस सरकार से भी अपेक्षा करते हैं, कि कोरोना के कारण आई आपदा को देखते हुए समस्त वाहन स्वामियों का 2 वर्ष का टैक्स और आयु सीमा विस्तार किया जाना अत्यंत आवश्यक है मंत्री जी द्वारा आश्वस्त किया गया है। कि कल होने वाली बैठक में उपरोक्त समस्त मांगों को रखा जाएगा और इस पर गंभीरता पूर्वक विचार कर हल निकाला जाएगा ।

प्रतिनिधि मंडल में निम्न लोग शामिल थे टीजीएमओ सी के उपाध्यक्ष यशपाल राणा संचालक बलवीर सिंह रौतेला यातायात एवं पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन चंद रमोला संयुक्त रोटेशन के प्रभारी मदन कोठारी एवं ऋषिकेश डीलक्स टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत ढंग शामिल थे।

चार धाम यात्रा को लेकर उप जिलाधिकारी ने विभागों के अधिकारियों के साथ की बैठक



ऋषिकेश, 16 जून ।संभावित चार धाम यात्रा की तैयारी को लेकर उपजिलाधिकारी ने नगर निगम , व परिवहन व्यवसायीयों के साथ बैठक कर सभी संबंधित विभागो के साथ को व्यवस्थाओं को दुरुस्त किए जाने का निर्णय लिया।

बुधवार को तहसील परिसर में आयोजित जिलाधिकारी मनीष कुमार की अध्यक्षता में बैठक के दौरान राज्य सरकार द्वारा संभावित चार धाम यात्रा को लेकर संबंधित सभी विभागों साथ बैठक कर बस अड्डे के चारों और लगे अवैध खोखों के कारण बसों के आने जाने में हो रही परेशानी को देखते हुए नगर निगम के अधिकारियों को पुनः व्यवस्थित किए जाने के निर्देश दिए ।

तो वहीं सड़कों के किनारे दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाए जाने के साथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए बस अड्डे पर कार्यरत कोविड-19 के तहत आरटी पीसीआर के बूथ की संख्या बढ़ाए जाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित किया ।

वही नगर में स्वच्छता अभियान को और तेजी से चलाए जाने की बात भी की गई । जरा बैठक जिलाधिकारी के आदेश पर आयोजित की गई थी जिसमें नगर निगम ,स्वास्थ्य विभाग, आरटीओ विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

केंद्रीय रेलवे मंत्री ने उत्तराखंड में रेल के विस्तारिकरण को दी स्वीकृति, साथ ही हरिद्वार बीएचएल में हवाई सेवा के लिए हेलीपैड के लिए भी चर्चा की



प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह की पहल पर रेल मंत्री ने हरिद्वार-देहरादून रेल लाईन के दोहरीकरण व

दिल्ली-रामनगर कार्बेट इको ट्रेन की भी सैद्धान्तिक मंजूरी दी

दिल्ली 15 जून । मुख्यमंत्री तीर्थ सिंह रावत ने केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल से उत्तराखंड में रेल के विस्तारिकरण को लेकर चर्चा के बार रेल मंत्री ने दिल्ली-रामनगर कार्बेट इको ट्रेन की सैद्धान्तिक मंजूरी देते हुए कहा कि जल्द ही इसे प्रारंभ किया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने बताया कि हरिद्वार-देहरादून रेल लाईन के दोहरीकरण का काम दो फेज में किया जाएगा। इससे संबंधित अधिकारी ने  कहा कि यह कार्य पहले फेज में हरिद्वार-रायवाला दोहरीकरण को जल्द पूरा किया जाएगा। रायवाला-देहरादून में भूमि संबंधित औपचारिकताओं को पूरा करते हुए दूसरे फेज में इसे किया जाएगा।

प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की दिल्ली में आयोजित बैठक के दौरान केन्द्रीय रेल मंत्री ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को रूङकी-देवबंद रेल का कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। इसी के साथ बैठक में मुख्यमंत्री के अनुरोध पर टनकपुर-बागेश्वर और डोईवाला से गंगोत्री-यमुनोत्री रेलवे लाईन के सर्वे की भी स्वीकृति दी गई। रेल मंत्री ने कहा कि हरिद्वार-देहरादून रेल लाईन के दोहरीकरण का काम दो फेज में किया जाएगा।

पहले फेज में हरिद्वार-रायवाला दोहरीकरण को जल्द पूरा किया जाएगा। रायवाला-देहरादून में भूमि संबंधित औपचारिकताओं को पूरा करते हुए दूसरे फेज में इसे किया जाएगा।

रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मंत्रालय के अधिकारियों को रायवाला रेलवे डाइवर्जन का काम अविलंब शुरू करने के निर्देश दिये।

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बताया कि हरिद्वार में तीर्थ यात्रियों, देश विदेश के सैलानियों की सुविधा के लिए हवाई सेवा विकसित करने के लिए हैलीपेड बनाया जाना है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए बी.एच.ई.एल. की चिन्हित 0.5 है0 भूमि राज्य सरकार को 20 वर्षों के लिए निशुल्क हस्तांतरित किए जाने का अनुरोध किया है।

आईडीपीएल ऋषिकेश में बनेगा बायोडायवर्सिटी पार्क, इन्टरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, रिजार्ट, होटल, वैलनेस सेंटर, मिली स्वीकृति



दिल्ली/देहरादून । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ  सिंह रावत का दिल्ली दौरा राज्य के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है ।जिसमें मुख्यमंत्री ने केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार प्रह्लाद सिंह पटेल से मुलाकात कर आईडीपीएल, ऋषिकेश को स्पेशल टूरिज्म जोन के रूप में विकसित किए जाने की योजना को स्वीकृति भी दे दी है।

दिल्ली में मुख्यमंत्री के साथ बैठक के दौरान आईडीपीएल ऋषिकेश में 600 एकङ में बायोडायवर्सिटी पार्क, इन्टरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, रिजार्ट, होटल, वैलनेस सेंटर बनाए जाने की प्रस्तावित योजना को 1 सप्ताह के अंदर परवान चढाने के लिए कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा ।

इस योजना को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के अनुरोध पर स्वीकृति दी गई है ।केन्द्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने राज्य सरकार के इस प्रोजेक्ट की सराहना करते हुए इसे अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय बताया।उन्होंने कहा कि आगे जाकर इसकी फंडिंग भारत सरकार द्वारा की जाएगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रसाद योजना के अंतर्गत गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाए जाने के लिए डीपीआर भी भारत सरकार को भेजी गई है।मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से उक्त प्रस्तावों को जल्द स्वीकृत किए जाने का अनुरोध किया। 

इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले सप्ताह तक प्रसाद योजना में 50 करोङ की स्वीकृति दे दी जाएगी। फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट अल्मोङा का काम दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इसके लिए जरूरी बजट तत्काल स्वीकृत किया जाएगा। इसी के साथ बैठक में नमामि गंगे के अंतर्गत उत्तराखंड पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा भी सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया गया है।

 

भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश सह संयोजक ने तहसील में सड़ते राशन के लिए मुख्यमंत्री को मामले की जांच के लिए लिखा पत्र



ऋषिकेश 15 जून ।सोशल मीडिया में चल रही एक वीडियों का संज्ञान लेकर युवा मोर्चा के प्रदेश सह संयोजक प्रकांत कुमार ने मुख्यमंत्री को ई-मेल के जरिए ज्ञापन भेजा है, जिसमें प्रकांत कुमार ने जांच की मांग की है।

प्रकांत कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें यह बताया गया है कि ऋषिकेश तहसील के आधार कार्ड रूम में लाखों रूपए का राशन सड़ने की कगार पर आ गया है। बताया कि जहां सरकार एक तरफ इस महामारी में अपनी तत्परता दिखाते हुए आम जनमानस तक राशन व अन्य मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने का हर भरसक प्रयास कर रही हैं, ऐसे में सड़ते राशन की यूं वीडियों का सामने आना चिंतनीय है।
प्रकांत कुमार ने इस मामले में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को ज्ञापन प्रेषित कर मामले पर संज्ञान लेते हुए जांच की मांग की। ज्ञापन देने वालो में जिला उपाध्यक्ष अक्षय खैरवाल, राहुल शर्मा भी शामिल हैं।

हालांकि इस मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उक्त राशन पर सेनेटाइजेशन किया हुआ है जो कि जब उन्हें प्राप्त हुई थी उन पर पहले से ही सेनेटाइजेशन किया हुआ था, अतः उक्त सेनेटाइजेशन राशन को जिनमें खाद्य पदार्थ शामिल है जनता तक कैसे बांटा जाए इसके खानेेे  कोई भी व्यक्ति बीमार या अस्वस्थ हो सकता है ।

जमीनी विवाद में 2 सगे भाइयों की हुई सरेआम हत्या मे दरोगा का भाई बना आरोपी



रुद्रपुर, 15 जून । रुद्रपुर कोतवाली थाना क्षेत्र में खेत की जमीन विवाद में दो पक्षों में गोलियां चल गयी हैं। रूद्रपुर की इस घटना में दो सगे भाईयों की मौत हो गई है। घटना कोतवाली क्षेत्र के प्रीत नगर की है। जहां खेत की जुताई करते समय मेड को लेकर दो पक्षो में विवाद हुआ था। इसी दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर फायरिंग कर दी। 5 राउंड फायरिंग में दो सगे भाईयों की मौत हो गई है। घटनास्थल पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

हत्यारोपित नैनीताल जनपद के काठगोदाम थाने में तैनात दरोगा का भाई बताया जा रहा है। घटना में गोली लगने से एक भाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना के बाद मृतकों के परिजन शव उठाने से पहले आरोपित की गिरफ्तारी करने की मांग पर अड़ गए, इससे तनाव बढ़ गया। तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गया है। बाद में किसी तरह पुलिस दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी ला गई है। पुलिस की फॉरेंसिक टीम भी मौके से साक्ष्य जमा करने के लिए बुलाई गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम लंका मलसा निवासी अजीत सिंह और राकेश मिश्रा उर्फ पप्पू की बहन के खेत ग्राम प्रीतनगर में एक दूसरे से सटे हुए हैं। मंगलवार को अपराह्न करीब डेढ़ बजे अजीत सिंह के बेटे गुरकीर्तन सिंह (30) और गुरपेज सिंह (28) धान की रोपाई के लिए खेत तैयार कर रहे थे। उन्होंने राकेश मिश्रा की जमीन के बगल में मेड़ बना दी। इसी बीच राकेश मौके पर पहुंचा और मेड़ को अपने खेत की ओर देखकर बबूला हो गया। उसने अपनी जमीन की तरफ मेड़ बनाने का विरोध किया।

आक्रोशित राजेश घर गया और आकर देख लेने की धमकी दे दी। वापस लौटते ही वह अपने दो भतीजों के साथ हाथ में राइफल लेकर पहुंचा। उसने खेत में काम कर रहे गुरपेज को सड़क में बुलाकर ताबड़तोड़ गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर गुरकीर्तन सिंह मौके पर पहुंचा तो आरोपी ने उसे भी गोली मार दी। गुरकीर्तन की मौके पर मौत हो गई। जबकि गुरपेज ने एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर,  एसएसपी डीएस कुंवर, एसपी सिटी ममता बोहरा, एसपी क्राइम मिथिलेश सिंह समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गई है।

 

 

बिना मास्क के चालान काटने पर सत्ता के नशे में विधायक व उनके पुत्र ने पुलिस को दिखाई सत्ता की हनक



मसूरी 15 जून। सत्ता का नशा किस कदर से सत्ता में बैठे लोगों पर चढ़ा़ रहता है इसकी बानगी आए दिन देखने को मिलती रहती है, इसी कड़ी में एक मामला प्रकाश में आया है,बताते चलें  बीते सोमवार रात्रि को मसूरी में खादी का खाकी से टकराव देखने को मिला,जिसमे खादी कैसे खाकी पर रौब गालिब करती नजर आईं।

हुआ कुछ यू कि रुड़की से भाजपा के विधायक प्रदीप बत्रा अपने परिवार सहित मसूरी में घूमने पहुंचे, जहा उनका सामना मसूरी पुलिस से हुआ वो भी कोरोना नियम के उलंघन को लेकर।

दरअसल विधायक महोदय बिना मास्क के मसूरी के माल रोड पर घूम रहे थे ,तभी वहा मस्तैद पुलिस ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए उन्हें टोका और बिना मास्क के घूमने पर चालान की कार्यवाही करने लगी। चालान कटते देख विधायक जी उखड़ पड़े और लगे खाकी से उलझने।बस फिर क्या इस गहमा गहमी में उनका साथ उनका पुत्र भी देने लगा।वह भी तैनात दरोगा जी से तू तू मैं मैं करने लगा।

सी पी यू के दरोगा विधायक जी को समझाते रहे मगर सत्ता के नशे का रंग ही उन पर कुछ इस क़दर था कि विधायक महोदय यह भूल गए कि कानून बनाने वाले ही जब कानून तोड़ेंगे तो फिर क्या होगा? विधायक अगर इतने पर भी रह गए होते तो बात अलग होती मगर जब चालान कट गया तो विधायक महोदय ने जेब से 500 रूपे का नोट निकालकर चालानबुक पर फैंककर दिया,जिस पर सीपीयू दरोगा ने उनके इस व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई ।

मामले की गंभीरता को देखते हुए इस बीच उनकी पत्नी ने स्थिति संभाली और फिर विधायक जी  और पुत्र को गाड़ी में बैठ वहा से रवाना हो लिए।