ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना का कार्य 2025 तक होगा पूर्ण, पहाड़ में यात्रियों को लेकर साल 2026 में सरपट दौड़ेगी रेल: अजीत सिंह यादव



ऋषिकेश, 0 8 मार्च । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‌ उत्तराखंड में ‌राष्ट्रीय एवं सामरिक महत्व की 125 कि0मी0 लम्बी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई ब्रॉड गेज रेल लाईन परियोजना का निर्माण वर्ष 2025 तक पूरा कर लिए जाने के उपरांत वर्ष 2026 में रेल की छुक छुक उत्तराखंड वासियों को सुनाई देगी। जिसका कार्य रेल विकास निगम लि० द्वारा हर प्रकार के अवरोधों को पार करते हुये सुरक्षा को ध्यान में रखकर ‌द्रुत गति से संचालित किया जा रहा है।

यह जानकारी रेल विकास निगम के केंद्रीय परियोजना महाप्रबंधक अजीत सिंह यादव और उपमहा प्रबंधक ओ पी मालगुडी ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को रेल विकास निगम के मुख्य कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान देते हुए बताया कि कोरोना काल के दौरान परियोजना के कार्यों में आई रुकावट के उपरांत रेल विकास निगम लि० अपने आदर्श वाक्य गुणवत्ता, गति एवं पारदर्शिता के अनुरूप परियोजना का निर्माण राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय मानकों का शत् प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करते हुये सुरक्षित रेलवे सुरंगों एवं सम्बन्धित सभी संरचनाओं का निर्माण कार्य सम्पादित कर रहा है।

उन्होंने कहा कि परियोजना के अन्तर्गत निर्धारित कुल 104 कि0मी0 की सुरंगीय लम्बाई में से 75 कि0मी0 (70 प्रतिशत) का कार्य आतिथि तक पूर्ण किया जा चुका है, यह कार्य सुरंग के दौरान खुदाई में आने वाले पत्थरों के बीच किया जा रहा है, इसी के साथ अन्य सुरंगों का खनन भी तीव्र गति से गतिमान है। तथा 73 प्रतिशत प्रत्येक निर्धारित सुरक्षा मानकों का अनुपालन करते हुये पूर्ण हो चुका है।

सुरक्षा एवं अभियांत्रिक मानकों का पूर्ण रूप से पालन करते हुये सुरंग के प्रत्येक निर्माणाधीन भाग के खनन के दौरान किये जा रहे विस्फोटकों के परिमाण की मात्रा भारत सरकार के खनन सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा निर्धारित मानकों की सीमाओं के अन्तर्गत किया जा रहा है जिसे समीपस्थ अवस्थित संरचनाओं एवं स्थलीय पर्यावरण को किसी भी प्रकार की क्षति न पहुंचें।

रेल विकास निगम लि० परियोजना के क्षेत्रों में निवास कर रहे जनमानस की भावनाओं का सम्मान करते हुये राज्य सरकार से समन्वय बनाते हुये सम्बन्धित जिलाधिकारियों द्वारा सन्दर्मित शिकायतों का निस्तारण समय पर किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि ऋषिकेश के ढालवाला क्षेत्र में पहली टनल का कार्य 1800 मीटर किया जा रहा है, जिसमें मिट्टी अधिक है इस दौरान सुरक्षा मानको का भी ध्यान रखा जा रहा है, उनका कहना था कि देवप्रयाग में एक सड़क का निर्माण भी कर रहा है। उनका कहना था कि इस क्षेत्र में जो रेल का काम किया जा रहा है वह कार्य पिछले 25 वर्षों के ठेकेदारों के अनुभव को देखते हुए उन्हीं को दिया गया है जिसके लिए टनल खुदान के साथ ही रेल लाइन बिछाई जाने का कार्य भी करेगी। जिसके अंतर्गत 213 किलोमीटर लंबी कार्य योजना के दौरान 153 किलोमीटर गोदान का कार्य पूरा हो चुका है जिसमें सबसे लंबी सुरंग देवप्रयाग और जनाशु के बीच है जिसकी लंबाई 14.77 मीटर है यह सभी कार्य डबल ट्यूब के है।
उन्होंने बताया‌ कि‌ वर्ष 2023-2024 में ऋषिकेश की परियोजना क्रियान्वयन इकाई द्वारा 60 कि0मी0 लम्बाई में सुरंगों का निर्माण किया गया है तथा 20 कि0मी0 लम्बाई में अन्तिम कंक्रीट अस्तर का कार्य भी पूर्ण किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 16 प्रमुख रेलवे पुलों में से 04 पुलों का निर्माण कार्य आतिथि तक पूर्ण किया जा चुका है तथा श्रीनगर, गौचर एवं कालेश्वर/सिंवाई में रेलवे स्टेशन को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने हेतु मोटर पुलों का निर्माण कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। इसी के साथ वर्ष 2026 में रेल के चलने के उपरांत यदि किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न होती है तो उसे ध्यान में रखते हुए रेल लाइन के साथ एक अलग से सड़क का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसके माध्यम से यात्रियों को सुरक्षित सड़क तक पहुंचा दिया जाएगा।
पत्रकार वार्ता में रेल विकास निगम के सी एम हेमेंत कुमार, भू विज्ञान शास्त्री विजय डंगवाल, उपमहा प्रबंधक भूपेंद्र सिंह, संयुक्त महाप्रबंधक सुब्रत कुमार, अपर महाप्रबंधक अजय कुमार, पआनईर अरोड़ा, भी मौजूद थे।

ऋषिकेश महाविद्यालय परिसर स्थित चतुर्थ दीक्षांत समारोह अयोजन में 19849 स्नातक, स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को डिग्री के साथ, 69 छात्र-छात्राओं को दिये जायेगे स्वर्ण पदक  राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह होगे अतिविशिष्ट अतिथि



ऋषिकेश,, 20 फरवरी‌ । ऋषिकेश स्थित पंडित ललित मोहन शर्मा महाविद्यालय में चतुर्थ दीक्षांत समारोह का अयोजन एवम महाविधालय परिसर में बने नए ऑडिटोरियम स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह का भी उद्घाटन भी होने जा रहा है।

मंगलवार को ऋषिकेश पंडित ललित मोहन शर्मा महाविद्यालय में स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में पत्रकार वार्ता करते हुए श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति एन के जोशी ने बताया कि ऋषिकेश पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय परिसर का चतुर्थ दीक्षांत समारोह दिनांक 21 फरवरी 2024 को ऋषिकेश परिसर में आयोजित किया जा रहा है ,जिसमें मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड के राज्यपाल व विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ले० ज० गुरमीत सिंह अति विशिष्ट अतिथि , मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार पुष्कर सिंह धामी समारोह के विशिष्ट अतिथि  शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड सरकार डॉ धन सिंह रावत उपस्थित रहेंगे।

चतुर्थ दीक्षांत समारोह में 19849 स्नातक स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की जाएगी। 69 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक दिया जायेगा, तीनो संकाय विज्ञान संकाय, कला संकाय, वाणिज्य संकाय में सर्वोच्य अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को श्री देव सुमन गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जायेगा। स्नातकोत्तर के तीन विषय इतिहास, मानव विज्ञान, चित्रकला में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को कैप्टन शूरवीर सिंह पंवार गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जायेगा।

पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश में नव-निर्मित विवेकानंद हॉल का उद्घाटन कुलाधिपति एवं अतिथियों के द्वारा किया जायेगा, जिसका निर्माण कार्य 6 माह में पूर्ण किया गया इसी हॉल में दीक्षांत समारोह का आयोजन होना है विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश एवं विश्वविद्यालय मुख्यालय में ढांचागत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है जिसके अंतर्गत ऋषिकेश परिसर में एकेडमिक ब्लॉक, परीक्षा हॉल, टाइप 5 की बिल्डिंग, गेस्ट हाउस का निर्माण कार्य प्रगति पर है। साइंस ब्लॉक एवं आर्ट ब्लॉक के रिनोवेशन का कार्य शुरू हो गया है जो विगत 20 वर्षों से नहीं हुआ था।

ऑडिटोरियम एवं वाणिज्य में फर्स्ट फ्लोर का कार्य भी शुरू होने वाला है विश्वविद्यालय में रोजगारपरक व्यावसायिक पाठ्यक्रम बी०बी०ए०, बी०सी०ए०, बी०एस०सी० (कम्प्यूटर साईस) तथा एन०एस०सी० माइक्रोबॉयालोजी इत्यादि को विधिवत् आरम्भ किया नाया जो कि सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है, साथ ही विश्वविद्यालय मुख्यालय में भी एक दशक बाद बी०सी०ए० पाठ्यक्रम प्रारम्भ कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के अकादमिक व प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता लाने एवं जवाबदेही तय करने के लिए श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा ई०आर०पी० पोर्टल तैयार कर समस्त कार्यों को डिजिटाइज किया गया।

उन्होंने यह भी बताया कि श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के सत्र को नियमित कर दिया गया है एवं सभी बैकलॉग परीक्षा परिणामों को घोषित कर दिया गया है। भारतीय ज्ञान परम्परा उत्कृष्टता केन्द्र की स्थापना भी विश्वविद्यालय द्वारा ऋषिकेश परिसर में की गयी है। जिसमें विभिन्न शोध परियोजनाओं, सम्मेलनों, फैकल्टी डेवल्पमेंट प्रोग्राम, विशिष्ट लेक्चर्स के माध्यम से भारतीय ज्ञान परम्परा से सम्बन्धित विषयों का गहन विमर्श तथा परम्परागत ज्ञान व आदर्शों को समाज को पुर्नस्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है जो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का यह एक महत्वपूर्ण घटक है। विश्वविद्यालय ने नवाचार की दशा में एक और पहल करते हुए पेटेंट सेल स्थापित किया है, जिसके तहत यूकास्ट उत्तराखण्ड से एमओयू भी किया गया है। विश्वविद्यालय द्वारा प्रत्येक पेटेंट के लिए विद्यार्थियों को खर्च भी पूर्ण धनराशि तथा

संकाय सदस्यों को 50 प्रतिशत राशि का अनुदान दिया जायेगा। विश्वविद्यालय को अनुसंधान, परामर्श और सामुदायिक सेवाओं में उत्कृष्टता प्रदान कर राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने हेतु विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश में विभिन्न सेल एवं सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये गये हैं, जिसमें भारतीय ज्ञान परम्परा, आपदा प्रबन्धन, संकाय विकास केन्द्र, अनुसंधान एवं विकास केन्द्र, छात्र/विश्वविद्यालय हित में प्रमुखता से कार्य कर रहे हैं, साथ ही इनोवेशन, इनक्यूबेशन, स्टार्टअप एंटरप्रेन्योर प्रमोशन, कौशल विकास में उत्कृष्टता केन्द्र भी स्थापित किये गये हैं। विश्वविद्यालय के विकास तथा प्रतिष्ठा में एलुमिनाई की भूमिका को दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय ने हाल ही में एलुमिनाई सेल की स्थापना की है। विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में फैकल्टी डेवल्पमेंट प्रोग्राम, राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय सेमिनार, कार्यशालाएं, व्याख्यान एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। विश्वविद्यालय ने बहुत से विशिष्ट एवं ख्याति प्राप्त संस्थानों के साथ एमओयू करके अनुसंधान और विनिमय कार्यक्रमों के लिए सहयोग की दिशा में पहल की है। विश्वविद्यालय ने यूकास्ट, यूसर्क, एम्स ऋषिकेश, डीएनए लैब्स देहरादून, सोसाइटी ऑफ पोल्यूशन एडं इन्वायरमेन्टल कर्जवेन्शन साइंटिस्ट (स्पैक्स) के साथ विभिन्न एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं व कई एमओयू गतिमान हैं।

उन्होंने कहा कि हम सभी का प्रयास रहेगा कि श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय प्रदेश के शिक्षा का अग्रणी केंद्र बने इसके लिए अन्य विश्वविद्यालयों, उद्योगो, शोध संस्थान से एमओयू किये जाएंगे शोध कार्यों को प्रोत्साहित किया जायेगा। रोजगार के अनुकूल पाठ्यक्रम चलाये जाएंगे।

पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रोफेसर एन के जोशी, निदेशक प्रोफेसर महावीर सिंह रावत , खेमराज भट्ट परीक्षा नियोजन विजय प्रकाश श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी डॉक्टर अशोक कुमार मंदोला भी उपस्थित थे।

तीर्थनगरी में एमडीडीए ने तहसील प्रशासन के साथ मिल फिर चलाया सीलिंग का चाबुक, ऋषिकेश सहित विस्थापित मे निर्माण को किया सील तो वही रायवाला में करीब 7 बीघा अवैध प्लाटिंग के खिलाफ भी की कार्रवाई



ऋषिकेश 5 फरवरी। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा अवैध निर्माण और अवैध तरीके से की गई प्लाटिंग को लेकर लगातार रूप से सख्त रवैया अपनाता जा रहा है उसी कड़ी में आज ऋषिकेश तथा आसपास क्षेत्र में हो रही अवैध प्लाटिंग और अवैध निर्माण को लेकर मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने सख्ती दिखाई है।

सोमवार को एमडीडीए की टीम ने पुलिस बल के साथ रायवाला में करीब छह से सात बीघा भूमि पर की गई अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त किया। वहीं एमडीडीए तथा तहसील प्रशासन ने ऋषिकेश तथा विस्थापित क्षेत्र में दो अवैध निर्माण भी सील किए हैं।

ऋषिकेश नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार अवैध निर्माण और अवैध प्लाटिंग की शिकायतें सामाने आती हैं। एमडीडीए की ओर से समय-समय पर सीलिंग की कार्यवाही भी की जाती है, मगर विभाग के शिथिल रवैये के कारण भवन निर्माण कर्ता फिर से विभाग की आंखों में धूल झोंककर निर्माण कार्यों को अंजाम दे जाते हैं।

ग्रामीण क्षेत्र में सबसे अधिक मामले अवैध प्लाटिंग के सामने आते हैं। जहां कृषि भूमि पर बड़े पैमाने में लैंड यूज बदले और ले आउट पास कराए प्लाटिंग की जा रही है। जबकि नगर क्षेत्र में बिना मानचित्र पास कराए अवैध निर्माण भी धड़ल्ले से जारी हैं। कई मामले तो ऐसे भी हैं, जहां सीलिंग की कार्रवाई के बाद भी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं।

सोमवार को उप जिलाधिकारी व एमडीडीए के उप सचिव योगेश मेहरा के आदेश पर एमडीडीए के टीम ने पुलिस फोर्स के साथ क्षेत्र में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। टीम ने रायवाला ग्रामसभा में एक करीब सात बीघा भूमि पर की गई अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त किया।

एमडीडीए के सहायक अभियंता सुरजीत सिंह रावत ने बताया कि गोविंद पांडेय की ओर से कृषि भूमि पर की गई इस प्लाटिंग का कोई ले-आउट विभाग की ओर से पास नहीं कराया गया था। इस प्लाटिंग पर कुछ भवनों का निर्माण भी किया जा रहा था, जिन्हें विभाग की ओर से पूर्व में ही नोटिस भी दिए गए थे। उन्होंने बताया कि उक्त अवैध प्लाटिंग में किए गए सीमांकन को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा हरिद्वार मार्ग पर श्री भरत मंदिर इंटर कालेज के पीछे मुख्य मार्ग पर  भरत मंदिर ट्रस्ट के नाम से कुछ निर्माण कराया जा रहा था, जिसका मानचित्र पास नहीं था और ना ही इस निर्माण की कोई अनुमति दी गई थी। इस निर्माण को भी सील कर दिया गया है। इसके अलावा विस्थापित क्षेत्र गली नं. 13 में उमेश सैनी द्वारा भी एक अवैध निर्माण कराया जा रहा था, जिसे सील कर दिया गया है।

टीम में सहायक अभियंता सुरजीत सिंह रावत, अवर अभियंता संजय जगुड़ी, सुपरवाइजर राकेश कुमार, मेघराज व नायब तहसीलदार जीडी जोशी शामिल रहे।

गंगानगर में स्कूल से सटी बनाई गई 20 दुकानों को स्थानीय नागरिकों के विरोध के चलते प्रशासन द्वारा किया सील, पूर्व में एमडीडीए द्वारा जारी किए गए थे नोटिस



ऋषिकेश 04 फरवरी । तीर्थ नगरी ऋषिकेश में श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज की चार दिवारी से सटाकर बनाई जा रही 20 दुकानों को स्थानीय नागरिकों के विरोध के चलते प्रशासन द्वारा पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सील कर दिया गया है। 

शनिवार को गंगानगर स्थित श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज की चारदीवारी के अंदर ऋषिकेश पब्लिक स्कूल की ओर हरिद्वार मार्ग को जोड़ती हुई 15 फीट चौडी सड़क की ओर वर्ष 2019 में दुकानों का निर्माण किया जा रहा था। जिसका स्थानीय नागरिकों के विरोध के चलते कार्य को रुकवा दिया गया था।  परंतु कुछ वर्षों तक निर्माण कार्य बंद रहने के बाद अब फिर पिछले कुछ दिन से लगातार दुकानों का निर्माण कर दिया गया है।

इन दुकानों को लेकर स्थानीय नागरिकों ने भी आपत्ति जताई थी। इस संबंध में पैरामेक्स अपार्टमेंट निवासी कल्याण समिति से जुड़े वरिष्ठ नागरिक कैलाश चंद्र जोशी ने भी हाल में ही उप जिलाधिकारी ऋषिकेश को शिकायती पत्र दिया था। जिसमें उन्होंने अवगत कराया कि यहां बन रही दुकानों के कारण भविष्य में इस मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन होगा। जिससे आबादी क्षेत्र में व्यवधान उत्पन्न होगा। इतना ही नहीं जिस मार्ग पर यह दुकानें बनी हैं, उस मार्ग पर ऋषिकेश पब्लिक स्कूल भी स्थित है, जिसमें सैंकड़ों की संख्या में स्कूली बच्चों का आवागमन भी होता है। जिस कारण सड़क पर भारी ट्रैफिक बना रहता है। इस निर्माण को मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की ओर से भी नोटिस जारी किया गया था। जिसका संज्ञान लेते हुए शनिवार को एमडीडीए की टीम निर्माण को सील करने पहुंची।

प्राधिकरण की टीम का मौके पर कुछ लोगो ने विरोध भी किया। जिसकी सूचना पर उप जिलाधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार चमन सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सीलिंग की कार्रवाई की गई।

ऋषिकेश आस्था पथ 72 सीढ़ी के समीप संदिग्ध परिस्थिति में गंगा से व्यक्ति का शव हुआ बरामद, शव की हुई शिनाख्त 



ऋषिकेश,03जनवरी । ऋषिकेश कोतवाली की त्रिवेणी घाट पुलिस चौकी अंतर्गत आस्था पथ के समीप पुलिस ने देहरादून निवासी एक व्यक्ति का शव‌‌ बुधवार की‌ सुबह गंगा से बरामद किया है।

शव कुछ घंटे पुराना बताया जा‌‌ रहा है,पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है।आपदा प्रबंधन दल के प्रभारी बिशन सिंह खड़का ने बताया कि बुधवार की सुबह आस्था पथ बहत्तर सीढ़ी के समीप एक व्यक्ति का शव देखा गया।

शव को बाहर निकाला गया। इस व्यक्ति की जेब से मिले ड्राइविंग लाइसेंस के अनुसार उसकी पहचान शेखर चंद्र पांडे (42 वर्ष) पुत्र जगदीश चंद्र पांडे, निवासी 564 लेन नंबर 05, वैभव विहार, नवादा देहरादून के रूप में की गई है।

मृतक की जेब से पर्स में कुछ नगदी और कार की चाबी भी मिली है।

उत्तराखंड स्टेट कराटे चैंपियनशिप 2023 के द्वितीय गढ़वाल कप की दो दिवसीय प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, नरेंद्रनगर की टीम प्रथम, दूसरे स्थान पर रुड़की तो तीसरे स्थान पर एम्स ऋषिकेश की टीम रही विजेता



ऋषिकेश 18 दिसंबर। उत्तराखंड स्टेट कराटे चैंपियनशिप 2023 के गढ़वाल कप की दो दिवसीय प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।

द्वितीय गढ़वाल कप उत्तराखंड स्टेट कराटे चैंपियनशिप 2023 का खिताब नरेंद्र नगर की माउंट कारमेल क्रिश्चिन एकेडमी के नाम रहा।

प्रतियोगिता के आयोजक अंतरराष्ट्रीय कराटे कोच राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि प्रतियोगिता में पूरे गढ़वाल क्षेत्र से करीब एक दर्जन टीमो ने प्रतिभाग किया। दो दिवसीय प्रतियोगिता की फाइनल ट्रॉफी में माउंट कारमेल क्रिश्चियन एकेडमी नरेंद्र नगर की टीम विजेता रही । वही दूसरे स्थान पर रुड़की की टीम रही तो तीसरे स्थान पर एम्स ऋषिकेश की टीम उपविजेता रही।

प्रतियोगिता का शुभारंभ अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के संस्थापक अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी, नगर उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र, माउंट कारमेल स्कूल के प्रधानाचार्य सुनील सिंह, महंत लोकेश दास , अंतरराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी नीरजा गोयल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।

प्रतियोगिता के समापन पर पर विजेता,उपविजेता टीम के साथ ही प्रतिभागी खिलाड़ियों को भाजपा जिलाउपाध्यक्ष प्रतीक कालिया, देवप्रयाग कांग्रेस जिलाध्यक्ष उत्तम असवाल, शिक्षका शिखा चौहान, हॉकी कोच डी पी रतूड़ी,पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष जितपाल सिंह,सभासद विनोद सकलानी,विकास साही ने ट्राफी एवं मैडल देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर प्रतियोगिता को सफल रूप से संम्पन्न कराने में कराटे कोच अजय गुरंग,कृष्णा दुबे,बिपिन चौधरी,अब्दुल,यश,वरदान वर्मा,मोहन राणा,आकाश उनियाल,कीर्तन भंडारी,चिराग धमीजा,उज्जवल डबराल,रोहित जोशी ने सहयोग किया।

शारदीय नवरात्र महोत्सव का आगाज होने‌ के साथ ही तीर्थनगरी ऋषिकेश हुआ शुरू देवी मां के रंग में रंगना  कलश स्थापना के साथ देवी मंदिरों में गूंजे मां के जयकारे



ऋषिकेश, 15 अक्टूबर । तीर्थ नगरी ऋषिकेश में घट स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र महोत्सव का आगाज होने‌ के साथ ही ऋषिकेश देवी मां के रंग में रंगना शुरू हो गई है।

अंम्बा दुर्गा की आराधना का पवित्र पर्व शारदीय नवरात्र रविवार से शुरू हो गया है। नौ दिनों तक मां आदिशक्ति के नौ स्वरूपों की पूजा की धूम रहेगी।नवरात्र उत्सव के प्रथम दिन मां के प्रथम स्वरूप के रूप में देवी शैलपुत्री की उपासना हुई।

कलश स्थापना के साथ आदिशक्ति का पूजन भी शुरू‌किया गया, इस बार हाथी पर सवार होकर आयी देवी मां।इससे पहले मंदिरों में विधिवत रूप से घट स्थापना की गई।देवी‌‌ के‌ पंडालों में दर्शनार्थियों की भीड़ जुटी रही मंदिरों में अखंड दुर्गा सप्तशती पाठ, हवन-पूजन और जप शुरू हो गए। व्रत पर रहने वाले भक्तों ने घरों में कलश स्थापित किया।

शीशम झाड़ी स्थित कात्यायनी मंदिर में सुबह पूरे विधि विधान के साथ मंदिर के संस्थापक गुरूविंदर सलूजा की पत्नी नमिता सलूजा ने घट स्थापना कराई।

मंदिर में भक्तों ने नारियल, चुनरी, पान-बताशा, फूल आदि चढ़ाकर मन्नतें मानीं। उधर, घरों में कलश स्थापना कर भक्तों ने नौ दिन का उपवास शुरू किया। । मनिराम मार्ग स्थित श्री दुर्गा शक्ति मंदिर में प्रथम नवरात्र के पावन अवसर पर खेत्री पूजन ,कलश स्थापना की गई।दिनभर मंदिर में मां के दर्शनों एवं पूजन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा।

उल्लेखनीय. है कि शारदीय नवरात्र के नौ दिनो तक मां आदिशक्ति के नौ स्वरूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है।मान्यता है कि नवरात्रि के नौ दिन माता रानी धरती लोक पर विचरण करती हैं।

ऋषिकेश में खुले डिपार्टमेंटल स्टोर में हो रही शराब की बिक्री के विरोध धरने प्रदर्शन को लेकर स्टोर के संचालक ने लिया कोर्ट का सहारा, न्यायालय ने स्टोर के 200 मीटर दायरे में धरने प्रदर्शन को किया प्रतिबंधित  



ऋषिकेश 12 सितंबर । तीर्थ नगरी ऋषिकेश में पिछले कई दिनों से डिपार्टमेंटल स्टोर में शराब की बिक्री को लेकर स्थानीय निवासियों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसको लेकर सिटी लाइट ग्रॉसरी एंड स्पिरिट स्टोर के संचालक द्वारा कोर्ट का सहारा लिया है।

जिस पर ऋषिकेश न्यायालय सीनियर सिविल जज द्वारा उपरोक्त सिटी लाइट ग्रोसरी एंड स्पिरिट स्टोर के संचालक को राहत देते हुए डिपार्टमेंटल स्टोर के आसपास 200 मीटर के दायरे में किसी भी तरह के धरने प्रदर्शन व आंदोलन करने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।उपरोक्त मामले में सिटी लाइट ग्रोसरी एंड स्पिरिट स्टोर के मालिक द्वारा न्यायालय में एक वाद प्रस्तुत किया गया।

जिस पर उनके अधिवक्ता संदीप सिंह पायल ने बताया कि उक्त दुकान आबकारी विभाग की और से नियमानुसार राज्य सराकर के शासनादेश के अन्तर्गत दिया गया लाईसेंस के निर्धारित शुल्क को अदा करने के बाद दुकान को खोला गया है। इस दुकार को खोले जाने के बाद दुसरे पक्ष द्वारा कुछ अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर उनके के व्यवसाय में हस्तक्षेप कर रहे है। जिनके द्वारा जो लगातार धरना प्रदर्शन, आन्दोलन किया जा रहा है उसको प्रदर्शितः करने के लिए  समाचार पत्रों की छायाप्रति तथा सोशल मीडिया पर लिखी गयी खराब तथा लोगों का दुकान के सामने भीड लगाने धरना प्रदर्शन करने तथा मौके पर पुलिस के आने वाले फोटोग्राफ संलग्न किए गये हैं।उन्होंने दायर वाद में यह मांग करी की दुकान से 500 मीटर की दूरी तक किसी प्रकार का कोई धरना प्रदर्शन आंदोलन तथा ग्राहकों को आने-जाने में अवरोध उत्पन्न ना करें।

जिसका संज्ञान लेते हुए न्यायालय ने अपना मत दिया  कि प्रथदृष्ट्या एक पक्षीय रूप से बादी द्वारा सरकारी नियमों के तहत औपचारिकताएं पूरी करने के बाद 15 लाख रूपये की फीस राज्य सरकार को देने के बाद लाईसेंस प्राप्त किया गया है। सीमित अवधि के लिए दिनाक 16.08.2023 से 31.03.2024 तक प्रदान किया गया है। ऐसे में प्रतिवादीगण को मिलकर स्थानीय स्तर पर वादी की दुकान के आगे बिना कारण धरना प्रदर्शन करना और दुकान को चलाने में व्यवधान उत्पन्न करने का कोई आधार उत्पन्न नहीं हो रहा है।

जिस पर न्यायालय ने अपना मत देते हुए कहा कि   अगली सुनवायी तक प्रतिवादी को वादी की दुकान City Lite Grosty & Spirit Store, FL-5Ds (डिपार्टमेंट स्टार) के सामने तथा उसके आस पास 200 मीटर तक धरना प्रदर्शन, आन्दोलन करना तथा दुकान पर ग्राहकों को आने जाने से रोकने के लिए अगली तिथि तक निषिद्ध किया जाता है।

नगर निगम ऋषिकेश महापौर द्वारा बुलाई गई आपदा प्रबंधन को लेकर बैठक, गंगानगर क्षेत्र में जल भराव से पीड़ितो ने सैकड़ो की संख्या में बैठक के बीच पहुंचकर काटा हंगामा, जल भराव की समस्या का समाधान न होने पर महापौर ने अधिकारियों के सिर फोड़ा ठीकरा निगम का कार्यकाल समाप्ति के अंतिम 1 घंटे तक मैं अधिकारियों का कान पकड़ करवाऊंगी विकास कार्य – मंमगाई



ऋषिकेश, 26 अगस्त ।शहर में प्राकृतिक आपदा के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में जल भराव की समस्याओं का समाधान न किए जाने के लिए नगर निगम की महापौर अनीता ममगाई ने निगम के अधिकारियों के सिर पर ठीकर फोड़ते हुए, उन्हें समस्या का समाधान तत्काल किए जाने के लिए निर्देशित किया।

इस बीच गंगानगर क्षेत्र में जल भराव से पीड़ितो ने सैकड़ो की संख्या में बैठक के बीच पहुंचकर हंगामा भी काटा ,जो की समस्या का समाधान किए जाने तक हंगामा करते रहे ।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को नगर निगम सभागार में आयोजित की गई महापौर अनीता ममगाई की अध्यक्षता में आपदा समीक्षा बैठक में तहसील प्रशासन, निगम प्रशासन, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, जल संस्थान सीवर सभी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे, जहां निगम की महापौर अनीता मंमगाई ने उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि नगर निगम बोर्ड का 3 माह का समय शेष है, जिसके अंतिम 1 घंटे पहले तक सभी जनता को दिए गए कार्यों को पूरा किए जाने के आश्वासनो को पूरा करना है। जिन्हे कार्यकाल समाप्ति के अंतिम 1 घंटे तक मैं अधिकारियों का कान पकड़ करवाऊंगी।

उन्होंने कहा कि आज वर्षा के कारण हुए पूरे क्षेत्र में जल भराव और आपदा की स्थिति पैदा हो गई है। जिसमें लोगों के मकान भी गिर रहे हैं । जिसमे अधिकारियों की काफी लापरवाही रही है ,जो की जनता के हित में नहीं है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जब अधिकारी जी-20 के दौरान विदेश से आने वाले मेहमानों की मेहमान बाजी के लिए शहर को सुंदर बना सकते हैं , तो आपदा जैसी स्थिति के कार्य क्यों नहीं हो रहे हैं।

नगर निगम महापौर और पार्षदों ने पिछले दिनों पूरे 40 वार्डों में 20-20 लाख के होने वाले कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की, उनका कहना था कि यदि इस स्वीकृत लागत से सभी वार्डों में कार्य हो जाते तो जल भराव की स्थिति पैदा ना होती ।

इस दौरान उप जिलाधिकारी योगेश मेहरा ने कहा कि उन्होंने अभी हाल ही में ऋषिकेश का कार्यभार संभाला है ,इस दौरान उन्होंने 15 वार्डों में आपदा संबंधी कार्यों की समीक्षा की है ।जहां आवश्यकता अनुसार राशन भी वितरित किया गया है लेकिन नगर निगम से आपदा संबंधित कोई भी एस्टीमेट प्राप्त नहीं हुआ है । आपदा के दौरान यदि किसी को राहत राशि नहीं प्राप्त हुई है, तो वह उन्हे सूची उपलब्ध करा दे।

निगम के नगर आयुक्त राहुल गोयल ने कहा कि आपदा के दौरान पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर लिया गया है। तत्काल एस्टीमेट बनाकर निर्माण कार्यों के साथ रहात पहुंचाए जाने का कार्य किया जाएगा।

बैठक के बीच गंगानगर के निगम पार्षद बृजपाल राणा के नेतृत्व में जल भराव की समस्या को लेकर सैकड़ो की संख्या में लोग बैठक में पहुंच गए ,जिन्होंने नारेबाजी करते हुए निगम के अधिकारियों और पार्षदों के विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी, जो कि अधिकारियों के आश्वासन के बाद ही वापस लौटे।

इस बीच नगर निगम के पार्षद बृजपाल राणा ने निगम की महापौर को समस्या के समाधान के लिए एक ज्ञापन भी दिया।

बैठक के दौरान निगम के पार्षद गुरविंदर सिंह गुरी, देवेंद्र प्रजापति, राकेश मियां ने निगम के जूनियर इंजीनियर पर कार्यों में लापरवाही किए जाने का आरोप भी लगाया जिसे लेकर काफी देर तक बैठक में हंगामा होता रहा ।

इस बीच नगर निगम पार्षद विपिन पंत ने अमित ग्राम शहीद स्मारक की क्षति ग्रस्त पुलिया जो कि चार दिन पहले टूट गई है ,ओर पुलिया पांच गाँव को जोड़ने का काम करती है। जिसका लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्माण कराया गया था जो कि पूरी तरह से क्षति ग्रस्त हो गया है। जंगल से आने वाले पानी के कारण वार्ड सं 35 की अधिकंश नालीयां क्षति ग्रस्त हो गई है। का मामला भी उठाया। बैठक में नगर निगम के पार्षद भी मौजूद थे।